Sunday, 9 July 2017

‘रमन के गोठ’ : आकाशवाणी से प्रसारित विशेष कार्यक्रम (दिनांक 09 जुलाई, 2017 , समय प्रातः 10.45 से 11.05 बजे )

महिला उद्घोषक
श्रोताओं नमस्कार!
  • आकाशवाणी के विशेष प्रसारण ‘रमन के गोठ’ में हम, सभी श्रोताओं का हार्दिक स्वागत करते हैं, अभिनंदन करते हैं। कार्यक्रम की तेइसवीं कड़़ी के लिए आकाशवाणी के स्टुडियो में माननीय मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह जी पधार चुके हैं।
  • डॉक्टर साहब नमस्कार, कार्यक्रम में आपका हार्दिक स्वागत है।
मुख्यमंत्री जी
  • धन्यवाद। आपका और अपने रेडियो व टीवी सेट्स के सामने बैठकर मुझे सुन रहे श्रोताओं का भी।
  • जम्मो संगी-जहुंरिया, सियान-जवान, महतारी-बहिनी मन ला जय जोहार। झड़ी-बादर के दिन शुरू हो गे हे। हरियाली ले, धरती माता के सिंगार होही, अउ किसान-भाई-बहिनी मन के जीवन म उत्साह-उमंग आ जाही।
  • सावन माह में विशेष करके भगवान शंकर के पूजा-पाठ होथे। सावन-सोमवार के उपवास रखे जाथंे। कांवरियां मन, जल यात्रा करथें। जघा-जघा म सावन मेला लगही। जघा-जघा पेड़ म झूला झूले के त्यौहार हे।
  • हरियाली के तिहार, जिनगी के तिहार, बन जथे। ते पाय के जम्मो मन ल बधाई देवत हवं।
  • संगवारी हो, जतका हो सके पेड़-पौधा लगावव, अउ धरती ल हरियर बनावव। हमर सरकार ए बछर 8 करोड़ पौधा लगाए के संकल्प ले हे, जेला जम्मो-मिल जुल के पूरा करबो।
  • 20 जुलाई के तारीख ल सबला सुरता रखना हे पूरा छत्तीसगढ़ के सभी जिला में, तहसील में, ब्लॉक में, पंचायत में एखर लिये निर्देश भी जारी होये हे। कलेक्टर मन ला अउ फॉरेस्ट के अधिकारी मन ल कि 20 जुलाई के पूरा छत्तीसगढ़ म हमन ये तिहार ल एक साथ जुल-मिल के मनाबो। अउ 8 करोड़ पौधा लगाये के जेन बड़े लक्ष्य हे, ओ दिन हमन ल शुरूआत करके संकल्प ल पूरा करना हे।
  • अपन खुद के जमीन में, खेत में यदि पेड़ लगाना हे ओखरो बर पेड़ उपलब्ध हे, फलदार वृक्ष भी उपलब्ध हे। यह अभियान ल हम सब ला मिल के सफल बनाना हे।
पुरूष उद्घोषक
  • डॉक्टर साहब, आपने सावन का जिक्र किया सावन का महीना किसानों की उम्मीद का महीना होता है। किसान भाई-बहन तो बहुत बेसब्री से इस मौसम का इंतजार करते हैं। क्या यह बरसात, किसान भाइयों के लिए खुशियों की बरसात सिद्ध होगी ?
मुख्यमंत्री जी
  •  मैं इस कार्यक्रम के माध्यम से अन्नदाताओं का हार्दिक अभिनंदन करता हूं।
  • राज्य की समृद्धि और खुशहाली में हमारे किसान भाई-बहनों और उनके परिवारजनों का भरपूर योगदान रहा है। धान से लेकर दलहन-तिलहन तक, उद्यानिकी से लेकर पशुपालन-मछली पालन तक हर क्षेत्र में बड़ी-बड़ी सफलताएं मिली हैं। छत्तीसगढ़ को पांच साल में चार बार ‘राष्ट्रीय कृषि कर्मण’ पुरस्कार भी मिला हैं।
  •  इस साल अच्छी बारिश होने की संभावना है, जिससे इस वर्ष धान उत्पादन का नया कीर्तिमान बनाने की उम्मीद हम करते हैं।
  • खरीफ 2017 में 48 लाख हेक्टेयर रकबे में बोनी का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से 36 लाख 50 हजार हेक्टेयर में धान बोया जाएगा।
  •  4 लाख हेक्टेयर में दलहन, 3 लाख हेक्टेयर में तिलहन और लगभग डेढ़ लाख हेक्टेयर में साग-सब्जी, गन्ना आदि फसलें लगाई जाएंगी।
  • इस वर्ष अनाज, दलहन, तिलहन, साग-सब्जी मिलाकर 91 लाख 76 हजार मीट्रिक टन फसल उत्पादन का अनुमान है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि यह लक्ष्य पूरा हो और अच्छी फसल से किसानों के घर में खुशियों की बरसात हो।

महिला उद्घोषक
  • माननीय मुख्यमंत्री जी, एक समय था, जब किसानों को यह चिंता करनी पड़ती थी, कि बीज कहां से आएगा, खाद कैसे मिलेगी, दवा कैसे मिलेगी, बिजली कैसे मिलेगी ? आपने ऐसी कौन सी व्यवस्थाएं की हैं, जिससे कि किसान भाई-बहन निश्ंिचत होकर अपना पूरा समय और श्रम खेती के काम में लगा सके।
मुख्यमंत्री जी
  •  हमने किसानों की सुविधा के लिए योजनाओं का ऐसा ताना-बाना बुना है, कि किसानों को हर चीज, सही समय पर, बिना किसी दिक्कत के मिल सके।
  • 7 लाख 45 हजार क्विंटल बीजों का तथा 10 लाख 65 हजार मीट्रिक टन खाद का इंतजाम भी किया गया है।
  •  किसानों को पहले 14 प्रतिशत ब्याज पर कृषि ऋण लेना पड़ता था, जो ऊंची दर होने के कारण, किसान ब्याज पटाने के चक्कर में परेशान रहते थे और डिफाल्टर होने से उनकी प्रगति रूक जाती थी। महंगे कर्ज के दुष्चक्र को हमने तोड़ दिया है।
  • हमने लगातार ब्याज दर कम की और लगभग पांच साल से बिना ब्याज के अल्पकालिक कृषि ऋण दे रहे हैं, जिसका लाभ हर साल 11 लाख किसानों को मिलता है।
  • आप लोगों को बताना चाहता हूं कि छत्तीसगढ़, देश का पहला राज्य बनाया गया, जिसने किसानों को ब्याज मुक्त ऋण देने की व्यवस्था की थी।
  • राज्य में किसान पहले सिर्फ 150 करोड़ रूपए का ऋण ही लेते थे, लेकिन ब्याज मुक्त ऋण मिलने के बाद धीरे-धीरे परिवर्तन आया आज 3 हजार करोड़ रूपए से अधिक कृषि ऋण किसान उठा रहे हैं।
  •  इससे पता चलता है कि छत्तीसगढ़ में किसानों की अर्थ-व्यवस्था ने कितनी ऊंची छलांग लगाई है। 20 गुना अधिक ऋण लेने से उनके उत्पादन का मूल्य भी कई गुना अधिक बढ़ा है।
  •  धान छत्तीसगढ़ की जान है। इसलिए हमने धान खरीदी की शानदार और पारदर्शी व्यवस्था की है, हमारी ’’किसान हितकारी व्यवस्था’’ की तारीफ पूरे देश में हो रही है।
  • 1 हजार 989 उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी की व्यवस्था है।
  • विगत 13 वर्षों में 6 करोड़ 22 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा गया और किसानों को करीब 64 हजार 730 करोड़ रूपये का भुगतान किया गया।
  •  कृषि लागत कम करने के उपाय, अच्छी फसल, खरीदी की शानदार व्यवस्था आदि के कारण किसानों में समृद्धि बढ़ी है। इसलिए मैं कहता हूं कि किसानों की जिंदगी में सुखद बदलाव आया है।
  •  धमतरी में प्रदेश का पहला ‘किसान-बाजार’ शुरू किया गया है। जिला प्रशासन की पहल पर ऐसी व्यवस्था की गई है, जिसमें उत्पादक और ग्राहक को नजदीक लाया गया है और मध्यस्थ को हटा दिया गया है। इस तरह सब्जी उत्पादक किसानों को अपनी उपज का अच्छा दाम मिल रहा है और नागरिकों को सस्ती और ताजी सब्जी मिल रही है।
  •  ‘किसान-बाजार’ में सब्जी उत्पादकों के सत्यापन, पंजीयन, काउंटर आवंटन, तौल-मशीन आदि की व्यवस्था की गई है। सब्जी की दर एक समिति तय करती है। यहां रोज लगभग डेढ़ टन सब्जी सुबह दो घण्टे में बिक जाती है।
  •  मैं चाहता हूं कि ऐसी व्यवस्था अन्य जिलों में भी हो।
पुरूष उद्घोषक
  •  माननीय मुख्यमंत्री जी, ऐसी कौन सी प्रमुख योजनाएं हैं, जो किसानों की जिंदगी में बड़े बदलाव ला रही हैं ?
मुख्यमंत्री जी
  • छत्तीसगढ़ पहला राज्य है, जिसने 5 एच.पी. के पम्पों तक निःशुल्क विद्युत प्रदाय की सुविधा दी है।
  • प्रति पम्प 7 हजार 5 सौ यूनिट तक निःशुल्क बिजली देने से प्रति किसानों को औसतन 31 हजार रुपये का वार्षिक लाभ मिल रहा है।
  • अनुसूचित जाति/जनजाति के किसानों को प्रति किसान औसतन 50 हजार रुपये का लाभ इस योजना से मिल रहा है।
  • इतना ही नहीं, जहां परंपरागत बिजली देना संभव नहीं, वहां ‘‘सौर सुजला योजना’’ के माध्यम से दो वर्षों में 51 हजार सोलर पम्प देने की योजना शुरू की गई है।
  • इस योजना में 3 लाख से 5 लाख रूपये मूल्य का पम्प किसानों को केवल 7 हजार से 20 हजार रूपये तक में दिया जा रहा है। 12 हजार किसानों को इस योजना का लाभ मिल चुका है।
  •  लघु एवं सीमांत किसानों को स्प्रिंकलर के लिये 11 हजार 800 रूपए तथा अन्य किसानों को 7 हजार 800 रूपए का अनुदान दिया जा रहा है। इसी तरह ’’ड्रिप’’ के लिये भी 40 हजार से 60 हजार रूपए प्रति हेक्टेयर तक अनुदान दिया जा रहा है।
  •  वर्ष 2016-17 में लक्षित 29 हजार हितग्राहियों की संख्या वित्तीय वर्ष 2017-18 में बढ़ाकर 1 लाख से अधिक की गई है।
  • माइक्रो-एरीगेशन के लिए नाबार्ड से 193 करोड़ रूपये  का ऋण लेकर बड़े पैमाने पर सिंचाई सुविधा देने का निर्णय लिया गया है।
  • प्रदेश में सहकारी क्षेत्र में 4 शक्कर कारखाने स्थापित किए गए हैं।     12 हजार से अधिक किसानों को लगभग 33 हजार रूपये औसत की दर से गन्ना बोनस का भुगतान किया गया है।
  • परंपरागत कृषि विकास योजना के अंतर्गत छह जिलों सरगुजा, सूरजपुर, जशपुर नगर, कोण्डागांव, दंतेवाड़ा और कोरबा के गांवों में जैविक प्रमाणीकरण का अभियान चलाया जा रहा है। 9 हजार एकड़ क्षेत्र के    8 हजार से अधिक कृषकों को इसमें शामिल किया गया है।
  • जैविक खेती मिशन में 5 जिले गरियाबंद, नारायणपुर, बीजापुर, सुकमा एवं दंतेवाड़ा तथा 22 जिलों के एक-एक विकासखंड को पूर्ण जैविक बनाने की कार्ययोजना तैयार की गई है।
  • ’पर ड्रॉप मोर क्रॉप’ योजना में 59 करोड़ रूपए की लागत से 4 हजार 860 हेक्टेयर में ’’ड्रिप’’ तथा 23 हजार से अधिक हेक्टेयर में स्पिं्रकलर सिस्टम स्थापित किये गये हैं।
  • ’’राष्ट्रीय कृषि विकास योजना’’ के तहत नदी, नालों के किनारे 29 हजार से अधिक सेलो ट्यूबवेल का खनन किया गया है, साथ ही 15 करोड़ रूपए की लागत से 185 चेक डेम का निर्माण किया गया है।
  • ’’किसान समृद्धि योजना’’ के तहत वर्ष 2016-17 में 5 हजार किसानों के खेतों में 14 करोड़ रूपए की लागत से नलकूप का खनन किया गया है।
  • ’’शाकम्भरी योजना’’ में लघु सीमांत कृषकों को 8 हजार 300 कूप खोद कर दिए गए तथा 1 लाख 86 हजार से अधिक पंप दिए गए।
  • ’’खरीफ क्रांति विस्तार योजना’’ में 4 लाख 76 हजार कृषकों को 108 करोड़ रूपये की लागत से बीज, फसल प्रदर्शन, एकीकृत कीटनाशक, बोरवेल, कृषि यंत्र आदि का लाभ दिया गया है।
  • किसानों को 58 लाख रूपये से अधिक निःशुल्क खसरा एवं नक्शा की प्रतिलिपि दी गई है।
  •  प्रदेश का सिंचित रकबा 22 प्रतिशत से बढ़कर 34 प्रतिशत हो गया है।
  • ’’अभियान लक्ष्य भागीरथी’’ के तहत 106 पुरानी तथा अपूर्ण योजनाओं को पूर्ण करने से 51 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में नवीन सिंचाई क्षमता बनी है।
  • ’’प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना’’ में जल की मांग और उपलब्धता के अंतर को कम करने के लिए जिला तथा राज्य स्तरों पर अलग-अलग सिंचाई योजना तैयार की गई है।‘फास्ट ट्रेक’ प्रगति के लिए राज्य की 3 सिंचाई परियोजनाओं- खारंग, मनियारी और केलो का चयन किया गया है। वर्ष 2019 तक इन योजनाओं में 42 हजार 625 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षमता सृजित होगी।

महिला उद्घोषक
  • माननीय मुख्यमंत्री जी, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने ’किसानों की आय वर्ष 2022 तक दोगुनी’ करने का लक्ष्य रखा है। इसी तरह ’प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना’ को भी किसानों की सुरक्षा की दृष्टि से एक क्रांति माना गया था। इन दोनों योजनाओं को लेकर राज्य सरकार द्वारा क्या कदम उठाए गए हैं ?
मुख्यमंत्री जी
  •  देश में पहली बार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए समयबद्ध कार्यक्रम बनाया गया है। जिसमें जलवायु, मिट्टी, स्थानीय विशेषताओं को ध्यान में रखते हुए, रोड मैप तैयार किया गया है कि किस परिस्थिति में कौन सी फसल लेनी चाहिए।
  • माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने ‘प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना’ शुरू करके जो क्रान्तिकारी पहल की थी, उसका भरपूर लाभ छत्तीसगढ़ के किसानों को मिल रहा है। सूखा पड़ने के अलावा खेतों पर खड़ी या खलिहान में रखी फसल को आग, पानी व अन्य तरह से सुरक्षा देने के लिए भी यह योजना एक वरदान है।
  •  ऋण लेने वाले किसानों के अलावा अऋणी किसान अर्थात् जो किसान कर्ज नहीं लेते और जिसमें भू-धारक तथा बटाईदार भी शामिल हैं, सभी को ’प्रधानमंत्री फसल बीमा’ का लाभ दिया जा रहा है।
  • रदेश में धान सिंचित, धान असिंचित, मक्का, सोयाबीन, मूंगफली, अरहर, मूंग, उड़द, उद्यानिकी फसलों जैसे केला, पपीता, अमरूद, टमाटर, भाटा, मिर्ची, अदरक, पत्तागोभी, फूलगोभी, प्याज आदि को भी बीमा के दायरे में लाया जा चुका है।
  • विगत वर्ष खरीफ तथा रबी फसल को मिलाकर राज्य में 16 लाख से अधिक किसानों को इस योजना का लाभ मिला, जिसके लिए कुल 340 करोड़ रूपये की राशि प्रीमियम के रूप में सरकार द्वारा दी गई, जिसमें केन्द्र और राज्य सरकार की 50-50 प्रतिशत की भागीदारी होती है।
  • वर्ष 2015 के सूखे में किसानों को हुए नुकसान के एवज में 650 करोड़ रूपये के बीमा दावे का भुगतान प्रभावित किसानों को किया गया।
  • इसलिए मैं किसान भाइयों से अपील करता हूं कि ‘प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना’ में भागीदार बनिये और अपनी फसल की सुरक्षा कराइये।
पुरूष उद्घोषक
  • डॉ. साहब, राज्य में किसानों की मदद के लिए अनेक संस्थाएं संचालित की जा रही हैं। हाल ही में आपने ‘किसान-मितान केन्द्र’ खोलने की घोषणा की है। इससे किसानों को क्या लाभ होगा?
मुख्यमंत्री जी
  •  हमने ऐसी अनेक संस्थाएं शुरू की हैं, जो किसानों की हर जरूरत में काम आएं और किसान किसी भी परिस्थिति में अपने आपको अकेला महसूस न करें, उसे भौतिक और मनोवैज्ञानिक दोनों तरीकों से यह लगे कि पूरी सरकार और व्यवस्था उनके साथ खड़ी है।
  • इसलिए हमने एक कृषि विश्वविद्यालय होने के बावजूद, कामधेनु विश्वविद्यालय की स्थापना की, जो पशुपालन में किसानों का मार्गदर्शन करें और उसके अनुरूप शिक्षा का प्रसार करे।
  • अब राज्य में 2 विश्वविद्यालय, 31 कृषि महाविद्यालय, 20 कृषि विज्ञान केन्द्र संचालित किए जा रहे हैं।
  • राज्य में ’’कृषि प्रशिक्षण अकादमी’’ की स्थापना की गई है।
  • 92 विकासखंडों में शहीद वीरनारायण सिंह बहुउद्देशीय कृषक सेवा केन्द्र और 360 कृषक सूचना केन्द्र स्थापित किए गए हैं।
  • किसानों को मिट्टी की जांच की सुविधा देने के लिए 26 स्थायी तथा 174 ’’मिनी मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला’’ की स्थापना की गई है।
  • ’स्वायल हेल्थ कार्ड वितरण’ का भी एक कीर्तिमान बनाया गया है। लक्ष्य से 112 प्रतिशत अधिक अर्थात 43 लाख 38 हजार कार्ड बांटे जा चुके हैं।
  •  उर्वरक/पौध संरक्षण/औषधि/बायोफर्टिलाइजर/जैविक खाद/कृषि यंत्र आदि के परीक्षण और गुण नियंत्रण से संबंधित प्रयोगशालाएं स्थापित की गई हैं।  
  •  बिलासपुर, जगदलपुर एवं अंबिकापुर में ’’नवीन बीज परीक्षण प्रयोगशाला’’  की स्थापना की गई है।
  • प्रत्येक दो गांवों के बीच एक ‘किसान संगवारी’ नामांकित किया गया है। विकासखंड और जिलास्तर पर किसान संगवारियों के सम्मेलन आयोजित करने के निर्देश संभागीय आयुक्त और जिला कलेक्टरों को दिए गए हैं, ताकि हर स्तर पर अपने गांव-घर के निकट किसानों को तत्काल सही सलाह मिल सके।
  • इसी कड़ी में हर जिला मुख्यालय में ‘किसान-मितान केन्द्र’ खोलने का निर्णय लिया गया है ताकि किसानों को एक छत के नीचे उनके लिए जरूरी सारी जानकारी मिल सके। सभी विभागों का मार्गदर्शन और सहयोग मिल सके।
  • इस केन्द्र में राजस्व, कृषि, सहकारिता, ग्रामीण विकास, ऊर्जा, जल संसाधन विभाग, सहकारी बैंक आदि अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। यहां दूरभाष की सुविधा भी दी जाएगी ताकि किसान भाई प्रत्यक्ष रूप से आकर चर्चा कर सकें और यदि वे स्वयं नहीं आ पा रहे हों तो फोन से बात करके समस्या का समाधान कर सकें।
  • राष्ट्रीय स्तर पर ‘ई-नाम’ अर्थात ’’इलेक्ट्रॉनिक राष्ट्रीय कृषि बाजार’’ की व्यवस्था से छत्तीसगढ़ की 14 मंडियों को जोड़ दिया गया है। इससे हमारे गांव गांव में रहने वाले किसान भाइयों को देश की विभिन्न मंडियों में चल रहे, भाव का पता रहता हैं। इससे किसानों को अपनी फसल को सही दाम पर बेचने में मदद मिल रही है।
महिला उद्घोषक
  • डॉ. साहब, एक जुलाई 2017 का दिन, भारत के आर्थिक इतिहास में एक नए अध्याय के रूप में दर्ज हुआ है। ’जी.एस.टी.’ की शुरूआत के साथ देश में अप्रत्यक्ष कर की जो नई प्रणाली का श्रीगणेश हुआ है, उसके सम्बन्ध में छत्तीसगढ़ की क्या तैयारी है और आप इसे किस रूप में देखते हैं?
मुख्यमंत्री जी
  • पहले दुकानदार को अलग-अलग तरह के काम-धंधे में 16 तरह के करों का भुगतान करना पड़ता था, जिसे हटाकर अब सिर्फ एक, जी.एस.टी. का भुगतान करना होगा, जिसके लिए ऑन लाइन व्यवस्था की जा रही है।
  • व्यापारियों को अलग-अलग तरह के कर पटाने और उन सबका हिसाब-किताब रखने के लिए काफी समय देने के कारण, उन्हें बंधन महसूस होती थी, अब इससे राहत मिलेगी।
  •  इसलिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने नई कर प्रणाली को ’’आर्थिक आजादी’’ का नाम दिया है। उन्होंने ’जीएसटी’ को ‘गुड एण्ड सिम्पल टैक्स’ कहा है, जिसका मतलब होता है, ‘अच्छा और सरल कर’।
  • इस तरह से आजादी के बाद लगातार देश में जो करांे का मकड़जाल बिछ गया था, उसे समाप्त कर दिया गया है।
  • यह अर्थ-व्यवस्था को मजबूत बनाने का शंखनाद है। भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने का श्रीगणेश है।
  • ’जीएसटी’ से व्यापारी-व्यवसाइयों को सुविधा होगी साथ ही आम जनता, विशेषकर गरीबों को भी बहुत लाभ होगा।
  • कृषि और घरेलू उपयोग की ज्यादातर वस्तुओं को ’जीएसटी’ से मुक्त रखा गया है।
  •  आम जरूरतों के 80 प्रतिशत सामानों पर मात्र 5 से 18 प्रतिशत के बीच ’जीएसटी’ लगाया गया है। उच्च वर्ग के उपयोग की चीजों पर भी  28 प्रतिशत की दर से ’जीएसटी’ लगाया गया है, जिसकी संख्या भी कम है।
  • छत्तीसगढ़ में तत्काल प्रभाव से हमने ’आरटीओ ’के 16 नाके समाप्त कर दिए हैं, जिससे ’जीएसटी’ की भावना के अनुरूप निर्बाध परिवहन हो सके। ऐसे अनेक लाभ भविष्य में देखने को मिलेंगे।
  • इस तरह ’जीएसटी’ का हम स्वागत सबको मिलकर करना चाहिए।
  • मैं विश्वास दिलाता हूं कि ’जीएसटी’ गांव, गरीब और किसान के हित में है।
पुरूष उद्घोषक
  • श्रोताओं! आपकी प्रतिक्रियाएं हमें आपके पत्र, सोशल मीडिया- फेसबुक, ट्विटर के साथ SMS भी बड़ी संख्या में मिल रही हैं। इसके लिए आप सबको बहुत-बहुत धन्यवाद।
  • आगे भी आप अपने मोबाइल के मेसेज बॉक्स में RKG के बाद स्पेस लेकर अपने विचार लिखकर 7668-500-500 नम्बर पर भेजते रहिए और संदेश के अंत में अपना नाम और पता लिखना ना भूलें।
मुख्यमंत्री जी
  •  मुझे खुशी है कि इस बार बहुत से पत्र और संदेश पौधारोपण को लेकर हैं। मोहन निषाद, विक्रम क्षत्रिय, राधेश्याम साहू आदि ने सलाह दिया है कि वृक्षारोपण की राशि का सदुपयोग होना चाहिए।
  • डिसेन्ट देवांगन ने पीपल का पेड़ लगाने, आरती कांकरिया ने नीम का पेड़ लगाने, निर्मल अवस्थी ने औषधि पौधे लगाने का सुझाव दिया है।
  • लक्ष्मी प्रधान, अरविंद कुमार सिंह, सोनू विश्वकर्मा, नरेश वर्मा, सतीश मिश्रा, माधुरी सिंह, बाबर शेख, विपिन सिंह चंदेल, सुधीर वैश्य आदि ने हरियर छत्तीसगढ़ की सराहना की है और इससे जुड़ने की अपील की है।
  • कमलेश वानखड़े ने तो मुझे ‘पेड़ के जैसे उम्र मिलने की भी शुभकामनाएं’ दी है।
  • आपके सुझाओं से मुझे प्रेरणा मिलती है। आप सभी को धन्यवाद।
  •  इस माह 6 जुलाई को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी का जन्म दिवस  मनाया गया। 19 जुलाई को डॉ. खूबचंद बघेल का तथा 23 जुलाई को अमर शहीद, चन्द्रशेखर आजाद का जन्म दिन है। मैं इन महान विभूतियों को नमन करता हूं, उनका व्यक्तित्व और उनका कृतित्व हमारे लिए प्रेरणा का स्त्रोत है।

महिला उद्घोषक
  • और श्रोताओं, अब बारी है ‘क्विज’ की।
  • चौदहवें ‘क्विज’ का प्रश्न था-
  •  पहला ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ कब मनाया गया ?
  • जिसका सही जवाब है- (A) सन् 2015
  • सबसे जल्दी जिन पांच श्रोताओं ने सही जवाब भेजे हैं, उनके नाम हैं-
1.   श्री कुलेश्वर सिंह ठाकुर, भिलौनी, जिला बेमेतरा
2.  श्री जीवन लाल रजक, लक्षणपुर, जिला बलौदाबजार
3.   श्री सत्येन्द्र साहू, तेलीबांधा, रायपुर
4.   श्री ऋषभ चौहान, दोन्दे खुर्द जिला रायपुर
5.   श्री तेजेन्द्र कुमार साहू, रत्नाबांधा, धमतरी

पुरूष उद्घोषक
  •  और श्रोताओं अब समय है पन्द्रहवें क्विज का, सवाल है-
  •  14 अगस्त 2017 को डॉ. रमन सिंह जी, मुख्यमंत्री के रूप में कितने दिन पूरे कर रहे हैं-
  •  इसका सही जवाब   (A) 4500 दिन
                                          (B)  5000 दिन
  • इनमें से कोई एक है।
  • अपना जवाब देने के लिए, अपने मोबाइल के मैसेज बॉक्स में फ। लिखें और स्पेस देकर । या ठ जो भी आपको सही लगे, वह एक अक्षर लिखकर 7668-500-500 नम्बर पर भेज दें। साथ में अपना नाम और पता अवश्य लिखें।
  • आप सब ‘रमन के गोठ’ सुनते रहिए और अपनी प्रतिक्रियाआंे से हमें अवगत कराते रहिए। इसी के साथ आज के अंक का हम यहीं समापन करते हैं। अगले अंक में 13 अगस्त को होगी आपसे फिर मुलाकात। तब-तक के लिए दीजिए हमें इजाजत। नमस्कार।
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Saturday, 8 July 2017

कैप्शन : मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से आज यहां उनके निवास कार्यालय में राजधानी रायपुर के वरिष्ठ पत्रकारों ने सौजन्य मुलाकात की

रायपुर, 08 जुलाई 2017

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से आज यहां उनके निवास कार्यालय में राजधानी रायपुर के वरिष्ठ पत्रकारों ने सौजन्य मुलाकात की। इनमें सर्वश्री जयशंकर शर्मा ’नीरव’, एम. जोसेफ, आसिफ इकबाल, भरत अग्रवाल और कौशल शर्मा शामिल थे।

मुख्यमंत्री ने किया तीन पुस्तकों का विमोचन

 रायपुर, 08 जुलाई 2017

 मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज शाम यहां अपने निवास परिसर में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. जे.आर. सोनी की तीन पुस्तकों का विमोचन किया। इनमें उपन्यास ’कांछन’, कविता संग्रह ’पलाश खिला है’ और यात्रा संस्मरण ’पिरामिड के देश मिस्त्र’ शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने इन पुस्तकों के प्रकाशन पर साहित्यकार डॉ. सोनी को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने डॉ. सोनी की पुस्तकों की विषय वस्तु को अत्यंत सहज, सरल और सुरूचिपूर्ण बताया। उनके कविता संग्रह ’पलाश खिला है’ के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि इसमें छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति और विशेष रूप से आदिवासी बहुल बस्तर अंचल की संस्कृति का जीवंत चित्रण किया गया है। इसी तरह ’पिरामिड के देश मिस्त्र’ नामक पुस्तक में उन्होंने मिस्त्र की यात्रा और वहां की सांस्कृतिक विशेषताओं पर प्रकाश डाला है। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के अध्यक्ष डॉ. विनय कुमार पाठक, छत्तीसगढ़ विद्यामंडलम के पूर्व अध्यक्ष डॉ. गणेश कौशिक, प्रदेश के वरिष्ठ इतिहासकार डॉ. रमेन्द्र नाथ मिश्रा, छत्तीसगढ़ राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के अध्यक्ष श्री गिरीश पंकज, वरिष्ठ लेखक और पूर्व राज्य निर्वाचन आयुक्त डॉ. सुशील त्रिवेदी, केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय के तकनीकी शब्दावली आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. केशरीलाल वर्मा सहित कई प्रबुद्धजन उपस्थित थे। आभार प्रदर्शन डॉ. सुधीर शर्मा ने किया।
क्रमांक-1502/प्रेमलाल

आज मनाई जाएगी गुरू पूर्णिमा : मुख्यमंत्री ने जनता को दी गुरू पूर्णिमा की बधाई

रायपुर, 08 जुलाई 2017
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने जनता को आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा के दिन कल 09 जुलाई को गुरू पूर्णिमा की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। डॉ. सिंह ने गुरूपूर्णिमा की पूर्व संध्या पर आज यहां जारी शुभकामना संदेश में कहा है कि हमारी भारतीय संस्कृति में गुरू अथवा शिक्षकों का हमेशा से सम्मानजनक स्थान रहा है। मनुष्य को अज्ञानता के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाने वाले व्यक्ति को ही हमारी प्राचीन और गौरवशाली संस्कृति में गुरू के रूप में आदर और सम्मान दिया जाता है। डॉ. रमन सिंह ने कहा-प्राचीनकाल में भारत को विश्व गुरू का सम्मानजनक स्थान हमारे देश के तपस्वी शिक्षकों और ऋषि-महर्षियों के योगदान से प्राप्त हुआ था। आज भी देश के शिक्षक अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को समझकर भारत को एक बार फिर विश्व गुरू के रूप में नई पहचान दिला सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा-महाभारत, श्रीमद भागवत और 18 पुरानों तथा 108 उपनिषदों के रचनाकार महर्षि वेदब्यास की जयंती पर गुरूपूर्णिमा का यह गौरवशाली पर्व गुरूओं के सम्मान प्रकट करने का एक पवित्र अवसर है। डॉ. रमन सिंह ने इस मौके पर समाज और राष्ट्र के निर्माण में शिक्षकों की गंभीर निर्णायक भूमिका का उल्लेख किया है और उनके प्रति अपनी शुभेच्छा प्रकट की है। 
क्रमांक-1500/स्वराज्य

केन्द्रीय वित्त मंत्री का दौरा कार्यक्रम

रायपुर, 08 जुलाई 2017
 केन्द्रीय वित्त एवं रक्षा मंत्री श्री अरूण जेटली रविवार 09 जुलाई को रायपुर आएंगे। श्री जेटली सवेरे 9 बजे वायुयान द्वारा नई दिल्ली से प्रस्थान कर 10.30 बजे रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पहुंचेंगे और 11 बजे से मुख्यमंत्री निवास पर श्री रामनाथ कोविंद के साथ विधायकों और सांसदों की बैठक लेंगे। श्री जेटली दोपहर 1.50 बजे मुख्यमंत्री निवास से प्रस्थान कर दो बजे होटल बेबीलोन इंटरनेशनल एयरपोर्ट रोड पहुंचेंगे और वहां जीएसटी पर आयोजित कार्यशाला में शामिल होंगे। केन्द्रीय वित्त मंत्री अपरान्ह 3.05 बजे होटल बेबीलोन से प्रस्थान कर 3.20 बजे स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पहुंचेंगे और 3.30 बजे रायपुर से नई दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे।  
क्रमांक-1499/कुशराम

जीएसटी पर आज रायपुर में एक दिवसीय कार्यशाला : केन्द्रीय वित्त मंत्री श्री जेटली होंगे मुख्य अतिथि : मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होगा कार्यक्रम

रायपुर, 08 जुलाई 2017
 केन्द्रीय वित्त और रक्षा मंत्री श्री अरूण जेटली कल रविवार 09 जुलाई को यहां जीएसटी पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह करेंगे। प्रदेश के वाणिज्यिक-कर मंत्री श्री अमर अग्रवाल इसमें विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे। राज्य सरकार के वाणिज्यिक-कर-जीएसटी विभाग द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन माना विमानतल मार्ग स्थित होटल बेबीलोन इंटरनेशनल में किया जा रहा है। कार्यशाला में सवेरे 10.30 से 12.30 बजे तक जीएसटी के महत्वपूर्ण विषयों जैसे पंजीयन, कम्पोजिशन, ट्रांजिशन, इनवाईस तथा सर्विस टैक्स के बारे में प्रस्तुतिकरण, सामूहिक चर्चा और प्रश्नोत्तर का सत्र होगा। दोपहर लंच के बाद 1.45 बजे केन्द्रीय वित्त मंत्री श्री जेटली और मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का स्वागत होगा। प्रदेश के वाणिज्यिक-कर मंत्री श्री अमर अग्रवाल दोपहर 1.50 बजे और मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह दोपहर दो बजे अपना उदबोधन देंगे। केन्द्रीय वित्त मंत्री श्री अरूण जेटली दोपहर 2.20 बजे से तीन बजे तक कार्यशाला को सम्बोधित करेंगे।
क्रमांक-1498/स्वराज्य

पर्यटन को बढ़ावा देने सभी प्रयास जारी: श्री दयाल दास बघेल : पर्यटन मंत्री ने बाईक चलाकर बढा़या युवाओं का उत्साह

रायपुर, 08 जुलाई 2017

पर्यटन मंत्री श्री दयाल दास बघेल ने कहा है कि राज्य में पर्यटन की असीम संभावनाएं है। शासन द्वारा सभी के सहयोग से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक प्रयास किए जा रहे हैं। श्री बघेल ने आज यहां मंहत घासीदास संग्रहालय परिसर में छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल के सूचना केन्द्र से बाईक रैली शुरू होने से पहले कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि राज्य के चार जलाशयों- गंगरेल बांध, कोडार बांध, समोदा बैराज और हसदेव बांगो बांध में वाटर स्पोट्स और साहसिक खेल गतिविधियां बढ़ाई जा रही है। श्री बघेल ने इस अवसर पर कहा कि राज्य में युवाओं को एडवेंचर पर्यटन के क्षेत्र में युवाओं को आकर्षित करने के लिए रायपुर से सरोदा दादर (चिल्फी घाटी) व्हाया रानीधारा तक बुलेट बाईक रैली का आयोजन किया गया है। इसका आयोजन छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल द्वारा सिक्सथ गियर राइडर क्लब रायपुर के सहयोग से किया गया है। इस बाईक रैली में 45 युवा भाग ले रहे है।
    छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल के उपाध्यक्ष श्री केदार नाथ गुप्ता ने झण्डी दिखा कर बाईक रैली का शुभारंभ किया। पर्यटन मंत्री श्री बघेल ने युवाओं केे साथ स्वयं बाईक चलाकर उनका उत्साह बढ़ाया। श्री बघेल ने घासीदास संग्रहालय परिसर से शंकर नगर अंवती बाई चौक तक बाईक चालायी और यहां से रैली को सरोदा दादर चिल्फी घाटी के लिए रवाना किया। रैली के शुभारंभ स्थल पर पर्यटन मण्डल के सदस्य श्री मोहन उपारकर, श्री प्रताप पारख, मण्डल के प्रबंध संचालक श्री एम.टी. नंदी सहित मण्डल के अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
क्रमांक-1497/चौधरी

नवगांव जलाशय योजना के लिए 24.28 करोड़ रूपए मंजूर

रायपुर, 08 जुलाई 2017
राज्य शासन द्वारा राजनांदगांव जिले के खैरागढ़ विकासखण्ड में नवगांव जलाशय योजना के शीर्ष कार्य, मुख्य नहर, शाखा नहरों की मरम्मत और लाईनिंग कार्य के लिए 24 करोड़ 28 लाख रूपए मंजूर किए गए हैं। मरम्मत और लाईनिंग के बाद इस योजना से 268 हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई सुविधा मिलेगी और इसका पूर्ण रूपांकित क्षेत्र 1582 हेक्टेयर क्षेत्र हो जाएगा। जल संसाधन विभाग ने इसकी प्रशासकीय स्वीकृति का आदेश यहां मंत्रालय (महानदी भवन) से जारी कर दिया है। 
क्रमांक-1495/काशी

राजाढार जलाशय और भोरमदेव सकरी फीडर नहर विस्तार के लिए 7.65 करोड़ रूपए स्वीकृत

रायपुर, 08 जुलाई 2017
राज्य शासन द्वारा कबीरधाम जिले के बोड़ला  विकासखण्ड में राजाढार जलाशय और भोरमदेव सकरी फीडर नहर विस्तार के लिए सात करोड़ 65 लाख रूपए से अधिक राशि की स्वीकृति प्रदान की गई है। इनमें जलाशय निर्माण के लिए चार करोड़ 38 लाख 60 हजार रूपए और नहर विस्तार के लिए तीन करोड़ 26 लाख 81 हजार रूपए शामिल है। जल संसाधन विभाग ने इस आशय के आदेश यहां मंत्रालय से जारी कर दिया है। जलाशय निर्माण से 150 हेक्टेयर क्षेत्र में और नहर विस्तार से 770 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ मौसम में सिंचाई सुविधा मिल सकेगी। 
क्रमांक-1496/काशी

कृषि वैज्ञानिकों ने दी किसानों को सलाह

रायपुर, 08 जुलाई 2017
कृषि वैज्ञानिकों ने धान की थरहा नर्सरी में खरपतवार नियंत्रण के लिए जरूरी सुझाव दिए हैं। उन्होंने आज यहां जारी विशेष कृषि बुलेटिन में कहा है कि थरहा धान में अक्सर सकरी पत्ते और चौड़ी पत्ते वाले खरपतवार उगते हैं। इन खरपतवारों के नियंत्रण के लिए थरहा डालने के तीन से सात दिन के भीतर ब्यूटाक्लोर तीन लीटर दवा और 500 लीटर पानी मिलाकर प्रति हेक्टेयर छिड़काव करना चाहिए।
    कृषि वैज्ञानिकों ने कहा है कि हल्की जमीनों में 100 से 115 दिनों में पकने वाली किस्में-दंतेश्वरी, पूर्णिमा, इंदिरा, बारानी धान-1, अनंदा, समलेश्वरी, एमटीयू-1010 और आईआर-36 की बोआई करनी चाहिए। यदि किसानों के पास इन किस्मों के प्रमाणित बीज उपलब्ध नहीं है, तो वे अपने पास उपलब्ध इन किस्मों के बीजों को 17 प्रतिशत नमक के घोल एवं बाविस्टीन से उपचार कर बोनी कर सकते हैं। कतार बोनी धान में बोआई के तीन दिन के अंदर अंकुरण के पूर्व निंदा नाशक पेंडीमेथेलिन 1.25 लीटर तथा 500 लीटर पानी का घोल बनाकर प्रति हेक्टेयर खेत में छिड़काव करने की सलाह दी गई। कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को शीघ्र एवं मध्यम अवधि की धान किस्मों की कतार बोनी करने का सुझाव दिया है। उन्होंने कहा है कि इन किस्मों की कतार बोनी करने से बियासी की जरूरत नहीं पड़ती और धान 10 से 15 दिन पहले पक जाता है।
    कृषि वैज्ञानिकों ने बताया है कि सोयाबीन में खरपतवार नियंत्रण के लिए बीजों के अंकुरण के पहले क्यूजोलाफाप-पी-एथिल, इमेजाथाइपर या पेन्डीमेथिलिन या मैट्रीबुजिन का छिड़काव अनुशंसित मात्रा में किया जाना चाहिए। उकठा बीमारी से ग्रसित क्षेत्रों में अरहर के साथ ज्वार की मिलवा खेती करने से अरहर में उकठा का रोग कम लगता है। 
क्रमांक-1494/राजेश

हमर छत्तीसगढ़ योजना : जनता की सेवा ही जनप्रतिनिधि का धर्म – श्री तोखन साहू : संसदीय सचिव श्री साहू मिले पंचायत प्रतिनिधियों से

रायपुर. 08 जुलाई 2017

 कृषि एवं जल संसाधन विभाग के संसदीय सचिव तथा लोरमी के विधायक श्री तोखन साहू ने यहां हमर छत्तीसगढ़ योजना में अध्ययन भ्रमण पर आए मुंगेली जिले के पंचायत प्रतिनिधियों से मुलाकात की। मुंगेली जिले की विभिन्न पंचायतों से लगभग 150 पंच-सरपंच दो दिनों के अध्ययन भ्रमण पर रायपुर आए हुए हैं। संसदीय सचिव श्री साहू ने योजना के आवासीय परिसर नया रायपुर के उपरवारा स्थित होटल प्रबंधन संस्थान में उनसे मुलाकात की और संबोधित किया।

अपने संबोधन में श्री साहू ने कहा कि आगामी दो दिनों में आप लोगों को छत्तीसगढ़ का विकास एवं उपलब्धियां देखने का मौका मिलेगा। जनप्रतिनिधि जनता के विश्वास से ही आगे बढ़ता है। जनता की सेवा ही उनका धर्म होता है। संसदीय सचिव श्री साहू ने अपने स्वयं के जीवन के प्रसंग का जिक्र करते हुए कहा कि 1994 में जब तत्कालीन मध्यप्रदेश में पहली बार त्रिस्तरीय पंचायतीराज व्यवस्था लागू हुई थी तो उन्होंने भी पहली बार चुनाव लड़ा था और पंच बने थे। आप सब के सहयोग से आज मैं यहां तक पहुंचा हूं।
संसदीय सचिव श्री तोखन साहू ने पंच-सरपंचों से कहा कि अध्ययन भ्रमण के दौरान आप जो कुछ देखेंगे, सीखेंगे, उसका उपयोग भविष्य में गांव के विकास के लिए करें, जिससे बेहतर व्यवस्थाएं हो सकें। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से अपील की कि वे आम जनता के सुख-सुविधाओं का ख्याल रखें। यदि कोई ग्रामीण शासन की किसी योजना का लाभ लेने का पात्र है, तो उसे जरूर लाभ दिलाएं। अपर विकास आयुक्त एवं हमर छत्तीसगढ़ योजना के नोडल अधिकारी श्री सुभाष मिश्रा ने श्री साहू को योजना के तहत वर्तमान में जनप्रतिनिधियों के लिए संचालित कार्यक्रमों और प्रशिक्षण की जानकारी दी।  
क्रमांक-.1501/कमलेश

Friday, 7 July 2017

आकाशवाणी से 09 जुलाई को ’रमन के गोठ’ की 23वीं कड़ी का प्रसारण

रायपुर, 07 जुलाई 2017
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की मासिक रेडियोवार्ता ’रमन के गोठ’ की 23वीं कड़ी का प्रसारण रविवार 09 जुलाई को सवेरे 10.45 बजे से 11.05 बजे तक आकाशवाणी के रायपुर केन्द्र से किया जाएगा। राज्य में स्थित आकाशवाणी के सभी केन्द्र इस कार्यक्रम को एक साथ रिले करेंगे। इसके अलावा दूरदर्शन के रायपुर केन्द्र द्वारा अगले दिन सोमवार 10 जुलाई को अपरान्ह 3.30 बजे से 3.50 बजे तक रमन के गोठ का प्रसारण किया जाएगा। विभिन्न प्राईवेट टेलीविजन समाचार चैनलों से भी रविवार 9 जुलाई को इस कार्यक्रम का प्रसारण होगा।
क्रमांक-1493/स्वराज्य

मनरेगा में मिला राष्ट्रीय पुरस्कार : मुख्यमंत्री ने ग्राम पंचायत टेमरी को दी बधाई

रायपुर, 07 जुलाई 2017

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज रात यहां अपने निवास कार्यालय में दुर्ग जिले के ग्राम टेमरी (विकासखण्ड-पाटन) से आए प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात की। उन्होंने मनरेगा के तहत ग्राम पंचायत टेमरी को राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर वहां के पंचायत प्रतिनिधियों और ग्रामीणों को बधाई दी। पूर्व संसदीय सचिव श्री विजय बघेल के नेतृत्व में आए प्रतिनिधि मंडल में जनपद पंचायत पाटन के उपाध्यक्ष श्री खेमलाल देशलहरा, ग्राम पंचायत टेमरी की सरपंच श्रीमती चंद्रिका देशलहरा और टेमरी पंचायत के अनेक पंच तथा कई ग्रामीण शामिल थे। उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा ग्राम पंचायत टेमरी को पिछले महीने की 19 तारीख को नई दिल्ली में आयोजित समारोह में इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। केन्द्रीय पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर के हाथों अपनी ग्राम पंचायत के लिए यह पुरस्कार सरपंच श्रीमती चंद्रिका देशलहरा ने ग्रहण किया था। यह पुरस्कार वर्ष 2015-16 की अवधि में टेमरी ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत हुए सराहनीय विकास कार्यों के लिए प्रदान किया गया। खारून नदी के किनारे इस ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत 100 कार्य दिवस पूर्ण करने वाले परिवारों की संख्या 189 है। ग्राम पंचायत में वर्ष 2015-16 में 270 परिवारों को मनरेगा के तहत 36 हजार 253 दिनों का रोजगार दिया गया। इनमें से 19 हजार से अधिक मानव दिवस का रोजगार महिलाओं को मिला। स्वच्छ भारत अभियान के तहत इस ग्राम पंचायत के 270 घरों में से 261 घरों में शौचालयों का निर्माण किया जा चुका है।
क्रमांक-1492/सचिन

हर जिले में खनिज न्यास गठित करने वाला छत्तीसगढ़ पहला राज्य: डॉ. रमन सिंह : मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में डीएमएफ की समीक्षा बैठक

कोरबा, रायगढ़ और दंतेवाड़ा जिलों के लिए विशेष 
कार्ययोजना बनाने के निर्देश

सभी जिलों में सितम्बर 2018 तक ढाई हजार करोड़ के 
विकास कार्यो का लक्ष्य
रायपुर, 07 जुलाई 2017


 मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में आज यहां मंत्रालय (महानदी भवन) में जिला खनिज संस्थान न्यास (डीएमएफ) की बैठक आयोजित की गयी। डॉ. सिंह ने डीएमएफ की राशि से राज्य के विभिन्न जिलों में हो रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि छत्तीसगढ़ के सभी 27 जिलों में जिला खनिज संस्थान न्यास का गठन हो गया है और ऐसा करने वाला छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है। मुख्यमंत्री ने कहा- प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार द्वारा देश के सभी राज्यों में खनिज उत्पादन की एक निश्चित राशि राज्य के संबंधित खनिज उत्पादक जिलों के विकास के लिए देने का प्रावधान किया गया है। इस राशि से जिलों में स्थानीय महत्व के अनेक जरूरी विकास कार्य हो सकते हैं। छत्तीसगढ़ के कई जिलों में इस दिशा में बेहतरी कार्य हो रहे हैं। केन्द्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना देश में लागू की गयी है। इसके अन्तर्गत छत्तीसगढ़ जिला खनिज न्यास नियम 2015 लागू किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा- प्रत्येक जिले में खनिज संस्थान न्यास की राशि इस योजना के नियमों और दिशा-निर्देशों के अनुरूप खर्च की जाए। सभी जिलांे में खनिज संस्थान न्यास जनवरी 2015 से अस्तित्व में आ गए हैं। बैठक में मुख्य सचिव श्री विवेक ढांड, खनिज साधन विभाग के सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह और संचालक श्रीमती अलरमेल मंगई डी सहित अन्य संबंधित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। खनिज साधन विभाग के सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह ने बैठक में जिला खनिज न्यास संस्थान की गतिविधियों का प्रस्तुतिकरण दिया। 
मुख्यमंत्री ने खनिज न्यास मद में 50 करोड़ रूपए से अधिक राजस्व प्राप्त होने वाले जिलों के विकास के लिए विशेष पंचवर्षीय कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। इसके लिए खनिज संसाधन की दृष्टि से तीन बड़े जिलों- रायगढ़, कोरबा और दक्षिण बस्तर (दंतेवाड़ा) को चिन्हित करने और वहां सड़क, बायपास मार्ग, फ्लाई ओव्हर और आवास तथा भवन आदि का निर्माण कर मजबूत अधोसंरचना विकसित करने के लिए निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इस निधि से रायगढ़ शहर के चारों ओर बायपास मार्ग का निर्माण, कोरबा में झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों के लिए आवास निर्माण और दंतेवाड़ा में सड़क तथा अन्य भवन निर्माण जैसे विकास कार्यो को प्राथमिकता से शामिल करने के निर्देश दिए। राज्य में जिला खनिज न्यास निधि के अंतर्गत सितम्बर 2018 तक दो हजार 500 करोड़ रूपए की राशि से खनिज धारित क्षेत्रों में विकास का लक्ष्य है।
बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने जिला खनिज न्यास निधि में जिलों को प्राप्त हो रहे राजस्व राशि के अनुरूप विकास कार्यो को शीघ्रता से स्वीकृत करने के निर्देश दिए। उन्होंने इस निधि से प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत हितग्राहियों को अधिक से अधिक लाभान्वित करने हेतु राशि प्रावधान करने के निर्देश दिए। बैठक में सचिव खनिज श्री सुबोध सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री उज्जलवा योजना के तहत चालू वित्तीय वर्ष 2017-18 में राज्य में 15 लाख महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है। इनमें न्यास निधि से 81 करोड़ रूपए की राशि देने का प्रावधान रखा गया है। इसके लिए अब तक 62 करोड़ रूपए की राशि दी जा चुकी है। 
प्रस्तुतिकरण में श्री सुबोध कुमार सिंह ने बताया कि खनिज परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गावों को आदर्श ग्राम के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस निधि के तहत वर्तमान में आठ जिलों के 43 गावों को आदर्श ग्राम बनाने के लिए 45 करोड़ 52 लाख रूपए की राशि के कार्य संचालित किए जा रहे है। इनमें कोरबा जिलें में 12 ग्राम, बिलासपुर जिलें में 10 ग्राम, रायगढ़ जिलें में छह ग्राम, दक्षिण बस्तर (दंतेवाड़ा) जिलें में पांच ग्राम, सूरजपुर, बालोद एवं जांजगीर-चांपा जिले में तीन-तीन ग्राम तथा कोरिया जिलें में एक ग्राम शामिल है। इनमें से प्रत्येक ग्राम में अगले दो-तीन वर्ष में पांच करोड़ रूपए के विकास कार्य किए जाएंगे। इन कार्यो में प्रमुख रूप से आजीविका विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल सहित अधोसंरचना और सामाजिक विकास कार्य को लिया गया है।  

क्रमांक-1486/स्वराज्य/प्रेमलाल

रायपुर : अल्प संख्यक समुदायों के विद्यार्थियों से छात्रवृत्ति के लिए आवेदन आमंत्रित

रायपुर, 07 जुलाई 2017

भारत सरकार अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय (मुस्लिम, इसाई, सिक्ख, बौद्ध, जैन एवं पारसी) के ऐसे छात्र जिन्होंने पिछले वर्ष की परीक्षा में पचास प्रतिशत अंक प्राप्त किये हैं, उन्हें पात्रतानुसार प्री मैट्रिक, पोस्ट मैट्रिक और मेरिट कम -मिन्स छात्रवृत्ति दी जाती है। आवेदक नवीन छात्रवृत्ति एवं छात्रवृत्ति के नवीनीकरण के लिए ओवदन कर सकते हैं। 
छत्तीसगढ़ राज्य के अल्पसंख्यक आयोग से प्राप्त जानकारी के अनुूसार प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए छात्र के अभिभावक की वार्षिक आमदनी एक लाख रूपये, पोस्ट मेट्रिक छात्रवृत्ति के लिए दो लाख रूपये और मेरिट-कम-मिन्स छात्रवृत्ति के लए अभिभावकों की आमदनी दो लाख पचास हाजर रूपये वार्षिक निर्धारित की गई है। नवीन छात्रवृत्ति के लिए आवेदक 31 अगस्त 2017 तक और छात्रवृत्ति नवीनीकरण के लए 31 अगस्त 2017 तक आवेदन कर सकेंगे। 
अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति वर्ष 2017-18 हेतु छात्र आन लाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए अल्प संख्यक कार्य मंत्रालय नई दिल्ली की वेबसाईट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू स्कालरशिप डॉट जीओवी डॉट इन (www. Scholasrships.gov.in) के होम पेज पर FAQs  (एफएक्यूएस)    मे आवेदन पत्र दिया गया है। नवीन छात्रवृत्ति का लक्ष्य निर्धारित है। अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति के संबंध में और अधिक जानकारी के लिए छात्र छत्तीसगढ़ राज्य अल्पसंख्यक आयोग के कार्यालय पुराना नर्सेस हॉस्टल डीकेएस भवन के पीछे रायपुर से सम्पर्क कर सकते हैं। आयोग का ईमेल आईडी (सी.जी. मायनॉरिटि एट द रेट जी मेल डॉट काम) पर भी सम्पर्क किया जा सकता है।  

क्रमांक-1490/चौधरी

रायपुर : प्रदेश के प्रमुख सिंचाई जलाशयों में औसत रूप से 44 प्रतिशत जल भराव : पिछले साल की तुलना में 18 प्रतिशत अधिक पानी भरा

रायपुर, 07 जुलाई 2017

पिछले दिनों प्रदेशभर में हुई मानसून की पहली बारिश के फलस्वरूप राज्य के प्रमुख सिंचाई जलाशयों में औसत रूप से 44. 12 प्रतिशत जल भराव हो गया है। बीते वर्ष की तुलना में आज की स्थिति में इन जलाशयों में औसत 18.20 प्रतिशत अधिक जल भराव है। वर्ष 2016 में 7 जुलाई को औसतन 25.92 प्रतिशत पानी भरा था। इन जलाशयों की जलभराव क्षमता 6 हजार 267 मिलियन घन मीटर है। इस क्षमता के विरूद्ध 37 जलाशयों में लगभग दो हजार 765 मिलियन घन मीटर पानी का भराव हो गया है। जल संसाधन विभाग के स्टेट डाटा सेंटर की रिपोर्ट के अनुसार आज सुबह तक कबीरधाम जिले के सुतियापाट जलाशय सबसे अधिक 93.72 प्रतिशत भर गया है। 
प्रदेश के सबसे बड़े सिंचाई जलाशय मिनीमाता बांगो बांध 62.68 प्रतिशत, रविशंकर जलाशय (गंगरेल बांध) 17.76 प्रतिशत, तांदुला जलाशय 13.15 प्रतिशत, दुधावा जलाशय 44.09 प्रतिशत, सिकासेर जलाशय 41.36 प्रतिशत, खारंग जलाशय 18.30 प्रतिशत, सोढूंर जलाशय 26.82 प्रतिशत, माड़मसिल्ली जलाशय 57.53 प्रतिशत, कोडार जलाशय 24.94 प्रतिशत, मनियारी जलाशय 62.21 प्रतिशत, खरखरा जलाशय 11.88 प्रतिशत, गोंदली जलाशय 31.77 प्रतिशत, कोसारटेडा जलाशय 44.35 प्रतिशत, परालकोट जलाशय 2.90 प्रतिशत, छिरपानी जलाशय 58.89 प्रतिशत, पिपरियानाला जलाशय 77.81 प्रतिशत, बल्लार जलाशय 8.82 प्रतिशत तथा मोंगरा बैराज जलाशय 22.22 प्रतिशत भरा है। 
इसी प्रकार मरोदा जलाशय में क्षमता का 60.58 प्रतिशत, सरोदा जलाशय में 25.87 प्रतिशत, घोंघा जलाशय में 28.72 प्रतिशत, मटियामोती जलाशय में 4.49 प्रतिशत, खम्हारपाकुट जलाशय में 35.11 प्रतिशत, केशवा जलाशय में 3.03 प्रतिशत, कर्रानाला जलाशय में 49.92 प्रतिशत, केदारनाला जलाशय में 5.99 प्रतिशत, किनकारीनाला जलाशय में 2.27 प्रतिशत, बेहारखार जलाशय में 57.84 प्रतिशत, खपरी जलाशय में 31.51 प्रतिशत, बरनई जलाशय में 53 प्रतिशत, पेंड्रावन जलाशय में 15.36 प्रतिशत, रूसे जलाशय में 48.47 प्रतिशत, पुटकानाला जलाशय में 4.51 प्रतिशत, मयाना जलाशय में 5.98 प्रतिशत तथा धारा जलाशय में क्षमता का 24.21 प्रतिशत जल भराव हो गया है। 

क्रमांक-1487/राजेश

केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री अहलुवालिया 11 जुलाई को रायपुर आएंगे : जीएसटी पर आयोजित कार्यक्रम में होंगे शामिल

रायपुर, 07 जुलाई 2017
केन्द्रीय कृषि, कृषक कल्याण एवं संसदीय कार्य राज्यमंत्री श्री एस.एस. अहलुवालिया 11 जुलाई को रायपुर आएंगे। श्री अहलुवालिया यहां समता कॉलोनी स्थित महाराजा अग्रसेन अंतर्राष्ट्रीय महाविद्यालय के सभाकक्ष में केन्द्रीय वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) पर आयोजित विचार-विमर्श कार्यक्रम में भाग लेंगे। यह कार्यक्रम सवेरे 10.30 बजे से शुरू होगा। कार्यक्रम का आयोजन आयुक्त, केंद्रीय वस्तु एवं सेवाकर एवं केंद्रीय उत्पाद शुल्क, रायपुर द्वारा किया गया है।
इस विचार-विमर्श कार्यक्रम में केन्द्रीय वस्तु एवं सेवाकर एवं केंद्रीय उत्पाद शुल्क रायपुर के आयुक्त श्री विनोद कुमार सक्सेना, छत्तीसगढ़ की वाणिज्यिक-कर आयुक्त श्रीमती पी.संगीता सहित केन्द्र एवं राज्य शासन के अधिकारी, व्यापार एवं उद्योग जगत के प्रतिनिधि और स्टेकहोल्डर्स भाग लेंगे । इस कार्यक्रम में वस्तु एवं सेवाकर प्रणाली की भारतीय अर्थव्यवस्था में उपयोगिता एवं महत्व पर विशेष रूप से चर्चा की जाएगी । 
क्रमांक-1491/कुशराम

रायपुर : एच.आई.वी. संक्रमित 289 लोगों को कौशल प्रशिक्षण

        रायपुर, 07 जुलाई 2017
राज्य सरकार एच.आई.वी. एड्स संक्रमित लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अभिनव पहल कर रही है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण समिति द्वारा अन्य विभागीय योजनाओं से समन्वय कर संक्रमितों को क्षमता के अनुकुल कौशल प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रदेश के 289 एचआईवी संक्रमित  लोगों को कौशल प्रशिक्षण दिया जा चुका है। योजना के तहत सिलाई, कम्प्यूटर, कारपेंटर, ब्यूटी पार्लर इत्यादि में से अपनी रूचि एवं  क्षमता के अनुरूप प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री श्री अजय चन्द्राकर ने विगत दिनों समीक्षा बैठक के दौरान  अधिकारियों को एच.आई.वी. संक्रमित लोगों के आजीविका के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए थे।
    स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक श्री आरः प्रसन्ना ने आज यहां बताया कि राज्य शहरी आजीविका मिशन के तहत सितंबर, 2016 से एच.आई. वी. संक्रमित लोगों को उनकी क्षमता अनुरूप कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि संक्रमित व्यक्ति एआरटी (एन्टीरिट्रो वायरल) केन्द्र पर अपना पंजीयन कार्ड की छायाप्रति और शैक्षणिक योग्यता आदि प्रमाण पत्र जमा कर योजना का लाभ ले सकते है।

क्रमांक-1488/ओम

Raipur : 289 H.I.V. infected persons given skills' up-gradation training

        Raipur, 07 July 2017 
 
 The State Government had taken several steps to make H.I.V. infected patients self-dependent. Health and Family Welfare Department and other various departments had been working in co-ordination to impart training in various trades according to their abilities. About 289 H.I.V. infected patients had been imparted training in sewing, computers, carpentry, beauty parlour and other trades. It may be mentioned here that Health and Family Welfare Minister Mr. Ajay Chandrakar had instructed the officials to give training to H.I.V. infected persons to make them self-dependent. Director of National Health Mission Mr. R.Prasanna today said that since September 2016 the State had been imparting training to H.I.V. persons and employing them according to their skills and areas of interest.    

1488/Om/Pradeep 

रायपुर : तृतीय लिंग और एच.आई.वी.संक्रमितों को छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के मकानों में 0.2 प्रतिशत का आरक्षण

   रायपुर, 07 जुलाई 2017
 
राज्य सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ गृह निर्माण के मकानों में  तृतीय लिंग समुदाय और एर्च.आइ.वी. संक्रमित वर्ग लिए 0.2 प्रतिशत मकान आरक्षित करने करने का निर्णय लिया। छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल द्वारा इस आशय का आदेश जारी किया जा चुका है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि एच.आई.वी. संक्रमित व्यक्ति एआरटी केन्द्र में पंजीयन कार्ड, आय प्रमाण-पत्र/ बीपीएल कार्ड, निवास प्रमाण पत्र सहित आवेदन पत्र छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के कार्यालय में जमा कर योजना का लाभ ले सकते हैं। आवासीय योजना अंतर्गत राज्य के किसी भी शहर में निर्मित आवास विभिन्न वर्गों के साथ-साथ इनकों भी आरक्षण का लाभ दिया जा रहा है । अधिक जानकारी के लिए गृह निर्माण मंडल के वेबसाईट cghb.gov.in में देखा जा सकता है ।

क्रमांक-1489/ओम

Raipur : 0.2 per cent quotas for trans-genders and H.I.V. infected patients in Chhattisgarh Housing Board quarters

   Raipur, 07 July 2017 

The State Government has decided to provide 0.2 per cent reservation in the Chhattisgarh Housing Board quarters for trans-genders and H.I.V. infected patients. A circular to this effect has been issued to this effect by the Board. The Health department officials today said that they can avail the facility by submitting Income Certificate, BPL card, Domicile certificate at the Housing Board office.

 1489/Om/Pradeep

रायपुर : जैव उत्पाद ‘डिकम्पोजर’ फसलों में पोषक तत्व बढ़ाने में उपयोगी : कृषि अपशिष्ट अपघटक एवं जैविक खेती विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न

रायपुर, 07 जुलाई 2017


जैव उत्पाद ‘डिकम्पोजर’ सभी प्रकार की फसलों में पोषक तत्व बढ़ाने एवं कीट व्याधि नियंत्रण के लिए उपयोगी होता है। यह उत्पाद देशी गाय के गोबर से बनाया जाता है। राज्य कृषि प्रबंधन एवं विस्तार प्रशिक्षण संस्थान के सभाकक्ष में ‘कृषि अपशिष्ट अपघटक एवं जैविक खेती’ विषय पर आयोजित एक दिवसीय परिचर्चा सह कार्यशाला में विशेषज्ञों ने किसानों के लिए यह उपयोगी जानकारी दी। 
राज्य शासन के कृषि विभाग के अपर मुख्य सचिव एवं कृषि उत्पादन आयुक्त श्री अजय सिंह ने कार्यशाला में खेती-किसानी के लिए बहु उपयोगी जैविक दवा डिकम्पोजर का उपयोग करने के लिए किसानों को जागरूक करने हर संभव प्रयास करने की बात कही। उन्होंने कहा कि इससे खेती-किसानी की लागत में कमी लाने के साथ-साथ किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को पाने में सफलता मिली है। राष्ट्रीय जैविक कृषि केंद्र गाजियाबाद के निदेशक डॉ. कृष्णचंद्र ने आधुनिक खेती में फसल अपशिष्ट के प्रबंधन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए वेस्ट डिकम्पोजर के उपयोग एवं महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किसानांे द्वारा धान पैरा को खेतों में ही जला दिया जाता है। इससे मिट्टी के सूक्ष्म जीव नष्ट हो जाते हैं। पर्यावरण को नुकसान भी पहुंचता है। डॉ. कृष्णचंद्र ने बताया कि पैरा को सड़ाने के लिए डिकम्पोजर का उपयोग करना बेहद लाभदायक होता है। डिकम्पोजर को हल्की सिंचाई किए जैसे पैरा में छिड़कना चाहिए। इससे 40-45 दिन के अंदर पैरा सड़ जाता है और बाद में उत्तम किस्म का खाद बन जाता है। उन्होंने बताया कि डिकम्पोजर के एक शीशी मात्रा को 200 लीटर पानी एवं दो किलोग्राम गुड़ में मिलाकर इसे अधिक मात्रा में तैयार किया जा सकता है। एक शीशी डिकम्पोजर की कीमत मात्र 20 रूपए हैं। डॉ. कृष्णचंद्र ने परम्परागत कृषि विकास योजना तथा पी.जी.एस. जैविक प्रमाणीकरण पद्धति के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। 
कार्यशाला में संचालक कृषि श्री एम.एस. केरकेट्टा छत्तीसगढ़ में जैविक खेती में डिकम्पोजर के उपयोग को बढ़ावा देने की मंशा जाहिर करते हुए वहां उपस्थित कृषि विभाग के मैदानी अधिकारियों को इसके लिए भरपूर सहयोग करने का आग्रह किया। अपर संचालक कृषि डॉ. एस.आर. रात्रे ने जैविक खेती में फसल अपशिष्ट प्रबंधन पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में फसल कटाई के लिए कम्बाईन हार्वेस्टर का उपयोग बढ़ गया है। इससे फसल के अवशेष खेतों में ही रह जाते हैं, जिसे किसान बाद में जला देते हैं। इन अवशेषों को जलाने से मिट्टी के सूक्ष्म तत्व नष्ट हो जाते हैं। डि कम्पोजर के माध्यम से इन अवशेषों को सड़ाकर खाद बनाने से किसानों को बहुत फायदा होगा। कार्यशाला में उद्यानिकी,  बीज प्रमाणिकरण संस्थान तथा कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भागीदारी की।   
क्रमांक-1485/राजेश

Raipur : 'Decomposer' useful in strengthening crops' nutrients

  Raipur, 07 July 2017


Organic producer 'Decomposer' helps in increasing the nutrients in crops and in curbing diseases. It is produced from the cow dung of country cows. State Agriculture Department Additional Chief Secretary Mr. Ajay Singh said that there is a need for spreading awareness regarding organic medicine 'Decomposer' among the farmers. He was speaking at a workshop on 'Krushi Apshisht Apghatak -Jaivik Khaiti'. He revealed that it had helped in reducing the costs in agriculture inputs and double the income of farmers.
'Rashtriya Jaivik Krushi Kendra' Gaziabad Director Dr. Krushnachandra gave detailed description of managing agriculture waste in modern scenario and waste Decomposer. He said that farmers burn agriculture wastes on the agricultural fields itself. The micro-organisms in the fields perish. The environment is polluted. It is beneficial to utilize 'Decomposer' for agricultural wates. The farm remains get decomposed in 40-45 days and is converted into high-quality manure. Director of Agriculture Mr. M.S. Kerketta expressed the desire to use Decomposer in Chhattisgarh and called upon the field workers to extend co-operation in spreading awareness among the farmers. Additional Director  Agriculture Mr. S.R.Ratre gave detailed description on management of agriculture waste. He said combine harvestor is utilized in harvesting crops.  

1485/Rajesh/Pradeep                      

Thursday, 6 July 2017

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक : मुख्यमंत्री प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए प्रभावी उपाय करने के दिए निर्देश

रायपुर, 06 जुलाई 2017
 
 मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की अध्यक्षता में आज यहां उनके निवास कार्यालय में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में बाढ़-अतिवृष्टि सहित सभी प्रकार के प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए प्रभावी उपाय किए जाए। आपदा से निपटने के लिए उपकरण सहित अन्य संसाधनों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। जलस्तर पर सतत निगरानी रखी जाए।
बैठक में बताया गया कि राज्य में वर्षा और उससे उत्पन्न प्राकृतिक आपदा़ के बचाव के लिए राज्य स्तर और जिला स्तर पर 01 जून से चौबीसों घण्टे कंटोल रूम का संचालन किया जा रहा है और नोडल अधिकारी की नियुक्ति कर दी गई है। वर्तमान में राज्य में आपदा से निपटने के लिए पर्याप्त सख्या में मोटर बोट, लाइफ जैकेट, सर्च लाइट, गमबुट, मनिला रोप तारपोलिन सहित अन्य उपकरण उपलब्ध है।
किसानों की समस्या के समाधान के लिए जिला स्तर पर किसान मितान केन्द्र स्थापित किए है, जिसमें राजस्व, कृषि ,सहकारिता, ग्रामीण विकास, सहकारी बैंक एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को शामिल किया गया है। सभी जिला कलेक्टरों को किसानों की समस्याओं की काउंसलिंग कर तत्काल निराकरण करने के निर्देश दिए गए है। 
बैठक में अधिकारियों ने जानकारी दी कि वर्ष 2015-16 में 117 तहसील सूखा ग्रस्त थी। इन तहसीलों को फसल क्षति के लिए 512.81 करोड़ रूपए की अनुदान सहायता राशि दी गई। साथ ही ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में पेयजल के लिए 43.40 करोड़ रूपए दिए गए। वर्ष 2016-17 में बेमेतरा जिले में तीन तहसील, मुंगेली जिले 01 तहसील, बलौदाबाजार जिले में 02 तहसील सूखा प्रभावित थे, जिन्हें फसल क्षति के लिए अनुदान सहायता 64.17 करोड़ रूपए प्रदाय किए गए। बैठक में नवगठित 09 जिलों की जिला आपदा प्रबंधन योजना का अनुमोदन भी किया गया। बैठक में राजस्व मंत्री श्री प्रेमप्रकाश पांडे, लोकसभा सांसद श्री विक्रम उसेंडी, विधायक श्री लखनलाल देवांगन, मुख्य सचिव श्री विवेक ढांड, राजस्व विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती रेणु पिल्ले, वित्त विभाग के प्रमुख सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के संयुक्त सचिव श्री मुकेश बंसल उपस्थित थे।
 
   क्रमांक-1484/सचिन

बच्चों में गणित और अंग्रेजी के डर को दूर करना होगा: डॉ. रमन सिंह : मुख्यमंत्री ने स्कूल शिक्षा और सम्पर्क फाउंडेशन की सहयोग से तैयार सम्पर्क किट का किया अनावरण

आठवीं कक्षा तक रूचिकर शिक्षण किट दिए जाएंगे
 
रायपुर, 06 जुलाई 2017
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि बच्चों में अंग्रेजी और गणित के डर को भगाना होगा। यह तभी संभव होगा, जब इन दोनों विषयों को रूचिकर बनाया जाए। उन्होंने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि स्कूल शिक्षा विभाग, सम्पर्क फाउंडेशन की मदद से गणित और अंग्रेजी के लिए रोचक शिक्षण सामाग्री  तैयार की गई है। जब बच्चे खेल-खेल में गणित और अंग्रेजी पढ़ेंगे, तो उनमें शिक्षा के प्रति रूचि और आत्मविश्वास बढ़ेगा। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह आज यहां नवीन विश्राम गृह में डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम शिक्षा गुणवत्ता अभियान के अंतर्गत सम्पर्क स्मार्ट शाला के अनावरण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इसके अंतर्गत स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा सम्पर्क फाउंडेशन की मदद से तैयार किए गए अंग्रेजी के शिक्षण सामाग्री को राज्य के 33 हजार प्राथमिक शालाओं में वितरित किया जाएगा। 
मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि पिछले दो वर्षों से प्रदेश भर में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम शिक्षा गुणवत्ता अभियान चलाया जा रहा है। सभी की भागीदारी से इस अभियान को अच्छी सफलता मिल रही है। इस अभियान में सम्पर्क फाउंडेशन का भी बहुत बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में किसी भी निजी स्कूल की तुलना में संसाधन ज्यादा हैं। मेरिट में भी सरकारी स्कूल के बच्चे आगे रहते हैं। कोचिंग में लोग लाखों रूपए खर्च करते हैं, लेकिन आईआईटी, एनआईटी, पीईटी और पीएमटी में सबसे ज्यादा बच्चे सरकारी स्कूल और प्रयास विद्यालय के बच्चे चयनित होते हैं। इसलिए अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाने में संकोच नहीं करना चाहिए। उन्होंने बलरामपुर कलेक्टर द्वारा अपनी बच्ची का सरकारी स्कूल में दाखिला कराए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि यह दूसरे लोगों के लिए भी अनुकरणीय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी पहली से तीसरी तक के बच्चों को सम्पर्क किट दिए जा रहे हैं। आने वाले वर्षों में आठवीं तक के बच्चों को इस तरह के रूचिकर शिक्षण सामाग्री प्रदान की जाएगी। 
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा एक बच्चे के भविष्य की नींव है। नींव जितनी मजबूत होती है, उतना ही उसका बेहतर परिणाम मिलता है। उन्होंने कहा कि सम्पर्क फाउंडेशन के सहयोग से  गत वर्ष राज्य के 33 हजार प्राथमिक शालाओं में गणित की शिक्षण सामग्री का वितरण किया गया था, जिसके अच्छे परिणाम मिले हैं। श्री कश्यप ने इस वर्ष अंग्रेजी की शिक्षण सामग्री तैयार करने के लिए सम्पर्क फाउंडेशन को बधाई दी। इससे बच्चे अंग्रेजी बोलने और लिखने में सक्षम हो सकेंगे। 
इस अवसर पर सम्पर्क फाउंडेशन के संस्थापक श्री विनीत नायर ने राज्य में गत वर्ष शालाओं में लागू रोचक शिक्षण सामग्री गणित कार्यक्रम की तरह सम्पर्क स्मार्ट शाला अंग्रेजी कार्यक्रम को भी बच्चों के लिए बहुत उपयोगी बताया। इसमें एक विशिष्ट ध्वनि यंत्र ’सम्पर्क दीदी’ का उपयोग कर अंग्रेजी के पाठों में कहानियां, कविताएं और खेल गतिविधियांे को शामिल किए गए हैं। इसके साथ ही थ्री-डी शिक्षण सामग्री का कक्षा में प्रदर्शित किया जाएगा। सम्पर्क दीदी एक चार्जेबल उपकरण है, जो बिना बिजली के विभिन्न कक्षाओं में शिक्षकों द्वारा आसानी से चलाया जा सकता है। कार्यक्रम को स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव श्री विकास शील ने भी सम्बोधित किया। 
 
    क्रमांक-1482/कुशराम/प्रेमलाल

‘राज्य के आधार पंजीकरण केन्द्र पुनः प्रारंभ’ : ‘नागरिक सुविधा के लिए शासन की पहल‘

रायपुर, 06 जुलाई 2017
छत्तीसगढ़ में आधार पंजीयन के लिए छत्तीसगढ़ इंफोटेक प्रमोशन सोसायटी (चिप्स) को अधिकृत किया गया है। आधार अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, छत्तीसगढ़ शासन के माध्यम से चिप्स को छत्तीसगढ़ के लिए इनरोलमेंट एजेंसी नियुक्त किया गया है। यह जानकारी देते हुए चिप्स के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एलेक्स पॉल मेनन ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन ने नागरिक सुविधा के लिए प्रदेश में आधार पंजीयन का कार्य पुनः आरंभ किया जा रहा है।
    विगत एक पखवाडे़ से प्रदेश में आधार पंजीयन एवं अद्यतन करने का कार्य बंद रहा। जिससे आम नागरिकों को अनेक कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा था। नागरिक सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए चिप्स द्वारा तत्काल पहल करते हुए आधार पंजीयन का कार्य प्रारंभ किया गया।
उल्लेखनीय है कि अनेक शासकीय योजनाओं में आधार को अनिवार्य किया गया है। आधार प्रक्रिया के बन्द होने से नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। जिसे देखते हुए चिप्स ने आधार पंजीयन पुनः प्रारंभ करने के लिए आधार अथॉरिटी ऑफ इंडिया से सम्पर्क कर चिप्स को इनरोलमेंट एजेंसी बनाया गया तथा तत्काल लोक सेवा केन्द्रों एवं ग्राम पंचायतों के आधार पंजीकरण केन्द्रों को पुनः प्रारंभ किया जा रहा है।
क्रमांक-1483

जनदर्शन : सपने सच होते देख खुशी से गदगद हुई सोनकुंवर सचदेव

रायपुर, 06 जुलाई 2017

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से आज यहां उनकेे निवास पर आयोजित जनदर्शन कार्यक्रम में रायपुर निवासी 70 वर्षीय श्रीमती सोनकुंवर सचदेव ने मुलाकात की और तीर्थ यात्रा के लिए अपनी इच्छा जतायी। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने उनकी बातों को संवेदनशीलता के साथ सुना और श्रीमती सचदेव की तीर्थ यात्रा के लिए कलेक्टर रायपुर को मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना में इनका नाम जोड़कर लाभ दिलाए जाने निर्देशित किया। राजधानी रायपुर के टिकरापारा निवासी श्रीमती सचदेव ने मुख्यमंत्री डॉ. सिंह के तत्परतापूर्वक पहल पर अपने वर्षों पुराने सपने को सच होते देख खुशी से गदगद हो गई। श्रीमती सचदेव ने मुख्यमंत्री को बताया कि वे स्वयं आर्थिक स्थिति के कारण तीर्थ यात्रा पर जाने के लिए सक्षम नहीं है, परंतु उनकी तीर्थ यात्रा के लिए वर्षों से प्रबल इच्छा रही है। उन्हें चित्र पर देखे गए तीर्थ स्थल लक्ष्मण झूला और ऋषिकेश आदि का सपना भी समय-समय पर आ जाता है।    
क्रमांक-1475/प्रेमलाल

Jandarshan : Mrs. Sachdev had tears of joy seeing her dreams come true

Raipur, 6 July 2017


Raipur resident 70-year-old Mrs. Sonkunwar Sachdev today met Chief Minister Dr Raman Singh during Jandarshan and expressed her desire to go on pilgrimage. Chief Minister Dr Raman Singh patiently listened to her and directed Collector Raipur to add Mrs. Sachdev's name for pilgrimage under mukhyamantri teerthyatra scheme and benefit her under the same. Mrs. Sachdev was overwhelmed to see Dr Singh's quick response to make her dream come true. She told Dr Singh that since years she had this desire to go on pilgrimage but owing to her weak financial condition, she couldn't go. She often used to dream about going to pilgrimage spots like Lakshman Jhula, Rishikesh etc.

number-1475/Premlal/Sana

शासकीय चिकित्सालयों में प्रसव पर हितग्राहियों के न्यूनतम व्यय के लिए छत्तीसगढ़ को मिला तृतीय पुरस्कार : लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन के हाथों स्वास्थ्य आयुक्त श्री आर. प्रसन्ना ने पुरस्कार प्राप्त किया

रायपुर, 06 जुलाई 2017
छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग को देश के साथ शासकीय चिकित्सालयों में प्रसव पर हितग्राहियों द्वारा न्यूनतम व्यय के लिए छत्तीसगढ़ को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है। यह पुरस्कार लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन के हाथों स्वास्थ्य आयुक्त श्री आर. प्रसन्ना ने इंदौर मध्यप्रदेश में आयोजित चतुर्थ राष्ट्रीय सम्मेलन (फोर्थ समिट आन गुड प्रेक्टिसेस इन पब्लिक हेल्थ केयर सिस्टम इन इंडिया) में आज ग्रहण किया। इस अवसर पर केंद्रीय राज्य स्वास्थ्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, सुश्री अनुप्रिया पटेल और मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्री रूस्तम सिंह उपस्थित थे।
राज्य के शासकीय चिकित्सालयों में गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य परीक्षण एवं प्रसुति महिलाओं के प्रसव, उपचार की निःशुल्क व्यवस्था के साथ ही घर से अस्पताल एवं घर तक निःशुल्क परिवहन सुविधा, अस्पताल में भर्ती तक निःशुल्क भोजन की सुविधा और दवाओं की निःशुल्क व्यवस्था किया जाता है। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना और मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के क्रियान्वयन के कारण भी शासकीय चिकित्सालयों के प्रति लोगों की विश्वसनीयता में बढ़ी है, जिसके परिणामस्वरूप प्रसव पर हितग्राहियों के न्यूनतम व्यय होने पर छत्तीसगढ़ राज्य को तृतीय पुरस्कार प्रदाय किया गया।

क्रमांक-1479/ओम

जनदर्शन में 1389 लोगों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की

रायपुर, 06 जुलाई 2017

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से आज यहां उनके निवास परिसर में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से आए 1389 लोगों ने मुलाकात की। इनमें से 379 नागरिक 52 विभिन्न प्रतिनिधि मंडलों में शामिल थे। उनके अलावा 1010 लोगों ने मुख्यमंत्री से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की। डॉ. रमन सिंह ने इस अवसर पर पंचायत प्रतिनिधियों और विभिन्न प्रतिनिधि मंडलों के ज्ञापनों पर लगभग 97 लाख रूपए के निर्माण कार्यों की स्वीकृति तत्काल प्रदान कर दी। इनमें क्षेत्र में मूलभूत सुविधा के विस्तार के लिए 24 निर्माण कार्य शामिल हैं। डॉ. सिंह ने चिकित्सा सहायता के 37 प्रकरणों में संजीवनी कोष से स्वीकृति जारी करते हुए संबंधित अधिकारियों को मरीजों का समुचित इलाज करवाने के निर्देश दिए। इनमें से 15 शिथिलकरण के प्रकरण भी शामिल है।
   क्रमांक-1474/सचिन

1389 people met Chief Minister at Jandarshan

Raipur, 6 July 2017
Nearly 1389 people from various parts of the state today met Chief Minister Dr Raman Singh. This included 379 citizens in various delegations and 1010 individuals. Dr Raman Singh sanctioned construction works worth nearly Rs 97 lakh, on request of panchayat representatives and delegations. This includes 24 construction works related to the basic facilities in these areas. Dr Singh directed officials concerned to facilitate medical treatment of patients from sanjeevani kosh in 37 cases, received in Jandarshan.

number-1474/Sachin/Sana

पर्यटन मंत्री श्री दयालदास बघेल 8 जुलाई को बाइक रायडिंग का शुभारंभ करेंगे

    रायपुर, 06 जुलाई 2017
छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा सिक्स्थ गेयर रायडर क्लब रायपुर के साथ मिलकर बुलेट बाईक रायडिंग का आयोजन किया जा रहा है। पर्यटन मंत्री श्री दयालदास बघेल इसका शुभारंभ 08 जुलाई को प्रातः 7 बजे यहां रायपुर में महंत घासीदास संग्रहालय परिसर स्थित छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के सूचना केन्द्र गढ़हटरी से हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इस अवसर पर पर्यटन मंडल के अध्यक्ष श्री संतोष बाफना, उपाध्यक्ष श्री केदार गुप्ता भी उपस्थित रहेंगे।
    इस बाईक रायडिंग में लगभग 50 बाईक रायडर्स भाग लेंगे। यह रायडिंग रायपुर से सरोधादादर (चिल्फी घाटी) तक आयोजित होगी। पर्यटन मंडल द्वारा प्रदेश के युवाओं को एडवेंचर पर्यटन के क्षेत्र में आकर्षित करने के लिए इस बाईक रायडिंग का आयोजन किया जा रहा है। बाईक रायडर्स को सरोधादादर स्थित छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के बैगा पर्यटक रिसोर्ट में ठहराया जाएगा। इन रायडर्स को वाटर रैपलिंग और ट्रेकिंग कराया जाएगा। बाईक रायडिंग में भाग लेने के इच्छुक युवा सिक्स्थ गेयर रायडर क्लब तेलीबांधा रायपुर से या छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल उद्योग भवन, रिंग रोड रायपुर से सम्पर्क कर सकते हैं।

   क्रमांक-1480/चौधरी

मुख्यमंत्री सायकल सहायता योजना : प्रदेश के 25 हजार पंजीकृत श्रमिकों को मिली 9.92 करोड़ रूपये की सहायता

रायपुर, 06 जुलाई 2017
 छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल द्वारा मुख्यमंत्री सायकल सहायता योजना के तहत वर्ष 2016-17 में प्रदेश के 25 हजार 637 पंजीकृत श्रमिकों को नौ करोड़ 92 लाख रूपये की सहायता दी गई है। मंडल द्वारा योजना के तहत 18 से 25 वर्ष आयु समूह की महिला हितग्राहियों एवं 18 से 50 आयु के पुरूष श्रमिकों को निःशुल्क सायकल  दी जाती है । वर्तमान में मंडल द्वारा सी.एस.आई.डी.सी. द्वारा सायकल खरीदी के लिये निर्धारित मूल्य के बराबर राशि हितग्राही के बैंक एकाउट में आर.टी.जी.एस. के माध्यम से जमा की जा रही है ।                       
क्रमांक-1481/सीएल

पेनधारी पंजीकृत व्यवसायियों को अनंतिम आधार पर पंजीयन प्रमाण पत्र दिया जाएगा : विक्रेताओं के पंजीकृत होने पर जीएसटिन अंकित होना अनिवार्य

रायपुर, 06 जुलाई 2017
 देश भर में माल एवं सेवा कर अधिनियम 2017 विगत एक जुलाई 2017 से लागू कर दिया गया है। जीएसटी लागू होने के बाद प्रदेश में क्रय-विक्रय संव्यवहारों के लिए टैक्स इन्वाईस/बिल ऑफ सप्लाई जारी किया जाना है। ऐसे विक्रेता अथवा व्यवसायियों के पंजीकृत होने की स्थिति में जीएसटी अंकित होना अनिवार्य किया गया है। वाणिज्यिक कर विभाग के सहायक आयुक्त ने उक्त जानकारी देते हुए बताया है कि वैध पेनधारी पंजीकृत व्यवसायियों को अनंतिम आधार पर पंजीयन प्रमाण पत्र दिया जाएगा। यह अनंतिम प्रमाण पत्र स्थायी प्रमाण पत्र के रूप में जारी होगा, जो कि निरस्त किए जाने तक प्रभावी रहेगा। ऐसे व्यापारी जिन्हें अभी तक प्रोविजनल आई.डी. जारी नहीं हुआ है, उन्हें अनंतिम आधार पर टैक्स इन्वाईस/बिल ऑफ सप्लाई मूल्य संवर्धित कर अधिनियम 2005 के अंतर्गत जारी टिन नम्बर के साथ ‘प्रोविजनल आई.डी. अप्राप्त’ की सील लगाकर पंजीयन प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। किसी भी व्यवसायी को जिन्हें जीएसटिन प्राप्त हो जाता है, उन्हें जीएसटिन का उल्लेख करते हुए रिवाईज्ड इन्वाईस जारी करना अनिवार्य होगा। सहायक आयुक्त ने इस बात का भी उल्लेख किया है कि व्यवसायी को जारी प्रोविजनल आई.डी. ही उसका जीएसटिन है। यदि व्यवसायी के एक ही पेन पर एक से अधिक रजिस्टेªशन है तो वे ऐसे बिजनेस वर्टिकल्स को नया रजिस्ट्रेशन के माध्यम से रजिस्टर कर सकते हैं। इस संबंध में विस्तृत जानकारी के लिए वाणिज्यिक कर विभाग के आयुक्त कार्यालय से सम्पर्क कर सकते हैं।
    उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के राजस्व, केन्द्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क विभाग के संयुक्त तत्वाधान में छह दिवसीय जीएसटी मास्टर क्लास (प्रशिक्षण) का आयोजन किया जा रहा है। आज से आठ जुलाई तक शाम साढे चार बजे से साढे पांच बजे तक पंजीयन एवं नामांकन, संक्रमणकालीन उपबंध एवं बीजक और कम्पोजीशन एवं रिकॉर्ड कीपिंग विषय पर हिन्दी में प्रशिक्षिण दिया जाएगा। जीएसटी की यह मास्टर क्लास राजस्व सचिव डॉ. हसमुख अढ़िया के मार्गदर्शन में विशेषज्ञों की टीम द्वारा दिया जा रहा है। इन्हीं विषयों में आगामी 10, 11 एवं 12 जुलाई को उक्त निर्धारित समयों पर ही अंग्रेजी में संबंधितों को जानकारी दी जाएगी। सभी सत्रों का सीधा प्रसारण दूरदर्शन के राष्ट्रीय चैनल एवं अन्य चैनलों पर किया जाएगा। साथ ही इसका पी.आई.डी. वेबसाईट लाईव पर किया जाएगा। यह कार्यक्रम सभी मीडिया कर्मियों के लिए उपलब्ध रहेगा। सी.बी.ई.सी. एवं राज्य सरकार के सभी अधिकारी कर सलाहकार एवं व्यवसायी ऑनलाईन पर यह प्रसारण देख सकते हैं। 
   क्रमांक-1478/तिग्गा

महिला एवं बाल विकास मंत्री रमशीला साहू का गरियाबंद जिला प्रवास

रायपुर, 06 जुलाई 2017
महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण मंत्री श्रीमती रमशीला साहू सात जुलाई को गरियाबंद जिला प्रवास पर रहेंगी। श्रीमती साहू दोपहर 12 बजे गरियाबंद पहुंचकर जिला कार्यालय में आयोजित जनदर्शन कार्यक्रम में शामिल होंगी, तत्पश्चात जिला कार्यालय में जीवनदीप समिति की बैठक में शामिल होगी। श्रीमती साहू दोपहर 3 बजे गरियाबंद से फिंगेश्वर के लिए प्रस्थान करेंगी। फिंगेश्वर में एक स्थानीय कार्यक्रम में भाग लेंगी। श्रीमती साहू रात्रि 7 बजे रायपुर लौट आएंगी।
   क्रमांक-1477/चित्ररेखा

Large number of common citizens, delegations meet Chief Minister : Dr. Raman Singh instructs officials to solve grievances instantly

Raipur, 06 July 2017 


Chief Minister Dr. Raman Singh today met a large number of common citizens, workers, delegations, farmers and women from various parts of State in his weekly 'Jan-Darshan' programme. Dr. Raman Singh listened to the complaints patiently and instructed the concerned department officials to redress the grievances as early as possible.
A delegation of workers from village Kumdeva Janpad Udaipur district Surguja in a memorandum mentioned that wages for the work done on the irrigation dam had not been paid by the Water Resources Department till now.  Dr. Raman Singh ordered the Surguja District Collector to resolve the payments' dispute as early as possible. The candidates who are appearing for the competitive examinations of the U.P.S.C. and residing at the Tribal Youth Hostel New Delhi requested the Chief Minister to provide additional accommodation for the students. Dr. Raman Singh instructed the Scheduled Tribes' Development Department officials to arrange for extra hostel facilities in New Delhi.
A delegation led by Corporator Mr. Leeladhar Chadrakar in a memorandum to Dr. Raman Singh requested him to sanction a High School at Puraina. The students have Pre-Madhyamik School facility at present. Chief Minister directed the memorandum to the School Education Department to upgrade the school. A chronically ill patient from Sakti, Mr. Hajarilal Dewangan was sanctioned free medical facilities at the Raipur Government  hospital

1472/Sachin/Pradeep  

मुख्यमंत्री का जनदर्शन: आम जनता और प्रतिनिधि मंडल ने की मुलाकात : मुख्यमंत्री ने जनता की समस्याओं का तत्काल निराकरण करने के दिए निर्देश

रायपुर, 06 जुलाई 2017


मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज यहां अपने निवास परिसर में आयोजित ‘जनदर्शन’ कार्यक्रम में राजधानी रायपुर सहित राज्य के विभिन्न जिलों से आए प्रतिनिधि मंडलों, आम नागरिकों, किसानों, श्रमिकों और महिलाओं से मुलाकात की। डॉ. सिंह उनकी समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को निराकरण के निर्देश दिए।
सरगुजा जिला के उदयपुर जनपद के ग्राम कुंमदेवा के ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर बताया कि जल संसाधन विभाग द्वारा सिंचाई बांध में उनके द्वारा किए गए मजदूरी का भुगतान अब तक नहीं किया है। मुख्यमंत्री ने सरगुजा कलेक्टर को मजदूरी भुगतान सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। ट्रायबल यूथ हॉस्टल नई दिल्ली के विद्यार्थियों ने बताया कि उनके द्वारा दिल्ली में यू.पी.एस.सी की कोचिंग ली जा रही है। इसके लिए अतिरिक्त आवासीय सुविधा प्रदान करने का आग्रह किया। डॉ. सिंह ने जनजाति विकास विभाग को एक माह के लिए अतिरिक्त आवासीय सुविधा मुर्हया कराने के निर्देश दिए। 
राजधानी रायपुर के रानी दुर्गावती वार्ड के पार्षद श्री लीलाधर चन्द्राकर के नेतृत्व में नागरिकों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपकर पूरैना के पूर्व माध्यमिक शाला के विद्यार्थियों को हाईस्कूल की सुविधा प्रदान करने का अनुरोध किया। डॉ. सिंह ने स्कूल शिक्षा विभाग को उन्नयन हेतु तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जनदर्शन में आए सक्ती विधानसभा के श्री हजारीलाल देवांगन को गंभीर बीमारी से पीड़ित होने पर मुख्यमंत्री ने मेकाहारा में निःशुल्क इलाज कराने के निर्देश दिए। 

   क्रमांक-1472/सचिन



रायपुर : मनरेगा के पंजीकृत मजदूर बन रहे हैं बेयरफुट तकनीशियन : प्रदेश में 227 बेयरफुट तकनीशिन ग्राम पंचायतों में नियोजित

रायपुर, 06 जुलाई 2017
 
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत पंजीकृत मजदूरों में से बारहवी पास युवाओं को बेयर तकनीशियन के रूप में तैयार किया जा रहा है। प्रदेश में अब तक 229 बेयरफुट तकनीशियनों को 100 दिन तक मूलभूत और तकनीकी प्रशिक्षण दिया जुका है। प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके इन बेयरफुट तकनीशियनोें में से 227 बेयरफुट तकनीशियनों को ग्राम पंचायतों में नियोजित किया गया हैं। 
मनरेगा के अंतर्गत ग्राम पंचायतों में नियोजित यह बेयरफुट तकनीशियन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में सेवाएं दे रहे तकनीकी सहायकों, उप अभियंताओं को शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन जैसे निर्माण कार्यों आदि के संचालन और मूल्यांकन में सहयोग प्रदान करते हैं। इसके लिए बेयरफुट तकनीशियनों को नियमित रूप से मेहनताना भी दिया जाता है। वर्तमान में विभिन्न जिलों के चयनित 88 बेयरफुट तकनीशियनों को 100 दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। 
 
 क्रमांक-1476/ओम

रायपुर : पंचायत मंत्री श्री चन्द्राकर से बोरझरा के महिला कमांडों की मुलाकात

रायपुर, 06 जुलाई 2017


पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री अजय चन्द्राकर से आज यहां उनके निवास कार्यालय में विकासखण्ड कुरूद के ग्राम पंचायत बोरझरा के महिला कमांडों ने सौजन्य मुलाकात की।महिला कमांडों की अध्यक्ष श्रीमती भागवति साहू ने श्री चन्द्राकर को बताया कि वे लोग गांव में महिलाओं का समूह बनाकर नशामुक्ति अभियान चला रहे हैं। अभियान के तहत ग्रामीणों को नशामुक्ति के दुष्परिणामों के बारे में भी जागरूक कर रहे हैं। श्री चन्द्राकर महिला कमांडों के समूह को इस पहल के लिए बधाई एवं शुभकामना दी। इस अवसर पर श्रीमती रेखा बाई साहू, राजोबाई, पांचों बाई साहू, दामिनि, जनमति, गायत्री, अखमड़ी, लता, छबिना सहित लगभग चालिस महिलाएं उपस्थि थी।
 
   क्रमांक-1473/ओम

प्रदेश को ग्यारह नवोदय विद्यालयों की नई सौगात : मुख्यमंत्री आज करेंगे आधा दर्जन नवोदय विद्यालयों का शुभारंभ

रायपुर, 13 जुलाई 2017 प्रदेश को ग्यारह नवोदय विद्यालयों की नई सौगात मिली है।  मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह कल 14 जुलाई को बालोद जिले के प्...