Sunday, 7 May 2017

मुख्यमंत्री ने हर विभाग को दिए पन्द्रह माह की कार्य-योजना बनाने के निर्देश : लोक सुराज की रिपोर्ट के आधार पर विभागीय समीक्षाओं का स्वरूप बदलेगा : डॉ. रमन सिंह


जिला स्तरीय अधिकारियों को देना होगा अपने काम-काज का प्रस्तुतिकरण 
संयुक्त बैठक में मुख्यमंत्री ने की योजनाओं की विस्तृत समीक्षा
रायपुर 07 मई 2017
 मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने जनकल्याणकारी योजनाओं से जुड़े सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों को विभागीय योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए अगले पन्द्रह महीने की कार्य-योजना बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि राज्य स्तर पर हमने 18 महीने की कार्य योजना बनाकर समीक्षा शुरू कर दी है। इसमें से तीन माह का समय पूरा हो गया है। अब हर जिले में आगामी 15 महीने की जिला स्तरीय कार्य-योजना बनाकर योजनाओं में तेजी लाने की जरूरत है। मुख्यमंत्री आज जिला मुख्यालय महासमुंद में लोक सुराज अभियान के तहत महासमुंद और गरियाबंद जिलों के अधिकारियों की संयुक्त समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा - प्रदेश व्यापी लोक सुराज अभियान के तहत मैदानी स्तर पर हम लोग योजनाओं की समीक्षा कर रहे हैं। लोक सुराज अभियान के बाद सरकार विभागीय समीक्षाओं का स्वरूप बदलेगी। राज्य सरकार हर जिले में इस अभियान पर आधारित रिपोर्ट तैयार करवा रही है। लोक सुराज अभियान की इस रिपोर्ट के आधार पर निकट भविष्य में विभागवार समीक्षा के नये बिन्दु तय किये जाएंगे। डॉ. रमन सिंह ने कहा - भविष्य में होने वाली जिलेवार समीक्षा बैठक में जनकल्याणकारी योजनाओं से जुड़े हर विभाग के जिला स्तर के अधिकारियों को पूरी तैयारी के साथ आंकड़े और अध्ययन करके बैठकों में आना होगा और अपने विभागीय काम-काज का प्रस्तुतिकरण देना होगा। योजनाओं को धरातल पर अमलीजामा पहनाने में अधिकारियों का प्रदर्शन कैसा रहा, इस आधार पर प्रत्येक अधिकारी का मूल्यांकन किया जाएगा। डॉ. रमन सिंह ने कहा लोक सुराज अभियान योजनाओं के क्रियान्वयन की जमीन हकीकत को  जानने का अभियान है। अधिकारियों को अपने शासकीय कार्यों का स्वयं होकर मूल्यांकन और आत्म निरीक्षण करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने दोनों जिलों के अधिकारियों से सौर सुजला योजना, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, पेयजल व्यवस्था, विद्युतीकरण, मनरेगा, वृक्षारोपण, आंगनबाड़ी, आधार कार्ड, मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना, तेंदूपत्ता बोनस वितरण, आय-निवास- जाति प्रमाण वितरण, स्मार्ट कार्ड वितरण, स्किल डेवलपमेंट एवं स्वच्छ भारत मिशन सहित अन्य प्रमुख योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली।  उन्होंने संस्थागत प्रसव की समीक्षा के दौरान कहा कि ऐसे स्कूल जो युक्तियुक्तकरण के तहत बंद हो चुके है, उनके खाली भवनों का उपयोग स्वास्थ्य विभाग के लिए किया जाना चाहिए। इन भवनों में इलाज की प्राथमिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकती हैं। संस्थागत प्रसव के लिए भी इन भवनों का उपयोग किया जा सकता है।
डॉ. रमन सिंह ने राजस्व, स्कूल शिक्षा और आदिम जाति विकास विभाग के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि हाई स्कूलों और हायर सेकेण्डरी स्कूलों के सभी बच्चों को निवास, आमदनी और जाति प्रमाण पत्र 30 जून तक जारी कर दिए जाए। प्रमाण पत्र ऐसा बने, जिसे लेकर बच्चों को भविष्य में भटकना न पड़े। उन्होंने दोनों जिलों की विद्युत व्यवस्था की समीक्षा करते हुए ग्रामीण विद्युतीकरण योजनाओं की भी जानकारी ली।
डॉ. सिंह ने सौर सुजला योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था करने में भी सफल साबित होगी। उन्होंने पेयजल की कमी वाले गांवों में दो-दो, तीन-तीन सोर्स तलाश करके सोलर पंप के माध्यम से लोगों को पीने और निस्तारी के लिए पानी उपलब्ध कराया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे गांवों में राज्य शासन की विभिन्न योजनाओं के तहत पानी की टंकियां भी बनाई जा सकती है। इससे बिजली बिल की समस्या भी दूर हो जाएगी। डॉ. सिंह ने दोनों जिलों के कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को अवैध शराब के कारोबार में संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने और ऐसे लोगों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए। डॉ. सिंह ने इस दिशा में दोनों जिलों में प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों की तारीफ की। उन्होंने बैठक में स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, सौर सुजला योजना, आगामी मानसून के दौरान हरियर छत्तीसगढ़ वृक्षारोपण अभियान, नये शिक्षा सत्र में स्कूली बच्चों के लिए पाठ्य पुस्तक और गणवेश वितरण की व्यवस्था सहित सभी प्रमुख योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षा में कहा -गांवों और विकासखंडों को खुले में शौचमुक्त घोषित करने के लिए सावधानी पूर्वक सभी बिन्दुओं का मूल्यांकन किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने गरियाबंद जिले के दो प्रमुख प्राकृतिक पर्यटन केन्द्रों जतमई और घटारानी में पर्यटन सुविधाओं के विकास के लिए भी अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।
 दोनों जिलों की संयुक्त समीक्षा बैठक में गृहमंत्री श्री रामसेवक पैकरा, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रमशीला साहू, लोकसभा सांसद श्री चंदूलाल साहू, संसदीय सचिव श्रीमती रूपकुमारी चौधरी, संसदीय सचिव श्री गोवर्धन मांझी, मुख्य सचिव श्री विवेक ढांड, मुख्यमंत्री के सचिव श्री सुबोध सिंह, रायपुर संभाग के आयुक्त श्री बृजेश मिश्रा, पर्यटन, संस्कृति और जनसम्पर्क विभाग के सचिव श्री संतोष मिश्रा, पुलिस महा निरीक्षक रायपुर श्री प्रदीप गुप्ता, कलेक्टर महासमुंद श्री उमेश अग्रवाल, गरियाबंद कलेक्टर श्रीमती श्रुति सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महासमुंद श्रीमती नेहा चंपावत, पुलिस अधीक्षक गरियाबंद श्री जितेन्द्र मीणा, जिला पंचायत के महासमुंद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री पुष्पेन्द्र मीणा, गरियाबंद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. सोनकर सहित जिला स्तरीय तथा वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। 
   क्रमांक- 622/स्वराज्य

सौर सुजला योजना : मुख्यमंत्री ने छह किसानों को सम्मानित किया

रायपुर 07 मई 2017

 मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने लोक सुराज अभियान के तहत जिला मुख्यालय राजनांदगांव में सौर सुजला योजना के हितग्राही किसानों को सम्मानित किया और उन्हें बधाई दी। योजना के तहत ग्राम खुर्सीपार के श्री विष्णुदास साहू और किसुन साहू, ग्राम मातेखेड़ा के श्री हेमंत साहू और श्री भूपेन्द्र कुमार कतलाम, ग्राम बिटाल के श्री भरत साहू और ग्राम इंदामरा की श्रीमती राधा बाई को अत्यंत किफायती मूल्य पर तीन हॉर्स पावर के सोलर सिंचाई पम्प दिए गए हैं। सौर ऊर्जा आधारित होने के कारण इन सिंचाई पम्पों में बिजली और डीजल का कोई खर्च नहीं आ रहा है। ये किसान सोलर पम्पों से सिंचाई करके अपने खेतों में धान, मूंग और उड़द की खेती के साथ-साथ साग-सब्जियों की भी पैदावार ले रहे हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि इस योजना में जहां साढ़े तीन लाख रूपए कीमत का अनुसूचित जाति और आदिवासी वर्ग के किसानों को तीन हॉर्स पावर का सिंचाई पम्प मात्र सात हजार रूपए में दिया जा रहा है, वहीं अन्य पिछड़े वर्ग के किसानों को यह सिर्फ बारह हजार रूपए में और सामान्य वर्ग के किसानों को केवल 18 हजार रूपए में देने का प्रावधान किया गया है। इसी कड़ी में पांच हॉर्स पावर का सोलर सिंचाई पम्प जिसकी बाजार में कीमत साढ़े चार लाख रूपए है, वह आदिवासी और अनुसूचित जाति के किसानों को मात्र दस हजार रूपए में, अन्य पिछड़े वर्ग के किसानों को सिर्फ 15 हजार रूपए में और सामान्य वर्ग के किसानों को मात्र 20 हजार रूपए में मंजूर किया  जा रहा है। विद्युत विहीन खेतों में सौर सिंचाई पम्पों को बढ़ावा देना और किसानों को निःशुल्क बारह मासी बिजली उपलब्ध कराना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने चालू वित्तीय वर्ष 2017-18 में इस योजना के तहत 20 हजार किसानों को सोलर सिंचाई पम्प देने की घोषणा की है। उन्होंने इसके लिए बजट में 554 करोड़ रूपए का प्रावधान किया है।  किसान इस योजना में भू-जल स्तर के अनुसार नलकूप खनन कर उसमें सबमर्सिबल पम्प लगाकर भी पानी ले सकते हैं। सौर पैनलों में बनने वाली बिजली से यह पम्प चलता है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को नदी-नालों के किनारे के गांवों में भी इस योजना का विस्तार करने के निर्देश दिए हैं। योजना की विस्तृत जानकारी के लिए राजधानी रायपुर स्थित छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) के अधिकारियों से वहां के फोन नम्बर 8370009923 अथवा 8370009927 पर सम्पर्क किया जा सकता है। 
क्रमांक-623/स्वराज्य

मुख्यमंत्री ने दसवीं-बारहवीं बोर्ड के प्रतिभावान विद्यार्थियों को किया सम्मानित

रायपुर 07 मई 2017
 मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने जिला मुख्यालय राजनांदगांव मंे छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं में जिले के टॉप-टेन की सूची में शामिल 20 प्रतिभावान विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक और ज्ञानवर्धक पुस्तकें भेंट कर सम्मानित किया। प्रत्येक कक्षा से 10 विद्यार्थियों को जिला स्तरीय मेरिट लिस्ट में आने का गौरव मिला है। मुख्यमंत्री ने बीती रात अपने निवास कार्यालय में इन बच्चों को आशीर्वाद दिया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।  


मुख्यमंत्री के हाथों 10वीं बोर्ड के जिन विद्यार्थियों को सम्मानित होने का गौरव मिला उनमें शासकीय हाई स्कूल हैदलकोड़ो विकासखंड छुरिया के जसवंत कुमार, नवोदिता प्रज्ञा सुमन हाई स्कूल सुरगी विकासखंड राजनांदगांव की कुमारी संजना, सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक शाला डोंगरगांव के टोयेश कुमार साहू, संस्कार उच्चतर माध्यमिक शाला अंबागढ़ चौकी की कुमारी संजना साहू, चैतन्य विद्यापीठ डोंगरगांव के चंद्रभानू गावरे, शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला टेडेसरा विकासखंड राजनांदगांव की विद्या रात्रे, भारतीय पब्लिक स्कूल डोंगरगांव के अनुज गुप्ता, चैतन्य विद्यापीठ की कुमारी विधी सवाई, भारतीय पब्लिक स्कूल डोंगरगांव की छात्रा कुमारी अमिषा साहू और नवोदिता प्रज्ञा सुमन हाई स्कूल सुरगी विकासखंड राजनांदगांव की कुमारी कंचन साहू शामिल हैं।
    मुख्यमंत्री ने 12वीं बोर्ड की टॉपटेन लिस्ट में आए जिन छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया, उनमें चैतन्य विद्यापीठ डोंगरगांव की कुमारी प्रज्ञा राजपूत, जे.एल.एम. गायत्री विद्यापीठ राजनांदगांव के अमान शेख, शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला किरगी डोंगरगांव के खिलेश चंद्राकर, भारतीय पब्लिक उच्चतर माध्यमिक शाला डोंगरगांव की चंचल राजपूत, विवेकानंद पब्लिक उच्चतर माध्यमिक शाला खैरागढ़ के टाकेन्द्र वर्मा, सरस्वती शिशु मंदिर राजनांदगांव की मुसकान रूपचंदानी, शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला पदुमतरा राजनांदगांव के रवि कुमार, धनीराम किसान उच्चतर माध्यमिक शाला अर्जुनी डोंगरगांव की छात्रा यमुना सोनकर, शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला बोरी राजनांदगांव के छात्र दुर्गेश कुमार एवं धनीराम किसान उच्चतर माध्यमिक शाला अर्जुनी डोंगरगांव की पूजा शामिल हैं। 
क्रमांक-621/स्वराज्य

मुख्यमंत्री ने डॉ. रामनारायण शुक्ल के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया

रायपुर 07 मई 2017
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रदेश के वरिष्ठ साहित्यकार और शिक्षाविद डॉ. रामनारायण शुक्ल के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने आज यहां जारी शोक संदेश में कहा- स्वर्गीय डॉ. रामनारायण शुक्ल ने बिलासपुर में प्रसिद्ध साहित्यकार स्वर्गीय श्री द्वारिका प्रसाद तिवारी ‘विप्र’ के नाम पर  कॉलेज की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। इसके साथ ही उन्होंने बिलासपुर में नागरिकों की सुव्यवस्थित आवासीय कॉलोनी ‘विद्यानगर’ की स्थापना में भी सराहनीय योगदान दिया। वे एक संवेदनशील लेखक और चिन्तक भी थे। मुख्यमंत्री ने उनके शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है। 
क्रमांक-620/स्वराज्य

मुख्यमंत्री ने किया 119 साल पुराने पुलिस थाने का आकस्मिक निरीक्षण

 रायपुर 07 मई 2017
प्रदेश व्यापी लोक सुराज अभियान के तहत आज मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सिहावा के 119 साल पुराने पुलिस थाने का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने वहां के मालखाने और अन्य दस्तावेजों को देखा। डॉ. सिंह ने इन पुराने अभिलेखों को ऐतिहासिक महत्व का बताया और इन्हें सुव्यस्थित और सुरक्षित रूप से रखने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि सिहावा में पुलिस चौकी की स्थापना प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेजों द्वारा  सन 1857 में की गयी थी। इसे सन 1898 में पुलिस थाने का दर्जा दिया गया। मुख्यमंत्री के साथ निरीक्षण के दौरान मुख्य सचिव श्री विवेक ढांड और सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह भी उपस्थित थे। 

क्रमांक-619/स्वराज्य

मुख्यमंत्री ने प्रभारी सी.ई.ओ. को दी सेवा वृद्धि की सौगात : आठ माह बाद रिटायर होने पर मिलेगी एक साल की संविदा नियुक्ति

समाधान शिविर में मुख्यमंत्री ने की घोषणा
रायपुर 07 मई 2017
लोक सुराज अभियान में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह जहां सरकारी काम में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं, वहीं शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में सराहनीय परिणाम देने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रोत्साहन भी दे रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने आज सिहावा में आयोजित समाधान शिविर में जनपद पंचायत नगरी के प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी (प्रभारी सी.ई.ओ.) श्री रामचन्द्र साहू को उनके रिटायरमेंट के आठ माह पहले एक वर्ष की सेवा वृद्धि देने की घोषणा की। समाधान शिविर में मुख्यमंत्री को बताया गया कि श्री साहू ने प्रधानमंत्री आवास योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना और मनरेगा में श्रमिकों की मजदूरी भुगतान के लिए तत्परता से काम किया। उनका कार्य सराहनीय रहा। श्री साहू अगले आठ में रिटायर हो जाएंगे। मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार उन्हंे एक वर्ष की संविदा नियुक्ति दी जाएगी। श्री साहू का मूल पद विकास विस्तार अधिकारी का है। मुख्यमंत्री ने सिहावा के समाधान शिविर में जनता को सम्बोधित करते हुए वहां बैंक स्थापना, वन विभाग के स्थायी निस्तारी डिपो, डोंगरीपारा मंे पांच सौ मीटर सीमेंट कांक्रीट सड़क, मुकुंदपुर से लखनपुर तक आठ किलोमीटर सड़क निर्माण, सिहावा के श्रृंगी ऋषि आश्रम में सौर ऊर्जा से प्रकाश व्यवस्था, महानदी के उदगम क्षेत्र को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने सहित कई घोषणाएं की। 
क्रमांक-618/स्वराज्य

मुख्यमंत्री अचानक पहुंचे महानदी के उदगम स्थल : उदगम क्षेत्र में पर्यटन सुविधाओं का होगा विकास

श्रृंगी ऋषि आश्रम में सौर ऊर्जा से होगी प्रकाश व्यवस्था
डॉ. रमन सिंह ने महानदी के संरक्षण पर दिया जोर
सिहावा के एक सौ साल से भी ज्यादा पुराने पुलिस थाने का निरीक्षण
समाधान शिविर में भी शामिल हुए मुख्यमंत्री
बैंक और वन विभाग के स्थायी निस्तार डिपो सहित कई घोषणाएं

रायपुर 07 मई 2017

 मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह प्रदेश व्यापी लोक सुराज अभियान के अन्तर्गत आज अचानक महानदी के उदगम स्थल सिहावा पहुंच गए। उन्होंने सिहावा पर्वत के पास श्रृंगी ऋषि आश्रम के मुख्य पुजारी श्री ईश्वर दास से भी मुलाकात की। डॉ. सिंह ने छत्तीसगढ़ और ओड़िशा राज्यों की जीवन रेखा, लगभग आठ सौ किलोमीटर की इस नदी के उदगम स्थल का निरीक्षण किया।
उन्होंने सिहावा में नदी के उदगम स्थल और श्रृंगी ऋषि आश्रम के आस-पास के क्षेत्रों में पर्यटन की दृष्टि से हर प्रकार की जरूरी व्यवस्था करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा- श्रंृगी ़ऋषि आश्रम परिसर में सौर ऊर्जा से प्रकाश और पेयजल व्यवस्था भी की जाएगी। उदगम स्थल के संरक्षण और नदी के किनारों पर वृक्षारोपण आदि के कार्य भी करवाए जाएंगे। डॉ. सिंह ने कहा- यह एक पवित्र स्थल है। महानदी न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि देश की प्रमुख नदी है। इस नदी का संरक्षण हम सब की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा- मैं सौभाग्यशाली हूं कि आज मुझे महानदी के उदगम स्थल पर आने का अवसर मिला। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सिहावा के लगभग 119 वर्ष पुराने ऐतिहासिक पुलिस थाने का भी निरीक्षण किया। महर्षि श्रंृगी ऋषि आश्रम के नीचे का यह इलाका काफी पहले बस्तर अंचल का हिस्सा था। अभिलेखों के अनुसार ब्रिटिश युग में प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान सन 1857 में वहां पुलिस चौकी खोली गयी थी और सन 1898 में पुलिस थाने का निर्माण किया गया था। यह भी उल्लेखनीय है कि बहुमूल्य वनसम्पदा से परिपूर्ण इस इलाके में अंग्रेजों के समय साल वृक्ष की इमारती लकड़ी परिवहन के लिए रायपुर से सिहावा क्षेत्र होते हुए ओड़िशा के ग्राम कुन्दई तक नेरोगेज रेल मार्ग का निर्माण किया गया था। द्वितीय विश्व युद्ध के समय इंग्लैण्ड में लोहे की कमी होने के कारण अंग्रेज सरकार ने इस रेल लाईन के लोहे को निकलवाकर ब्रिटेन भेजा था। इस रेल मार्ग के अवशेष सिहावा क्षेत्र में आज भी कहीं-कहीं पर देखे जा सकते हैं 

मुख्यमंत्री ने आज सिहावा के ऐतिहासिक पुलिस थाने के परिसर में सबसे पहले खंभेश्वरी देवी पूजा-अर्चना की। ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि गांव के लोग अपने किसी भी धार्मिक अनुष्ठान और होली, दीवाली जैसे पर्व की शुरूआत यहां आकर खंभेश्वरी देवी की पूजा के साथ करते हैं। मुख्यमंत्री ने इसे काफी महत्वपूर्ण बताया। स्थानीय लोगों के अनुसार यह पुलिस थाना बस्तर अंचल मेें गुण्डाधूर के नेतृत्व में सन 1910 में अंग्रेजों के विरूद्ध हुए आंदोलन का भी सांक्षी है। मुख्यमंत्री ने सिहावा पुलिस थाने के पुराने रोजनामचों, वहां के माल थानों और ग्रामवार रखे पुराने अभिलेखों को भी देखा। डॉ. सिंह ने इन पुराने अभिलेखों को ऐतिहासिक दस्तावेज बताते हुए इन्हें हमेशा सुव्यवस्थित और सुरक्षित रखने के निर्देश दिए।
उन्होंने सिहावा के समाधान शिविर में जनता को सम्बोधित किया। डॉ. सिंह ने वहां बैंक स्थापना, वन विभाग के स्थायी निस्तारी डिपो, डोंगरीपारा में 500 मीटर सीमेंट कांक्रीट रोड और मुकुंदपुर से लखनपुर तक आठ किलोमीटर सड़क निर्माण करवाने की भी घोषणा की। डॉ. रमन सिंह ने यह भी कहा कि श्रंृगी ऋषि आश्रम में सौर ऊर्जा से प्रकाश व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कड़केश्वर नाथ मेले सुविधाओं के विस्तार का भी आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने सिहावा क्षेत्र में मनरेगा के तहत 91 लाख रूपए की लागत से मिट्टी और मूरम और दो सड़कों के निर्माणा का भी आश्वासन दिया। उन्होंने ग्रामीणों के आग्रह पर पुरानी चिरान लकड़ी के दोबार उपयोग के लिए वन विभाग के एस.डी.ओ. को वनमंण्डलाधिकारी की शक्तियां देने की भी घोषणा की।
उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों से कहा कि वन अधिकार मान्यता पत्र धारक सभी ग्रामीणों की जमीन को खेती योग्य बनाने के लिए समतलीकरण का काम जल्द करवाया जाए। डॉ. सिंह ने समाधान शिविर में राजस्व विभाग और आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विभाग के अधिकारियों को स्कूली बच्चों के निवास, जाति और आमदनी प्रमाण-पत्र उनके स्कूलों में ही बनवाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव श्री विवेक ढांड और सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

क्रमांक-616/स्वराज्य

Chief Minister visits the of place Mahanadi river's origin : Tourism facilities to be developed in this area from where Mahanadi originates : Shrighi Rishi Ashram to be illuminated with solar energy

Dr Raman Singh emphasizes on conservation of Mahanadi
Dr Singh inspects more than 100-year-old police station of Sihava
Chief Minister attends redressal camp

Raipur, 7 May 2017
 Chief Minister Dr Raman Singh today paid surprise visit to Sihava, the place of origin of Mahanadi River, under state-wide Lok Suraaj Abhiyaan. He met the head priest of Shrighi Rishi Ashram near Sihava hill Mr. Ishwar Das. Dr Singh inspected this place of River Mahanadi's origin, the river which is life-line for Chhattisgarh and Odisha states.
Dr Singh assured of facilitating development of necessary tourism facility around Sihava and Shrighi Rishi Ashram. He said- Shrighi Rishi Ashram will be illuminated and drinking-water supply will also be facilited there, using solar energy. Plantation work will be done alongside of the riverbank and conservation of this place will be done. Dr Singh said that it is a sacred place. Mahanadi River holds importance not only for Chhattisgarh but for the entire nation. I am fortunate to have got the opportunity of visting the place of Mahanadi River's origin. On the occasion, Chief Minister also inspected the nearly 119-year-old police station of Sihava. This area near Maharshi Shrighi Rishi Ashram was earlier the part of Bastar region. As per the records, at the time of British Rule during first freedom movement in year 1857, this police chowki was opened there, and later in year 1898 this police station was built. It is also noteworthy that the narrow gauage rail line from Raipur to village Kundai of Odisha state via Sihava area was built by British rulers for transportation of sal wood. During second world war, when England fell short of iron, British government had sent iron through this railway line. Ruins of this railway line can be found in Sihava even today.
Chief Minister today at first worshipped Khambeshwari Devi in the premise of historical police station of Sihava. Villagers told him that they begin all their regilious rituals and customs, even the celebration of festivals like Holi and Diwali, by offering salutations to Khambeshwari Devi. As per the localites, this police station is also an evidence of the movement against British rule, which took place in year 1910 in Bastar region under the leadership of Gundadhur. Chief Minister also went through the old records found in the Sihava police station.
In his address to the redressal camp held at Sihava, Dr Singh announced construction of Exit Depot of Forest Department, 500-m long cc-road in Dongripara, and 8-km long road from Mukundpur to Lakhanpur. Dr Raman Singh said that Shrighi Rishi Ashram will be electrified using solar energy. He also assured of expanding facilities in Kadkeshwar Nath Mela. He said to officials of District Administration that the ground leveling work for the forestland right certificate-holding villagers to make the lands allotted suitable for agriculture. In the camp, Dr Singh directed the officials of Revenue Department and Tribal Caste-Scheduled Caste Department to issue domicile, caste and income certificates to school students. Chief Secretary Mr Vivek Dhand and Secretary Subodh Kumar Singh were also present on the occasion.
number-616/Swarajya/Sana

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में बनी सड़कों की होगी जांच : राष्ट्रीय गुणवत्ता समीक्षक आएंगे छत्तीसगढ़

रायपुर, 07 मई 2017
छत्तीसगढ़ के चार जिलों बालोद, उत्तर बस्तर (कांकेर), जशपुर और रायगढ़ जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत निर्माणाधीन कार्यों का गुणवत्ता परीक्षण राष्ट्रीय गुणवत्ता समीक्षक करेंगे। इसके लिए राष्ट्रीय ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के गुणवत्ता समीक्षक दल चालू मई माह में राज्य के चार जिलों के सुदूरवर्ती क्षेत्रों का दौरा करेंगे।
राष्ट्रीय गुणवत्ता समीक्षकों द्वारा इन जिलों में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत निर्माणाधीन कार्यों का निरीक्षण कर गुणवत्ता परीक्षण किया जाएगा। इनमें श्री मुकुन चंद कानुगा और श्री शेखर गर्ग राज्य के बालोद तथा उत्तर बस्तर (कांकेर) जिले में दौरा कर सड़कों का निरीक्षण करेंगे। इसी तरह राष्ट्रीय गुणवत्ता समीक्षक दल के श्री मोहम्मद इलाही जशपुर और रायगढ़ जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के निर्माणाधीन कार्यों का गुणवत्ता परीक्षण करेंगे। यह जानकारी छत्तीसगढ़ ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के मुख्य अभियंता एवं राज्य गुणवत्ता समन्वयक ने दी है। 
क्रमांक 617/प्रेमलाल

प्रदेश को ग्यारह नवोदय विद्यालयों की नई सौगात : मुख्यमंत्री आज करेंगे आधा दर्जन नवोदय विद्यालयों का शुभारंभ

रायपुर, 13 जुलाई 2017 प्रदेश को ग्यारह नवोदय विद्यालयों की नई सौगात मिली है।  मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह कल 14 जुलाई को बालोद जिले के प्...