रायपुर, 07 जुलाई 2017
राज्य
सरकार एच.आई.वी. एड्स संक्रमित लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अभिनव पहल
कर रही है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य
एड्स नियंत्रण समिति द्वारा अन्य विभागीय योजनाओं से समन्वय कर संक्रमितों
को क्षमता के अनुकुल कौशल प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रदेश के 289 एचआईवी
संक्रमित लोगों को कौशल प्रशिक्षण दिया जा चुका है। योजना के तहत सिलाई,
कम्प्यूटर, कारपेंटर, ब्यूटी पार्लर इत्यादि में से अपनी रूचि एवं क्षमता
के अनुरूप प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य और
परिवार कल्याण मंत्री श्री अजय चन्द्राकर ने विगत दिनों समीक्षा बैठक के
दौरान अधिकारियों को एच.आई.वी. संक्रमित लोगों के आजीविका के लिए ठोस कदम
उठाने के निर्देश दिए थे।
स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक श्री आरः प्रसन्ना ने आज यहां बताया कि राज्य शहरी आजीविका मिशन के तहत सितंबर, 2016 से एच.आई. वी. संक्रमित लोगों को उनकी क्षमता अनुरूप कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि संक्रमित व्यक्ति एआरटी (एन्टीरिट्रो वायरल) केन्द्र पर अपना पंजीयन कार्ड की छायाप्रति और शैक्षणिक योग्यता आदि प्रमाण पत्र जमा कर योजना का लाभ ले सकते है।
स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक श्री आरः प्रसन्ना ने आज यहां बताया कि राज्य शहरी आजीविका मिशन के तहत सितंबर, 2016 से एच.आई. वी. संक्रमित लोगों को उनकी क्षमता अनुरूप कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि संक्रमित व्यक्ति एआरटी (एन्टीरिट्रो वायरल) केन्द्र पर अपना पंजीयन कार्ड की छायाप्रति और शैक्षणिक योग्यता आदि प्रमाण पत्र जमा कर योजना का लाभ ले सकते है।
क्रमांक-1488/ओम