Sunday, 9 July 2017

महाराणा प्रताप की जीवनगाथा देश और समाज के लिए प्रेरणादायक: डॉ. रमन सिंह : मुख्यमंत्री ने किया महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण

रायपुर, 09 जुलाई 2017
 
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि महाराणा प्रताप की जीवनगाथा आज भी देश और समाज के लिए प्रेरणादायक है। महाराणा प्रताप ने राष्ट्र की आजादी की रक्षा के लिए तलवार के जरिए संघर्ष किया था। आज के समय में हम सबको देश की तरक्की के लिए शिक्षा और कौशल जैसे हथियारों के जरिए आगे बढ़ने की जरूरत है। 
मुख्यमंत्री ने आज शाम यहां महाराणा प्रताप के प्रतिमा अनावरण और स्वर्गीय ठाकुर विघ्नहरण सिंह की स्मृति में निर्मित राजपूत भवन का लोकार्पण करते हुए इस आशय के विचार व्यक्त किए। उन्होंने टाटीबंध चौक में महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण किया। कार्यक्रम का आयोजन अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा और राजपूत निःस्वार्थ सेवा संघ द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। डॉ. सिंह ने इस मौके पर निकटवर्ती ग्राम सरोना में निर्मित राजपूत भवन का भी लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने सरोना में आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा - यह ऐतिहासिक अवसर है, जब हमारे देश के महानायक और महान योद्धा महाराणा प्रताप की विशाल प्रतिमा यहां पर स्थापित की गई है। 
डॉ. सिंह ने कहा-यह प्रतिमा न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणादायक होगी। यह उन दिनों की याद दिलाएगी, जब महाराणा प्रताप ने 12 वर्ष तक मुगलों के खिलाफ संघर्ष किया और मृत्यु पर्यंत उनके आगे अपना सिर नहीं झुकाया। महाराणा प्रताप की सेना में सभी समाजों के 20 हजार लोग सैनिक के रूप में शामिल थे। महाराणा प्रताप ने उनका नेतृत्व किया और तमाम कष्ट सहते हुए संघर्ष के पथ पर आगे बढ़ते रहे। उन्होंने कभी समझौता नहीं किया। उनकी जीवनगाथा देश और समाज के लिए प्रेरणादायक है। डॉ. सिंह ने कहा - महाराणा प्रताप ने तलवार के जरिए अपने देश की आजादी के लिए संघर्ष किया था। आज हमारे पास कौशल और शिक्षा का हथियार है, जिनकी सहायता से पूरे देश और प्रदेश को तरक्की की राह पर आगे बढ़ा सकते हैं। डॉ. सिंह ने कहा कि जिस उद्देश्य को लेकर स्वर्गीय ठाकुर विघ्नहरण सिंह ने इस राजपूत समाज की इस भवन की कल्पना की थी, वह आज साकार हो गया। यह भवन सभी के लिए उपयोगी होगा। 
विधानसभा अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल ने कहा- आज का दिन स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। महाराणा प्रताप ने मातृ भूमि के लिए लड़ते हुए अपने प्राणों का भी न्यौछावर कर दिया। हम सब उन्हें नमन करते हैं। कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि आज का दिन बड़ा गौरवशाली है, क्योंकि गुरू पूर्णिमा के अवसर पर देश के महानायक महाराणा प्रताप की मूर्ति राजधानी के महत्वपूर्ण स्थान पर स्थापित की गई है। इस प्रतिमा से पूरे युवाओं को प्रेरणा मिलेगी। आज हमें जीने की आवश्यकता है, ताकि देश के लिए हम सब कुछ योगदान कर सके। 
इस अवसर पर नेताप्रतिपक्ष श्री टी.एस. सिंहदेव, सांसद और उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री जगदम्बिका पाल तथा सांसद और अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री हरिवंश सिंह ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में लोक निर्माण मंत्री श्री राजेश मूणत, लोकसभा सांसद श्री अभिषेक सिंह, राज्य सभा सांसद श्री रणविजय सिंह जूदेव, संसदीय सचिव श्री राजू क्षत्रिय, बेमेतरा के विधायक श्री अवधेश चंदेल, महापौर श्री प्रमोद दुबे, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती वीणा सिंह और युवा आयोग के अध्यक्ष श्री कमलचंद्र भंजदेव भी उपस्थित थे। उनके अलावा राजपूत क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष ठाकुर होरीसिंह डौड, राजपूत निःस्वार्थ सेवा संघ महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष श्रीमती इला कल्चुरी और अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष श्री अवधेश सिंह गौतम भी मौजूद थे।
क्रमांक-1512/सचिन

‘रमन के गोठ’ : आकाशवाणी ले प्रसारित विशेष कार्यक्रम (सरगुझिया)(दिनांक 09 जुलाई, 2017, समय रात्रि : 08 : 00 से 08.20 बजे )

महिला उद्घोषक
जम्मों श्रोता मन ला नमस्कार!
- आकाशवाणी के विशेष प्रसारण ‘रमन के गोठ’ में हमन जम्मांे श्रोता मन कर हार्दिक स्वागत करथन, अभिनन्दन करथन। कार्यक्रम कर तेइसवां कड़ी बर आकाशवाणी कर स्टूडियो में माननीय मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह जी पधाएर चुकिन हें।
- डॉक्टर साहब नमस्कार, कार्यक्रम में राउर कर हार्दिक स्वागत है।
मुख्यमंत्री जी
- धन्यवाद। राउर आउ अपन रेडियो, टीवी सेट कर आगु बईठ के मोला सुनत जम्मों श्रोता मन के भी।  
- जम्मों संगता, सियान-जवान, दाई-बहिनी मन ला जय जोहार बदरी-पानी कर दिन शुरू होए गईस हे। हरियाली ले धरती दाई कर सिंगार होही, अउ किसान भाई-बहिन मन कर जीवन में उत्साह-उमंग आए जाही।
- सावन महिना में विशेष कइर के भगवान शंकर के पूजा पाठ होएल। सावन सोमार उपास रखथें। कांवरिया मन जल यात्रा करहीं। जघा-जघा सावन के मेला लागही। जघा-जघा रूख में झेलुआ बनाए के झुले कर मजा लेहल जाही।
- हरियाली कर तिहार, जिनगी कर तिहार मईन जाएल। तेकर बर जम्मो झन ला बधाई देहत हों।  
- संगता हो, जेतरा होए सके पेड़-पौधा लगावा आउ धरती ला हरियर बनावा। हमर सरकार हर एसों 8 करोड़ पौधा लगाए कर संकल्प लेहिस हे जेला जम्मो झन मिल जुइलके पूरा करबो। 
- 20 जुलाई कर तारीख ला सबझन ला सुरता करना है गोटा छŸाीसगढ़ कर जम्मो जिला में, तहसील में, ब्लॉक में, पंचायत में एकर बर निर्देश जारी होइस हे। कलेक्टर मन ला आउ फारेस्ट के अधिकारी मन ला कि 20 जुुलाई के गोटा छŸाीसगढ़ में हमन ए तिहार ला एक संगे मिल जुइल के मनाबो आउ 8 करोड़ पौधा लगाए कर जो बड़खा लक्ष्य हवे, ओ दिन हमन ला ओर कईर के संकल्प ला पूरा करना है। 
- अपन खुद कर जमीन में, खेत में अगर पेड़ लगाना है तो ओकरो बर पौधा उपलब्ध आहाए। ए अभियान ला हमन सब झन ला मिल के सफल बनाना है।
पुरूष उद्घोषक
- डॉक्टर साहेब, सावन कर महीना किसान मन कर उम्मीद कर महीना होएल। किसान भाई-बहिन मन तो बहुत बेसबरी ले ए मौसम कर इंतजार करथें। का ए बरसात, किसान भाई मन बर खुशी कर बरसात सिद्व होही ?
मुख्यमंत्री जी
- मैं ए कार्यक्रम कर माध्यम ले अन्नदाता मन कर हार्दिक अभिनंदन करथों। 
- राज्य कर समृधि आउ खुशहाली में हमर किसान भाई-बहिन आउ उनकर परिवारजन कर भरपूर योगदान रहिस हे। धान ले लेके दलहन-तिलहन तक, उद्यानिकी ले लेके पशुपालन, मछलीपालन तक हर क्षेत्र में बड़खा-बड़खा सफलता मिलिस हे। छŸाीसगढ़ ला पांच साल में चाएर गो, राष्ट्रीय कृषि कर्मण पुरस्कार मिलिस हे। 
- ए बछर सुघ्घर बरखा होए के संभावना हवे, जेकर से एसों धान उत्पादन कर नावा कीर्तिमान बनाए कर उम्मीद हमन करथन। 
- खरीफ 2017 में 48 लाख हेक्टेयर रकबा में बोनी के लक्ष्य राखल गईस है जेमे से 36 लाख 50 हजार हेक्टेयर में धान बुनल जाही। 
- 4 लाख हेक्टेयर में दलहन, 3 लाख हेक्टेयर में तिलहन आउ लगभग डेढ़ लाख हेक्टेयर में साग-सब्जी, गन्ना जईसा फसल लगाल जाही। 
- ए बछर अनाज, दलहन, तिलहन, साग-सब्जी मिलाए के 91 लाख 76 हजार मीट्रिक टन फसल उत्पादन कर अनुमान हवे। मैं ईश्वर से प्रार्थना करथों कि ए लक्ष्य हर पूरा होए आउ सुघ्घर फसल ले किसान मन कर घरे खुशी कर बरसात होए। 
महिला उद्घोषक
- माननीय मुख्यमंत्री जी, एक समय रहिस, जब किसान मन ला ए चिंता करना पड़त रहिस कि बिहन कहां से आही खाद कइसे मिलही, दवाई कइसे मिलही, बिजली कइसे मिलही? रउरे  अईसा कोन सा व्यवस्था करेही जेकर ले किसान भाई-बहिन  निश्ंिचत होए के अपन पूरा समय आउ जांगर खेती के काम मे लगाए सके। 
मुख्यमंत्री जी

- हमन किसान मन कर सुविधा बर योजना मन कर अईसा ताना-बाना बुने हन कि किसान ला हर चीज समय ऊपर बिना काहीं परशानी कर भेंटाए।
- 7 लाख 45 हजार क्विंटल बिहन कर आउ 10 लाख  65 हजार टन खान कर बेवस्था करल गईस हे। 
- किसान मन ला आगु 14 प्रतिशत ब्याज में कृषि ऋन लेना पड़त रहिस, जेकर ऊँचा दर कर चलते किसान ब्याज पटाए कर चक्कर में परेशान रहत रहिस आउ डिफाल्टर  होएले उनकर प्रगति रूइक जात रहिस। महंगा करजा कर दुष्चक्र ला हमन तोएड़ देहेन। 
- हमन सरलग ब्याज दर ला कम करेन आउ लगभग पांच बछर ले बिना बियाज कर अल्पकालीन कृषि ऋन देहथन जेकर लाभ हर बछर 11 लाख किसान मन ला मिलत हाय। 
- राउरे मन ला बताना चाहथों कि छŸाीसगढ़, देश के पहिला राज्य बने रहिस जेहर किसान मन ला ब्याज मुक्त ऋन देहे कर बेवस्था करिस। 
- राज्य में किसान आगु सिरिफ 150 करोड़ रूपिया कर ऋन ही लेत रहिन बाकी बियाज मुक्त ऋन मिले कर पाछु धीरे-धीरे परिवर्तन आईस आएज 3 हजार करोड़ रूपिया ले बगरा कृषि ऋन किसान उठाथें। एकर ले पता चलत हाय कि छŸाीसगढ़ में किसान मन कर अर्थ व्यवस्था हर केतना ऊंचा छलांग लगाईस हे। 20 गुना बगरा ऋन लेहे ले उनकर उत्पादन कर मूल्य भी कई गुना बगरा बढिस हे। 
- धान छŸाीसगढ़ कर जान हवे।एकरे बर हमन धान खरीदी कर शानदार आउ पारदर्शी बेवस्था करेन, हमर किसान हितकारी बेवस्था कर तारीफ पूरा देश में होत हे। 
- 1 हजार 989 उपार्जन केन्द्र में धान खरीदी कर बेवस्था हे।
- बितल 13 बछर में लगभग 6 करोड़ 22 लाख मीट्रिक टन धान खरीदल गईस आउ किसान मन ला करीब 64 हजार 730 करोड़ रूपिया कर भुगतान करल गईस।
- कृषि लागत कम करे कर उपाय, बढ़िया फसल, खरीदी कर शानदार बेवस्था जईसा  कारण ले किसान मन कर समृद्वि बाढ़िस हे। एकरे बर मैं कहथों कि किसान कर जिनगी में सुखद बदलाव आईस हे। 
- धमतरी में प्रदेश कर पहिला किसान-बजार शुरू करल गईस हे। जिला प्रशासन कर पहल ले अईसा बेवस्था करल गईस है, जेमे उत्पादक आउ ग्राहक ला नजदीक लानल गईस हे आउ बिचौलिया ला हटाए देहल गईस हे। ए नियर सब्जी उत्पादक किसान मन ला अपन उपज कर बढ़िया दाम मिलथे आउ नागरिक मन ला सस्ता आउ ताजा सब्जी मिलत हाय।
- ‘किसान-बाजार’ में सब्जी उत्पादक मन कर सत्यापन, पंजीयन काउंटर, आबंटन तौल-मशीन मन कर बेवस्था करल गईस हे। सब्जी कर दर एगोट समिति तय करेल। इहां रोज लगभग डेढ़ टन सब्जी बिहाने दुई घण्टा में बंेचाए जाएल।
- मैं चाहथों कि अईसा बेवस्था आने जिला में भी होए। 
पुरूष उद्घोषक
- माननीय मुख्यमंत्री जी, अईसा कोन सा प्रमुख योजना मन हैं जेमन किसान मन कर जिनगी में बड़ा बदलाव लानथे? 
मुख्यमंत्री जी
- छत्तीसगढ़ पहिला राज्य है, जेहर 5 एस.पी. कर पम्प तक निःशुल्क बिजली देहेकर सुविधा देहिस हे। 
- प्रति पम्प 7 हजार 5 सौ यूनिट तक निःशुल्क बिजली देहे ले प्रति किसान औसतन 31 हजार रूपिया कर वार्षिक लाभ मिलत हाय। 
- अनुसूचित जाति/जनजाति कर किसान मन ला प्रति किसान 50 हजार रूपिया कर लाभ ए योजना ले मिलत हाय।
- एतना ही नहीं, जहाँ परम्परागत बिजली देना संभव नई हे उहां सौर सुजला योजना कर माध्यम ले दुई बछर में 51 हजार सोलर पम्प देहे कर योजना शुरू करल गईस हे। 
- ए योजना में 3 लाख ले 5 लाख रूपिया मूल्य कर पम्प किसान मन ला अबगा 7 हजार ले 20 हजार रूपिया तक में देहल जाथे। 12 हजार किसान मन ला ए योजना कर लाभ मिल चुकिस हे। 
- लघु एवं सीमांत किसान मन बर स्प्रिंकलर बर 11 हजार 800 रूपिया आउ आने किसान मन बर 7 हजार 800 रूपिया कर अनुदान देहल जाथे। एही नियर ड्रिप बर भी 40 हजार ले 60 हजार रूपिया प्रति हेक्टेयर तक अनुदान देहल जाथे। 
- बछर 2016-17 में लक्षित 29 हजार हितग्राही मन कर संख्या हर विŸाीय बछर 2017-18 में बाएढ़ के 1 लाख ले बगरा हो गईस। 
- माइक्रो-ऐरिगेशन बर नाबार्ड ले 193 करोड़ रूपिया कर ऋन लेके बड़ा पैमाना में सिंचाई सुविधा देहे कर निर्णय लेहल गईस हे। प्रदेश में सहकारी क्षेत्र में 4 शक्कर कारखाना स्थापित करल गईस हे। 12 हजार ले बगरा किसान मन ला लगभग 33 हजार रूपिया  औसत कर दर ले गन्ना बोनस कर भुगतान करल गईस। परम्परागत कृषि विकास योजना कर अंतर्गत है जिला सरगुजा, सूरजपुर, जशपुर नगर, कोण्डागांव, दंतेवाड़ा आउ कोरबा कर गांव में जैविक प्रमाणीकरण कर अभियान  चलाल।
- 9 हजार एकड़ क्षेत्र कर 8 हजार ले बगरा किसान मन ला एमे शामिल करल गईस हे। 
- जैविक खेती मिशन में 5 जिला गरियाबंद, नारायणपुर, बीजापुर, सुकमा आउ दंतेवाड़ा आउ 22 जिला कर एक-एक विकासखण्ड ला पूर्ण जैविक बनाए कर कार्य योजना तियार करल गईस हे।  
- ’पर ड्रॉप मोर क्रॉप’ योजना में 59 करोड़ रूपिया कर लागत ले 4 हजार 860 हेक्टेयर में ड्रिप आउ 23 हजार ले बगरा हेक्टेयर में स्पिं्रकलर सिस्टम स्थापित करल गईस हे। 
- राष्ट्रीय कृषि विकास योजना कर तहत नदी, नाला कर किनारे 29 हजार ले बगरा सेलो ट्यूबवेल कर खनन करल गईस हे ओकर संगे 15 करोड़ रूपिया कर लागत ले 185 चेक डेम कर निर्माण करल गईस हे। 
- किसान समृद्धि योजना कर तहत बछर 2016-17 में 5 हजार किसान मन बर खेत में 14 करोड़ रूपिया कर लागत ले नलकूप कर खनन करल गईस हे। 
- शाकम्भरी योजना में लघु सीमांत किसान मन ला 8 हजार 300 कूप खोएद के देहल गईस आउ 1 लाख 86 हजार ले बगरा पम्प देहल गईस।
- खरीफ क्रांति विस्तार योजना में 4 लाख 76 हजार किसान मन ला 108 करोड़ रूपिया कर लागत ले बिहन, फसल प्रदर्शन एकीकृत कीटनाशक, बोरवेल, कृषि यंत्र मन कर लाभ देहल गईस हे। 
- किसान मन ला 58 लाख रूपिया ले बगरा निःशुल्क खसरा आउ नक्शा कर प्रतिलिपि देहल गईस हे। 
- प्रदेश का सिंचित रकबा 22 प्रतिशत ले बइढ के  34 प्रतिशत होए गईस हे। 
- अभियान लक्ष्य भागीरथी कर तहत 106 पुराना आउ अपूर्ण योजना मन ला पूर्ण करे ले 51 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में नावा सिंचाई  क्षमता बनिस हे। 
- प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में जल कर मांग आउ उपलब्धता कर अन्तर  ला कम करे बर जिला आउ राज्य स्तर में अलग-अलग सिंचाई योजना तियार करल गईस हे। ‘‘फास्ट ट्रेक‘‘ प्रगति बर राज्य कर 3 गो सिंचाई परियोजना खारंग, मनियारी, आउ केलो कर चयन करल गईस हे। बछर 2019 तक ए योजना मन ले 42 हजार 625 हेक्टेयर क्षेत्र मंे सिंचाई क्षमता सृजित होही। 
महिला उद्घोषक
- माननीय मुख्यमंत्री जी, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी किसान मन कर आय बछर 2022 तक दुईगुना करेकर लक्ष्य रखिन हें। एही नियर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना ला भी किसान मन कर सुरक्षा कर दृष्टि ले एगोट क्रांति मानल गईस। ए दुनों योजना मन ला लेके राज्य सरकार कती ले का कदम उठाल गईस हे? 
मुख्यमंत्री जी
- देश में पहिला धाएर किसान मन कर आय दुईगुना करे बर समयबध  कार्यक्रम बनाल गईस हे। जेमें जलवायु, माटी, स्थानीय विशेषता ला धियान में राखत, रोड मैप तियार करल गईस हे कि कोन परिस्थिति में कोन सा फसल लेना चाही। 
- माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने ‘प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना’ शुरू कईर के जो क्रांतिकारी पहल करे रहिन ओकर भरपूर लाभ छŸाीसगढ़ कर किसान मन ला मिलत हे। सूखा पड़े कर अलावा खेत में खड़ा या खलिहान में राखल फसल ला आगी, पानी आउ आने तरह ले सुरक्षा देहे बर भी ए योजना एगोट वरदान हवे। 
- ऋन लेहे वाला किसान मन कर अलावा अऋनी किसान मने जे किसान कर्जा नई लेथें आउ जेमें  भू-धारक आउ बटाईदार भी शामिल हवें, जम्मो झन ला प्रधानमंत्री फसल बीमा कर लाभ देहल जाथे। 
- प्रदेश में धान सिंचित, धान असिंचित, मकई, सोयाबीन, मूंगफली, रहर, मूंग, उरद, उद्यानिकी फसल जईसे केला, पपीता, अमरूद, टमाटर, भन्टा, मरचाई, अदरक, पत्तागोभी, फूलगोभी, पियाज मन ला बीमा कर दायरा में लानल जा चुकिस हे। 
- ए योजना में किसान मन ले मात्र 2 प्रतिशत प्रीमियम लेके ही पूरा फसल कर बीमा कराल जाएल। बाकी प्रीमियम कर भुगतान सरकार करेल। 
- बितल बछर खरीफ आउ रबी फसल ला मिलाए के राज्य में 16 लाख ले बगरा किसान मन ला ए योजना कर लाभ मिलिस, जेकर बर कुल 340 करोड़ रूपिया कर राशि प्रीमियम कर रूप में सरकार कती ले देहल गईस जेमें केन्द्र आउ राज्य सरकार कर 50-50 प्रतिशत कर भागीदारी होएल। 
- बछर 2015 कर सूखा में किसान मन ला होल नुकसान कर बदला में 650 करोड़ रूपिया कर बीमा दावा कर भुगतान प्रभावित किसान मन ला करल गईस। 
- एकरे बर मैं किसान भाई मन ले अपील करथों कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में भागीदार बनें आउ अपन फसल कर सुरक्षा करवाएं। 
पुरूष उद्घोषक
- डॉ. साहब, राज्य में किसान मन कर मदद बर अनेक संस्था मन कर संचालन करल जाथे। हालेच में रउरे ‘किसान मितान केन्द्र‘ खोले कर घोषणा करेही। एकर ले किसान मन ला का लाभ होही?
मुख्यमंत्री जी
- हमन अईसा अनेक संस्था शुरू करे हन, जेमन किसान मनकर हर जरूरत में काम आए आउ किसान कोई भी परिस्थिति में अपन आपला अकेला महसूस झिन करें, ओला भौतिक आउ मनोवैज्ञानिक दुनो तरीका ले ये जनाए कि पूरा सरकार आउ बेवस्था ओकर संगे खड़ा हे। 
- एकरे बर हमन एगोट कृषि विश्वविद्यालय होए कर बाद भी कामधेनु विश्वविद्यालय  कर स्थापना करेन, जेहर पशुपालन में किसान मन कर मार्गदर्शन करही आउ एकर अनुरूप शिक्षा कर प्रसार करही। 
- अब हमर राज्य में 2 विश्विविद्यालय 31 कृषि महाविद्यालय, 20 कृषि विज्ञान केन्द्र संचालित करल जाथे।  
- 92 विकासखड में शहीद वीरनारायण सिंह बहुउद्देशीय कृषक सेवा केन्द्र आउ 360 कृषक सूचना केन्द्र स्थापित करल गईस हे। 
- राज्य में कृषि प्रशिक्षण अकादमी कर स्थापना करल गईस हे। 
- किसान मन ला मिट्टी कर जांच के सुविधा देहे कर 26 गो स्थायी आउ 174 मिनी मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला कर स्थापना करल गईस हे। 
- स्वायल हेल्थ कार्ड वितरण कर भी एगोट कीर्तिमान बनिस हे। लक्ष्य ले 112 प्रतिशत बगरा मने 43 लाख 38 हजार कार्ड बांटल जा चुकिस हे। 
- उर्वरक/पौध संरक्षण/औषधि/बायोफर्टिलाइजर/जैविक खाद/कृषि यंत्र मन कर परीक्षण आउ गुण नियंत्रण ले सम्बन्धित प्रयोगशाला कर स्थापना करल गईस हे।   
- बिलासपुर, जगदलपुर आउ अंबिकापुर में नवीन बिहन परीक्षण प्रयोगशाला कर स्थापना करल गईस हे। 
- हर दुई गांव कर बीच एगोट ‘किसान संगवारी‘ नामांकित करल गईस हे। विकासखण्ड आउ जिलास्तर पर किसान संगवारी मन कर सम्मेलन आयोजित करे कर निर्देश संभागीय आयुक्त आउ जिला कलेक्टर मन ला देहल गईस है जेकर ले हर स्तर में अपन गांव-घर के नजदीक किसान मन ला तुरंत सही सलाह  मिल सके।
- एही कड़ी में हर जिला मुख्यालय में किसान-मितान केन्द्र खोले कर निर्णय लेहल गईस हे ताकि किसान मन ला एके छत के नीचे उनकर बर जरूरी जम्मो जानकारी मिल सके। जम्मो विभाग मन कर मार्गदर्शन आउ सहयोग मिल सके।  
- ए केन्द्र में राजस्व, कृषि, सहकारिता,  ग्रामीण विकास,  ऊर्जा, जल संसाधन विभाग, सहकारी बैंक मन के अधिकारी मन कर ड्यूटी लगाल गईस हे। इहां दूरभाष के सुविधा भी देहल जाही जेकर से किसान भाई सीधे आए के चर्चा कर सकें आउ अगर ओमन खुद नई आए पारथें तो फोन ले बात कईर के समस्या कर समाधान कईर सकें। 
- राष्ट्रीय स्तर पर ‘ई-नाम’ मतलब इलेक्ट्रॉनिक राष्ट्रीय कृषि बाजार कर बेवस्था ले छŸाीसगढ़ कर 14 मंडी ला जोएड़ देहल गईस हे। एकर ले हमर गांव-गांव में रहे वाला किसान भाई मन ला देश के अलग-अलग मण्डी मन में चलत भाव पता रहेल। एकर ले किसान मन ला अपन फसल सही दाम में बेचे में मदद मिलथे।  
महिला उद्घोषक
- डॉ. साहब, एक जुलाई 2017 कर दिन भारत आर्थिक इतिहास में एगोट नावा अध्याय कर रूप में दर्ज होईस हे।  जी.एस.टी. कर शुरूआत कर संगे देश में अप्रत्यक्ष कर के जो नावां प्रणाली कर श्रीगणेश होईस हे, ओकर सम्बन्ध में छŸाीसगढ़ के का तियारी हे आउ रउरे एला का रूप में देखथी ? 
मुख्यमंत्री जी
- आगु दुकानदार ला अलग-अलग तरह के काम -धंधा बर 16 तरह के कर भुगतान करना पड़त रहिस, जेला हटाए के अब सिरिफ एक कर जी.एस.टी. कर भुगतान करना होही, जेकर बर ऑनलाइन बेवस्था करल जाथे। 
- व्यापारी मन ला अलग-अलग तरह के कर पटाए आउ ओ सबके हिसाब-किताब बर बहुत समय देहे कर चलते ओमन ला बंधन महसूस होत रहिस अब एकर ले राहत मिलही।
- एकरे बर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी नावांकर प्रणाली ला आर्थिक आजादी कर नाम देहिन हे। ओमन जी.एस.टी. ला गुड एण्ड सिम्पल टैक्स कहिन हे जेकर मतलब होएल अच्छा आउ सरल कर‘।
- ए तरह ले आजादी कर बाद सरलग देश में जो कर के मक्कड़जाल बिछ गए रहिस, ओला खतम कइर देहल गईस हे। 
- ये हर अर्थ व्यवस्था ला मजबूत बनाए कर शंखनाद हवे। भारत ला आर्थिक महाशक्ति बनाए  कर श्रीणेश हवे।  
- जीएसटी ले व्यापारी-व्यवसाई मन ला सुविधा होही एकरे संगे आम जनता खासकर गरीब मनला भी ढेरेच लाभ होही।
- कृषि आउ घरेलू उपयोग कर ज्यादातर वस्तु मन ला जी.एस.टी. ले मुक्त रखल गईस हे।
- आम जरूरत कर 80 प्रतिशत सामान ऊपर मात्र 5 लेे 18 प्रतिशत कर बीच जी.एस.टी. लगाल गईस हे। उच्च वर्ग मन के उपयोग कर चीज बर ही 28 प्रतिशत के दर ले जी.एस.टी. लगाल गईस हे, जेकर संख्या भारी कम हे। 
- छत्तीसगढ़ में तत्काल प्रभाव ले हमन आरटीओ कर 16 गोट नाका ला खतम कइर देहे हन, जेकर ले जी.एस.टी. कर भावना के अनुरूप निर्बाध परिवहन होए सके। अईसा अनेक लाभ भविष्य में देखे बर मिलहीं।  
- ए नियर जी.एस.टी. कर स्वागत सब झनला मिलके करना चाही।
- मैं विश्वास दिलात हों कि जी.एस.टी. गांव-गरीब आउ किसान कर हित में हवे।
पुरूष उद्घोषक
- श्रोता हो। राउर मन के प्रतिक्रिया हमन ला राउर चिट्ठी, सोशल मीडिया- फेसबुक, ट्विटर के साथ SMS ले भी ढेरे संख्या में मिलथे। एकर बर राउर मन ला बहुत-बहुत धन्यवाद। आगु भी रउरे अपन मोबाइल कर मैसेज बॉक्स में त्ज्ञळ कर बाद स्पेस लेके अपन विचार लिखके 7668-500-500 नम्बर में भेजत रही आउ संदेश कर आखिर में अपन नाम आउ पता लिखना झिन भुलाब। 
मुख्यमंत्री जी
- मोला खुशी हे कि ए धाएर ढेरे चिट्ठी आउ संदेश पौधारोपण ला लेके हवे। मोहन निषाद, विक्रम क्षत्रिय, राधेश्याम साहू सलाह देहिन हवें कि वृक्षारोपण कर राशि कर सदुपयोग होना चाही। 
- डिसेन्ट देवांगन ने पीपल कर पेड़ लगाए बर, आरती कांकरिया नीम कर पेड़ लगाए बर आउ निर्मल अवस्थी औषधि पौधा लगाए कर सुझाव देहिन हे। 
- लक्ष्मी प्रधान, अरविंद कुमार सिंह, सोनू विश्वकर्मा, नरेश वर्मा, सतीश मिश्रा, माधुरी सिंह, बाबर शेख, विपिन सिंह चंदेल, सुधीर वैश्य एमन हरियर छŸाीसगढ़ कर सराहना करिन हें आउ एकर ले जुडे़ कर अपील करिन हें।
- कमलेश वानखड़े हर तो मोला‘ पेड़ कर जइसा  उमर मिले कर भी शुभकामना देहिस हे। 
- राउर मन के सुझाव ले मोके प्रेरणा मिलेल राउर मन ला धन्यवाद।  
- ए महिना 6 जुलाई के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी कर जनम दिन मनाल गईस। 19 जुलाई के डॉ. खूबचंद बघेल कर आउ 23 जुलाई के अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद कर जनम दिन हवे। मैं ए महान विभूति मन कर नमन करथों, एमन कर व्यक्तित्व आउ कृतित्व हमर बर प्रेरणा कर स्त्रोत हवे। 

महिला उद्घोषक
- आउ श्रोता हो, अब बारी हवे ‘क्विज‘ कर। 
- चउदहवां क्विज कर प्रश्न रहिस-
- पहिला ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ कब मनाल गईस ?
- जेकर सही जवाब हवे - A सन् 2015
- सबले हालु जे पांच श्रोता मन सही जवाब भेजिन हें ओमन कर नाम हवे -
1. श्री कुलेश्वर सिंह ठाकुर, भिलौनी, जिला बेमेतरा
2. श्री जीवन लाल रजक, लक्षणपुर, जिला बलौदाबजार
3. श्री सत्येन्द्र साहू, तेलीबांधा, रायपुर
4. श्री ऋषभ चौहान, दोन्दे खुर्द जिला रायपुर
5. श्री तेजेन्द्र कुमार साहू, रत्नाबांधा, धमतरी
पुरूष उद्घोषक
- आउ श्रोता हो अब  बेरा है पन्द्रहवां क्विज कर सवाल हवे -
- 14 अगस्त 2017 को डॉ. रमन सिंह जी, मुख्यमंत्री कर रूप में केतना दिन पूरा करथें -
- इसका सही जवाब ) A) 4500 दिन
                               (B) 5000 दिन
एमे लो कोई एके गो जवाब सही हवे। 
- अपन जवाब देहे बर अपन मोबाइल कर मैसेज बॉक्स में QA लिखें आउ स्पेस देके A या B जो रउरे के सही लगे ओ एक अक्षर लिखके 7668-500-500 नम्बर पर भेज दें। आउ संग में अपन नाम आउ पता भी जरूर लिखी। 
- रउरे मन ‘रमन के गोठ’ सुनत रही आउ अपन प्रतिक्रिया ले हमन ला अवगत करात रही। एकरे संग आएज कर अंक के हमन इहें समापन करथन। अगला अंक में 13 अगस्त के होही राउर मन से फेर भंेट। तब तक बर देई हमन ला विदा। नमस्कार

‘ रमन चो गोठ’ : आकाषवाणी ले प्रसारित बिषेष कार्यक्रम : (दिनांक 9 जुलाई 2017, समय रात्रि 08 :00 से 08 :20 बजे)

महिला उद्घोषक
सपाय सुनतो लोग के जुहार
आकाशवाणी चो विशेष प्रसारण ‘रमन के गोठ‘ ने आमी सपाय सुनतो लोग के स्वागत करुंसे, जुहार करुंसे। कार्यक्रम चो 23 नम्बर चो कड़ी काजे, आकाशवाणी चो स्टूडियो ने माननीय मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह जी अमरलासोत।
डॉ. साहब, जुहार। कार्यक्रम ने तुमचो स्वागत करुंसे।
मुख्यमंत्रीजी
धन्यवाद। तुमचो आरु आपलो रेडियो आरु टीवी चो पूरे बसून भाति मोके दखतो लोग मनके बले।
जमाय संगवारी मन, सियान मन, जुवान मन, आया-बहिन मनके जुहार,। एबे चमास बतर मुर होउन गेली से हरियाली ले माटी माय चो सिंगार होयदे, आरु किसान भाई-बहिन मन चो जीवना ने उदिम जायदे।
सावन महिना ने आगर करुन भगवान शंकर चो पूजा पष्टा होयसे। सावन सोमार चो उपास संगासोत। कांवड़ धरुन कांवड़िया लोग मन जलयात्रा करसोत। ठान-ठान ने सावन मंडई होयसे। ठान-ठान ने रुख मन ने झूलना बांधून झूलतोर हरिक बले देतोर होयदे।
हरियाली चो तिहार जीवना चो तिहार बनून जायसे। एई काजे सपाय लोग के बधाई देंयसे।
संगवारी मन, जितरो होउक सके, रुख-राई मंडावा, आरु पिरथी के हरियर बनावा। आमचो सरकार ए बरक आठ करोड़ बुटा मंडातोर संकलप धरलीसे। जेके सपाय मिसुन भाति सम्पूरन करवां। 
20 जुलाई तारीख सपाय के सुरता संगातोर आय। गुलाय छत्तीसगढ़ चो सपाय जिला ने, तहसील ने, ब्लाक ने, पंचायत ने ए सांगलोर होली से। कलेक्टर मन के आरु फारेस्ट चो अधिकारी मन के, कि 20 जुलाई के गुलाय छत्तीसगढ़ ने आमी ए तिहार के मिलुन-मिसुन मनावां, आरु ए आठ करोड़ बुटा मंडातोर ए जे बड़े सोर आसे, हुनके आमी हुनी दिन मूर करुन संकलप के संपूरन करवां। 
आपलो खुद चो भुंय ने, बेड़ा ने जसन बुटा मंडातोर आसे, जाले हुनचो काजे आमचो लगे बुटा मन आस आरु फर बीती बुटा मन बले आसे। 
ए अभियान के आमके मिलुन मिसुन भाति करुक लागेदे
पुरुष उद्घोषक
डॉक्टर साहेब, सावन चो महीना किसान मनचो आसरा चो महीना रहेसे। किसान भाई-बहिन मन तो खुबे हरबर होउन ए बतर के टाकू रसोत। काय एसू चो बरसा, किसान भाई मन काजे हरीक चो बरसा माहा दखा देयदे?
मुख्यमंत्री जी
मैं ये कार्यक्रम चो माध्यम ले अन्नदाता मन के मोचो हिरदे ले मान करेंसे।
 राज्य चो उन्नति बाड़ती आरु हरिक उदिम ने आमचो किसान भाई-बहिन मन आरु हुनचो घर चो लोग मन चो खुबे हाथ रली से। धान-पान ले धरुन दार मांदी, तिल मांदी, पाक मांदी ले धरुन पशु पोसतोर, मछरी पोसतोर सपाय बाटे बड़े-बड़े जीत मिरली से। छत्तीसगढ़ के पांच बरक ने चार हार ‘राष्ट्रीय कृषि कर्मण‘ पुरस्कार मिरली से।
ए बरक नंगत बरसा  होतोर हिसाब दखा देयसे, जेचो ले एसु उपजन जो नुआ कीर्तिमान बनातोर आसरा आमी करुंसे। 
खरीफ 2017 ने 48 लाख हेक्टेयर रकबा ने बुनतोर सोर उवाटलो आसे। जे थाने 36 लाख 50 हजार हेक्टेयर ने धान बुनतोर होयदे। 
4 लाख हेक्टेयर ने दार मांदी चो फसल, 3 लाख हेक्टेयर ने तिल मांदी चो फसल आरु डेढ़ लाख हेक्टेयर ने साग-सब्जी, डांडा ये सपाय फसल मंडातोर होयदे।
ए बरक ने अनाज, दलहन, तिलहन, साग-सब्जी मिसाउन 91 लाख 76 हजार मिटरिक टन फसल उपजातोर आमचो अंदाज आसे।
मैं भगवान के सुमरना करेंसे कि से सोर सम्पूरन होओ आउर नंगत फसल किसान चो घर ने हरिक उदिम चो बरसा होओ।

महिला उद्घोषक
माननीय मुख्यमंत्री जी, गोटोक समया रहे, जेबे किसान मनके ए फिकिर करुक पड़ते रहे कि बीज कहां ले आनवां, खत कसन मिरेदे, दवई ओखत कसन मिरेदे, बिजली कसन मिरेदे? आपन मन असन काय बेवस्था करलासाहास कि जेचो ले किसान भाई-बहिन मन कांई चिंता-फिकिर नी करुं, आपलो जमाय समया आरु मसागत के, बेड़ा चो काम ने देउक सकदे।
मुख्यमंत्रीजी
आमी किसान मन चो सुविधा काजे योजना मन चो असन ताना बाना बनालूंसे, कि किसान मन के सपाय जीनिस नंगत समया ने, कांई तकलीफ नाहलो मिरुक सकेदे।
7 लाख 45 हजार कुंटल बीज के आउर 10 लाख 65 हजार मिटरिक टन खत जुहातो उवाट बले होली से।
किसान मन के आगे 14 प्रतिशत ब्याज ने खेती किसानी काजे करजा धरुक पड़ते रहे, जे आगर मोल होतो के किसान मन बियाज पटातो हिसाब ने डंड होते रहोत आउर पटाउक नी सकतो कारन हुन मन चो बाड़ती थेबुन जाते रहे। अदांय मांहांग करजा के गुचाउन दिलुंसे।
आमी सरलगा बियाज चो मोल कम करलू आरु पांच साल माहा होली, बियाज नाहलो कम समया चो कृषि ऋण देउंसे, जेचो फायदा रोजे बरक 11 लाख किसान मन के मिरेसे।
मैं ये गोठ के बले सांगतोर साफ करेंसे कि छत्तीसगढ़, देश चो पहिल राज्य बनू रहे, जे किसान मन के बियाज नाहलो करजा देतो बेवस्था करु रहे।
राज्य ने किसान आगे 150 करोड़ रुपया करजा बले नी धरुक सकते रला, मांतर बिन बियाज जो करजा होतो के एबे 3000 करोड़ रुपया ले आगर बेड़ा खाड़ा कमानी काजे करजा उठासोत।
काहां 150 करोड़ रुपया आरु कहां 3 हजार करोड़ रुपया। ए चो ले आमी जानुक सकूं कि छत्तीसगढ़ ने किसान मन चो अर्थव्यस्था के कितरो बाड़ती मिरली से। 20 गुना आगर करजा धरतो के हुन मन चो उपजन मोल बले क्येक गुना आगर बाड़लीसे।
धान छत्तीसगढ़ जो जीव परान आए। एई काजे आमी धान घेनतोर पारदर्शी आरु जोरदार बेवस्था करलूसे। आमचो किसान मन चो भलई बीती बेवस्था चो गुलाय देश ले संहरानी होयसे।
1 हजार 989 उपार्जन केन्द्र मन ने धान घेनतोर बेवस्था आसे।
गेलो 13 बरक ने 6 करोड़ 12 लाख मिटरिक टन धान घेनतोर होली आरु किसान मन के असनी 64 हजार 730 करोड़ रुपये देतोर होली। 
बेड़ा-खाड़ा कमानी खर्चा कम होतो के, नंगत फसल आरु घेनतो उवाट नंगत होतो कारण किसान मन चो बाड़ती होलीसे, जेचो ले गांव मन ने घर मन बाड़ते जायसे। किसान भाई बहिन मन, पीला-झीला मन चो पढ़ई-लिखई ने नंगत खरचा करसोत। मोटर सायकल, ट्रेक्टर, थ्रेसर, हार्वेस्टर ए सपाय चो घेनतोर उवाट बाड़लीसे। एई काजे मैं बलेंसे कि किसान मन चो जीवना ने सुख-शांति बीती बाड़ती होलीसे।
धमतरी में प्रदेश चो पहिल ‘किसान बाजार‘ मूर होली से। जिला प्रशासन चो उवाट हिसाब ने असन बेवस्था होली, जेथा उपजातो लोग आरु घेनतो लोग लगे-लगे ईला, आरु कोचिया मन गुचला। असन करुन साग कमाऊ किसान के आपलो उपजन चो नंगत मोल मिरेसे आरु लोग बाग के सुकाल आरु नंगत साग बरे मिलेसे।
‘किसान बाजार‘ ने साग कमाऊ लोग चो सत्यापन, पंजीयन, काउंटर आबंटन, तौल मशीन ए सपाय चो बेवस्था करतोर होली से। साग चो मोल गोटोक समिति बाटले करतोर होयदे। एथा रोजे दिना डेढ़ टन माहा साग बिहाने दुय घंटा ने बिकुन जायसे।
मोचो बलतोर आसे कि असनी बेवस्था दुसर जिला मन ने होओ।
पुरुष उद्घोषक
माननीय मुख्यमंत्री जी असन काय काय योजना मन आसोत, जे किसान मन चो जीवना सुधरातोर बाट ने नेतोर काम करेसोत
मुख्यमंत्रीजी
छत्तीसढ़ पहिल राज्य आय, जे 5 एचपी चो पम्प तक ने फोकाहा ने बिजली देतोर सुविधा देयसे। 
गोटोक पम्प ने 7 हजार 500 यूनिट तक फोकाहा ने बिजली देतो के गोटोक किसान के 31 हजार रुपया माहा रोजे बरक लाभ मिरेसे।
अनुसूचित जाति/जनजाति चो किसान मन के गोटोक किसान के 50 हजार माहा फायदा ए योजना ले मिरेसे।
इतरई नांई, जे थाने बिजली देतोर उवाट नी होउक सके, हुंता सौर सुजला योजना हिसाब ने दुय बरक ने 51 हजार सोलर पम्प देतोर योजना मूर होलीसे। 
ये योजना ने 3 लाख ले 5 लाख मोल चो पम्प किसान मन के सोजे सात हजार ले 20 हजार रुपए ने देतोर होयसे। 12 हजार किसान मन के ये योजना चो लाभ मिरलीसे।
नानी आरु बड़े किसान मन के स्पिं्रकलर काजे 11 हजार 800 रुपया आरु दूसर किसान मन के 7 हजार 800 रुपया चो छूट देतोर होयसे। असनी ड्रिप काजे बले 40 हजार ले 60 हजार रुपया एक हेक्टेयर हिसाब ने छूट देतोर काम होयसे।
बरक 2016-17 ने 29 हजार हितग्राही चो सोर रहे। ए बरक 2017-18 ने आगर होउन 1 लाख ले आगर होउन गेलीसे।
माईक्रो एरीगेशन काजे नाबार्ड ले 193 करोड़ चो कर्जा धरुन सिंचाई सुविधा देतोर उवाट बनलीसे। 
प्रदेश ने सहकारी क्षेत्र ने 4 ठान शक्कर कारखाना खोलतोर होली। 12 हजार ले आगर किसान मन के 33 हजार रुपया माहा औसत दर ने डांडा कमानी चो बोनस पैसा गेली।
परम्परागत कृषि विकास योजना भीतरे 6 ठान जिला सरगुजा, सूरजपुर, जशपुरनगर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा आरु कोरबा चो गांव मन ने जैविक उवाट ले कमानी अभियान चलेसे। 9 हजार एकड़ ठान चो 8 हजार किसान मन एथा शामिल होलासोत।
जैविक खेती मिशन ने 5 जिला गरियाबंद, नारायणपुर, बीजापुर, सुकमा आरु दंतेवाड़ा थाने आउर 22 जिला चो गोटोक-गोटोक विकासखण्ड के संपूरन जैविक बनातोर उवाट बले तिआर करलो आसे।
‘पर ड्रॉप मोर क्रॉप‘ (गोटोक थिपा-आगर फसल) योजना ने 59 करोड़ रुपया ने 4 हजार 860 हेक्टेयर ने ड्रिप और 23 हजार ले आगर हेक्टेयर ने स्प्रिंकलर सिस्टम बनालो आसे। 
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना भीतरे नदी-झोड़ी रेटे 29 हजार ले आगर सेलो ट्यूबवेल खोड़तोर होलीसे। संगे-संगे 15 करोड़ रुपया चो 185 ठान चेकडेम बले बनालोर होली से।
किसान समृद्धि योजना भीतरे बरक 2017-18 में 5 हजार किसान मन चो बेड़ा ने 14 करोड़ रुपया ने बोरिंग नल बले खोड़तोर होली से।
शाकम्भरी योजना ने नानी किसान मन के 8300 बोरिंग नल खोडून भाति दिला आरु 1 लाख 86 हजार ले आगर पम्प दिला।
खरीफ क्रांति विस्तार योजना ने 4 लाख 76 हजार किसान मन के 108 करोड़ रुपया लागत चो बीज, फसल प्रदर्शन, एकीकृत कीटनाशक, बोरवेल, कृषि यंत्र चो फायदा दिलो आसे।
किसान मन के 58 लाख रुपए ले आगर फोकाहा खसरा आरु नक्शा चो प्रतिलिपि दिला।
प्रदेश चो सिंचाइ बीती ठान चो रकबा 22 प्रतिशत ले बाढ़ून 34 प्रतिशत होउन गेली से।
अभियान लक्ष्य भागीरथी भीतरे 106 ठान जुना आउर आगे चो नी सरलो योजना मन के पूरन करतो के 51 हजार हेक्टेयर ठान ने नुआ सिंचाई करतो सकत होली से।
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना ने पानी चो ‘कितरो आसे आरु कितरो लागेदे‘ ये फरक के गुचातो काजे जिला आरु राज्य ने भिने-भिने योजना तियार करलो आसे। ‘फास्ट ट्रेक‘ प्रगति काजे राज्य चो 3 सिंचाई परियोजना मन खारंग, मनियारी आरु केलो के धरलो आसे।
बरक 2019 तक ये योजना मन ले 42 हजार 625 हेक्टेयर ठान ने सिंचाई करतोर सकत बाड़ती होयदे।
महिला उद्घोषक
माननीय मुख्यमंत्री जी, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी मन किसान मन चो आमदानी के बरक 2022 एत ले दुय गुना करतो सोर बनालासोत। असनी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बले किसान मन चो भलई हिसाब ने गोटोक क्रांति बलतोर होउ रहे। काय ए दुनो उवाट काजे राज्य सरकार बाटले कांई करलो आसे?
मुख्यमंत्री जी
देश ने पहिल हार किसान मन चो आमदानी के दुय गुना करतो काजे समया हिसाब ने कार्यक्रम बनालो आसे। जेथा जलवायु, माटी, हुंताय चो गुन सपाय के दखुन रोडमैप बनालो आसे, कि कसन बेरा आमके कसन फसल धरतोर आय।
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना मूर करुन जे बड़े उवाट मूर करु रहे। हुनचो खुबे फायदा छत्तीसगढ़ चो किसान मन के मिरेसे। अकाल पड़ले, नाहले, बेड़ा भीतरचो, नाहले कोठारचो फसल के आईग, पानी नाहले आउर कांई ले नुकसाल होलो बेरा ये योजना गोटोक बरदान असन आय।,
करजा धरतो किसान संगे-संगे करजा नी धरतो किसान मन संगे-संगे आधी नाहले गाहना ने कमातो किसान के बले प्रधानमंत्री फसल बीमा चो फायदा मिरेसे।
प्रदेश चो बीमा भीतरे धान सिंचई बीती, धान सिंचई नोहला, जोंधरा, सोयाबीन, मुंगफली, कांदुल, मूंग, उड़िद, उद्यान बीती फसल जसन केरा, पपई, बेलती, मांड़ बांगा, बांगा, मिरी, आदा, पानागुबी, फूलगुबी, गोंदरी ये सपाय के बीमा भीतरे आनलो आसे।
गेलो बरक खरीफ आरु रबी फसल के मिसाउन राज्य ने 16 लाख ले आगर किसान मन के ये योजना चो लाभ मिरली। जेचो काजे सपाय 340 करोड़ रुपया राशि प्रीमियम काजे सरकार बाटले देतोर होली। जे थाने केन्द्र और राज्य सरकार चो आदो-आदो भाग-हिस्सा रहेसे।
बरक 2015 चो अकाल ने किसान मन के होलो नुकसान पलटा ने 650 करोड़ रुपए चो बीमा दावा चो पैसा किसान के देतोर होली।,
एई काजे मैं किसान भाई मनके अपील करेंसे कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना ने भागीदारी करा, आपलो फसल के नुकसान ले बचावा।
पुरुष उद्घोषक
डॉ. साहेब, राज्य ने किसान मन के साहा देतो काजे कितरई संस्था मन चलेसे। ऐबे-ऐबे तुमी ‘किसान-मितान केन्द्र‘ खोलतोर जाहला करला साहास। ए चो ले किसान मन के काय लाभ होयदे?
मुख्यमंत्रीजी
आमी खुबे असन संस्था मन मूर करलूसे जे किसान मन के समया बेरा काम एओत। आरु किसान मन कसनी बले चीपा बेरा आपन के एकला नी मानोत। हुनके तन-मन दुनो हिसाब ले असन भरोसा रहो, कि सरकार आरु बेवस्था हुनचो संगे हमेशा ठिया आसे।
एई काजे आमी गोटोक कृषि विश्वविद्यालय रहे, तेबले बले कामधेनू विश्वविद्यालय खोललू, जे पशु पोसतोर उवाट ने किसान मन के बाट दखायदे आरु हुनी हिसाब ने पढ़ई बले करायदे। एबे राज्य ने दुय ठान विश्वविद्यालय 31 ठान कृषि महाविद्यालय, 20 ठान कृषि विज्ञान केन्द्र मन चलेसे। राज्य ने ‘कृषि प्रशिक्षण अकादमी‘ बले स्थापना होलीसे। 
92 विकासखण्ड मनने शहीद वीर नारायण सिंह बहु उद्देश्यीय कृषक सेवा केन्द्र आरु 360 कृषक सूचना केन्द्र खोललो आसोत।
किसान मन के माटी चो जांच चो सुविधा देतो काजे 26 स्थाई आरु 174 मिनी मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला बले खुललीसे।
माटी जांच कार्ड वितरण काजे बले कीर्तिमान बनली। सोर ले 112 प्रतिशत आगर बल्ले 43 लाख 38 हजार कार्ड मन बांटतोर काम होलीसे।
उर्वरक, पौध संरक्षण, औषधि, बायो फर्टिलाईजर, जैविक खाद, कृषि यंत्र ये सपाय के परीक्षण काजे आरु गुन के जांच करतो काजे प्रयोगशाला मन बनालो आसे।
बिलासपुर, जगदलपुर आरु अंबिकापुर ने नुआ बीज प्रशिक्षण प्रयोगशाला मन खोललो आसे।
सपाय दुय गांव चो मंजीगता गोटोक किसान संगवारी बनालो आसे। विकासखण्ड आरु जिला स्तर ने किसान संगवारी मन चो सम्मेलन करतो निर्देश संभागीय आयुक्त और जिला कलेक्टर मनके दिलो आसे, एचो ले गांव घर लगे किसान के तुरते नंगत सलाह मिरुक सकेदे।
एई धाड़ी ने सपाय जिला मुख्यालय ने ‘किसान-मितान केन्द्र‘ खोलतोर उवाट होलीसे। एचो ले किसान मन के गोटकी छत चो खाले जमाय जानकारी मिरुक सकेदे। सपाय विभाग चो सहायता बले मिरुक सकेदे।
 ए केन्द्र ने राजस्व, कृषि, सहकारिता, ग्रामीण विकास, ऊर्जा, जल संसाधन विभाग, सहकारी बैंक सपाय चो अधिकारी मन चो ड्यूटी लगालो आसे। एथा दूरभाष चो बले दुरभाष चो बले सुविधा देतोर होयदे। एचो ले किसान भाई पूरे एउन भेंटघाट करुक सकदे आउर नी एउक सकतो बेरा फोन करुन बले आपलो चीपा के गुचाउक सकदे।
राष्ट्रीय स्तर ने ‘ई-नाम‘ बल्ले इलेक्ट्रॉनिक कृषि बाजार चो बेवस्था ले छत्तीसगढ़ चो 14 ठन मंडी के जोड़ून दिलू से। एचो ले आमचो गांव-गांव ने रतो किसान भाई मन के फायदा मिरेसे। देश ने काय भाव चलेसे, ये पता चलेसे। किसान मन के आपलो फसल के नंगत मोल ने बिकतो काजे सहायता मिरेसे।
महिला उद्घोषक
डॉ. साहेब, एक जुलाई 2017 चो दिन भारत चो आर्थि इतिहास ने गोटोक नुआ अध्याय होली। जी.एस.टी. चो मूर संगे-संगे देश ने अप्रत्यक्ष कर चो नुआ उवाट मूर होली से। हुनचो काजे छत्तीसगढ़ चो काय तियारी करलो आसे आरु एके तुमी काय हिसाब ने दखसास?
मुख्यमंत्री जी
आगे कायाय कि दुकान बीता के भिने-भिने काम धंधा काजे 16 परकार चो कर पटाउक पड़ते रए, जेके गुचाउन एबे गोटकी, जीएसटी के पटाउक लागेदे, जेचो काजे आनलाईन बेवस्था करतोर होयसे।
बैपारी मन के भिने-भिने क्येक किसम चो कर पटातो आउर हुन सपाय चो हिसाब-किताब संगातो काजे खूबे समया देउक लागते रहे, एचो ले हुन मन के चीपा होते रहे। एबे एचो ले हुन मन बाचदे।
एई काजे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी नुआ बीती कर उवाट के आर्थिक आजादी नांव दिलोसे। हुन मन जीएसटी के ‘गुड एंड सिम्पल टेक्स‘ बल्लासोत। जेचो माने होयसे नंगत आरु सुकाल कर।
असन हिसाब ने आजादी मिरलो पाछे देश ने जे कर मन चो खुबे असन जाला ओछालो माहा होउ रए। हुनके सारुर दिलो आसे।
ए अर्थव्यस्था के चमक नाय बनातोर मूर आय।
भारत के आर्थिक महाशक्ति बनातोर नंगत मूर आय।
जीएसटी ले बैपारी, धंधापानी लोग मन के तो सुविदा होयदे चे, संगे-संगे असनी लोग, आगर करुन गरीब लोग के बले, रैयत के खुबे फायदा होयदे।
खेती-कमानी आरु घर ने बावरतो आगर जीनिस मन के जीएसटी कर ले बचालो आसे।
रैयत चो लागतो हिसाब ने 80 प्रतिशत जीनिस मन ने सिरिप 5 ले 18 प्रतिशत चो मंजी जीएसटी लगालो आसे। हुनचो ले उपरे चो लोग मन चो जीनिस मन ने चे 28 प्रतिशत हिसाब ने जीएसटी लगालो आसे आरु जे मन चो गेनती बले कम आसे।
छत्तीसगढ़ ने तुरते परभाव हिसाब ने आमी आरटीओ चो 16 ठान नाका के बंद करुन दिलु। एचो ले जीएसटी चो जसन बिचार आसे, हुनी हिसाब ने सरसरा गाड़ी मोटोर एउक जाउक सकेदे। एचो ले एतो समया ने क्येक फायदा दखुक मिरुक सकेदे।
असनी जीएसटी चो स्वागत सपाय के मिलुन मिसुन करतोर आय।
 मैं भरोसा देंयसे कि जीएसटी गांव, गरीब आरु किसान चो भलई काजे आय।
पुरुष उद्घोषक
सपाय सुनतो भाई-बहिन मन । तुमचो गोठ आमके चिट्ठी ले, सोशल मीडिया, फेसबुक, ट्विटर संगे-संगे एसएमएस ले बले खुबे माहा गिनती ने मिरते जायसे। एचो काजे सपाय के खुबे-खुबे धन्यवाद।
एतो समया ने बले तुमन मर आपलो मोबाईल चो मैसेज बॉक्स ने आरकेजी चो पाछे स्पेस धरा, फेर आपलो बिचार लिखुन भाति 7668-500-500 नम्बर ने पठाउन दियास आरु संदेश चो सरासरी ने आपलो नांव आरु पता लिखतोर नी भुलका।
मुख्यमंत्री जी
मंय हरिक आसें कि ए हार खुबे असन चिट्ठी आरु संदेश बुटा मंडातोर हिसाब ने ईलीसे। मोहन निषाद, विक्रम क्षत्रिय, राधेश्याम साहू, ए सपाय ये सलाह दिलासोत कि बूटा मंडातोर राशि चो नंगत उपयोग होतोर आये। डिसेंट देवांगन, पिकड़ गच जो बूटा मंडातोर, आरती अवस्थी ओसो जमक चो बूटा मंडातोर सलाह दिलासोत। 
लक्ष्मी प्रधान, अरविंद कुमार सिंह, सोनू विश्वकर्मा, नरेश वर्मा, सतीश मिश्रा, माधुरी सिंह, बाबर शेख, विपिन सिंह चंदेल, सुधीर वैश्य ये सपाय आमचो ‘हरियर छत्तीसगढ़‘ के सहरालासोत आरु एचो ले सपाय के जुड़तो अपील करलासोत।
कमलेश वानखेड़ तो मोके रुख माहा जीवना मीरो असन शुभकामना दिलोसे।
आपन मन चो सलाह ले मोके हिम्मत मिरेसे। आपन सपाय के मोचो धन्यवाद। 
ए महीना 6 जुलाई के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी चो जन्मदिन मनातोर होली। 19 जुलाई के डॉ. खूबचंद बघेल चो आरु 23 जुलाई के अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद चो जन्मदिन आय। मंय ए महापुरुष मन के पांय पडे़ंसे, ए मनचो करलो उदीम बाट दखालो जीवना आमके जीवतो नंगत बाट दखाते रदे।
आरु सुनतो लोग मन समया आए ‘क्विज‘ चो।
चौदहवां ‘क्विज‘ चो प्रश्न रली 
पहिल ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस‘ केबे मनातोर होली।
ये चो सही उत्तर आय )A) सन 2015
सबले पहिल जे पांच छान, सुनतो लोग मन सही उत्तर पठाला से हुन मन चो नांव आय
1 श्री कुलेश्वर सिंह ठाकुर, मिलौनी, जिला बेमेतरा
2 श्री जीवनलाल रजक, लक्षणपुर, जिला बलौदाबाजार
3 श्री सत्येन्द्र साहू, तेलीबांधा, रायपुर
4 श्री ऋषभ चौहान, डोंडे खुर्द, जिला रायपुर,
5 श्री तेजेन्द्र कुमार साहू, रत्नाबांध धमतरी
पुरुष उद्घोषक
अदांय दादा-दीदी मन समया आए 15 नम्बर चो क्विज चो सवाल आय
14 अगस्त 2017 के डॉ. रमन सिंह जी, मुख्यमंत्री चो रुप ने कितरो दिन पूरा करसोत।
एचो सही जवाब ) A) 4500 दिन
                          (B)  5000 दिन
एमन ने गोटोक आय
आपलो जवाब देतो काजे आपलो मोबाईल चो मैसेज बॉक्स ने QA लिखा आरु स्पेस देउन Aनाहले B जे बले तुमके सही आय असन लागेसे, हुन गोटोक अक्षर लिखुन भांति 7668-500-500 नम्बर ने पठाउन दिया। संगे-संगे आपलो नांव आरु पता लिखतोर नी भुलका।
तुमी सपाय सुनते रहा, रमन चो गोठ आउर आपलो प्रतिक्रिया के सांगते रहा। एचय संगे आजी चो अंक के आमी एथाय सारुंसे। एतो अंक ने 13 अगस्त के फेर होयदे तुमन मन संगे भंेटघाट। तेबे तक काजे आमके दिया बिदा। सपाय के जुहार।

मुख्यमंत्री ने सड़क हादसे में तीन कर्मचारियों की मृत्यु पर गहरा दुःख व्यक्त किया

रायपुर, 09 जुलाई 2017
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राजधानी रायपुर से लगभग 98 किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 पर बीती रात वाहन दुर्घटना में बस्तर जिले के तीन कर्मचारियों की आकस्मिक मृत्यु पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगतों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है। यह दुर्घटना उस वक्त हुई, जब तीनों कर्मचारी अपने वाहन में दुर्ग की ओर जा रहे थे, तभी राजाराव पठार के पास सड़क के किनारे खड़े एक ट्रक से उनका वाहन टकरा गया। इसके फलस्वरूप तीनों कर्मचारियों की घटना स्थल पर ही मृत्यु हो गई। मुख्यमंत्री ने इस हादसे पर शोक प्रकट करते हुए एक बार फिर सभी लोगों से सड़क यातायात के नियमों का गंभीरता से पालन करने और वाहन चालकों से गाड़ियों की रफ्तार पर नियंत्रण रखने की अपील की है। 
क्रमांक-1513/स्वराज्य

मुख्यमंत्री आज भोरमदेव मंदिर में करेंगे पूजा-अर्चना

रायपुर, 09 जुलाई 2017
 मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह कल 10 जुलाई को प्रथम सावन सोमवार के अवसर पर भोरमदेव के ऐतिहासिक मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। डॉ. सिंह राजधानी रायपुर से सवेरे 11 बजे हेलीकाप्टर द्वारा रवाना होकर 11.30 बजे भोरमदेव (जिला-कबीरधाम) पहुंचेंगे और वहां मंदिर दर्शन तथा पूजा-अर्चना के बाद दोपहर 2 बजे रायपुर लौट आएंगे। 
क्रमांक- 1510/स्वराज्य

Chhattisgarh to become logistics hub of country: Arun Jaitley : GST heralds new era of economic freedom: Dr. Raman Singh

Union Minister and Chief Minister take part in GST workshop      
  Raipur, 09 July 2017 

Union Finance Minister Mr. Arun Jaitley today said that Chhattisgarh State has potential to become 'Logistics Hub' of the country after the launch of Goods and Services Tax (GST). The State is geographically located ideally in the central part and the companies manufacturing consumer durables will find it convenient to build godowns.
Mr. Arun Jaitley was speaking as a chief guest at a workshop on 'Goods and Services Tax (GST) Law' in the capital . Chief Minister Dr. Raman Singh presided over the workshop organized by Chhattisgarh State Commercial Tax and GST Department. Mr. Jaitley said that all the States are members of GST Council. Chhattisgarh State had been very active in the meetings of GST Council.  Union Minister said that due to the relentless efforts of Sardar  Patel, India had been united politically but the country was never one in economic terms. The scenario prevailing during the past 70 years had not been conducive to paying taxes. GST will benefit country, business, manufacturers, traders and common citizens.
The Union Minister said that businessmen will understand the Online process soon. The interference of bureaucrats will be minimal with the launch of Online process. The revenues generated due to GST will help in the development of nation. Mr. Jaitley gave a detailed description of GST and allayed the apprehensions of the gathering.
Chief Minister Dr. Raman Singh said that the efforts of Prime Minister Mr. Narendra Modi and Mr. Jaitley had led to the implementation of GST. It will lead to economic integration of the entire nation. Dr. Raman Singh said that Mr. Jaitley had done a wonderful job of catering to the needs of diversified sections of the society and States. New Era of Economic liberty had been unleashed in the country. One Nation, One Market and One Tax dream had been fulfilled and the country had been economically unified. The GDP of the country will increase and there will be Ease of Doing Business. Dr. Raman Singh appreciated the efforts of Commercial Tax Minister Mr. Amar Agrawal in putting in efforts to express the viewpoints of Chhattisgarh State.
Mr. Agrawal said he had participated in 18 sittings of GST Council. The GST had been implemented after wide-ranging talks with all stakeholders. There will not be any obstacles for traders and consumers. The workshop was organized to allay any fears and apprehensions of various parties. Public Works Minister Mr. Rajesh Munat, Chief Secretary Mr. Vivek Dhand,  GST Department Principal Secretary Mr. Amitabh Jain,  members of Chartered Accountants' Association and office-bearers of Chhattisgarh Chamber of Commerce were also present   
1509/Heera/Pradeep

देश का लॉजिस्टिक हब बनेगा छत्तीसगढ़ - श्री अरूण जेटली : जीएसटी से देश में एक नए आर्थिक युग की शुरूआत-डॉ. रमन सिंह

केंद्रीय वित्त मंत्री और मुख्यमंत्री शामिल हुए जीएसटी कार्यशाला में
 
रायपुर, 09 जुलाई 2017


 
केंद्रीय वित्त मंत्री श्री अरूण जेटली ने कहा है जीएसटी लागू होने के बाद छत्तीसगढ़ राज्य में देश का लॉजिस्टिक हब बनने की प्रबल  संभावना है। भौगोलिक दृष्टि से देश के मध्य भाग में स्थित होने के कारण छत्तीसगढ़ में उपभोक्ता वस्तुओं का निर्माण करने वाली कंपनियां गोदामों का निर्माण करवा सकती है। और यहां से कुछ ही घंटो में देश के किसी भी हिस्से में माल पहुंचाया जा सकता है। 
केंद्रीय वित्त मंत्री श्री जेटली आज राजधानी रायपुर में वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) कानून पर एक दिवसीय कार्यशाला को मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने की। कार्यशाला का आयोजन छत्तीसगढ़ सरकार के वाणिज्यिक-कर और जीएसटी विभाग द्वारा किया गया। केंद्रीय वित्त मंत्री श्री जेटली ने कहा कि जीएसटी परिषद में देश के सभी राज्य सदस्य हैं। इस परिषद की बैठकों में छत्तीसगढ़ राज्य की भूमिका सबसे ज्यादा सक्रिय और सराहनीय थी। जीएसटी परिषद की बैठकों में लिए गए निर्णयों में छत्तीसगढ़ राज्य की ओर से प्रस्तुत सुझावों का महत्वपूर्ण योगदान था। 
श्री जेटली ने कहा- सरदार पटेल के प्रयासों से देश का राजनैतिक एकीकरण हुआ था लेकिन देश आर्थिक दृष्टि से कभी एक नहीं था। 70 साल से देश की जो आर्थिक व्यवस्था चली आ रही थी वह टैक्स भरने को प्रोत्साहित नहीं करती थी। जीएसटी से देश, व्यापार, निर्माता, व्यापारी और आम जनता सभी को लाभ मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय से जुड़े लोग जितनी जल्दी से इस ऑनलाईन प्रणाली को समझ लेंगें। जीएसटी प्रणाली ऑनलाईन होने के कारण अधिकारियों का हस्तक्षेप कम होगा। जीएसटी में जितना राजस्व संकलन होगा उतना ही प्रदेश के विकास के लिये धन उपलब्ध होगा। केंद्रीय वित्त मंत्री ने जीएसटी की बारीकियां बताते हुए इसके संबंध में भ्रांतियों को दूर किया। 
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा - प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री श्री अरूण जेटली ने जीएसटी कानून लागू करवाया। इससे देश के आर्थिक एकीकरण का मार्ग प्रशस्त हुआ है। केंद्रीय वित्त मंत्री के रूप में श्री अरूण जेटली ने जीएसटी को लागू करने भारत की क्षेत्रीय विविधता, अलग-अलग राज्य एवं अलग-अलग विचारधारा की सरकारों के मध्य सामंजस्य बनाने का अद्भुत कार्य किया है।  डॉ. सिंह ने कहा - जीएसटी के लागू होने से हिंदुस्तान और छत्तीसगढ़ में नये आर्थिक युग की शुरूआत हुई है। एक देश, एक बाजार और एक टैक्स की परिकल्पना साकार होने से देश का आर्थिक रूप से एकीकरण हुआ है। इसके फलस्वरूप देश की जीडीपी बढ़ेगी, उद्योग और व्यापार में सहूलियत होगी। मुख्यमंत्री ने जीएसटी काउंसिल की बैठकों में छत्तीसगढ़ और देश के लोगों की भावनाओं को देखते हुए आर्थिक विषयों को मजबूती से रखने के लिये प्रदेश के वाणिज्यिक कर मंत्री श्री अमर अग्रवाल की प्रशंसा की।
छत्तीसगढ़ सरकार के वाणिज्यिक-कर मंत्री श्री अमर अग्रवाल ने कहा -वह जीएसटी काउंसिल की 18 बैठकों में शामिल हुए हैं। जीएसटी कानून व्यापक चर्चा , अध्ययन और राज्यों की सहमति के बाद लागू की गई है ।  इससे जीएसटी लागू होने पर व्यापारियों और उपभोक्ताओं को कोई परेशानी नहीं होगी। जीएसटी के बारे मे जानकारी नहीं होने के कारण लोग शंका व्यक्त करते हैं। लोगों की आशंकाओं को दूर करने के लिये आज कार्यशाला का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री श्री राजेश मूणत, मुख्य सचिव श्री विवेक ढांड, वित्त,वाणिज्यिक-कर और जीएसटी विभाग के प्रमुख सचिव श्री अमिताभ जैन तथा भारतीय उद्योग परिसंघ, चार्टर्ड एकाउंटेंट एसोशियेशन और छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अनेक पदाधिकारी और उदयोग-व्यापार जगत से जुड़े प्रतिनिधि उपस्थित थे।
 
क्रमांक- 1509 /हीरा

मुख्यमंत्री से सेवा सहकारी समिति के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों ने की सौजन्य मुलाकात

रायपुर, 09 जुलाई 2017

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से कल उनके निवास कार्यालय में राजनांदगांव विधानसभा के लगभग 90 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने श्री कोमल सिंह राजपूत के नेतृत्व में मुलाकात की। इनमें विधानसभा क्षेत्र राजनांदगांव के अंतर्गत सात सेवा सहकारी समितियों के नवनिर्वाचित पदाधिकारी भी शामिल थे। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने इन पदाधिकारियों को अपने नवीन दायित्व के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि सेवा सहकारी समितियों का ग्रामीण अर्थव्यवस्था के संचालन में महत्वपूर्ण योगदान होता है। इन समितियों के माध्यम से किसानों को खाद, बीज आदि की सुविधा मुहैया कराई जाती है। समिति का किसानों की उपज धान के उपार्जन व्यवस्था में भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने समिति के पदाधिकारियों को किसानों से जुड़े रहकर उनके हित में संचालित योजनाओं को अधिक से अधिक लाभ दिलाने के लिए कहा। इस अवसर पर ढाबा, गठला, ऊपरवाह, भानपुरी, घुमका, सुरगी आदि समितियों के पदाधिकारी उपस्थित थे। 
क्रमांक- 1508/प्रेमलाल

प्रदेश को ग्यारह नवोदय विद्यालयों की नई सौगात : मुख्यमंत्री आज करेंगे आधा दर्जन नवोदय विद्यालयों का शुभारंभ

रायपुर, 13 जुलाई 2017 प्रदेश को ग्यारह नवोदय विद्यालयों की नई सौगात मिली है।  मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह कल 14 जुलाई को बालोद जिले के प्...