Monday, 12 June 2017

मुख्यमंत्री ने दी सौगात: राजधानी के प्रयास विद्यालयों में सीटों की संख्या होगी दोगुनी : बालक-बालिकाओं के लिए होंगी पांच-पांच सौ सीटें

रायपुर, 12 जून 2017
 मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राजधानी रायपुर में नक्सल प्रभावित जिलों के बच्चों के लिए आदिम और अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा संचालित प्रयास आवासीय विद्यालयों में सीटों की संख्या दोगुनी करने की घोषणा की है। उन्होंने इन विद्यालयों के लगातार आ रहे शानदार परीक्षा परिणामों को देखते हुए यह सौगात देने का निर्णय लिया है। वर्तमान में गुढ़ियारी स्थित प्रयास बालक और बालिका विद्यालयों में ढाई-ढाई सौ सीटें हैं। डॉ. सिंह ने कहा है कि इनकी संख्या पांच-पांच सौ की जाएगी। इसके साथ ही गुढ़ियारी के प्रयास बालक आवासीय विद्यालय को राजधानी के नदीक सड्ढू  में शिफ्ट किया जाएगा, जहां 22 एकड़ जमीन उपलब्ध है और भवन भी तैयार है। इस सम्पूर्ण रकबे को एक बेहतर एजुकेशन हब के रूप में विकसित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने आज शाम यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में संभागीय कमिश्नरों और जिला कलेक्टरों से रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, जगदलपुर और अम्बिकापुर में संचालित प्रयास आवासीय विद्यालयों की गतिविधियों की जानकारी ली। कलेक्टर रायपुर श्री ओ.पी. चौधरी ने उन्हें बताया कि गुढ़ियारी के प्रयास बालक विद्यालय को सड्ढू शिफ्ट करने के लिए तेजी से काम चल रहा है और 16 जून तक यह पूर्ण कर लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के सभी पांच संभागीय मुख्यालयों में कुल छह प्रयास आवासीय विद्यालय मुख्यमंत्री बाल भविष्य सुरक्षा योजना के तहत संचालित किए जा रहे हैं । इस बार अखिल भारतीय स्तर की संयुक्त इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (जे.ई.ई.ई.) में इन विद्यालयों के 44 बच्चों ने सफलता हासिल की है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) द्वारा इस वर्ष आयोजित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (पी.ई.टी.) में इन विद्यालयों से शामिल 369 छात्र-छात्राओं में से 358 ने अपनी कामयाबी का शानदार परचम लहराया है।
स्कूल शिक्षा और आदिम जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में राज्य सरकार ने प्रदेश के नक्सल हिंसा पीड़ित आदिवासी बहुल जिलों के बच्चों को ग्यारहवीं और बारहवीं की पढ़ाई और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग की सुविधा देने प्रयास आवासीय विद्यालयों की योजना बनाई है। श्री कश्यप ने बताया-सबसे पहले राजधानी रायपुर के गुढ़ियारी में जुलाई 2010 में प्रदेश के प्रथम प्रयास आवासीय विद्यालय का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा किया गया था। वर्ष 2012 में वहां पर बालिकाओं के लिए भी अलग से आवासीय विद्यालय शुरू किया गया। इसी तरह बाद के वर्षो में राज्य के शेष चार संभागीय मुख्यालयों-बिलासपुर, दुर्ग, अम्बिकापुर और जगदलपुर में भी प्रयास विद्यालय खोले जा चुके हैं।
क्रमांक-1108/स्वराज्य

डॉ. रमन सिंह 19 जून को करेंगे सम्मानित : जे.ई.ई.ई. में नक्सल पीड़ित जिलों के बच्चों का शानदार प्रदर्शन: मुख्यमंत्री ने दी बधाई

रायपुर, 12 जून 2017
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अखिल भारतीय स्तर पर संयुक्त इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (जे.ई.ई.ई.) में इस बार भी छत्तीसगढ़ के प्रयास आवासीय विद्यालयों के बच्चों के शानदार प्रदर्शन पर प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने इस परीक्षा में इन विद्यालयों से चयनित 62 छात्र-छात्राओं को बधाई दी है और उन्हें 19 जून को राजधानी रायपुर स्थित अपने निवास में रात्रिभोज के लिए आमंत्रित किया है। मुख्यमंत्री इस अवसर पर नक्सल पीड़ित जिलों के इन विद्यार्थियों को सम्मानित भी करेंगे। उन्होंने आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में जिला कलेक्टरों से कहा कि वे इन बच्चों  और उनके अभिभावकों के रायपुर आने-जाने की समुचित व्यवस्था करवाएं।
 उल्लेखनीय है कि इन 62 छात्र-छात्राओं में से ग्यारह ने जे.ई.ई.ई एडवांस में सफलता का परचम लहराया है जिन्हें भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.आई.टी.) में प्रवेश मिलेगा। इसके अलावा जे.ई.ई.ई. प्रि-प्रिपेटरी में 51 विद्यार्थी सफल हुए हैं।  इन विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एन.आई.टी.) सहित देश के अन्य प्रतिष्ठित तकनीकी शिक्षा संस्थानों में प्रवेश की पात्रता अर्जित कर ली है। मुख्यमंत्री ने इन बच्चों के अभिभावकों, शिक्षकों और प्रशिक्षकों को भी बधाई दी है।
उल्लेखनीय है कि राज्य के नक्सल पीड़ित जिलों के प्रतिभावान विद्यार्थियों के लिए प्रयास आवासीय विद्यालयों का संचालन मुख्यमंत्री बाल भविष्य सुरक्षा योजना के तहत किया जा रहा है। प्रदेश के सभी पांच संभागीय मुख्यालयों में कुल छह प्रयास आवासीय विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। इनमें से रायपुर के गुढ़ियारी में बालक-बालिकाओं के लिए दो विद्यालय और शेष चार संभागीय मुख्यालयों-दुर्ग, बिलासपुर, अम्बिकापुर और जगदलपुर में एक-एक प्रयास विद्यालय का संचालन किया जा रहा है। इनमें राज्य के नक्सल प्रभावित जिलों के 11वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को प्रवेश परीक्षा लेकर प्रावीण्य सूची के आधार पर प्रवेश दिया जाता है। 
क्रमांक-1106/स्वराज्य

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग: जिला कलेक्टरों की बैठक : हरियर छत्तीसगढ़: राज्य में इस बार नौ करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य


योग दिवस में 50 लाख लोगों को योग से जोड़ा जाएगा 

स्वच्छ पर्यावरण के लिए जिलों में भी विकसित होंगें ऑक्सीजोन
हर जिले में नागरिकों को निःशुल्क दिए जाएंगे फलदार पौधे
लोगों को बेटियों और प्रियजनों के नाम पर पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा
रायपुर, 12 जून 2017

 मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने हरियर छत्तीसगढ़ अभियान के तहत प्रदेश इस वर्ष मानसून के दौरान जुलाई-अगस्त में होने वाले वृक्षारोपण कार्यक्रमों में नौ करोड़ पौधे लगाने और 21 जून को आयोजित किए जा रहे तीसरे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के दौरान छत्तीसगढ़ में 50 लाख लोगों को योग से जोड़ने का लक्ष्य भी घोषित किया है। मुख्यमंत्री आज शाम यहां अपने निवास कार्यालय वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए सभी संभागीय कमिश्नरों और जिला कलेक्टरों की बैठक ले रहे थे।
डॉ. सिंह ने बैठक में मानसून के दौरान किसानों के लिए खाद और बीज की समुचित व्यवस्था बनाए रखने, निजी क्षेत्र में नकली खाद के कारोबार पर अंकुश लगाने, लोक सुराज अभियान 2017 के तहत निपटारे के लिए शेष रह गए आवेदनों के गुणवत्तापूर्ण निराकरण और बारिश में संभावित मौसमी बीमारियों की समय पूर्व रोकथाम के उपाय सुनिश्चित करने जैसे विभिन्न विषयों पर अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा - प्रदेश के सभी जिलों में आम जनता को घरों की खाली जमीन पर फलदार पौधे लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। इसके लिए हर जिले में जनपद पंचायत कार्यालयों, तहसील कार्यालयों और वन मंडल कार्यालयों में मानसून के दौरान एक जुलाई से 15 अगस्त तक हर सप्ताह कम से कम एक दिन तय करके वहां नागरिकों को जिले में उपलब्ध फलदार पौधों की संख्या के आधार पर निःशुल्क फलदार पौधे दिए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को ये पौधे बेटियों के नाम पर अथवा अपने परिजनों और प्रियजनों के नाम पर लगाने और उनकी अच्छी देख-भाल करने के लिए भी प्रेरित किया जाना चाहिए। डॉ. सिंह ने जिला कलेक्टरों को हर जिले में खाली जमीन चिन्हांकित करने और स्वच्छ पर्यावरण की दृष्टि से ऑक्सीजोन विकसित करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने इस संबंध में राजधानी रायपुर में कलेक्टोरेट के पीछे 19 एकड़ में विकसित किए जा रहे ऑक्सीजोन का उदाहरण दिया और कहा कि अन्य जिलों में भी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध खाली शासकीय भूमि पर फेंसिंग करके ऑक्सीजोन विकसित कर अधिक से अधिक संख्या में विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए जाएं। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा से और शहरी क्षेत्रों में वन विभाग की कैंपा निधि राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने लगाए जाने वाले पौधों की अच्छी देख-भाल की जरूरत पर भी बल दिया। उन्होंने राजनांदगांव में शिवनाथ नदी के दोनों किनारों पर भी जमीन चिन्हांकित करने और ऑक्सीजोन विकसित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टरों से कहा - जिलों में आयोजित होने वाले वृक्षारोपण कार्यक्रमों में लगाए गए पौधों के फोटोग्राफ्स वाट्सएप गु्रप और फेसबुक पेज पर  शेयर करें और राज्य सरकार को भी भेंजे ताकि अगले वृक्षारोपण से पहले उसकी प्रगति की समीक्षा की जा सके। बैठक में बताया गया कि वन विभाग ने हरियर छत्तीसगढ़ योजना के तहत इस वर्ष मानसून के दौरान मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप नौ करोड़ पौधे लगाने की कार्य योजना तैयार कर ली है। इनमें से सात करोड़ पौधे वन विभाग द्वारा लगाए  जाएंगे और शेष दो करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य उद्योग, आवास एवं पर्यावरण तथा अन्य विभागों को आवंटित किया गया है। जिला  स्तर पर सभी कलेक्टरों ने लक्ष्य जारी कर दिया है। योग दिवस की तैयारी के संबंध में मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टरों को अपने-अपने जिलों में सभी आवश्यक व्यवस्था जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा - योग दिवस 21 जून के पहले वातावरण निर्माण के लिए प्रचार-प्रसार का भी व्यापक अभियान चलाया जाए। योग दिवस के कार्यक्रमों में स्कूल-कॉलेजों के विद्यार्थियों सहित आम नागरिकों को अधिक से अधिक संख्या में जोड़ा जाए।
कोचियाबंदी को सफल बनाने पर कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों की तारीफ
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने इस बात पर खुशी जताई कि राज्य सरकार की नई शराब नीति के तहत कोचिया बंदी को लागू करने में सभी जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों ने सराहनीय कार्य किया है। कोचियाबंदी को प्रदेश भर में अच्छी सफलता मिली है। उन्होंने इसके लिए इन अधिकारियों को बधाई दी। डॉ. सिंह ने कहा - इसके बावजूद हमें छत्तीसगढ़ से लगे अन्य राज्यों की सरहदों पर निगरानी रखनी होगी ताकि शराब और अन्य नशीली वस्तुओं की तस्करी ना होने पाए। डॉ. सिंह ने बैठक में लोक सुराज अभियान 2017 के दौरान की गई घोषणाओं के परिपालन के बारे में भी अधिकारियों से जानकारी ली।
बैठक में मुख्य सचिव श्री विवेक ढांड, ऊर्जा विभाग और मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री एन. बैजेन्द्र कुमार, पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री एम.के. राउत, उच्च शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री सुनील कुजूर, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अमन कुमार सिंह, वित्त विभाग के प्रमुख सचिव श्री अमिताभ जैन, वन विभाग के प्रमुख सचिव श्री आर.पी. मंडल, तकनीकी शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती रेणु जी पिल्ले, स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री सुब्रत साहू, समाज कल्याण विभाग के सचिव श्री सोनमणि बोरा, स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव श्री विकासशील, वाणिज्य और उद्योग विभाग के सचिव श्री सुबोध सिंह, सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव श्री डी.डी. सिंह, सचिव जनसम्पर्क श्री संतोष मिश्रा, नगरीय प्रशासन और विकास विभाग के विशेष सचिव डॉ. रोहित यादव, आदिम जाति और अनुसूचित जाति विकास विभाग की विशेष सचिव श्रीमती रीना बाबा साहेब कंगाले सहित अन्य संबंधित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। 

क्रमांक-1105/स्वराज्य

मुख्यमंत्री से पत्रकार कल्याण संघ ने की भेंट

रायपुर, 12 जून 2017
 मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से आज यहां उनके निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार कल्याण संघ के प्रतिनिधि मंडल ने सौजन्य भेंट की। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने मौके पर संघ द्वारा प्रकाशित स्मारिका सह दूरभाष निदेशिका का विमोचन किया। इस अवसर पर पत्रकार कल्याण संघ के श्री देवदत्त तिवारी, श्री बी.डी.निजामी, श्री के.के.वासुदेवन, श्री के.शशिधरन, श्री अविनाश ठाकुर, श्री आर. जमाल सिद्धिकी, श्री रमेश गुप्ता, श्री अनिल अग्रवाल, श्री अनिल गुप्ता तथा श्री कमल शर्मा उपस्थित थे।  
क्रमांक-1102/प्रेमलाल

मुख्यमंत्री ने ‘आखर अंजोर’ पुस्तक का किया विमोचन

रायपुर, 12 जून 2017

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में श्री सुशील भोले की पुस्तक ‘आखर अंजोर’ शीर्षक से प्रकाशित पुस्तक का विमोचन किया। इसमें छत्तीसगढ़ के मैदानी भाग में प्रचलित संस्कृति के मूल स्वरूपों पर श्री भोले के आलेखों का संकलन है। इस अवसर पर श्री श्याम बैस, डॉ. सुखदेव राम साहू, श्रीराम शरण कश्यप और श्री भूपेन्द्र वर्मा उपस्थित थे। 
क्रमांक-1101/प्रेमलाल

मुख्यमंत्री से आई.ए.एस. के लिए चयनित सुश्री नम्रता जैन की सौजन्य मुलाकात

रायपुर, 12 जून 2017

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से आज यहां उनके निवास कार्यालय में आई.ए.एस. के लिए चयनित दंतेवाड़ा जिला के सुश्री नम्रता जैन ने सौजन्य मुलाकात की। डॉ. सिंह ने प्रदेश के दूरस्थ आदिवासी अंचल और नक्सल प्रभावित गीदम निवासी सुश्री जैन कप इस शानदार सफलता पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि सुश्री जैन ने संघ लोक सेवा आयोग 2016 की परीक्षा में 99 वां स्थान हासिल किया है। उनका चयन अखिल भारतीय सेवा के लिए हो गया है। यह प्रेरणादायी सफलता आदिवासी अंचल बस्तर संभाग ही नहीं, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश के लिए गर्व की बात है। 
क्रमांक-1100/प्रेमलाल

रायपुर : उच्च शिक्षा मंत्री दो दिवसीय प्रवास पर

रायपुर, 12 जून 2017
उच्च शिक्षा मंत्री श्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय आज दो दिवसीय प्रवास पर सुबह 9.00 बजे हेलीकाप्टर से झारसगुड़ा (ओड़िशा) के लिए रवाना हुए, जहां वे सुबह 10.30 बजे जमादारपाली (संबलपुर) पहुंचे। श्री पाण्डेय झारसगुड़ा के विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। वे 14 जून को रात्रि एक बजे रायपुर लौट आएंगे। 

क्रमांक-1099/पाराशर

रायपुर : खाद्य मंत्री श्री मोहले का दौरा कार्यक्रम

रायपुर, 12 जून 2017

खाद्य, नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री पुन्नूलाल मोहले कल 13 जून को बालोद जाएंगे। वे दोपहर डेढ़ बजे कार से रायपुर से रवाना होकर 3.30 बजे बालोद पहुंचेगे और वहां सर्किट हाउस में जनप्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। श्री मोहले शाम 3.55 बजे सरदार वल्लभ भाई पटेल शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला मैदान में आयोजित ’’सबका साथ सबका विकास’’ कार्यक्रम में शामिल होंगे। श्री मोहले शाम छह बजे बालोद से रवाना होकर रात्रि आठ बजे रायपुर वापस आएंगे।

क्रमांक-1097/काशी

रायपुर : स्कूली बच्चों की मध्यान्ह भोजन योजना : जिलों को 70 हजार क्विंटल चावल आवंटित

रायपुर, 12 जून 2017

स्कूली बच्चों की मध्यान्ह भोजन योजना के तहत राज्य शासन द्वारा इस महीने जिलों को 70 हजार बीस क्विंटल चावल आवंटित किया गया है। यह आवंटन खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राज्य के सभी 27 जिलों को दिया गया है। इसमें प्राथमिक स्कूलों के लिए 35 हजार 522 क्विंटल चावल और मीडिल स्कूलों के लिए 34 हजार 498 क्विंटल चावल शामिल है। 
आवंटन आदेश के अनुसार बस्तर जिले को दो हजार 403 क्विंटल, बीजापुर जिले को 931 क्विंटल, दक्षिण बस्तर (दंतेवाड़ा) जिले को 804 क्विंटल, उत्तर बस्तर (कांकेर) जिले को दो हजार 454 क्विंटल, कोण्डागांव जिले को दो हजार 079 क्विंटल, नारायणपुर जिले को 489 क्विंटल और सुकमा जिले को 809 क्विंटल चावल दिया गया है। बिलासपुर जिले को पांच हजार 328 क्विंटल, जांजगीर-चांपा जिले को चार हजार 052 क्विंटल, कोरबा जिले को तीन हजार 067 क्विंटल, मंुगेली जिले को दो हजार 160 क्विंटल, रायगढ़ जिले को तीन हजार 403 क्विंटल, बालोद जिले को दो हजार 301 क्विंटल, बेमेतरा जिले को दो हजार 678 क्विंटल, दुर्ग जिले को दो हजार 733 क्विंटल और कबीरधाम जिले को दो हजार 740 क्विंटल चावल आंवटित किया गया है। इसी तरह राजनांदगांव जिले को चार हजार 547 क्विंटल, बलौदाबाजार-भाटापारा जिले को चार हजार 386 क्विंटल, धमतरी जिले को दो हजार 227 क्विंटल, गरियाबंद जिले को एक हजार 820 क्विंटल, महासमुंद जिले को दो हजार 980 क्विंटल, रायपुर जिले को चार हजार 239 क्विंटल, बलरामपुर-रामानुजगंज जिले को दो हजार 589 क्विंटल, जशपुर जिले को दो हजार 705 क्विंटल, कोरिया जिले को एक हजार 492 क्विंटल, सरगुजा जिले को दो हजार 415 क्विंटल और सूरजपुर जिले को दो हजार 193 क्विंटल चावल आवंटित किया गया है। 


क्रमांक-1098/ काशी

रायपुर : ग्रामीण महिलाएं अब वैज्ञानिक तरीके से बना रही है सेनेटरी नेपकिन : स्वास्थ्य व स्वच्छता के प्रति जागरूक एवं आर्थिक रूप हो रही है सशक्त

कबीरधाम और धमतरी से हुई शुरूआत चालीस महिलाओं को दिया प्रशिक्षण

रायपुर 12 जून 2017


स्वच्छ भारत मिशन के तहत छत्तीसगढ़ सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने छत्तीसगढ़ राज्य के धमतरी  जिले ग्राम सिर्री और कबीरधाम जिले के ग्राम ठाठापुर (रामपुर) में चयनित 40 महिलाओं को सेनेटरी नेपकिन बनाने का दो माह का प्रशिक्षण दिया गया है। यह प्रशिक्षण 2 फरवरी से से 3 अप्रैल 2017 तक दिया गया।  प्रथम चरण मंे 10 दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान 40 महिलाओं में से चार महिलाओं को मास्टर प्रशिक्षक के रूप में चयनित कर मास्टर प्रशिक्षक बनाया गया। अन्य 36 महिलाओं का 2 माह का प्रशिक्षण कार्यक्रम जारी रखा गया। उक्त प्रशिक्षण प्रियांशि ऐजुकेशनल एण्ड सोशल सोसायटी, भोपाल के तकनीकी सहयोग दिया गया है। 
इस तरह के प्रशिक्षण का मुख्य उद्ेश्य यह है कि महिलाओं के ज्ञान  स्तर में वृद्धि करना एवं माहावारी के समय उन्हें जिस शारीरिक व मानसिक कठिनाईयों से गुजरना पड़ता था, वो अब नहीं होगा। प्रशिक्षण अवधि में ही कई महिलाओं ने माहावारी के समय सेनेटरी नेपकिन का उपयोग करें और  स्वास्थ्य व स्वच्छ रहें । इस अवसर पर उन्हें यह भी बताया जा रहा है कि सेनेटरी नेपकिन के इस्तमाल से कपड़े संभावित बीमारियों से भी मुक्ति मिलेंगी । सेनेटरी नेपकिन प्रशिक्षण से महिलाओं के स्वास्थ्य व जागरूकता का स्तर तो बढ़ रहा है  साथ ही सेनेटरी नेपकिन उत्पाद को बाजार में बेचकर महिलाओं को रोजगार भी मिल रहा है।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा संबंधित प्रशिक्षण संस्थान को प्रशिक्षण एवं उपकरण दिया गया, जिसके अंतर्गत प्रत्येक महिला को एक-एक सेनेटरी नेपकिन तैयार किये जाने की मशीन, पूरे समूह हेतु दो सीलिंग मशीन एवं एक स्टेरलाईंजिंग मशीन एवं आगामी 6 माह के लिये नेपकिन निर्माण हेतु कच्चा माल प्रदान किया गया। प्रशिक्षण के दौरान नेपकिन निर्माण अध्ययन पुस्तिका भी प्रदाय की गई जो महिलाओं के लिये अत्यंत ही लाभकारी एवं उपयोगी है। अधिकारियों द्वारा बताया गया कि मां। प्रशिक्षण के दौरान यह भी बताया गया कि  नेपकिन पैड की लागत लगभग एक रूपए 20 पैसे आती है और आठ पैड का एक पैकेट तैयार कर प्रशिक्षण की अवधि मे स्थानीय ग्रामीण महिलाओं को इस नेपकिन की उपयोगिता के संबंध मे जागरूक करने के उद्श्य से निशुल्क किया जा रहा है। अधिकारियों बताया गया कि  सेनेटरी नेपकिन एवं निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आदिवासी महिलाओं को अपने स्वास्थ्य व स्वच्छता के प्रति जागरूक कर आर्थिक रूप से भी सशक्त बनाना है। इस अवसर पर प्रशिक्षण में मौजूद सभी छात्राओं व महिलाओं ने अपनी-अपनी अनेकों शारीरिक समस्याऐं भी साझा करक रही है  एवं उनके समाधान भी पूंछ रही है। 
प्रशिक्षण के दौरान यह भी बताया गया कि माहावारी की अवधि में उन्हें क्या-क्या सावधानियां रखनी चाहिए एवं इन दिनों में उन्हें कपड़े की जगह सेनेटरी नेपकिन का ही उपयोग क्यों करना चाहिए, इसके उपयोग के क्या महत्व हैं, आदि कि जानकारी दी गईं। और कहा गया कि इसे स्वयं उपयोग करें और अपने अनुभव सभी से बांटे। प्रशिक्षण पश्चात अनेक बहनों ने इसका उपयोग किया और बताया कि कपड़े की तुलना में नेपकिन हर दृष्टि से उत्तम है। सभी हितग्राहियों को यह भी बताया की उत्पादन करनें के बाद लागत व लाभ किस प्रकार निकालना चाहिए तथा बचत करने के उपायों के साथ ही आदि विषयों के बारे में बताया गया। सभी महिलाओं को उत्पादन के साथ-साथ विपणन, प्रबंधन की जानकारियां भी दी गई और उक्त सभी विषयों की जानकारी एक साथ उनके पास सदैव उपस्थित रहे इसके लिए उन्हें एक-एक पुस्तिका भी बांटी गई तथा साथ ही प्रत्येक महिला को मशीनों के साथ-साथ एक-एक किट भी दिया गया।

क्रमांक-1096/पाराशर/

रायपुर : राज्य में जांच-परामर्श केन्द्रों की संख्या 100 से बढ़ाकर 125, ब्लड बैंकों की भी संख्या बढ़ी

स्वास्थ्य मंत्री श्री अजय चन्द्राकर की अध्यक्षता में एड्स नियंत्रण और रक्त संचरण समिति की बैठक

रायपुर, 12 जून 2017


स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री श्री अजय चन्द्राकर ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण समिति और राज्य रक्त संचरण परिषद् प्रबंधकारिणी की बैठक ली। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में एकीकृत परामर्श एवं जांच केन्द्र की संख्या 100 से बढ़ाकर 125 की गई है। फंक्शनल एकीकृत परामर्श एवं जाचं केन्द्र की संख्या 235 से बढ़ाकर 640, यौन जनित रोग परामर्श एवं जांच केंद्र 16 से बढ़ाकर 30 और ब्लड बैंक 16 से बढ़कर 23 हो गए हैं। इन केन्द्रों के माध्यम से प्रदेश की चार लाख गर्भवती महिलाओं का एच.आई.वी एड्स परामर्श एवं जांच की गई है।  
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने समितियों के रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाए। उन्होंने कहा कि समितयों का गठन मेडिकल कांउसिल ऑफ इण्डिया और छत्तीसगढ़ मेडिकल बोर्ड के नियमों के अनुरूप होना चाहिए। समितियों में सदस्यों के चयन में संबंधित क्षेत्र में कार्य करने वाले व्यक्तियों को प्राथमिकता दी जाए। श्री चन्द्राकर ने प्रदेश में एड्स रोग की रोकथाम के लिए पर्याप्त जांच केन्द्र और आवश्यक दवाईयां की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर जोर दिया। श्री चन्द्राकर ने रक्त संचरण परिषत की प्रबंधकारिणी समिति की उपलब्धि की भी जानकारी ली और रक्त दान के प्रति लोगों में जागरूकता लाने स्वयं सेवी संगठनों का सहयोग लेने पर बल दिया।  
अधिकारियों ने बताया कि तृतिय लिंग के व्यक्तियों को भी लिंग प्रत्यारोपण की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। राज्य एड्स नियंत्रण समिति की विशेष पहल से एचआईवी एड्स पीड़ित लोगों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए अन्त्योदय योजना अन्न योजना के तहत राशन कार्ड उपलब्ध कराने की पहल की है। एड्स पीड़ित लोगों के लिए सिटी बसों में निःशुल्क यात्रा पास बनवार्इ्र जा रही है। श्री चन्द्राकर ने कहा कि एड्स पीड़ित लोग भी समाज का अंग है। ऐसे लोगों के इलाज का पुख्ता इंतजाम हो और उन्हें शासन की योजनाओं से लाभान्वित किया जाए।
अधिकारियों ने बताया कि स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों मंे रक्तदान को प्रोत्साहित करने के लिए प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए जिलों में कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति गठन करने का प्रस्ताव रखा। नाको द्वारा मॉडल  ब्लड बैंक डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति अस्पताल रायपुर को क्षेत्रीय प्रशिक्षण केन्द्र के लिए चिन्हाकिंत किया गया है। श्री चन्द्राकर इसके लिए प्रशंसा व्यक्त करते हुए रक्तदान के लिए व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव श्री सुब्रत साहू, आयुक्त श्री आर. प्रसन्ना, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं श्री नरेन्द्र शुक्ला, संचालक, खाद्य एवं औषधि प्रशासन श्री नरसिम्भा राव, छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कार्पोरेशन के प्रबंध संचालक श्री एन.टी. रामाराव, राज्य एड्स नियंत्रण समिति के नोडल अधिकारी डॉ.एस.के. बिंझवार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं सदस्य उपस्थित थे।

क्रमांक-1094/ओम

रायपुर : पंचायत मंत्री श्री अजय चन्द्राकर का दौरा कार्यक्रम

रायपुर, 12 जून 2017

पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री अजय चन्द्राकर तीन दिवसीय प्रवास पर कोरापुट (ओडिशा) के दौरे पर रहेंगे। श्री चन्द्राकर आज शाम चार बजे रायपुर से कार द्वारा जगदलपुर जिला बस्तर के लिए रवाना होंगे। वे रात्रि नौ बजे जगदलपुर पहुंचेंगे और वहां रात्रि विश्राम करेंगे। श्री चन्द्राकर 13 जून को सवेरे आठ बजे जगदलपुर से जयपुर, जिला कोरापुट (ओडिशा) के लिए रवाना होंगे। वे सवेरे दस बजे जयपुर, ओडिशा पहुंचेंगे और वहां आयोजित स्थानीय कार्यक्रमों में शामिल होंगे। श्री चन्द्राकर कार्यक्रम पश्चात  जयपुर, ओडिशा से जगदलपुर के लिए प्रस्थान करेंगे। वे शाम सात बजे जगदलपुर पहुंचेंगे और रात्रि विश्राम करेंगे। श्री चन्द्राकर 14 जून को सवेरे आठ बजे जगदलपुर से रवाना होकर रायपुर लौट आएंगे।

क्रमांक-1095/ओम

प्रयास आवासीय विद्यालय के 11 विद्यार्थियों का जे.ई.ई.ई. एडवांस में चयन : स्कूल शिक्षा मंत्री श्री केदार कश्यप ने दी बधाई और शुभकामनाएं

रायपुर, 12 जून 2017
 स्कूल शिक्षा और आदिम जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप ने जे.ई.ई.ई. एडवांस 2017 के परीक्षा परिणामों में विभाग द्वारा संचालित राज्य के प्रयास आवासीय विद्यालयों के बच्चों को मिली उत्साह जनक कामयाबी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी है। श्री कश्यप ने इन बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। उन्होंने कहा है कि इन बच्चों को भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान (आई.आई.टी.) जैसे उच्च तकनीकी शिक्षा संस्थाओं में काउसंलिंग के माध्यम से प्रवेश मिलेगा। उल्लेखनीय है कि जे.ई.ई.ई. एडवांस के कल घोषित नतीजों में प्रयास विद्यालय रायपुर के दस और अम्बिकापुर के एक विद्यार्थी को सफलता मिली है। इनमें प्रयास शासकीय बालिका आवासीय गुढ़ियारी की तीन बालिकाएं कु. किरण, कु. नेहा राज तिर्की और कु. चांदनी शामिल हैं। इनके अलावा गुढ़ियारी स्थित प्रयास बालक विद्यालय के सात बच्चों ने भी इस परीक्षा में सफलता हासिल की है। श्री कश्यप ने बताया कि नक्सल प्रभावित जिलों के 10वीं उत्तीर्ण मेधावी छात्रों को कक्षा 11वीं की एवं 12वीं के अध्ययन के साथ-साथ जे.ई.ई.ई. (मेन/एडवांस), अखिल भारतीय पी.एम.टी. और पी.ई.टी. की कोचिंग देने के लिए रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, अम्बिकापुर एवं जगदलपुर में कुल 6 प्रयास आवासीय विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। 
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कृषि मंत्री श्री अग्रवाल ने किया लोकमाता अहिल्या देवी की प्रतिमा का अनावरण : धनगर समाज के छात्रावास भवन के लिए दस लाख रूपए स्वीकृत करने की घोषणा

रायपुर, 12 जून 2017
कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि सामाजिक विकास के लिए समाज के गरीब परिवारों के जरूरतमंद लोगों को शिक्षा और इलाज के लिए सहयोग करने आर्थिक रूप से सक्षम लोगों को आगे आना चाहिए। ऐसे परोपकार के कामों के लिए हर समाज में कोष बनाया जा सकता है। समाज के लोग सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए इस कोष में थोड़ा- थोड़ा आर्थिक सहयोग करेंगे तो उनका यह सहयोग समाज के गरीब लोगों के लिए जरूरत के समय मददगार होगा। श्री अग्रवाल राजधानी रायपुर के रिंग रोड नम्बर-1 के नजदीक इंदिरा नगर में धनगर गड़रिया (ढेंगर) समाज जिला रायपुर द्वारा आयोजित लोकमाता अहिल्या देवी जयंती एवं प्रतिमा अनावरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। श्री अग्रवाल ने इस अवसर पर धनगर गड़रिया समाज द्वारा स्थापित लोकमाता अहिल्या देवी की प्रतिमा का अनावरण किया। श्री अग्रवाल ने इस अवसर पर राजधानी रायपुर में गड़रिया समाज के लिए छात्रावास बनवाने 10 लाख रूपए स्वीकृत करने की घोषणा भी की।
राज्यसभा सांसद श्रीमती छाया वर्मा और रायपुर नगर निगम के महापौर श्री प्रमोद दुबे ने भी समारोह को संबोधित किया। श्रीमती छाया वर्मा ने भी छात्रावास के लिए पांच लाख रूपए देने की घोषणा की। कृषि मंत्री श्री अग्रवाल ने इस अवसर पर नशे की बुराईयों पर चर्चा करते हुए लोगों से नशापान से दूर रहने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि किसी परिवार में एक भी व्यक्ति नशा करता है तो इससे पूरा परिवार प्रभावित होता है। श्री अग्रवाल ने कहा कि समाज को खुशहाल बनाने के लिए शिक्षा पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। शिक्षा हर बच्चे का अधिकार है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से युवाओं को रोजगार मूलक छोटे-छोटे काम धन्धों से जोड़ने के लिए समाज के प्रबुद्ध जनों को पहल करनी चाहिए।
समारोह में रायपुर नगर निगम के पार्षद द्वय श्री सतनाम पनाग, श्री समीर अख्तर, धनगर समाज के प्रदेश अध्यक्ष श्री चन्द्रपाल धनगर, रायपुर जिला अध्यक्ष श्री अजय हंसा, मीडिया प्रभारी श्री आशीष धनगर सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे। इस अवसर पर धनगर समाज की प्रदेश स्तरीय सामाजिक बैठक भी हुई। बैठक में समाज के प्रदेश भर के सदस्य और पदाधिकारी शामिल हुए। 
क्रमांक-1104/राजेश

मानसून की दस्तक के साथ ही खेती-किसानी की हलचल शुरू : बस्तर और सरगुजा इलाके में होती है धान की खुर्रा बोनी

प्रदेश में 79.3 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज: लगभग 36 हजार हेक्टेयर में धान की बोनी पूर्ण 
बीज और खाद का उठाव तेजी से जारी
रायपुर, 12 जून 2017
मानसून की दस्तक के साथ ही प्रदेश में खेती-किसानी की गतिविधियां शुरू हो गई हैं। खेत-खारों में किसानों की चहल-पहल बढ़ने लगी है। मैदानी क्षेत्रों में किसान एक ओर खरीफ फसलों की बोनी के लिए खेतों और मेड़ों की साफ-सफाई का काम शुरू कर दिए हैं, वहीं दूसरी ओर प्रदेश के वनांचलों में धान की खुर्रा बोनी तेजी से चल रही है। प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों से खाद और बीज के उठाव में गति आ गई है।
कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज यहां बताया कि छत्तीसगढ़ के बस्तर, रायगढ़ और सरगुजा अंचल में धान की खुर्रा बोनी अधिक होती है। अन्य क्षेत्रों के जंगली इलाकों में भी कहीं-कहीं इसी पद्धति से धान की की खेती की जाती है। बस्तर और सरगुजा इलाकों के किसान मई माह के अंतिम सप्ताह से खुर्रा बोनी शुरू कर देते हैं। मानसून की एक बारिश से धान की बीज अंकुरित होने लगते हैं। श्री अग्रवाल ने बताया कि राज्य शासन के कृषि विभाग ने चालू खरीफ मौसम में लगभग 48 लाख हेक्टेयर रकबे में अनाज, दलहनी और तिलहनी फसलों की खेती करने का कार्यक्रम बनाया है। प्रदेश में मानसून पूर्व की बारिश के बाद धान की बोआई शुरू हो गई है। आज 12 जून की स्थिति में प्रदेश में लगभग 36 हजार हेक्टेयर रकबे में धान की बोआई पूरी हो चुकी हैं। उन्होंने बताया कि इस साल अभी तक प्रदेश में 79.3 मिलीमीटर औसत वर्षा हो गई है। सबसे अधिक 255 मिलीमीटर औसत वर्षा राजनांदगांव जिले में दर्ज की गई है। श्री अग्रवाल ने बताया कि 10 जून तक किसानों को लगभग दो लाख 36 हजार 330 क्विंटल बीज का वितरण किया जा चुका है। इसमें अनाज फसलों के अलावा दलहन और तिलहन फसलों के बीज शामिल हैं। इसी प्रकार 11 जून की स्थिति में किसानों ने लगभग दो लाख 51 हजार 503 मीटरिक टन यूरिया, डीएपी, एमओपी, एनपीके और एसएसपी खाद का उठाव कर लिया है। श्री अग्रवाल ने यह भी बताया कि सिंचाई साधन वाले किसान लगभग पांच हजार हेक्टेयर में धान का थरहा डाल चुके हैं। थरहा बढ़ने के बाद लगभग पचास हजार हेक्टेयर में रोपाई की जाएगी।
क्रमांक-1103/राजेश

रायपुर : आंध्र प्रदेश के शहरी विकास मंत्री डॉ. पी नारायण ने लोक निर्माण मंत्री श्री मूणत से की मुलाकात

रायपुर, 12 जून 2017


आंध्रप्रदेश के शहरी विकास मंत्री डॉ. पी नारायण ने आज यहां लोक निर्माण आवास एवं पर्यावरण मंत्री श्री राजेश मूणत से उनके निवास कार्यालय में मुलाकात की। डॉ. नारायण ने नया रायपुर स्थित कैपिटल कॉम्लेक्स तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाये जा रहे ई.डब्ल्यू.एस. मकानों के बारे में श्री मूणत से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश में नया कैपिटल कॉम्पलेक्स बनाया जाना प्रस्तावित है। इसलिए नया रायपुर स्थित विश्व स्तरीय कैपिटल कॉम्पलेक्स का निरीक्षण करेंगे। चर्चा के दौरान डॉ. नारायण के साथ आए कमिश्नर ए.पी.सी.(आर.डी.ए.) डॉ. श्रीधर चेरूपुरी, डायेक्टर प्लानिंग श्री आर रामकृष्ण राव, आर्किटेक्ट श्री चंद्रशेखर के अलावा नया रायपुर विकास प्राधिकरण के महाप्रबंधक श्री महादेव कांवरे तथा चीफ इंजीनियर श्री एस.आर. श्रीवास्तव मौजूद थे। 

क्रमांक-1093/कोसरिया

प्रदेश को ग्यारह नवोदय विद्यालयों की नई सौगात : मुख्यमंत्री आज करेंगे आधा दर्जन नवोदय विद्यालयों का शुभारंभ

रायपुर, 13 जुलाई 2017 प्रदेश को ग्यारह नवोदय विद्यालयों की नई सौगात मिली है।  मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह कल 14 जुलाई को बालोद जिले के प्...