Monday, 19 June 2017

Chief Minister presides over Energy Department meeting : 'Sour Sujla yojana' exceeded targets

 12, 000 solar irrigation pumps distributed to farmers        
             
Raipur, 19 June 2017


Chief Minister Dr. Raman Singh today instructed the officials to distribute as many solar energy-based irrigation pumps as feasible in the 85 Adivasi development blocks. Chief Minister was reviewing the functioning of the Energy Department at his official residence.  Dr. Raman Singh added that 'Sour Sujla' yojana is the top priority of the State Government.  He expressed his satisfaction that the Department had distributed more solar energy-based irrigation pumps than the targets and congratulated the officials.
The Energy Department officials said that about twelve thousand 161 solar pumps had been distributed to the farmers till now. Dr. Raman Singh stressed upon the need to cover twenty thousand farmers under the solar energy-based project. He added that farmers in the remote parts of the State, in inaccessible regions, should be provided with solar energy -based irrigation pumps.  Those residing on the banks of rivers and canals should also be provided with irrigation pumps under the Project. It may be mentioned here that farmers are provided with irrigation pumps on a highly subsidized rates. Prime Minister Mr. Narendra Modi had launched the scheme on Rajyotsav Day on 1 November 2016 in Raipur. The Solar Irrigation pump worth Rs 3.5 lakh (three horse power) is given to depressed classes at nominal Rs Seven thousand only, for Other Backward Castes at Rs Twelve thousand only and for General Category farmers at Rs Eighteen thousand only. The rest of the amount is shouldered by the State Government.
The officials also mentioned that four thousand 105 solar pumps had been installed for providing drinking water purposes. There is a proposal to install 1886 more solar pumps in the near future. Chief Minister instructed officials to provide clean drinking water through Chlorination of solar pump water. Dr. Raman Singh called upon the officials to hasten the electrification of all hamlets and habitats before March 2018. He urged them to complete the process of installation of electric sub-stations by March 2018. Chhattisgarh Power holding Company Chairperson Mr. Shivraj Singh,  Energy Department Additional Chief Secretary Mr. N. Baijendra Kumar,  Principal Secretary to Chief Minister Mr. Aman Kumar Singh and several senior officials were also present.
1203/Swarajya/Pradeep

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक : राज्य में सौर सुजला योजना को लक्ष्य से अधिक सफलता

अब तक बारह हजार से ज्यादा किसानों को सोलर सिंचाई पम्प वितरित
 रायपुर, 19 जून 2017


मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राज्य के 85 आदिवासी विकासखंडों में सौर सुजला योजना के तहत अधिक से अधिक संख्या में सोलर सिंचाई पम्प देने  के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को इस आशय के निर्देश दिए।
डॉ. सिंह ने कहा- सौर सुजला योजना किसानो के लिए राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता की योजना है। उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि योजना शुरू होने के प्रथम वर्ष में लक्ष्य से अधिक संख्या में सोलर पम्प दिए जा चुके हैं। उन्होंने इसके लिए अधिकारियों को बधाई दी। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने बताया कि राज्य में अब तक सौर सुजला योजना के अन्तर्गत 11 हजार 300 सोलर सिंचाई पम्पों के लक्ष्य के विरूद्ध अब तक बारह हजार 161 सोलर पम्पों की स्थापना की जा चुकी है। इस योजना में साढ़े तीन लाख रूपए का तीन हार्स पावर का सोलर सिंचाई पम्प अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के किसानों को सिर्फ सात हजार रूपए में, अन्य पिछड़े वर्ग के किसानों को सिर्फ बारह हजार रूपए और सामान्य वर्ग किसानों को सिर्फ 18 हजार रूपए में दिए जा रहे है। इसी तरह पांच हार्स पावर के सोलर पम्प, जिनकी कीमत साढ़े चार लाख रूपए है, इन वर्गों के किसानों को क्रमशः दस हजार, पन्द्रह हजार और बीस हजार रूपए में दिए जा रहे। शेष राशि शासकीय अनुदान के रूप में सरकार वहन कर रही है।
मुख्यमंत्री ने पूरे प्रदेश में इस वर्ष सौर सुजला योजना में बीस हजार किसानों को सोलर पम्प देने के लक्ष्य को अभियान चलाकर पूर्ण करने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा-  राज्य के ऐसे इलाकों में जहां भौगोलिक दृष्टि से परम्परागत बिजली के तार खींचने में दिक्कत होती है, वहां किसानों को सौर ऊर्जा से चलने वाले सिंचाई पम्प सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ दिए जाने चाहिए। डॉ. सिंह ने कहा कि नदी-नालों के किनारे के गांवों के किसानों को भी सौर सुजला योजना के तहत सोलर पम्प दिए जाएं। उल्लेखनीय है कि इस योजना में किसानों को काफी कम कीमत पर सोलर पम्प दिए जा रहे है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले वर्ष एक नवम्बर को नया रायपुर में राज्योत्सव 2016 के शुभारंभ समारोह में मुख्य अतिथि की आसंदी से सौर सुजला योजना का शुभारंभ किया था।
बैठक में यह भी बताया गया कि पेयजल के लिए अब तक प्रदेश में चार हजार 105 सोलर पम्प स्थापित किए जा चुके हैं तथा 1886 सोलर पम्पों की स्थापना का कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने सोलर पम्पों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति में पानी शुद्धिकरण के लिए क्लोरिनेशन करने के निर्देश भी अधिकारियों भी को दिए। मुख्यमंत्री ने सभी गांवों और मजरे-टोलों के विद्युतीकरण का काम मार्च 2018 तक पूरा करने के लिए कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में स्थापित किए जा रहे 32 विद्युत उपकेन्द्रों का कार्य मार्च 2018 तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक में छत्तीसगढ़ विद्युत होल्डिंग कम्पनी के अध्यक्ष श्री शिवराज सिंह, ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री एन. बैजेन्द्र कुमार, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अमन कुमार सिंह, वाणिज्य और उद्योग विभाग के सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, छत्तीसगढ़ विद्युत वितरण कम्पनी के प्रबंध संचालक श्री अंकित आनंद सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में विद्युत वितरण कम्पनी और क्रेडा की ओर से योजनाओं की प्रगति के बारे में प्रस्तुतिकरण दिया गया। 

क्रमांक-1203/स्वराज्य

मुख्यमंत्री ने स्वामी आत्मास्थानंद के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया

    रायपुर, 19 जून 2017
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने रामकृष्ण मठ और मिशन कोलकाता के प्रमुख और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आध्यात्मिक गुरू स्वामी आत्मस्थानंद महाराज के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। डॉ. सिंह ने आज यहां जारी शोक संदेश में कहा है कि स्वामी आत्मस्थानंद ने रामकृष्ण मिशन के माध्यम से स्वामी विवेकानंद और उनके गुरू स्वामी रामकृष्ण परमहंस के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए अपना पूरा जीवन अर्पित कर दिया। डॉ. रमन सिंह ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है। ज्ञातव्य है कि स्वामी आत्मस्थानंद का बीती शाम कोलकाता स्थित रामकृष्ण मिशन सेवा प्रतिष्ठान के अस्पताल में निधन हो गया।  


क्रमांक-1200/स्वराज्य

Chief Minister condoles demise of Swami Atmasthanand

      Raipur, 19 June 2017 
Chief Minister Dr. Raman Singh today condoled the demise of Head of Kolkata Ramakrshna Mutt and Mission Swami Atmastanand Maharaj on Sunday. He was the spiritual Guru of Prime Minister Mr. Narendra Modi. In a condolence message released today Dr. Raman Singh mentioned  that Swamiji had dedicated his entire life to spread the message of  Swami Vivekanand and his Guru Ramakrishna Paramahans among the masses. He prayed for  peace to the departed soul. It may be mentioned here that Swami Atmastanand Maharaj died in a Kolkata-based Ramakrishna Mission hospital on Sunday.

1200/Swarajya/Pradeep

योग प्रशिक्षण एवं चिंतन शिविर के पांचवे दिन विद्यार्थियों ने किया योग अभ्यास

रायपुर, 19 जून 2017 

आज के भौतिक युग में योग का महत्व और बढ़ गया है। योग सकरात्मक ऊर्जा प्रदान करता है। यह व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बहुत आवश्यक है। इसलिए योग को अलग नजरिये से देखने की जरूरत नहीं है। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में छत्तीसगढ़ राष्ट्रीय सेवा योजना और उच्च शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित पिछले गुरूवार से सात दिवसीय राज्य स्तरीय योग प्रशिक्षण एवं चिंतन शिविर ( योग फेस्ट ) की शुरूआत हुई। इस शिविर में राज्य के स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, तकनीकी महाविद्यालयों और विद्यालयों के लगभग 400 छात्र-छात्राएं भाग ले रहे है।  योग का प्रशिक्षण पतंजलि योग पीठ के विशेषज्ञों द्वारा दिया जा रहा है।

योग शिविर के आज पांचवें दिन विद्यार्थियों को ध्यान का अभ्यास कराया गया। तकनीकी सत्र में पूरे प्रशिक्षणार्थियों के पांच समूहों को तकनीकी उत्पादन मशरूम, कम्पोस्ंिटग, हस्त निर्मित कागज बनाने, रसीले फलों से पेय पदार्थ बनाने आदि की जानकारी दी गई। विद्यार्थियों को कृषि विश्वविद्यालय के महत्वपूर्ण प्रयोगशालाओं का भ्रमण कराया गया। शिविर में योग अभ्यास के साथ-साथ इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स की व्यावहारिक जानकारी दी गई। उल्लेखनीय है कि 15 जून को इस सात दिवसीय राज्य स्तरीय योग शिविर का शुभारंभ उच्च शिक्षा मंत्री श्री  प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने किया था। पूरे विश्व में 21 जून को तीसरा  योग दिवस मनाया जा रहा है।


क्रमांक-1201 /पाराशर

Fift Day of Yoga Fest : Students practice Yoga

Raipur, 19 June 2017


 In present era, Yoga has become even more relevant and important. Yoga largely contributes to the physical and mental development of a person. This is the reason why one doesn’t have to look at Yoga from any other perspective,  State-level seven-day yoga fest, jointly organized by Chhattisgarh National Service Scheme and Higher Education Department at Indira Gandhi Agriculture University, was inaugurated on June 15. In this camp, nearly 400 students of school, colleges, technical colleges and schools are participating. This Yoga training is being provided by the experts of Patanjali Yoga Peeth.


In the fifth day of this yoga fest today, students were trained in meditation. In the technical session, all five groups of the trainees were educated about the technical production of mushroom, composting, handmade paper, beverages with juicy fruits etc. Students were taken on tour to important labs of the universities. In the camp, students were also informed about the English speaking course. It is noteworthy that this Yoga fest was inaugurated by Higher Education Minister Mr. Prem Prakash Pandey on June 15. Third Yoga Day will be observed across the world on June 21.
number-1201/Parashar/Sana


कृषि मंत्री श्री अग्रवाल शामिल हुए राष्ट्रीय सामूहिक विधवा पुनर्विवाह सम्मेलन में

रायपुर 19 जून 2017


कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि विवाह एक पवित्र बंधन है। इस बंधन को अटूट बनाये रखने में पति-पत्नी के बीच आपसी समझ होनी चाहिए। एक-दूसरे के प्रति सम्मान की भावना पारिवारिक जीवन को सुखद बनाती है। श्री अग्रवाल कल यहां  जे.एन पांडेय शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के सभागार में आयोजित राष्ट्रीय सामूहिक विधवा (कात्यायनी) पुनर्विवाह एवं विधवा एवं वैध परित्यकता परिचय सम्मेलन को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। सम्मेलन का आयोजन नेचर्स केयर एवं सोशल वेलफेयर सोसायटी द्वारा किया गया।
श्री अग्रवाल ने कहा कि परिवार को वैवाहिक जीवन को सफल बनाने में सहन-शक्ति की परीक्षा होती है। इसलिए छोटी-छोटी बातों को लेकर जीवन की बड़े निर्णय नहीं लिए जाने चाहिए। जीवन की सफलता तभी है जब हम तकलीफों से लड़ते हुए आगे बढें , क्योंकि सुख और दुख सिक्के के दो पहलू हैं। जिसके जीवन में कल दुख आया है, निश्चित रूप से आने वाले कल में उसे खुशियां मिलेंगी। सम्मेलन में नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि विवाह के बाद आपका नया जीवन शुरू हो रहा है। सभी अपने इस वैवाहिक जीवन को बेहतर ढंग से निभाएं और इस जन्म का आपका बंधन सात जन्मों तक बना रहे ऐसी मेरी शुभकामनाएं हैं। इस अवसर पर उन्होंने विवाहित जोड़ों को सगुन भेंट कर उनके सुखी और समृद्ध रहने की कामना की।
इस सम्मेलन के आयोजक संस्था की सराहना करते हुए कृषि मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि सामाजिक जवाबदेही का एक बड़ा उदाहरण यह संस्था प्रस्तुत कर रही है। मुझे विश्वास है कि समाज को राह दिखाते हुए यह संस्था निरंतर इसी प्रकार से काम करती रहेगी। इस अवसर पर संस्था की अध्यक्ष सुश्री विनीता पांडे, श्री प्रदीप शितुत,  श्री माधवलाल यादव, श्री सौरभ तिवारी, सुश्री छाया राय, सुश्री राधा राजपाल, सुश्री माही विश्वकर्मा, सुश्री सुमन यादव, सुश्री ज्योति ठाकुर, सुश्री अनुराधा चौधरी, श्री सुभाष अग्रवाल, श्री भारतीय शर्मा, श्री अमित कुमार, श्री चेतन चंदेल, श्री सुनील नायक, सुश्री सपना जसूजा और श्री लल्ला साहू भी उपस्थित थे।

क्रमांक-1204  /राजेश

लाईवलीहुड कॉलेजों के प्रशिक्षणार्थी करेंगे योगाभ्यास


                                                                                                                                 रायपुर,  19 जून  2017

  तीसरे विश्व योग दिवस 21 जून के अवसर पर प्रदेश के सभी 27 जिलों में स्थित लाइवलीहुड कॉलेजों और मुख्यमंत्री कौशल विकास प्रशिक्षण केन्द्रों में प्रशिक्षण ले रहे युवा प्रशिक्षण स्थल पर योग अभ्यास करेंगे और योग से संबंधित बारिकीयां सीखेंगे। प्रशिक्षणार्थियों को योग विशेषज्ञों की देखरेख में योग दिवस के अवसर पर योग कराया जाएगा।  इसमें योग अभ्यास के साथ-साथ योग  फायदें के बारे में जानकारी दी जाएगी । कौशल विकास तकनीकी शिक्षा एवं सचिव ने प्रदेश के सभी कलेक्टर-सह-अध्यक्ष जिला कौशल विकास प्राधिकरण को इस संबंध में जरूरी दिशा-निर्देश के साथ परिपत्र जारी कर दिया है।  


                                                                                                                                क्रमांक-1202/पाराशर


सहकारिता मंत्री श्री बघेल ने किया निरीक्षण : बेलटुकरी में विशेष चिकित्सा शिविर

स्थिति अब नियंत्रण में
 
      रायपुर, 19 जून 2017
राज्य सरकार के निर्देश पर बेमेतरा जिले के ग्राम बेलटुकरी (विकासखंड नवागढ़) में विशेष चिकित्सा शिविर लगाया गया है, जहां उल्टी-दस्त और अन्य मौसमी बीमारियों का निःशुल्क इलाज किया जा रहा है। स्थिति अब नियंत्रण में है। सहकारिता और पर्यटन मंत्री श्री दयालदास बघेल ने भी स्वास्थ्य शिविर ग्राम बेलटुकरी में अस्थाई कैम्प का निरीक्षण किया। उन्होंने मरीजों से स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली। श्री बघेल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नवागढ़ में भर्ती मरीजो से भी मुलाकात कर उपचार की जानकारी प्राप्त की।  श्री बघेल ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बेमेतरा को कैम्प स्थल में े उपचार में किसी प्रकार की कमी न हो, इसके निर्देश दिए।
       स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त श्री आर. प्रसन्ना ने आज यहां बताया कि कैम्प में मरीजों की जांच और समुचित इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई गयी हैं। दुर्ग जिला अस्पताल से दो चिकित्सकों के टीम वहां चौबीसों घंटे सेवाएं दे रहे है।  इसके लिए विशेष तौर पर देखरेख के लिए उप-संचालक डॉ. के. आर. सोनवानी को ग्राम पंचायत बेलटुकरी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सम्बलपुर और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नवागढ़ पर सतत् संपर्क बनाए रखने के निर्देश दिए है। डॉ. सोनवानी तत्काल निरीक्षण स्थल में पहुंचकर जानकारी दी कि ग्राम बेलटुकरी में जल जनित रोग से पीड़ित ग्रामीणों को ग्राम पंचायत बेलटुकरी में ही अस्थाई कैम्प लगाकर मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराया जा रहा है। यहां 14 जून से स्वास्थ्य शिविर लगाया गया है। जिला चिकित्सालय दुर्ग के डॉ. मढ़ारिया सहित सहायक चिकित्सा अधिकारी ,ए.एन.एम., सुपरवाईजर तथा अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी कि ड्युटी लगाई गई हैं। चिकित्सक दल 24 घंटे उपचार कर निगरानी रखे हुए है। शिविर मे उल्टी दस्त के मरीजों के उपचार के लिए  पर्याप्त मात्रा में एन्टीबायोटिक्स, बायोटीक, ओ.आर.एस., आई.व्ही. फ्ल्यूड तथा अन्य दवाईयॉ पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया जा चुका है। बेलटुकरी में नौ मरीज भर्ती है। स्थिति सामान्य है।  बेमेतरा कलेक्टर ने ग्रामवासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए पानी टैंकर उपलब्ध कराये है। टेंकर के पानी का उपयोग ग्रामवासी कर रहे है। स्थानीय जिला प्रशासन ने तालाब के पानी का उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। अस्थाई कैम्प में अनुविभागीय अधिकारी, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, एसडीओपी, आरईएस व अन्य विभागो के अधिकारी कैम्प स्थल पर अपनी सेवायें दे रहे है।

क्रमांक-1206/ओम

डबरी निर्माण से खुशहाल हुए किसान

रायपुर, 19 जून 2017
जांजगीर-चाम्पा जिले के विकासखण्ड मालखरौदा के ग्राम चरौदा निवासी गरीब किसान खम्भहन डबरी निर्माण से खुशहाल और आत्मर्भिर किसान बन गए है। खम्भहन की जुबानी यह कहानी बताती है कि बरसात के दिनों को छोड़ दे तो यहाँ खेती के लिये पानी की किल्लत बनी रहती थी। बरसात खत्म होते ही पानी की समस्या शुरु हो जाती थी। दूर-दराज से खेतों तक पानी पहुँचाना मुश्किल था।
आर्थिक रुप से कमजोर किसानों के लिए ट्यूबवेल खुदवाने जैसे महंगे उपाय करना भी कठिन था। गांव के किसान पानी की  समस्या से परेशान होकर पलायन करने मजबूर हो जाते थे। ऐसे में महात्मा गांधी नरेगा के तहत निजी डबरी के निर्माण की योजना, खुशियों की रिमझिम बारिश सी करती हुई आई। इन्हीं ग्रामीणों में से एक है खम्भहन लाल। खम्भहन लाल  अपने खेतों में योजना के तहत डबरी का निर्माण कराया। महात्मा गांधी नरेगा के अंतर्गत बनी डबरी से खेतों मंे सिंचाई की समस्या का समाधान हो गया। एकफसली खेती दुफसली में तब्दील हो गई। खेत-बाड़ी से दोहरा फायदा होने से वे काफी खुश हैं। खम्भहन लाल योजना के बारे में लोगों को बताते हुए फूले नहीं समाते हैं। उनसे प्रेरित होकर गांव के दूसरे किसानों ने भी अपने खेतों में डबरी निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया है। योजना का लाभ ग्राम चरौदा के लोगों ही नहीं बल्कि आसपास के दूसरे गांवों के लोग भी प्रेरित हो रहे हैं।
श्री खम्भहन लाल बताते हैं कि उनका घर खेत से ही लगा हुआ है। सो उन्हें डबरी निर्माण के दौरान आसानी हो गई। घर के सभी सदस्यों ने इसमें साथ दिया। डबरी निर्माण के दौरान काम करते हुए जहाँ उन्हें और उनके परिवार के वयस्क सदस्यों को मजदूरी प्राप्त हुई। वहीं परिसम्पत्ति के रुप में डबरी भी बन गई। वर्तमान में वे शाक-भाजी उगा रहे हैं। इसके लिये वे जब भी डबरी से सिंचाई करते हैं, तो बेहद प्रफुल्लित हो सरकार को धन्यवाद देते हुए कहते है कि डबरी निर्माण ने जैसे उनके जीवन में खुशियों की बारिश की है, वैसे ही अन्य किसानों के जीवन में भी खुशियों के बारिस से भर दे। जिससे  लोग अपनी मिट्टी को छोड़कर कहीं और रोजी-रोटी  की तलाश में पलायन करने मजबूर न हो। श्री खम्भहन लाल ने बताया कि जब खेत में डबरी निर्माण की बात आई, तो अज्ञानतावश कुछ लोग कहने लगे थे कि डबरी बनाने से खेती-बाड़ी की जगह कम हो जाएगी। खम्हनलाल जैसे किसानों के इस भ्रम को दूर करने का जिम्मा उठाया, गांव के ग्राम रोजगार सहायक श्री शंकर रमन ने। उनकी समझाइश और विश्वास से समझ में आ गया कि यह तो आम के आम और गुठलियों के दाम वाली बात है। डबरियों से सिंचाई के लिए पानी मिलने के साथ-साथ मछलीपालन का जरिया भी बन सकती हैं। इसके अलावा दूरगामी परिणाम के रुप में जलस्तर में भी वृद्धि होती है। वर्तमान में खम्भन लाल दुर्गाताल मछुवारा समूह अड़भार से मछली बीज प्राप्त कर मछली पालन कर रहे हैं। इससे वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हुए है साथ ही समाज में भी सम्मान मिल रहा है।

क्रमांक-1207/ओम

प्रदेश को ग्यारह नवोदय विद्यालयों की नई सौगात : मुख्यमंत्री आज करेंगे आधा दर्जन नवोदय विद्यालयों का शुभारंभ

रायपुर, 13 जुलाई 2017 प्रदेश को ग्यारह नवोदय विद्यालयों की नई सौगात मिली है।  मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह कल 14 जुलाई को बालोद जिले के प्...