Thursday, 8 June 2017

राज्य शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा किया जा रहा है उन्मुखीकरण कार्यशाला : विषय वस्तु को रोचक बनाकर पढ़ाएंगे शिक्षक

रायपुर, 08 जून 2017
 कक्षा 11वीं अध्ययनरत शिक्षकों के लिए राज्य शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद छत्तीसगढ़ द्वारा उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम एन.सी.ई.आर.टी. नई दिल्ली द्वारा लिखित व एस.सी.ई.आर.टी. तथा छत्तीसगढ़ शासन द्वारा स्वीकृत पाठ्य पुस्तकों के संदर्भ में है इसमें राज्य के सभी जिले में सभी पदस्थ व्याख्याताओं को आमंत्रित किया गया है। राज्य स्तर पर उन्मुखीकरण का मूल उद्देश्य विषय विशेषज्ञ द्वारा बताए गए सिद्धांत व मूलभूत बातें समान रूप से सभी शिक्षकों तक पहुंचे।
इस उन्मुखीकरण कार्यशाला में एन.सी.ई.आर.टी. की पाठ्य पुस्तकों को छत्तीसगढ़ शासन द्वारा स्वीकृत करने की मंशा, विज्ञान शिक्षण का उद्देश्य, छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा निर्मित अथवा पूर्व प्रचलित पाठ्य पुस्तकों व एन.सी.ई.आर.टी. की पाठ्य पुस्तकों के बीच विभिन्नता की समीक्षा की जा रही है साथ ही ऐसे कठिन क्षेत्र जिस पर शिक्षकों को कठिनाई हो सकती है, प्रायोगिक समस्या किस प्रकार से दूर की जाए इन पर समूह चर्चा प्रस्तुतिकरण किया जाता है।
एन.सी.ई.आर.टी. के अधिकारियों ने बताया कि कठिन बिन्दुओं के समाधान व विषय विशेष पर चर्चा हेतु परिषद के लेखन समूह के अतिरिक्त रविशंकर विश्वविद्यालय अंतर्गत महाविद्यालय के प्राध्यापकों और एन.सी.ई.आर.टी. नई दिल्ली के प्राध्यापकों को आमंत्रित किया जाता है। गत माह मई में रसायन शास्त्र, भौतिक शास्त्र व जीव विज्ञान विषय हेतु कार्यशाला आयोजित किया गया था। इस माह जून मे वाणिज्य विषय हेतु दिनांक 5 से 15 जून, अर्थशास्त्र हेतु 19 से 22 जून तथा गणित विषय हेतु अंतिम सप्ताह प्रस्तावित है।
सभी विषयों के उन्मुखीकरण पश्चात आगे भी एडूसेट के माध्यम से सभी विषयवार व्याख्याताओं से समय-समय पर प्रगति और समस्याओं के समाधान हेतु प्रत्यक्षीकरण कार्यक्रम प्रस्तावित है। कार्यशाला में सम्मिलित प्रतिभागियों को संबंधित विषयों के पुस्तकों का सेट उपलब्ध कराया जा रहा है। कठिन बिन्दुओं को कैसे बच्चों तक ले जाएं, इस पर आधारित मैनुअल, विषय शिक्षण से संबंधित फोकस पेपर की कापिया प्रदाय की जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि सभी विषयों की पाठ्य पुस्तकों टी.बी.सी. द्वारा मुद्रित कर ली गई व जोन स्तरीय डिपो रायगढ़, कांकेर, बिलासपुर, जगदलपुर, राजनांदगांव, रायपुर, अम्बिकापुर के माध्यम से स्थानीय पुस्तक विक्रेताओं के नाम जिला शिक्षा अधिकारियों को उपलब्ध करा दी गई है। पुस्तक प्रतिष्ठानों के बारे में कार्यशाला में भी जानकारी दी जा रही है। प्रतिभागियों ने बताया कि उन्मुखीकरण कार्यशाला और एन.सी.ई.आर.टी. की पुस्तक में विषय के प्रति बच्चों में समझ का विकास करने का एक अच्छा अवसर है। इसमें विषय को इस तरह से समझाया जा सकता है कि बच्चे उस विषय अध्याय से आसानी से जुड़ सकते है तथा किसी भी प्रश्न को सहजता से हल कर सकते हैं। एन.सी.ई.आर.टी. की किताबे राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में निश्चित रूप से सहयोग प्रदान करेगा। प्रतिभागियों ने कहा कि इस कार्यशाला से हम सभी लाभान्वित हो रहे है विषय से संबंधित जो भी अतिथि व्याख्यान तथा विषय विशेषज्ञ द्वारा प्रस्तुतिकरण एवं समूह चर्चा कराया गया इससे विषय से संबंधित पुस्तक को समझ पाने में सहायता मिली है। विषय वस्तु को रोचक बनाकर हम सभी अपने छात्रों को इसी तरह से पढ़ाएंगे। 
क्रमांक-1062/कोसरिया

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