वन मंत्री से मिले अध्ययन भ्रमण पर आए बीजापुर के
पंच-सरपंच
रायपुर. 31 मई 2017
हमर छत्तीसगढ़ योजना ने सुदूर वनांचलों के
लोगों को भी रायपुर और नया रायपुर घूमने का मौका दिया है। इस योजना के माध्यम से दूरस्थ
क्षेत्रों के पंचायत प्रतिनिधि प्रदेश में पिछले एक दशक में हुए विकास कार्यों को
नजदीक से देख रहे हैं। इस योजना में अनेक ऐसे जनप्रतिनिधि राजधानी आए हैं जिन्हें
अगर यह योजना नहीं होती तो कभी रायपुर आने का मौका नहीं मिलता। वन एवं विधि और
विधायी कार्य मंत्री श्री महेश गागड़ा ने अध्ययन भ्रमण पर आए बीजापुर जिले के पंच-सरपंचों
से मुलाकात के दौरान इस आशय के विचार व्यक्त किए।
हमर छत्तीसगढ़ योजना के तहत बीजापुर जिले के उसूर विकासखंड के सात ग्राम पंचायतों के 57 प्रतिनिधि अध्ययन भ्रमण पर रायपुर
आए थे। इन प्रतिनिधियों ने कल देर शाम वनमंत्री श्री महेश गागड़ा के निवास पर उनसे
सौजन्य मुलाकात की। इस दौरान श्री गागड़ा ने पंच-सरपंचों से चर्चा कर गांवों में
चल रहे विकास कार्यों के बारे में पूछा। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों को कृषि के
लिए प्रेरित करते हुए कहा कि जो खेती करते हैं या कलाकृति प्रशिक्षण हासिल करना
चाहते हैं, उन्हें प्रशिक्षण के लिए हैदराबाद भेजा जाएगा। उन्होंने इच्छुक
प्रतिनिधियों को अपना नाम दर्ज कराने कहा।
अपने शासकीय निवास पर पंचायत प्रतिनिधियों
को संबोधित करते हुए वन मंत्री श्री महेश गागड़ा ने कहा कि जब हमर छत्तीसगढ़ योजना
की शुरुआत हुई थी तब मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा था कि यहां आने वाले लोगों
में बहुत से ऐसे लोग होंगे जो पहली बार रायपुर आएंगे। श्री गागड़ा ने कहा कि प्रदेश
के सुदूर, वनांचल इलाकों में रहने वाले अधिकांश पंच-सरपंच कभी रायपुर तक नहीं
पहुंच पाए थे। इस योजना ने उन्हें यह अवसर दिया। खासतौर पर बीजापुर जिले के बहुत
से प्रतिनिधि ऐसे हैं, जो रायपुर पहली बार देख रहे हैं। मंत्रालय और विधानसभा ऐसी जगह
है जिसे आप सभी जानते तो हैं, किंतु कभी आने का मौका नहीं मिला। उन्होंने उम्मीद
जताई कि मंत्रालय,
विधानसभा और राजधानी के भ्रमण से सरकार के कार्यों के प्रति पंचायत
प्रतिनिधियों के मन में जो धारणा बनेगी, उससे विकास और कल्याणकारी कार्यों के
प्रति उनका उत्साह बढ़ेगा।
श्री गागड़ा से पंच-सरपंचों ने कहा कि
बीजापुर को जिला बने दस वर्ष हो गए हैं। पिछले एक दशक में वहां बहुत बदलाव आया है।
बीजापुर जिले के पंच-सरपंच लगातार यहां आ रहे हैं। यहां विकास कार्यों को देखकर वे
प्रेरित होते हैं। पंचायत के माध्यम से विकास कार्यों में और अधिक भागीदारी का
संकल्प लेकर वे लौटते हैं।
क्रमांक-976/कमलेश