Sunday, 9 July 2017

‘रमन के गोठ’ : आकाशवाणी ले प्रसारित विशेष कार्यक्रम (सरगुझिया)(दिनांक 09 जुलाई, 2017, समय रात्रि : 08 : 00 से 08.20 बजे )

महिला उद्घोषक
जम्मों श्रोता मन ला नमस्कार!
- आकाशवाणी के विशेष प्रसारण ‘रमन के गोठ’ में हमन जम्मांे श्रोता मन कर हार्दिक स्वागत करथन, अभिनन्दन करथन। कार्यक्रम कर तेइसवां कड़ी बर आकाशवाणी कर स्टूडियो में माननीय मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह जी पधाएर चुकिन हें।
- डॉक्टर साहब नमस्कार, कार्यक्रम में राउर कर हार्दिक स्वागत है।
मुख्यमंत्री जी
- धन्यवाद। राउर आउ अपन रेडियो, टीवी सेट कर आगु बईठ के मोला सुनत जम्मों श्रोता मन के भी।  
- जम्मों संगता, सियान-जवान, दाई-बहिनी मन ला जय जोहार बदरी-पानी कर दिन शुरू होए गईस हे। हरियाली ले धरती दाई कर सिंगार होही, अउ किसान भाई-बहिन मन कर जीवन में उत्साह-उमंग आए जाही।
- सावन महिना में विशेष कइर के भगवान शंकर के पूजा पाठ होएल। सावन सोमार उपास रखथें। कांवरिया मन जल यात्रा करहीं। जघा-जघा सावन के मेला लागही। जघा-जघा रूख में झेलुआ बनाए के झुले कर मजा लेहल जाही।
- हरियाली कर तिहार, जिनगी कर तिहार मईन जाएल। तेकर बर जम्मो झन ला बधाई देहत हों।  
- संगता हो, जेतरा होए सके पेड़-पौधा लगावा आउ धरती ला हरियर बनावा। हमर सरकार हर एसों 8 करोड़ पौधा लगाए कर संकल्प लेहिस हे जेला जम्मो झन मिल जुइलके पूरा करबो। 
- 20 जुलाई कर तारीख ला सबझन ला सुरता करना है गोटा छŸाीसगढ़ कर जम्मो जिला में, तहसील में, ब्लॉक में, पंचायत में एकर बर निर्देश जारी होइस हे। कलेक्टर मन ला आउ फारेस्ट के अधिकारी मन ला कि 20 जुुलाई के गोटा छŸाीसगढ़ में हमन ए तिहार ला एक संगे मिल जुइल के मनाबो आउ 8 करोड़ पौधा लगाए कर जो बड़खा लक्ष्य हवे, ओ दिन हमन ला ओर कईर के संकल्प ला पूरा करना है। 
- अपन खुद कर जमीन में, खेत में अगर पेड़ लगाना है तो ओकरो बर पौधा उपलब्ध आहाए। ए अभियान ला हमन सब झन ला मिल के सफल बनाना है।
पुरूष उद्घोषक
- डॉक्टर साहेब, सावन कर महीना किसान मन कर उम्मीद कर महीना होएल। किसान भाई-बहिन मन तो बहुत बेसबरी ले ए मौसम कर इंतजार करथें। का ए बरसात, किसान भाई मन बर खुशी कर बरसात सिद्व होही ?
मुख्यमंत्री जी
- मैं ए कार्यक्रम कर माध्यम ले अन्नदाता मन कर हार्दिक अभिनंदन करथों। 
- राज्य कर समृधि आउ खुशहाली में हमर किसान भाई-बहिन आउ उनकर परिवारजन कर भरपूर योगदान रहिस हे। धान ले लेके दलहन-तिलहन तक, उद्यानिकी ले लेके पशुपालन, मछलीपालन तक हर क्षेत्र में बड़खा-बड़खा सफलता मिलिस हे। छŸाीसगढ़ ला पांच साल में चाएर गो, राष्ट्रीय कृषि कर्मण पुरस्कार मिलिस हे। 
- ए बछर सुघ्घर बरखा होए के संभावना हवे, जेकर से एसों धान उत्पादन कर नावा कीर्तिमान बनाए कर उम्मीद हमन करथन। 
- खरीफ 2017 में 48 लाख हेक्टेयर रकबा में बोनी के लक्ष्य राखल गईस है जेमे से 36 लाख 50 हजार हेक्टेयर में धान बुनल जाही। 
- 4 लाख हेक्टेयर में दलहन, 3 लाख हेक्टेयर में तिलहन आउ लगभग डेढ़ लाख हेक्टेयर में साग-सब्जी, गन्ना जईसा फसल लगाल जाही। 
- ए बछर अनाज, दलहन, तिलहन, साग-सब्जी मिलाए के 91 लाख 76 हजार मीट्रिक टन फसल उत्पादन कर अनुमान हवे। मैं ईश्वर से प्रार्थना करथों कि ए लक्ष्य हर पूरा होए आउ सुघ्घर फसल ले किसान मन कर घरे खुशी कर बरसात होए। 
महिला उद्घोषक
- माननीय मुख्यमंत्री जी, एक समय रहिस, जब किसान मन ला ए चिंता करना पड़त रहिस कि बिहन कहां से आही खाद कइसे मिलही, दवाई कइसे मिलही, बिजली कइसे मिलही? रउरे  अईसा कोन सा व्यवस्था करेही जेकर ले किसान भाई-बहिन  निश्ंिचत होए के अपन पूरा समय आउ जांगर खेती के काम मे लगाए सके। 
मुख्यमंत्री जी

- हमन किसान मन कर सुविधा बर योजना मन कर अईसा ताना-बाना बुने हन कि किसान ला हर चीज समय ऊपर बिना काहीं परशानी कर भेंटाए।
- 7 लाख 45 हजार क्विंटल बिहन कर आउ 10 लाख  65 हजार टन खान कर बेवस्था करल गईस हे। 
- किसान मन ला आगु 14 प्रतिशत ब्याज में कृषि ऋन लेना पड़त रहिस, जेकर ऊँचा दर कर चलते किसान ब्याज पटाए कर चक्कर में परेशान रहत रहिस आउ डिफाल्टर  होएले उनकर प्रगति रूइक जात रहिस। महंगा करजा कर दुष्चक्र ला हमन तोएड़ देहेन। 
- हमन सरलग ब्याज दर ला कम करेन आउ लगभग पांच बछर ले बिना बियाज कर अल्पकालीन कृषि ऋन देहथन जेकर लाभ हर बछर 11 लाख किसान मन ला मिलत हाय। 
- राउरे मन ला बताना चाहथों कि छŸाीसगढ़, देश के पहिला राज्य बने रहिस जेहर किसान मन ला ब्याज मुक्त ऋन देहे कर बेवस्था करिस। 
- राज्य में किसान आगु सिरिफ 150 करोड़ रूपिया कर ऋन ही लेत रहिन बाकी बियाज मुक्त ऋन मिले कर पाछु धीरे-धीरे परिवर्तन आईस आएज 3 हजार करोड़ रूपिया ले बगरा कृषि ऋन किसान उठाथें। एकर ले पता चलत हाय कि छŸाीसगढ़ में किसान मन कर अर्थ व्यवस्था हर केतना ऊंचा छलांग लगाईस हे। 20 गुना बगरा ऋन लेहे ले उनकर उत्पादन कर मूल्य भी कई गुना बगरा बढिस हे। 
- धान छŸाीसगढ़ कर जान हवे।एकरे बर हमन धान खरीदी कर शानदार आउ पारदर्शी बेवस्था करेन, हमर किसान हितकारी बेवस्था कर तारीफ पूरा देश में होत हे। 
- 1 हजार 989 उपार्जन केन्द्र में धान खरीदी कर बेवस्था हे।
- बितल 13 बछर में लगभग 6 करोड़ 22 लाख मीट्रिक टन धान खरीदल गईस आउ किसान मन ला करीब 64 हजार 730 करोड़ रूपिया कर भुगतान करल गईस।
- कृषि लागत कम करे कर उपाय, बढ़िया फसल, खरीदी कर शानदार बेवस्था जईसा  कारण ले किसान मन कर समृद्वि बाढ़िस हे। एकरे बर मैं कहथों कि किसान कर जिनगी में सुखद बदलाव आईस हे। 
- धमतरी में प्रदेश कर पहिला किसान-बजार शुरू करल गईस हे। जिला प्रशासन कर पहल ले अईसा बेवस्था करल गईस है, जेमे उत्पादक आउ ग्राहक ला नजदीक लानल गईस हे आउ बिचौलिया ला हटाए देहल गईस हे। ए नियर सब्जी उत्पादक किसान मन ला अपन उपज कर बढ़िया दाम मिलथे आउ नागरिक मन ला सस्ता आउ ताजा सब्जी मिलत हाय।
- ‘किसान-बाजार’ में सब्जी उत्पादक मन कर सत्यापन, पंजीयन काउंटर, आबंटन तौल-मशीन मन कर बेवस्था करल गईस हे। सब्जी कर दर एगोट समिति तय करेल। इहां रोज लगभग डेढ़ टन सब्जी बिहाने दुई घण्टा में बंेचाए जाएल।
- मैं चाहथों कि अईसा बेवस्था आने जिला में भी होए। 
पुरूष उद्घोषक
- माननीय मुख्यमंत्री जी, अईसा कोन सा प्रमुख योजना मन हैं जेमन किसान मन कर जिनगी में बड़ा बदलाव लानथे? 
मुख्यमंत्री जी
- छत्तीसगढ़ पहिला राज्य है, जेहर 5 एस.पी. कर पम्प तक निःशुल्क बिजली देहेकर सुविधा देहिस हे। 
- प्रति पम्प 7 हजार 5 सौ यूनिट तक निःशुल्क बिजली देहे ले प्रति किसान औसतन 31 हजार रूपिया कर वार्षिक लाभ मिलत हाय। 
- अनुसूचित जाति/जनजाति कर किसान मन ला प्रति किसान 50 हजार रूपिया कर लाभ ए योजना ले मिलत हाय।
- एतना ही नहीं, जहाँ परम्परागत बिजली देना संभव नई हे उहां सौर सुजला योजना कर माध्यम ले दुई बछर में 51 हजार सोलर पम्प देहे कर योजना शुरू करल गईस हे। 
- ए योजना में 3 लाख ले 5 लाख रूपिया मूल्य कर पम्प किसान मन ला अबगा 7 हजार ले 20 हजार रूपिया तक में देहल जाथे। 12 हजार किसान मन ला ए योजना कर लाभ मिल चुकिस हे। 
- लघु एवं सीमांत किसान मन बर स्प्रिंकलर बर 11 हजार 800 रूपिया आउ आने किसान मन बर 7 हजार 800 रूपिया कर अनुदान देहल जाथे। एही नियर ड्रिप बर भी 40 हजार ले 60 हजार रूपिया प्रति हेक्टेयर तक अनुदान देहल जाथे। 
- बछर 2016-17 में लक्षित 29 हजार हितग्राही मन कर संख्या हर विŸाीय बछर 2017-18 में बाएढ़ के 1 लाख ले बगरा हो गईस। 
- माइक्रो-ऐरिगेशन बर नाबार्ड ले 193 करोड़ रूपिया कर ऋन लेके बड़ा पैमाना में सिंचाई सुविधा देहे कर निर्णय लेहल गईस हे। प्रदेश में सहकारी क्षेत्र में 4 शक्कर कारखाना स्थापित करल गईस हे। 12 हजार ले बगरा किसान मन ला लगभग 33 हजार रूपिया  औसत कर दर ले गन्ना बोनस कर भुगतान करल गईस। परम्परागत कृषि विकास योजना कर अंतर्गत है जिला सरगुजा, सूरजपुर, जशपुर नगर, कोण्डागांव, दंतेवाड़ा आउ कोरबा कर गांव में जैविक प्रमाणीकरण कर अभियान  चलाल।
- 9 हजार एकड़ क्षेत्र कर 8 हजार ले बगरा किसान मन ला एमे शामिल करल गईस हे। 
- जैविक खेती मिशन में 5 जिला गरियाबंद, नारायणपुर, बीजापुर, सुकमा आउ दंतेवाड़ा आउ 22 जिला कर एक-एक विकासखण्ड ला पूर्ण जैविक बनाए कर कार्य योजना तियार करल गईस हे।  
- ’पर ड्रॉप मोर क्रॉप’ योजना में 59 करोड़ रूपिया कर लागत ले 4 हजार 860 हेक्टेयर में ड्रिप आउ 23 हजार ले बगरा हेक्टेयर में स्पिं्रकलर सिस्टम स्थापित करल गईस हे। 
- राष्ट्रीय कृषि विकास योजना कर तहत नदी, नाला कर किनारे 29 हजार ले बगरा सेलो ट्यूबवेल कर खनन करल गईस हे ओकर संगे 15 करोड़ रूपिया कर लागत ले 185 चेक डेम कर निर्माण करल गईस हे। 
- किसान समृद्धि योजना कर तहत बछर 2016-17 में 5 हजार किसान मन बर खेत में 14 करोड़ रूपिया कर लागत ले नलकूप कर खनन करल गईस हे। 
- शाकम्भरी योजना में लघु सीमांत किसान मन ला 8 हजार 300 कूप खोएद के देहल गईस आउ 1 लाख 86 हजार ले बगरा पम्प देहल गईस।
- खरीफ क्रांति विस्तार योजना में 4 लाख 76 हजार किसान मन ला 108 करोड़ रूपिया कर लागत ले बिहन, फसल प्रदर्शन एकीकृत कीटनाशक, बोरवेल, कृषि यंत्र मन कर लाभ देहल गईस हे। 
- किसान मन ला 58 लाख रूपिया ले बगरा निःशुल्क खसरा आउ नक्शा कर प्रतिलिपि देहल गईस हे। 
- प्रदेश का सिंचित रकबा 22 प्रतिशत ले बइढ के  34 प्रतिशत होए गईस हे। 
- अभियान लक्ष्य भागीरथी कर तहत 106 पुराना आउ अपूर्ण योजना मन ला पूर्ण करे ले 51 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में नावा सिंचाई  क्षमता बनिस हे। 
- प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में जल कर मांग आउ उपलब्धता कर अन्तर  ला कम करे बर जिला आउ राज्य स्तर में अलग-अलग सिंचाई योजना तियार करल गईस हे। ‘‘फास्ट ट्रेक‘‘ प्रगति बर राज्य कर 3 गो सिंचाई परियोजना खारंग, मनियारी, आउ केलो कर चयन करल गईस हे। बछर 2019 तक ए योजना मन ले 42 हजार 625 हेक्टेयर क्षेत्र मंे सिंचाई क्षमता सृजित होही। 
महिला उद्घोषक
- माननीय मुख्यमंत्री जी, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी किसान मन कर आय बछर 2022 तक दुईगुना करेकर लक्ष्य रखिन हें। एही नियर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना ला भी किसान मन कर सुरक्षा कर दृष्टि ले एगोट क्रांति मानल गईस। ए दुनों योजना मन ला लेके राज्य सरकार कती ले का कदम उठाल गईस हे? 
मुख्यमंत्री जी
- देश में पहिला धाएर किसान मन कर आय दुईगुना करे बर समयबध  कार्यक्रम बनाल गईस हे। जेमें जलवायु, माटी, स्थानीय विशेषता ला धियान में राखत, रोड मैप तियार करल गईस हे कि कोन परिस्थिति में कोन सा फसल लेना चाही। 
- माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने ‘प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना’ शुरू कईर के जो क्रांतिकारी पहल करे रहिन ओकर भरपूर लाभ छŸाीसगढ़ कर किसान मन ला मिलत हे। सूखा पड़े कर अलावा खेत में खड़ा या खलिहान में राखल फसल ला आगी, पानी आउ आने तरह ले सुरक्षा देहे बर भी ए योजना एगोट वरदान हवे। 
- ऋन लेहे वाला किसान मन कर अलावा अऋनी किसान मने जे किसान कर्जा नई लेथें आउ जेमें  भू-धारक आउ बटाईदार भी शामिल हवें, जम्मो झन ला प्रधानमंत्री फसल बीमा कर लाभ देहल जाथे। 
- प्रदेश में धान सिंचित, धान असिंचित, मकई, सोयाबीन, मूंगफली, रहर, मूंग, उरद, उद्यानिकी फसल जईसे केला, पपीता, अमरूद, टमाटर, भन्टा, मरचाई, अदरक, पत्तागोभी, फूलगोभी, पियाज मन ला बीमा कर दायरा में लानल जा चुकिस हे। 
- ए योजना में किसान मन ले मात्र 2 प्रतिशत प्रीमियम लेके ही पूरा फसल कर बीमा कराल जाएल। बाकी प्रीमियम कर भुगतान सरकार करेल। 
- बितल बछर खरीफ आउ रबी फसल ला मिलाए के राज्य में 16 लाख ले बगरा किसान मन ला ए योजना कर लाभ मिलिस, जेकर बर कुल 340 करोड़ रूपिया कर राशि प्रीमियम कर रूप में सरकार कती ले देहल गईस जेमें केन्द्र आउ राज्य सरकार कर 50-50 प्रतिशत कर भागीदारी होएल। 
- बछर 2015 कर सूखा में किसान मन ला होल नुकसान कर बदला में 650 करोड़ रूपिया कर बीमा दावा कर भुगतान प्रभावित किसान मन ला करल गईस। 
- एकरे बर मैं किसान भाई मन ले अपील करथों कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में भागीदार बनें आउ अपन फसल कर सुरक्षा करवाएं। 
पुरूष उद्घोषक
- डॉ. साहब, राज्य में किसान मन कर मदद बर अनेक संस्था मन कर संचालन करल जाथे। हालेच में रउरे ‘किसान मितान केन्द्र‘ खोले कर घोषणा करेही। एकर ले किसान मन ला का लाभ होही?
मुख्यमंत्री जी
- हमन अईसा अनेक संस्था शुरू करे हन, जेमन किसान मनकर हर जरूरत में काम आए आउ किसान कोई भी परिस्थिति में अपन आपला अकेला महसूस झिन करें, ओला भौतिक आउ मनोवैज्ञानिक दुनो तरीका ले ये जनाए कि पूरा सरकार आउ बेवस्था ओकर संगे खड़ा हे। 
- एकरे बर हमन एगोट कृषि विश्वविद्यालय होए कर बाद भी कामधेनु विश्वविद्यालय  कर स्थापना करेन, जेहर पशुपालन में किसान मन कर मार्गदर्शन करही आउ एकर अनुरूप शिक्षा कर प्रसार करही। 
- अब हमर राज्य में 2 विश्विविद्यालय 31 कृषि महाविद्यालय, 20 कृषि विज्ञान केन्द्र संचालित करल जाथे।  
- 92 विकासखड में शहीद वीरनारायण सिंह बहुउद्देशीय कृषक सेवा केन्द्र आउ 360 कृषक सूचना केन्द्र स्थापित करल गईस हे। 
- राज्य में कृषि प्रशिक्षण अकादमी कर स्थापना करल गईस हे। 
- किसान मन ला मिट्टी कर जांच के सुविधा देहे कर 26 गो स्थायी आउ 174 मिनी मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला कर स्थापना करल गईस हे। 
- स्वायल हेल्थ कार्ड वितरण कर भी एगोट कीर्तिमान बनिस हे। लक्ष्य ले 112 प्रतिशत बगरा मने 43 लाख 38 हजार कार्ड बांटल जा चुकिस हे। 
- उर्वरक/पौध संरक्षण/औषधि/बायोफर्टिलाइजर/जैविक खाद/कृषि यंत्र मन कर परीक्षण आउ गुण नियंत्रण ले सम्बन्धित प्रयोगशाला कर स्थापना करल गईस हे।   
- बिलासपुर, जगदलपुर आउ अंबिकापुर में नवीन बिहन परीक्षण प्रयोगशाला कर स्थापना करल गईस हे। 
- हर दुई गांव कर बीच एगोट ‘किसान संगवारी‘ नामांकित करल गईस हे। विकासखण्ड आउ जिलास्तर पर किसान संगवारी मन कर सम्मेलन आयोजित करे कर निर्देश संभागीय आयुक्त आउ जिला कलेक्टर मन ला देहल गईस है जेकर ले हर स्तर में अपन गांव-घर के नजदीक किसान मन ला तुरंत सही सलाह  मिल सके।
- एही कड़ी में हर जिला मुख्यालय में किसान-मितान केन्द्र खोले कर निर्णय लेहल गईस हे ताकि किसान मन ला एके छत के नीचे उनकर बर जरूरी जम्मो जानकारी मिल सके। जम्मो विभाग मन कर मार्गदर्शन आउ सहयोग मिल सके।  
- ए केन्द्र में राजस्व, कृषि, सहकारिता,  ग्रामीण विकास,  ऊर्जा, जल संसाधन विभाग, सहकारी बैंक मन के अधिकारी मन कर ड्यूटी लगाल गईस हे। इहां दूरभाष के सुविधा भी देहल जाही जेकर से किसान भाई सीधे आए के चर्चा कर सकें आउ अगर ओमन खुद नई आए पारथें तो फोन ले बात कईर के समस्या कर समाधान कईर सकें। 
- राष्ट्रीय स्तर पर ‘ई-नाम’ मतलब इलेक्ट्रॉनिक राष्ट्रीय कृषि बाजार कर बेवस्था ले छŸाीसगढ़ कर 14 मंडी ला जोएड़ देहल गईस हे। एकर ले हमर गांव-गांव में रहे वाला किसान भाई मन ला देश के अलग-अलग मण्डी मन में चलत भाव पता रहेल। एकर ले किसान मन ला अपन फसल सही दाम में बेचे में मदद मिलथे।  
महिला उद्घोषक
- डॉ. साहब, एक जुलाई 2017 कर दिन भारत आर्थिक इतिहास में एगोट नावा अध्याय कर रूप में दर्ज होईस हे।  जी.एस.टी. कर शुरूआत कर संगे देश में अप्रत्यक्ष कर के जो नावां प्रणाली कर श्रीगणेश होईस हे, ओकर सम्बन्ध में छŸाीसगढ़ के का तियारी हे आउ रउरे एला का रूप में देखथी ? 
मुख्यमंत्री जी
- आगु दुकानदार ला अलग-अलग तरह के काम -धंधा बर 16 तरह के कर भुगतान करना पड़त रहिस, जेला हटाए के अब सिरिफ एक कर जी.एस.टी. कर भुगतान करना होही, जेकर बर ऑनलाइन बेवस्था करल जाथे। 
- व्यापारी मन ला अलग-अलग तरह के कर पटाए आउ ओ सबके हिसाब-किताब बर बहुत समय देहे कर चलते ओमन ला बंधन महसूस होत रहिस अब एकर ले राहत मिलही।
- एकरे बर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी नावांकर प्रणाली ला आर्थिक आजादी कर नाम देहिन हे। ओमन जी.एस.टी. ला गुड एण्ड सिम्पल टैक्स कहिन हे जेकर मतलब होएल अच्छा आउ सरल कर‘।
- ए तरह ले आजादी कर बाद सरलग देश में जो कर के मक्कड़जाल बिछ गए रहिस, ओला खतम कइर देहल गईस हे। 
- ये हर अर्थ व्यवस्था ला मजबूत बनाए कर शंखनाद हवे। भारत ला आर्थिक महाशक्ति बनाए  कर श्रीणेश हवे।  
- जीएसटी ले व्यापारी-व्यवसाई मन ला सुविधा होही एकरे संगे आम जनता खासकर गरीब मनला भी ढेरेच लाभ होही।
- कृषि आउ घरेलू उपयोग कर ज्यादातर वस्तु मन ला जी.एस.टी. ले मुक्त रखल गईस हे।
- आम जरूरत कर 80 प्रतिशत सामान ऊपर मात्र 5 लेे 18 प्रतिशत कर बीच जी.एस.टी. लगाल गईस हे। उच्च वर्ग मन के उपयोग कर चीज बर ही 28 प्रतिशत के दर ले जी.एस.टी. लगाल गईस हे, जेकर संख्या भारी कम हे। 
- छत्तीसगढ़ में तत्काल प्रभाव ले हमन आरटीओ कर 16 गोट नाका ला खतम कइर देहे हन, जेकर ले जी.एस.टी. कर भावना के अनुरूप निर्बाध परिवहन होए सके। अईसा अनेक लाभ भविष्य में देखे बर मिलहीं।  
- ए नियर जी.एस.टी. कर स्वागत सब झनला मिलके करना चाही।
- मैं विश्वास दिलात हों कि जी.एस.टी. गांव-गरीब आउ किसान कर हित में हवे।
पुरूष उद्घोषक
- श्रोता हो। राउर मन के प्रतिक्रिया हमन ला राउर चिट्ठी, सोशल मीडिया- फेसबुक, ट्विटर के साथ SMS ले भी ढेरे संख्या में मिलथे। एकर बर राउर मन ला बहुत-बहुत धन्यवाद। आगु भी रउरे अपन मोबाइल कर मैसेज बॉक्स में त्ज्ञळ कर बाद स्पेस लेके अपन विचार लिखके 7668-500-500 नम्बर में भेजत रही आउ संदेश कर आखिर में अपन नाम आउ पता लिखना झिन भुलाब। 
मुख्यमंत्री जी
- मोला खुशी हे कि ए धाएर ढेरे चिट्ठी आउ संदेश पौधारोपण ला लेके हवे। मोहन निषाद, विक्रम क्षत्रिय, राधेश्याम साहू सलाह देहिन हवें कि वृक्षारोपण कर राशि कर सदुपयोग होना चाही। 
- डिसेन्ट देवांगन ने पीपल कर पेड़ लगाए बर, आरती कांकरिया नीम कर पेड़ लगाए बर आउ निर्मल अवस्थी औषधि पौधा लगाए कर सुझाव देहिन हे। 
- लक्ष्मी प्रधान, अरविंद कुमार सिंह, सोनू विश्वकर्मा, नरेश वर्मा, सतीश मिश्रा, माधुरी सिंह, बाबर शेख, विपिन सिंह चंदेल, सुधीर वैश्य एमन हरियर छŸाीसगढ़ कर सराहना करिन हें आउ एकर ले जुडे़ कर अपील करिन हें।
- कमलेश वानखड़े हर तो मोला‘ पेड़ कर जइसा  उमर मिले कर भी शुभकामना देहिस हे। 
- राउर मन के सुझाव ले मोके प्रेरणा मिलेल राउर मन ला धन्यवाद।  
- ए महिना 6 जुलाई के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी कर जनम दिन मनाल गईस। 19 जुलाई के डॉ. खूबचंद बघेल कर आउ 23 जुलाई के अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद कर जनम दिन हवे। मैं ए महान विभूति मन कर नमन करथों, एमन कर व्यक्तित्व आउ कृतित्व हमर बर प्रेरणा कर स्त्रोत हवे। 

महिला उद्घोषक
- आउ श्रोता हो, अब बारी हवे ‘क्विज‘ कर। 
- चउदहवां क्विज कर प्रश्न रहिस-
- पहिला ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ कब मनाल गईस ?
- जेकर सही जवाब हवे - A सन् 2015
- सबले हालु जे पांच श्रोता मन सही जवाब भेजिन हें ओमन कर नाम हवे -
1. श्री कुलेश्वर सिंह ठाकुर, भिलौनी, जिला बेमेतरा
2. श्री जीवन लाल रजक, लक्षणपुर, जिला बलौदाबजार
3. श्री सत्येन्द्र साहू, तेलीबांधा, रायपुर
4. श्री ऋषभ चौहान, दोन्दे खुर्द जिला रायपुर
5. श्री तेजेन्द्र कुमार साहू, रत्नाबांधा, धमतरी
पुरूष उद्घोषक
- आउ श्रोता हो अब  बेरा है पन्द्रहवां क्विज कर सवाल हवे -
- 14 अगस्त 2017 को डॉ. रमन सिंह जी, मुख्यमंत्री कर रूप में केतना दिन पूरा करथें -
- इसका सही जवाब ) A) 4500 दिन
                               (B) 5000 दिन
एमे लो कोई एके गो जवाब सही हवे। 
- अपन जवाब देहे बर अपन मोबाइल कर मैसेज बॉक्स में QA लिखें आउ स्पेस देके A या B जो रउरे के सही लगे ओ एक अक्षर लिखके 7668-500-500 नम्बर पर भेज दें। आउ संग में अपन नाम आउ पता भी जरूर लिखी। 
- रउरे मन ‘रमन के गोठ’ सुनत रही आउ अपन प्रतिक्रिया ले हमन ला अवगत करात रही। एकरे संग आएज कर अंक के हमन इहें समापन करथन। अगला अंक में 13 अगस्त के होही राउर मन से फेर भंेट। तब तक बर देई हमन ला विदा। नमस्कार

प्रदेश को ग्यारह नवोदय विद्यालयों की नई सौगात : मुख्यमंत्री आज करेंगे आधा दर्जन नवोदय विद्यालयों का शुभारंभ

रायपुर, 13 जुलाई 2017 प्रदेश को ग्यारह नवोदय विद्यालयों की नई सौगात मिली है।  मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह कल 14 जुलाई को बालोद जिले के प्...