रायपुर, 03 जुलाई 2017
राज्य शासन के पर्यटन, संस्कृति और पुरात्व विभाग की सचिव श्रीमती निहारिका बारिक सिंह ने आज यहां संस्कृति एवं पुरातत्व संचालनालय का निरीक्षण किया। उन्होंने संचालनालय परिसर में स्थित महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय, गढ़ कलेवा, गढ़ हटरी और संचालनालय की शाखाओं में पहुंचकर वहां पर कामकाज की जानकारी ली। इस अवसर पर संचालनालय के अधिकारी मौजूद थे।
सचिव श्रीमती निहारिका बारिक सिंह ने निरीक्षण के दौरान महंत घासीदास संग्रहालय में रखी गई महत्वपूर्ण पुरातत्वीय महत्व की मूर्तियों, कला कृतियों और महत्वपूर्ण चीजों के बारे में अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की। श्रीमती सिंह ने संग्रहालय की साफ-सफाई तथा अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। इसी प्रकार से संग्रहालय परिसर में संचालित छत्तीसगढ़ी व्यंजनों के बिक्री केन्द्र गढ़कलेवा का भी निरीक्षण किया। गढ़कलेवा संचालित करने वाली मोनिषा महिला स्व सहायता समूह की संचालिका श्रीमती सरिता शर्मा से जानकारी ली। श्रीमती सिंह ने संस्कृति विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि गढ़कलेवा में पॉलीथिन का उपयोग नहीं किया जाए। उन्होंने वहां पर बैठने के लिए बांस से बनी कुर्सियां की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। गढ़कलेवा में साफ-सफाई रखने पर विशेष जोर दिया। परिसर में स्थित गढ़ हटरी में निरीक्षण के दौरान पर्यटन विभाग के सूचना केन्द्र का भी निरीक्षण किया। कला, पुरातत्व विक्रय केन्द्र का निरीक्षण करते हुए कला कृतियों के बिक्री की भी उन्होंने जानकारी ली। संस्कृति सचिव ने अधिकारियों से कहा कि राज्य की विभिन्न ऐतिहासिक एवं पुरातत्व के महत्व के स्थानों के बारे साहित्य तैयार करने में पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के पुरातत्व विभाग का भी सहयोग लिया जाए। संस्कृति सचिव ने हमर छत्तीसगढ़ योजना के अंतर्गत अध्ययन भ्रमण पर आने वाले पंचायत एवं सहकारिता के प्रतिनिधियों को संग्रहालय का अवलोकन कराने कहा और राज्य के विभिन्न पुरातात्विक एवं ऐतिहासिक महत्वपूर्ण स्थलों, कलाकृतियों की वीडियो क्लीपिंग तैयार कर हमर छत्तीसगढ़ परिसर में प्रतिनिधियों को दिखाने के भी निर्देश दिए। संचालनालय परिसर में स्कूली छात्र-छात्राओं का वर्कशॉप आयोजित कर पुरात्वत्व, संस्कृति का महत्वपूर्ण जानकारी देने के भी निर्देश दिए। इस अवसर पर संस्कृति संचालक श्री आशुतोष मिश्रा, उप संचालक राहुल सिंह, श्री प्रताप पारख सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
क्रमांक-1433/चौधरी