रायपुर, 13 जुलाई 2017
छत्तीसगढ़
के किसानों में खेती-किसानी में जैव उर्वरकों के उपयोग के प्रति जागरूकता
तेजी से बढ़ रही है। इनमें पी.एस.बी., राइजोबियम और एजेक्टोवेक्टर शामिल
हैं। पिछले पूरे खरीफ मौसम में किसानों को इन जैव उर्वरकों के बीस लाख सात
हजार से अधिक पैकेट वितरित किए गए थे। इस साल खरीफ मौसम की शुरूआत में ही
लगभग छह लाख पैकेट बांटे जा चुके हैं।
कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज यहां बताया कि चालू खरीफ मौसम में 21 लाख 15 हजार पी.एस.बी., राइजोबियम और एजेक्टोवेक्टर जैव उर्वरक किसानों को वितरित करने का लक्ष्य रखा गया हैै। वर्तमान मे 14 लाख 71 हजार पैकेट का भण्डारण किया जा चुका है। कृषि मंत्री ने बताया कि तीन लाख 88 हजार 69 पैकेट पी.एस.बी., एक लाख 20 हजार 256 पैकेट राइजोबियम और 89 हजार 11 पैकेट एजेक्टोवेक्टर जैव उर्वरक का वितरण किसानों को पूरा कर लिया गया है।
कृषि वैज्ञानिकों ने जैव उर्वरकों का महत्व बताते हुए किसानों को इसका उपयोग करने का सुझाव दिया है। कृषि वैज्ञानिको ने बताया है कि एजेक्टोवेक्टर जैव उर्वरक अनाज फसलों तथा राइजोबियम दलहनी फसलों के लिए उपयोगी होता है। पी.एस.बी को सभी फसलों में डाल सकते हैं। फसलों की जड़ें जीवाणुओं से दूषित हो जाती हैं। जड़ों को मजबूत बनाने के लिए जैव उर्वरक वायुमण्डल से नाइट्रोजन अवशोषित कर पौधों को उपलब्ध कराते हैं।
कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज यहां बताया कि चालू खरीफ मौसम में 21 लाख 15 हजार पी.एस.बी., राइजोबियम और एजेक्टोवेक्टर जैव उर्वरक किसानों को वितरित करने का लक्ष्य रखा गया हैै। वर्तमान मे 14 लाख 71 हजार पैकेट का भण्डारण किया जा चुका है। कृषि मंत्री ने बताया कि तीन लाख 88 हजार 69 पैकेट पी.एस.बी., एक लाख 20 हजार 256 पैकेट राइजोबियम और 89 हजार 11 पैकेट एजेक्टोवेक्टर जैव उर्वरक का वितरण किसानों को पूरा कर लिया गया है।
कृषि वैज्ञानिकों ने जैव उर्वरकों का महत्व बताते हुए किसानों को इसका उपयोग करने का सुझाव दिया है। कृषि वैज्ञानिको ने बताया है कि एजेक्टोवेक्टर जैव उर्वरक अनाज फसलों तथा राइजोबियम दलहनी फसलों के लिए उपयोगी होता है। पी.एस.बी को सभी फसलों में डाल सकते हैं। फसलों की जड़ें जीवाणुओं से दूषित हो जाती हैं। जड़ों को मजबूत बनाने के लिए जैव उर्वरक वायुमण्डल से नाइट्रोजन अवशोषित कर पौधों को उपलब्ध कराते हैं।
क्रमांक-1576/राजेश