सोनाखान की शौर्य भूमि हर देशभक्त के लिए वंदनीय: श्री अमित शाह
मुख्यमंत्री ने किया ऐलान - सोनाखान में लगेगी अमर शहीद की कांस्य प्रतिमा
तालाब और वीरनारायण सिंह के
पैतृक मकान के जीर्णोद्धार के लिए 15 लाख रूपए मंजूर
पैतृक मकान के जीर्णोद्धार के लिए 15 लाख रूपए मंजूर
रायपुर, 10 जून 2017
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि - देश का पहला खाद्य सुरक्षा एवं पोषण सुरक्षा कानून बनाने और राज्य में गरीबों को सिर्फ एक रूपए किलो में चावल देने की प्रेरणा छत्तीसगढ़ सरकार को अमर शहीद वीरनारायण सिंह से मिली है, जिन्होंने सन् 1856 के भीषण अकाल के दौरान छत्तीसगढ़ की अपनी जन्म स्थली और कर्मभूमि सोनाखान क्षेत्र के किसानों और ग्रामीणों को भूख से बचाने के लिए एक सम्पन्न व्यक्ति के भंडार से अनाज निकलवा कर अकाल पीड़ित जनता में वितरित कर दिया और उनके जीवन की रक्षा की।
मुख्यमंत्री ने आज बलौदाबाजार जिले के सोनाखान में आयोजित कार्यक्रम में जनता को सम्बोधित करते हुए इस आशय के विचार व्यक्त किए। वरिष्ठ नेता श्री अमित शाह कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने गौर सिंग का मुकुट पहनाकर उनका आत्मीय स्वागत किया। डॉ. रमन सिंह ने कार्यक्रम में कहा - सोनाखान में शहीद वीर नारायण सिंह की आदमकद कांस्य प्रतिमा जल्द लगवायी जाएगी। डॉ. सिंह ने वहां अमर शहीद के पैतृक मकान और स्थानीय तालाब के जीर्णोद्धार के लिए 15 लाख रूपए मंजूर करने की भी घोषणा की। डॉ. सिंह ने कहा - वीरनारायण सिंह को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में छत्तीसगढ़ के प्रथम शहीद होने का गौरव प्राप्त है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि देश के वरिष्ठ नेता श्री अमित शाह ने कहा - सोनाखान की शौर्यभूमि हर देशभक्त के लिए वंदनीय है। श्री शाह ने कहा - यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मुझे छत्तीसगढ़ के वनांचल की एक ऐसी जगह पर आने का मौका मिला, जो स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अमर शहीद वीरनारायण सिंह की जन्म और कर्मभूमि भी है। श्री शाह ने कहा वीरनारायण सिंह ने सन् 1857 में देश को गुलामी की जंजीरों से मुक्त करने के लिए अंग्रेजों के खिलाफ आजादी के आंदोलन में अपना ऐतिहासिक योगदान दिया और शहीद हो गए। उन्होंने संपन्न लोगों के गोदाम से अनाज निकलवा कर गरीबों को दिलवाया। आजादी के संघर्ष के लिए उनका योगदान इतिहास में अमर हो गया। श्री शाह ने कहा - जय-पराजय संख्या के आधार पर होती है, लेकिन देशभक्ति और वीरता कभी कम नहीं होती। अमर शहीद वीरनारायण सिंह ने देशवासियों में राष्ट्रप्रेम और गरीबों की सेवा की ऐसी ज्योत जलायी जो सबके लिए प्रेरणादायक है। श्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री द्वारा सोनाखान में वीरनारायण सिंह की आदमकद प्रतिमा लगवाने की घोषणा का स्वागत किया। श्री शाह ने कहा कि यह छत्तीसगढ़ के सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का सम्मान है। कार्यक्रम में डॉ. रमन सिंह और श्री अमित शाह ने शहीद वीरनारायण सिंह के वंशज सर्वश्री राजेन्द्र सिंह दीवान, रामसिंह, अंजोर सिंह और श्रीमती जीराबाई को शॉल तथा श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर प्रदेश सरकार के वन मंत्री श्री महेश गागड़ा, स्कूल शिक्षा और आदिम जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री धरमलाल कौशिक, सिहावा क्षेत्र के विधायक श्री श्रवण मरकाम, अंतागढ़ के विधायक श्री भोजराज नाग, राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य श्री विकास मरकाम, पूर्व सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय और ग्राम पंचायत सोनाखान की सरपंच श्रीमती हेमलता यादव सहित क्षेत्र के अनेक जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन आदिम जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप ने और आभार प्रदर्शन श्री विकास मरकाम ने किया। हेलीकॉप्टर से सोनाखान पहुंचने पर मुख्यमंत्री और श्री अमित शाह ने सबसे पहले वीरनारायण सिंह की समाधि पर पुष्प अर्पित कर उन्हें विनम्र श्रद्धाजंलि दी।
मुख्यमंत्री ने आज बलौदाबाजार जिले के सोनाखान में आयोजित कार्यक्रम में जनता को सम्बोधित करते हुए इस आशय के विचार व्यक्त किए। वरिष्ठ नेता श्री अमित शाह कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने गौर सिंग का मुकुट पहनाकर उनका आत्मीय स्वागत किया। डॉ. रमन सिंह ने कार्यक्रम में कहा - सोनाखान में शहीद वीर नारायण सिंह की आदमकद कांस्य प्रतिमा जल्द लगवायी जाएगी। डॉ. सिंह ने वहां अमर शहीद के पैतृक मकान और स्थानीय तालाब के जीर्णोद्धार के लिए 15 लाख रूपए मंजूर करने की भी घोषणा की। डॉ. सिंह ने कहा - वीरनारायण सिंह को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में छत्तीसगढ़ के प्रथम शहीद होने का गौरव प्राप्त है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि देश के वरिष्ठ नेता श्री अमित शाह ने कहा - सोनाखान की शौर्यभूमि हर देशभक्त के लिए वंदनीय है। श्री शाह ने कहा - यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मुझे छत्तीसगढ़ के वनांचल की एक ऐसी जगह पर आने का मौका मिला, जो स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अमर शहीद वीरनारायण सिंह की जन्म और कर्मभूमि भी है। श्री शाह ने कहा वीरनारायण सिंह ने सन् 1857 में देश को गुलामी की जंजीरों से मुक्त करने के लिए अंग्रेजों के खिलाफ आजादी के आंदोलन में अपना ऐतिहासिक योगदान दिया और शहीद हो गए। उन्होंने संपन्न लोगों के गोदाम से अनाज निकलवा कर गरीबों को दिलवाया। आजादी के संघर्ष के लिए उनका योगदान इतिहास में अमर हो गया। श्री शाह ने कहा - जय-पराजय संख्या के आधार पर होती है, लेकिन देशभक्ति और वीरता कभी कम नहीं होती। अमर शहीद वीरनारायण सिंह ने देशवासियों में राष्ट्रप्रेम और गरीबों की सेवा की ऐसी ज्योत जलायी जो सबके लिए प्रेरणादायक है। श्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री द्वारा सोनाखान में वीरनारायण सिंह की आदमकद प्रतिमा लगवाने की घोषणा का स्वागत किया। श्री शाह ने कहा कि यह छत्तीसगढ़ के सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का सम्मान है। कार्यक्रम में डॉ. रमन सिंह और श्री अमित शाह ने शहीद वीरनारायण सिंह के वंशज सर्वश्री राजेन्द्र सिंह दीवान, रामसिंह, अंजोर सिंह और श्रीमती जीराबाई को शॉल तथा श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर प्रदेश सरकार के वन मंत्री श्री महेश गागड़ा, स्कूल शिक्षा और आदिम जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री धरमलाल कौशिक, सिहावा क्षेत्र के विधायक श्री श्रवण मरकाम, अंतागढ़ के विधायक श्री भोजराज नाग, राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य श्री विकास मरकाम, पूर्व सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय और ग्राम पंचायत सोनाखान की सरपंच श्रीमती हेमलता यादव सहित क्षेत्र के अनेक जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन आदिम जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप ने और आभार प्रदर्शन श्री विकास मरकाम ने किया। हेलीकॉप्टर से सोनाखान पहुंचने पर मुख्यमंत्री और श्री अमित शाह ने सबसे पहले वीरनारायण सिंह की समाधि पर पुष्प अर्पित कर उन्हें विनम्र श्रद्धाजंलि दी।
क्रमांक-1073/राजेश