रायपुर,
10 जून 2017
वरिष्ठ नेता श्री अमित शाह ने कहा है कि महिला सशक्तिकरण के
लिए छत्तीसगढ़ सरकार पूरी गंभीरता से काम कर रही है। सार्वजनिक वितरण
प्रणाली में गरीबों को खाद्यान्न सुरक्षा देने और उनके लिए केवल एक रूपए
किलो में चावल की व्यवस्था करने पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह
आज पूरे देश में कश्मीर से कन्याकुमारी तक और कच्छ से असम तक ‘चाऊंर वाले
बाबा’ के नाम से जाने जाते हैं।
श्री अमित शाह आज यहां मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में राज्य सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित महिला सशक्तिकरण सम्मेलन ‘शक्ति’ को सम्बोधित कर रहे थे। सम्मेलन का आयोजन बूढ़ातालाब के सामने इंडोर स्टेडियम में किया गया। सम्मेलन में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, सौर सुजला योजना और नोनी सुरक्षा योजना सहित विभिन्न योजनाओं में कई हितग्राहियों को सामग्री और अनुदान राशि के चेक वितरित किए गए।
श्री अमित शाह आज यहां मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में राज्य सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित महिला सशक्तिकरण सम्मेलन ‘शक्ति’ को सम्बोधित कर रहे थे। सम्मेलन का आयोजन बूढ़ातालाब के सामने इंडोर स्टेडियम में किया गया। सम्मेलन में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, सौर सुजला योजना और नोनी सुरक्षा योजना सहित विभिन्न योजनाओं में कई हितग्राहियों को सामग्री और अनुदान राशि के चेक वितरित किए गए।
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मुख्य अतिथि की आसंदी से सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए श्री अमित शाह ने देश का पहला खाद्य सुरक्षा कानून बनाने और सार्वजनिक वितरण प्रणाली के बेहतर संचालन के लिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह तथा उनकी सरकार की विशेष रूप से प्रशंसा की। श्री शाह ने इस बात का विशेष रूप से उल्लेख किया कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राशन कार्ड घर की वरिष्ठ महिला के नाम पर जारी किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह भी महिला सशक्तिकरण की दिशा में राज्य सरकार के प्रयासों का एक अनुकरणीय उदाहरण है। श्री अमित शाह ने कहा - छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार द्वारा कुपोषण मुक्ति अभियान जनभागीदारी से संचालित किया जा रहा है, जो निश्चित रूप से अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द छत्तीसगढ़ कुपोषण से मुक्त होगा। श्री शाह ने छत्तीसगढ़ में स्त्री-पुरूष अनुपात का उल्लेख करते हुए इस बात पर खुशी जताई कि राज्य में बेटियों की संख्या राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है, जो अन्य प्रदेशों के लिए भी अनुकरणीय है। श्री शाह ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, सेना में महिलाओं की भर्ती, कामकाजी महिलाओं के लिए प्रसूति अवकाश में वृद्धि, गर्भवती महिलाओं को छः हजार रूपए की राशि प्रदान करना, मुद्रा बैंक में महिलाओं के लिए ऋण प्रदाय आदि के बारे में बताया।
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सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा - छत्तीसगढ़ की सभी दिशाओं में शक्ति स्वरूपा देवियां विराजमान हैं। यहां जनकल्याणकारी योजनाओं की शुरूआत भी महिलाओं के लिए होती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में राशनकार्ड महिलाओं के नाम पर किया गया है और लगभग 60 लाख राशनकार्ड जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में बेटियों को कक्षा पहली से बारहवीं तक निःशुल्क शिक्षा उपलब्ध करायी जा रही है।
डॉ. सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में स्वच्छ भारत मिशन के तहत राज्य की वयोवृद्ध महिला कुंवरबाई ने बकरी बेचकर हुई आमदनी से शौचालय निर्माण कर एक मिसाल कायम किया है। श्रीमती कुंवरबाई के इस कार्य की प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी प्रशंसा की है और देशवासियों के लिए अनुकरणीय बताया है। मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश में 66 हजार से अधिक महिला स्व-सहायता समूह है, जिन्हें शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाकर स्वावलम्बी व आर्थिक रूप से सक्षम बनाया जा रहा है। मुद्रा योजना, जनधन योजना का लाभ प्रदेश की महिलाएं ले रही हैं। तीन स्तरीय पंचायती राज के तहत महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है। हमारे प्रदेश की 55 प्रतिशत महिलाएं जन प्रतिनिधि के रूप में चुनकर आयीं है। ये हमारे प्रदेश के लिए गौरव की बात है। नोनी सुरक्षा योजना, 102 महतारी योजना जैसी महत्वपूर्ण योजना से महिलाओं को लाभ मिल रहा है। महिलाओं के विकास के साथ ही प्रदेश सरकार विकास की दिशा में आगे बढ़ रही है।
सम्मेलन के प्रारंभ में महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रमशीला साहू ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने महिलाओं को सशक्त बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रखी है। प्रदेश में 8 लाख से अधिक महिलाएं स्व-सहायता समूह से जुड़ी है। प्रदेश में त्रि-स्तरीय पंचायती राज के तहत कुल 1 लाख 70 हजार 543 जनप्रतिनिधि निर्वाचित हुए है, जिसमें से 93 हजार 984 महिलाएं हैं। सभी महिलाएं अपने दायित्वों का सक्रियता से निर्वहन कर रही हैं। राज्य में 50 हजार से अधिक आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित है, जो कि गुणवत्ता केन्द्र के रूप में उभर रहे हैं। 45 हजार से अधिक आंगनबाड़ी मित्र सरकार को सहयोग प्रदान कर रहे हैं। हमारा प्रदेश महिला सशक्तिकरण के साथ ही विकसित राज्य की ओर अग्रसर है।
सम्मेलन में सौर सुजला योजना के तहत श्रीमती पुष्पा बारले और सुमित्रा कश्यप को 3 एच.पी. का सबमर्सिबल पम्प प्रदान किया गया। स्टैण्ड अप इंडिया के तहत लक्ष्मी बाघ को बुटिक मैन्यूफैक्चरिंग तथा सोनी सुपरमॉल के लिए शारदा सोनी को 25-25 लाख रूपए का चेक प्रदान किया गया। मुद्रा योजना के तहत सुमन साहू को ई-रिक्शा के लिए एक लाख 59 हजार रूपए और उमाबाई बेर को व्यवसाय के लिए 90 हजार रूपए का चेक दिया गया। पीएम आवास योजना,उज्जवला योजना, प्रकाश एलईडी बल्ब योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, छत्तीसगढ़ महिला ऋण कोष योजना, सक्षम योजना और आंगनबाड़ी व बालमित्र योजना के हितग्राहियों को प्रमाण पत्र व चेक प्रदान किया गया। इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल, उच्च शिक्षा मंत्री श्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय, लोक निर्माण मंत्री श्री राजेश मूणत, खाद्य मंत्री श्री पुन्नूलाल मोहले, केन्द्रीय इस्पात राज्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री धरमलाल कौशिक, रायपुर के लोकसभा सांसद श्री रमेश बैस, राज्यसभा सांसद श्री रामविचार नेताम, विधायक श्री श्रीचंद सुंदरानी और श्री नवीन मार्कण्डेय पूर्व सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय वरिष्ठ जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में महिलाओं सहित अनेक जनप्रतिनिधि तथा विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे। महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव डॉ. एम.गीता ने आभार व्यक्त किया।
क्रमांक-1076/सांडिया/कोसरिया