रायपुर, 05 जून 2017
वन मंत्री श्री महेश गागड़ा ने आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर रायपुर जिले के ग्राम मोहरेंगा (विकासखण्ड-तिल्दा) पहुंचे, जहां उन्होंने ग्रामीणों को कहा-सैंकड़ों हजारों वर्षों से देश हमारे ग्रामीण भाई-बहन ही प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा करते आए हैं। वे प्रकृति और पर्यावरण के सबसे बड़े रक्षक हैं। इसके लिए हमें सदैव उनका आभारी रहना चाहिए। श्री गागड़ा ने कहा कि ’लोगों को प्रकृति से जोड़िए’ यह इस वर्ष के विश्व पर्यावरण दिवस का ध्येय वाक्य है, जो हमें यह सोचने के लिए विवश करता है कि प्रत्येक मनुष्य और प्रत्येक प्राणी प्रकृति का अभिन्न अंग है और मानव समाज तथा सम्पूर्ण जीव-जगत किस प्रकार प्रकृति पर निर्भर है। श्री गागड़ा ने कहा-पर्यावरण की रक्षा हम सबके लिए एक बड़ी चुनौती है, लेकिन सब मिलकर इस चुनौती का मुकाबला कर सकते हैं। उन्होंने इसके लिए शहरी और ग्रामीण जनता के बीच समन्वय की जरूरत पर बल दिया और कहा कि सबके सहयोग से ही पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सकता है। श्री गागड़ा ने पर्यावरण की सुरक्षा के लिए वनों की सुरक्षा और अधिक से अधिक संख्या में वृक्षारोपण की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि लगाए गए पौधों की लगातार देख-भाल भी होनी चाहिए। श्री गागड़ा ने वन क्षेत्रों के नजदीक रहने वाले ग्रामीणों को प्रकृति आधारित पर्यटन से जोड़ने की भी जरूरत बताई। श्री गागड़ा के साथ विधायक श्री देवजी भाई पटेल, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री आर.के. टमटा (वन बल प्रमुख), श्री आर.के.सिंह, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) और राज्य लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक श्री मुदित कुमार सिंह सहित अनेक पंच-सरपंच, वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।
क्रमांक-1028/स्वराज्य