कृषि मंत्री श्री अग्रवाल ने आज कॉन्सेप्ट प्लान किया अवलोकन
रायपुर 06 जून, 2017
टमाटर,
बेर और लीची की खेती के लिए प्रसिद्ध जशपुर जिले के पत्थलगांव में सर्व
सुविधा युक्त फल-सब्जी मंडी बनेगी। पत्थलगांव के न्यू मंडी यार्ड मदनपुर
में इसके लिए 10 एकड़ जमीन चिन्हित की गई है। कृषि मंत्री श्री बृजमोहन
अग्रवाल ने आज यहंा मंत्रालय स्थित अपने कक्ष में इस मंडी के लिए पांच
आर्किटेक्ट द्वारा बनाए गए कॉन्सेप्ट प्लान का कम्प्यूटर आधारित
प्रस्तुतिकरण से अवलोकन किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ कृषि मंडी बोर्ड के
प्रबंध संचालक श्री अभिजीत सिंह, मंडी बोर्ड के अपर संचालक श्री भूपेन्द्र
सिंह सवन्नी, अधीक्षण अभियंता मंडी बोर्ड श्री एस.के. अग्रवाल, संयुक्त
संचालक मंडी बोर्ड कार्यालय अम्बिकापुर श्री जे.के. कंवर भी उपस्थित थे।
श्री
अग्रवाल ने कहा कि पत्थलगांव क्षेत्र में टमाटर की खेती सबसे अधिक होती है।
यहां के कृषि उत्पादों में टमाटर का हिस्सा 75 प्रतिशत है। पत्थलगांव की
भौगोलिक परिस्थिति और मौसम लीची की खेती के लिए उपयुक्त माना गया है। राज्य
सरकार ने इस क्षेत्र में उद्यानिकी फसलों को और अधिक बढ़ावा देने की
कार्ययोजना बनाई है। श्री अग्रवाल ने बताया कि पत्थलगांव और फरसगांव
क्षेत्र के लगभग 110 गांवों में खरीफ और रबी मौसम में लगभग पांच हजार 300
हेक्टेयर में टमाटर की खेती होती है। पत्थलगांव मीठे बेर की पैदावार के लिए
भी जाना जाता है। उन्होंने कहा कि पत्थलगांव में प्रस्तावित फल-सब्जी मंडी
की अधोसंरचना को भविष्य की जरूरत का आंकलन करके विकसित करना होगा। मंडी
में थोक और चिल्हर खरीदी-बिक्री के लिए अलग-अलग व्यवस्था होनी चाहिए। थोक
बाजार एक तरफ और चिल्हर बाजार दूसरी तरफ बनाई जाए। उन्होंने कहा कि थोक
बाजार की दुकानों का आकार निर्धारित करते समय इस बात का ध्यान रखा जाए कि
इन दुकानों में समानों का भण्डारण अधिक होगा। बाजार के मुख्य रोड साईड में
थोक कारोबार के लिए समुचित प्रबंध करने की जरूरत है। दोनों बाजारों के लिए
पार्किंग की अलग-अलग व्यवस्था होनी चाहिए।
श्री
अग्रवाल ने कहा कि दोनों प्रकार के बाजार में दुकानों के पीछे की ओर समान
लाने ले जाने वाले वाहनों की आवाजाही होनी चाहिए। कृषि मंत्री ने फलों और
सब्जियों के लिए मीडियम साईज के कोल्ड स्टोरेज बनाने के लिए भी कॉन्सेप्ट
प्लान में प्रावधान करने कहा। श्री अग्रवाल ने बाजार परिसर में ही वाटर
रि-साईकिलिंग के लिए पूरी व्यवस्था करने पर बल देते हुए कहा कि इससे पानी
की समस्या से निजात मिलेगी। उन्होंने बाजार परिसर में पर्याप्त संख्या में
शौचालय का प्रावधान करने की सलाह दी। पत्थलगांव की प्रस्तावित फल-सब्जी
मंडी में लगभग ढाई सौ दुकान बनाई जाएंगी। मंडी परिसर में सोलर पैनल के
माध्यम रोशनी की जाएगी। बाजार से निकलने वाले कचरा के उचित प्रबंधन के लिए
भी यहां पर आधुनिकतम तकनीक पर आधारित व्यवस्था होगी। भविष्य में कचरे से
बिजली बनाने के लिए भी प्रावधान किया जाएगा। परिसर में फलों और सब्जियों की
नीलामी के दो बड़े-बड़े प्लेट फार्म बनाए जाएंगे।
क्रमांक-1040/राजेश