मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में त्रिपक्षीय एम.ओ.यू.
डॉ. रमन सिंह ने कहा: अब दुनिया के नक्शे में
नया रायपुर की तेजी से बनेगी अलग पहचान
गरीबी उन्मूलन की लड़ाई में सूचना और संचार तकनीक से मिलेगी मदद
मुख्यमंत्री की पहल पर राज्य को मिली संयुक्त राष्ट्र की नवाचार प्रयोगशाला
डॉ. रमन सिंह ने कहा: अब दुनिया के नक्शे में
नया रायपुर की तेजी से बनेगी अलग पहचान
गरीबी उन्मूलन की लड़ाई में सूचना और संचार तकनीक से मिलेगी मदद
मुख्यमंत्री की पहल पर राज्य को मिली संयुक्त राष्ट्र की नवाचार प्रयोगशाला
रायपुर 06 मई 2017
संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा छत्तीसगढ़ के नया रायपुर में तकनीकी नवाचार प्रयोगशाला (टेक्नालॉजी इनोवेशन लैब) की स्थापना की जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में आज यहां उनके निवास कार्यालय में आयोजित बैठक में इसके लिए छत्तीसगढ़ सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग तथा अंतर्राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपल-आईटी), नया रायपुर और संयुक्त राष्ट्र संघ कीे संचार और सूचना प्रौद्योगिकी शाखा के बीच त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन (एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर किए गए।
मुख्यमंत्री ने इस पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा - अब दुनिया के नक्शे में सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ और रायपुर की तेजी से एक अलग पहचान बनेगी। इस अत्याधुनिक लैब की प्रयोगशाला की स्थापना से राज्य में स्मार्ट गांव और डिजिटल इंडिया का सपना साकार होगा तथा छत्तीसगढ़ के साथ-साथ पूरे देश को इसका लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा - गरीबी उन्मूलन की लड़ाई में और विकास कार्यों तथा जन कल्याणकारी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन में इससे काफी सहायता मिलेगी। संयुक्त राष्ट्रसंघ के सतत विकास के लक्ष्यों को भी इससे प्राप्त किया जा सकेगा। विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान की संभावनाएं बढ़ेंगी। बैठक में एम.ओ.यू. पर छत्तीसगढ़ इन्फोटेक प्रमोशन सोसायटी (चिप्स) के उपाध्यक्ष श्री ए.एम. परियल, ट्रिपल-आईटी के कुलपति डॉ. पी.के. सिन्हा और संयुक्त राष्ट्र संघ की सूचना और संचार प्रौद्योगिकी शाखा के प्रमुख श्री ओजर खान ने हस्ताक्षर किए।
कार्यक्रम में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख सचिव श्री अमन कुमार सिंह ने कहा - मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की विशेष पहल पर छत्तीसगढ को यह अवसर मिला है। मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप राज्य शासन के निरंतर विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने में यह लैब महत्वपूर्ण साधन बनेगा। उन्होने कहा कि इस इनोवेशन लैब में स्मार्ट विलेज, खेती-किसानी, साईबर सुरक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र को फोकस किया जायेगा। यहां आकर पूरे विश्व कोई भी वैज्ञानिक संबधित क्षेत्रों में शोध कर सकेगा और उससे प्राप्त जानकारी का कोई देश जनहित कार्यो में उपयोग कर सकेगा। संयुक्त राष्ट्र सूचना और संचार शाखा के प्रमुख श्री ओजर खान ने कहा - भारत के कई राज्य इनोवेशन लैब स्थापित करने के लिए उत्सुक हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ का विजन हमें सर्वश्रेष्ठ लगा, इसलिए यह लैब छत्तीसगढ़ के नया रायपुर में स्थापित करने का निर्णय संयुक्त राष्ट्र द्वारा किया गया है। श्री ओजर खान ने बताया कि एक पखवाड़े के भीतर लैब स्थापना का कार्य शुरू हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार की सूचना प्रौद्योगिकी ( आई.टी.) नीति, नवाचार (इनोवेशन) नीति और स्टार्ट-अप नीति की विशेषताओं को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ ने छत्तीसगढ़ को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है। यूएनओ द्वारा विश्व के चुनिंदा शहरों मे ही यह लैब खोला जाने का निर्णय लिया गया है। इस अवसर पर इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौेद्योगिकी विभाग के सचिव श्री संजय शुक्ला सहित चिप्स और संयुक्त राष्ट्र संघ के अधिकारी भी उपस्थित थे।
क्रमांक- 601/सचिन
मुख्यमंत्री ने इस पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा - अब दुनिया के नक्शे में सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ और रायपुर की तेजी से एक अलग पहचान बनेगी। इस अत्याधुनिक लैब की प्रयोगशाला की स्थापना से राज्य में स्मार्ट गांव और डिजिटल इंडिया का सपना साकार होगा तथा छत्तीसगढ़ के साथ-साथ पूरे देश को इसका लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा - गरीबी उन्मूलन की लड़ाई में और विकास कार्यों तथा जन कल्याणकारी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन में इससे काफी सहायता मिलेगी। संयुक्त राष्ट्रसंघ के सतत विकास के लक्ष्यों को भी इससे प्राप्त किया जा सकेगा। विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान की संभावनाएं बढ़ेंगी। बैठक में एम.ओ.यू. पर छत्तीसगढ़ इन्फोटेक प्रमोशन सोसायटी (चिप्स) के उपाध्यक्ष श्री ए.एम. परियल, ट्रिपल-आईटी के कुलपति डॉ. पी.के. सिन्हा और संयुक्त राष्ट्र संघ की सूचना और संचार प्रौद्योगिकी शाखा के प्रमुख श्री ओजर खान ने हस्ताक्षर किए।
कार्यक्रम में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख सचिव श्री अमन कुमार सिंह ने कहा - मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की विशेष पहल पर छत्तीसगढ को यह अवसर मिला है। मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप राज्य शासन के निरंतर विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने में यह लैब महत्वपूर्ण साधन बनेगा। उन्होने कहा कि इस इनोवेशन लैब में स्मार्ट विलेज, खेती-किसानी, साईबर सुरक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र को फोकस किया जायेगा। यहां आकर पूरे विश्व कोई भी वैज्ञानिक संबधित क्षेत्रों में शोध कर सकेगा और उससे प्राप्त जानकारी का कोई देश जनहित कार्यो में उपयोग कर सकेगा। संयुक्त राष्ट्र सूचना और संचार शाखा के प्रमुख श्री ओजर खान ने कहा - भारत के कई राज्य इनोवेशन लैब स्थापित करने के लिए उत्सुक हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ का विजन हमें सर्वश्रेष्ठ लगा, इसलिए यह लैब छत्तीसगढ़ के नया रायपुर में स्थापित करने का निर्णय संयुक्त राष्ट्र द्वारा किया गया है। श्री ओजर खान ने बताया कि एक पखवाड़े के भीतर लैब स्थापना का कार्य शुरू हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार की सूचना प्रौद्योगिकी ( आई.टी.) नीति, नवाचार (इनोवेशन) नीति और स्टार्ट-अप नीति की विशेषताओं को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ ने छत्तीसगढ़ को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है। यूएनओ द्वारा विश्व के चुनिंदा शहरों मे ही यह लैब खोला जाने का निर्णय लिया गया है। इस अवसर पर इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौेद्योगिकी विभाग के सचिव श्री संजय शुक्ला सहित चिप्स और संयुक्त राष्ट्र संघ के अधिकारी भी उपस्थित थे।
क्रमांक- 601/सचिन