मत्स्य प्रजनन बैंक बनाया जाएगा: मछली पालक किसानों को मिलेगा प्रशिक्षण
रायपुर 08 मई 2017
राज्य शासन ने कांकेर जिले के पखांजूर क्षेत्र के ग्राम पी.व्ही-32 में एकीकृत मत्स्य विकास केन्द्र खोलने का निर्णय लिया है। इस केन्द्र में तीन प्रजातियों मेजर कार्प, पंगेशियस तथा तिलापिया मछली बीजों के उत्पादन के लिए हेचरी खोली जाएगी। इसके लिए केन्द्र में प्रजनन बैंक बनाया जाएगा। यहां पर मछली पालक किसानों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
मछली पालन मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज यहां बताया कि नये केन्द्र के लिए ग्राम पी.व्ही-32 में 50 एकड़ जमीन चिन्हित कर ली गई है। श्री अग्रवाल ने यह भी बताया कि नीली क्रांति योजना के तहत निजी उद्यमियों को मछली बीज उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करने कांकेर, धमतरी, बालोद व बेमेतरा जिले में पांच नई हेचरी खोली जाएगी। इसके साथ ही मछली बेचने वाले छोटे-छोटे व्यवसायियों तथा उपभोक्ताओं को ताजी मछली उपलब्ध कराने प्रदेश के विभिन्न जिलों के 10 स्थानों पर मत्स्य आउटलेट(मछली विक्रय केन्द्र) खोलने का निर्णय लिया गया है।
मछली पालन मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज यहां बताया कि नये केन्द्र के लिए ग्राम पी.व्ही-32 में 50 एकड़ जमीन चिन्हित कर ली गई है। श्री अग्रवाल ने यह भी बताया कि नीली क्रांति योजना के तहत निजी उद्यमियों को मछली बीज उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करने कांकेर, धमतरी, बालोद व बेमेतरा जिले में पांच नई हेचरी खोली जाएगी। इसके साथ ही मछली बेचने वाले छोटे-छोटे व्यवसायियों तथा उपभोक्ताओं को ताजी मछली उपलब्ध कराने प्रदेश के विभिन्न जिलों के 10 स्थानों पर मत्स्य आउटलेट(मछली विक्रय केन्द्र) खोलने का निर्णय लिया गया है।
क्रमांक-627/राजेश