संस्कृति और पर्यावरण के संरक्षण और जनता की भागीदारी जरूरी
रायपुर, 24 मई 2017
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज शाम राजधानी रायपुर में तीन दिवसीय ’स्मार्ट सिटी समिट’ को सम्बोधित करते हुए कहा कि नया रायपुर ’स्मार्ट राजधानी’ के रूप में देश और दुनिया में अपनी पहचान बना रहा है। नया रायपुर देश का प्रथम स्मार्ट शहर बनेगा। उन्होंने कहा कि नया रायपुर और मोर रायपुर (पुराना रायपुर शहर) मिलकर सुविधाजनक और विश्व स्तरीय स्मार्ट शहर के रूप में विकसित होंगे। इस दिशा में राज्य सरकार द्वारा अनेक कदम भी उठाए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर शहर का अपना व्यक्तित्व होता है। शहरों को स्मार्ट सिटी का स्वरूप देते समय हमें शहर की संस्कृति , परम्परा और पर्यावरण का ध्यान रखना होगा। शहर की धरोहर को सहेजने के उपाय भी करने होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुराने रायपुर शहर ने 150 वर्ष की यात्रा पूरी कर ली है। इस शहर को स्मार्ट शहर के रूप में विकसित करने का काम कठिन और चुनौतीपूर्ण है। नागरिकों के साथ बेहतर तालमेल और आधुनिक तकनीक का उपयोग कर इसमें कुछ बेहतर जोड़ा जा सकता है।
सम्मेलन में कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल, नगरीय विकास मंत्री श्री अमर अग्रवाल और लोक निर्माण मंत्री श्री राजेश मूणत और नगर निगम रायपुर के महापौर श्री प्रमोद दुबे विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। सम्मेलन का आयोजन नगर निगम रायपुर, रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड और इलेट्स मीडिया टेक्नालॉजी प्राईवेट लिमिटेड द्वारा किया गया। मुख्यमंत्री ने रायपुर शहर के 150 वर्ष पूर्ण होने पर भारतीय डाक एवं तार विभाग द्वारा जारी किए गए ’विशेष पोस्टल इनवलप’ और सम्मेलन की ’स्मारिका’ का विमोचन किया।
डॉ. सिंह ने कहा कि शहरों को स्मार्ट शहर बनाने में बेहतर योजना, उपयोगी और प्रभावी तकनीकी, बेहतर अधोसंरचना, पर्यावरण संरक्षण, प्रशासन की गतिशीलता और आम जनता की भागीदारी, तालमेल और इच्छा शक्ति महत्वपूर्ण हैं। स्मार्ट सिटी का उद्देश्य आम नागरिक का जीवन सरल और सुविधाजनक बनाना है। साफ-सफाई, पेयजल, सड़क और बिजली की अच्छी व्यवस्था, शिक्षा और स्वास्थ्य की बेहतर सुविधाएं और सुगम यातायात स्मार्ट सिटी परियोजना के आवश्यक अंग हैं।
नया रायपुर और रायपुर में इस दिशा में अनेक कदम उठाए गए हैं, जिनमें जनता की भागीदारी से सफलताएं भी मिली हैं। नई-नई बायपास सड़कों का निर्माण, तालाबों को पुनर्जीवित करने, शहर को हरा-भरा बनाने, उद्यानों को विकसित करने के काम लगातार किए जा रहे हैं। नया रायपुर में सिक्सलेन सड़क, सायकल टैªक, अंडर ग्राउंड सिवरेज, केबल, पानी सप्लाई प्रणाली विकसित की गई है। नया रायपुर का लगभग 36 प्रतिशत हिस्सा हरा-भरा है। नया रायपुर एजुकेशन हब के रूप में विकसित हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुराने रायपुर शहर में अनेक ऐतिहासिक भवन है। जिनकी विशेषताओं को सहेजते हुए सामने लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि रायपुर के बूढ़ा तालाब में स्वामी विवेकानंद ने अपने बचपन में तैरना सीखा। स्वामी विवेकानंद से इस ऐतिहासिक तालाब को जोड़कर दुनिया के सामने इसे नये और सुन्दर स्वरूप में प्रस्तुत करने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि रायपुर शहर की केन्द्रीय जेल में 1857 की क्रांति के पहले शहीद वीरनारायण सिंह को रखा गया था। रायपुर शहर के कई स्थल अपने में गौरवशाली इतिहास समेटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि समृद्ध जल संरचनाएं किसी भी शहर की धड़कन होती हैं। तालाबों से रायपुर शहर की पहचान थी। इनमें से अनेक तालाब पाट दिए गए हैं। इन्हे पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्मार्ट सिटी का स्वरूप देने के लिए शहर की खाली जगह का उपयोग केवल व्यवसायिक दृष्टिकोण से ही न किया जाए। यह भी ध्यान रखा जाए कि हम अपने शहर में नई पीढ़ी के लिए क्या दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि खुली जगहों पर सुन्दर उद्यान, खुली व्यायाम शालाएं, वाकिंग टैªक विकसित किए जाने चाहिए और शहर को हरा-भरा बनाए रखने का हमेशा प्रयास करना चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के तहत पांच हजार से अधिक पंचायतें खुले में शौच से मुक्त हो गई हैं। रायपुर शहर भी जल्द ओडीएफ होगा। मुख्यमंत्री ने राजधानी में आयोजित इस सम्मेलन को उपयोगी बताते हुए कहा कि विशेषज्ञों के ज्ञान और अनुभवों का लाभ रायपुर शहर के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के अन्य शहरों को भी स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने में मिलेगा। इस सम्मेलन में प्राप्त सुझावों के आधार पर बेहतर कार्य योजना तैयार की जाएगी।
नगर निगम रायपुर के आयुक्त श्री रजत बंसल ने सम्मेलन की रूपरेखा की जानकारी दी। महापौर श्री प्रमोद दुबे ने आभार प्रकट किया। सम्मेलन में संचालक उद्योग श्री कार्तिकेय गोयल, कलेक्टर रायपुर श्री ओ.पी. चौधरी, संचालक नगरीय विकास विभाग श्री निरंजन दास, छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम के प्रबंध संचालक श्री सुनिल मिश्रा, इलेट्स मीडिया टेक्नालॉजी प्राईवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रविगुप्ता सहित देश के विभिन्न शहरों के महापौर, आयुक्त, बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के सीईओ और विषय-विशेषज्ञ बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
सम्मेलन में कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल, नगरीय विकास मंत्री श्री अमर अग्रवाल और लोक निर्माण मंत्री श्री राजेश मूणत और नगर निगम रायपुर के महापौर श्री प्रमोद दुबे विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। सम्मेलन का आयोजन नगर निगम रायपुर, रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड और इलेट्स मीडिया टेक्नालॉजी प्राईवेट लिमिटेड द्वारा किया गया। मुख्यमंत्री ने रायपुर शहर के 150 वर्ष पूर्ण होने पर भारतीय डाक एवं तार विभाग द्वारा जारी किए गए ’विशेष पोस्टल इनवलप’ और सम्मेलन की ’स्मारिका’ का विमोचन किया।
डॉ. सिंह ने कहा कि शहरों को स्मार्ट शहर बनाने में बेहतर योजना, उपयोगी और प्रभावी तकनीकी, बेहतर अधोसंरचना, पर्यावरण संरक्षण, प्रशासन की गतिशीलता और आम जनता की भागीदारी, तालमेल और इच्छा शक्ति महत्वपूर्ण हैं। स्मार्ट सिटी का उद्देश्य आम नागरिक का जीवन सरल और सुविधाजनक बनाना है। साफ-सफाई, पेयजल, सड़क और बिजली की अच्छी व्यवस्था, शिक्षा और स्वास्थ्य की बेहतर सुविधाएं और सुगम यातायात स्मार्ट सिटी परियोजना के आवश्यक अंग हैं।
नया रायपुर और रायपुर में इस दिशा में अनेक कदम उठाए गए हैं, जिनमें जनता की भागीदारी से सफलताएं भी मिली हैं। नई-नई बायपास सड़कों का निर्माण, तालाबों को पुनर्जीवित करने, शहर को हरा-भरा बनाने, उद्यानों को विकसित करने के काम लगातार किए जा रहे हैं। नया रायपुर में सिक्सलेन सड़क, सायकल टैªक, अंडर ग्राउंड सिवरेज, केबल, पानी सप्लाई प्रणाली विकसित की गई है। नया रायपुर का लगभग 36 प्रतिशत हिस्सा हरा-भरा है। नया रायपुर एजुकेशन हब के रूप में विकसित हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुराने रायपुर शहर में अनेक ऐतिहासिक भवन है। जिनकी विशेषताओं को सहेजते हुए सामने लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि रायपुर के बूढ़ा तालाब में स्वामी विवेकानंद ने अपने बचपन में तैरना सीखा। स्वामी विवेकानंद से इस ऐतिहासिक तालाब को जोड़कर दुनिया के सामने इसे नये और सुन्दर स्वरूप में प्रस्तुत करने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि रायपुर शहर की केन्द्रीय जेल में 1857 की क्रांति के पहले शहीद वीरनारायण सिंह को रखा गया था। रायपुर शहर के कई स्थल अपने में गौरवशाली इतिहास समेटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि समृद्ध जल संरचनाएं किसी भी शहर की धड़कन होती हैं। तालाबों से रायपुर शहर की पहचान थी। इनमें से अनेक तालाब पाट दिए गए हैं। इन्हे पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्मार्ट सिटी का स्वरूप देने के लिए शहर की खाली जगह का उपयोग केवल व्यवसायिक दृष्टिकोण से ही न किया जाए। यह भी ध्यान रखा जाए कि हम अपने शहर में नई पीढ़ी के लिए क्या दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि खुली जगहों पर सुन्दर उद्यान, खुली व्यायाम शालाएं, वाकिंग टैªक विकसित किए जाने चाहिए और शहर को हरा-भरा बनाए रखने का हमेशा प्रयास करना चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के तहत पांच हजार से अधिक पंचायतें खुले में शौच से मुक्त हो गई हैं। रायपुर शहर भी जल्द ओडीएफ होगा। मुख्यमंत्री ने राजधानी में आयोजित इस सम्मेलन को उपयोगी बताते हुए कहा कि विशेषज्ञों के ज्ञान और अनुभवों का लाभ रायपुर शहर के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के अन्य शहरों को भी स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने में मिलेगा। इस सम्मेलन में प्राप्त सुझावों के आधार पर बेहतर कार्य योजना तैयार की जाएगी।
नगर निगम रायपुर के आयुक्त श्री रजत बंसल ने सम्मेलन की रूपरेखा की जानकारी दी। महापौर श्री प्रमोद दुबे ने आभार प्रकट किया। सम्मेलन में संचालक उद्योग श्री कार्तिकेय गोयल, कलेक्टर रायपुर श्री ओ.पी. चौधरी, संचालक नगरीय विकास विभाग श्री निरंजन दास, छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम के प्रबंध संचालक श्री सुनिल मिश्रा, इलेट्स मीडिया टेक्नालॉजी प्राईवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रविगुप्ता सहित देश के विभिन्न शहरों के महापौर, आयुक्त, बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के सीईओ और विषय-विशेषज्ञ बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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