रायपुर, 10 मई 2017
हमर छत्तीसगढ़ योजना के अंतर्गत कोरिया, महासमुंद, रायपुर, गरियाबंद एवं धमतरी जिले के पंचायत प्रतिनिधि दिनभर भ्रमण के पश्चात शाम को पुरखौती मुक्तांगन पहुंचे. जहां उन्होंने छत्तीसगढ़ की धरा, इतिहास से लेकर वर्तमान तक के सुख-दुख तथा गौरव गाथा का सुंदर चित्रण लाइट एंड साउंड कार्यक्रम की प्रस्तुति देखी. छत्तीसगढ़ का अतीत, देवी देवताओं की गौरव गाथा से संपूर्ण है, देवों के देव महादेव और माता सती की गाथा से प्रारंभ होकर, भगवान श्री राम के ननिहाल होने का भी गौरव छत्तीसगढ़ की धरा को प्राप्त है. वनवास के दौरान रावण द्वारा सीता हरण के बाद उन्हें ढूंढते हुए श्रीराम के पावन चरण छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों में पड़े हैं. इसी क्रम में शिवरीनारायण में उन्होंने शबरी के जूठे बेर खाए. जिसका बहुत ही सुंदर चित्रण किया गया है. शबरी प्रतीक है अस्पृश्यता तथा भेदभाव से परे प्रेम का.
सम्राट बालार्जुन की नगरी सिरपुर की कथा जो वर्तमान में छत्तीसगढ़ का बहुत ही खूबसूरत पर्यटन स्थल है. छत्तीसगढ़ ने अनादि काल से लेकर वर्तमान तक कई तरह के सुख-दुख और परिवर्तन देखा है. राजा महाराजाओं की गाथा और अंग्रेजो की क्रूरता भी देखी, छत्तीसगढ़ में कई वीर पुत्र पैदा हुए, जिन्होंने देश को आजादी दिलाने में अपना योगदान दिया. छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण से लेकर वर्तमान तक कई परिवर्तन हुए, विभिन्न प्रकार के विकास कार्य हुए, प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के तीन पंचवर्षीय कार्यकाल के बारे में भी व्याख्या की गई. छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित विभिन्न प्रकार की योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई. पंचायत प्रतिनिधियों के समक्ष बेहद सुंदर ढंग से नाटक के माध्यम से पंच सरपंच के उत्तरदायित्व के बारे में बताया गया.
क्रमांक-662/कमलेश