मोदी जी को मिला देश को समस्याओं के दलदल से निकालने का जनादेश
रायपुर, 14 मई 2017
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के फैसलों ने भारत की छवि उज्ज्वल बनी है। उनके फैसले आम जनता को लाभ पहुंचाने के लिए होते हैं। चुनाव सुधारों और राजनीतिक दलों को मिलने वाले चंदे को लेकर पारदर्शिता का निर्णय देश को राजनीतिक शुचिता के मार्ग पर आगे बढ़ाएगा। प्रधानमंत्री ने अपने फैसलों से देश को आर्थिक सुदृढ़ता प्रदान की है। डॉ. रमन सिंह आज सवेरे आकाशवाणी के रायपुर केन्द्र से अपनी मासिक रेडियोवार्ता ’रमन के गोठ’ में जनता को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने स्वच्छता के अम्बिकापुर मॉडल को ’रोल मॉडल’ बताते हुए अन्य शहरों में भी इसे अपनाने की जरूरत पर बल दिया है।
अपने रेडियो प्रसारण में डॉ. रमन सिंह ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार के प्रथम तीन वर्ष आगामी 26 मई को पूर्ण होने के संदर्भ में कहा- इसके पहले हमारा देश आर्थिक-सामाजिक और विकास संबंधी समस्याओं से घिरा हुआ था। वर्ष 2014 के आम चुनाव में मोदी जी को मिला जनादेश, देश को समस्याओं के दलदल से बाहर निकालने और भारत माता का गौरव लौटाने का जनादेश था। श्री मोदी ने कठोर मेहनत और दूरदर्शी निर्णयों से सरकार की ऐसी छवि बनाई कि उसकी धाक देश और दुनिया में जम गई। प्रधानमंत्री ने संविधान की भावनाओं के अनुरूप राज्यों को टीम इंडिया का सदस्य बनाया और सहकारी संघवाद को मजबूत बनाने की दिशा में कई निर्णय लिए। डॉ. रमन सिंह ने कहा-श्री मोदी ने राज्यों को मिलने वाले राजस्व को 32 प्रतिशत से बढ़ाकर 42 प्रतिशत कर दिया और राज्यों को अपनी जरूरतों के हिसाब से खर्च करने का अधिकार दिया।
अपने रेडियो प्रसारण में डॉ. रमन सिंह ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार के प्रथम तीन वर्ष आगामी 26 मई को पूर्ण होने के संदर्भ में कहा- इसके पहले हमारा देश आर्थिक-सामाजिक और विकास संबंधी समस्याओं से घिरा हुआ था। वर्ष 2014 के आम चुनाव में मोदी जी को मिला जनादेश, देश को समस्याओं के दलदल से बाहर निकालने और भारत माता का गौरव लौटाने का जनादेश था। श्री मोदी ने कठोर मेहनत और दूरदर्शी निर्णयों से सरकार की ऐसी छवि बनाई कि उसकी धाक देश और दुनिया में जम गई। प्रधानमंत्री ने संविधान की भावनाओं के अनुरूप राज्यों को टीम इंडिया का सदस्य बनाया और सहकारी संघवाद को मजबूत बनाने की दिशा में कई निर्णय लिए। डॉ. रमन सिंह ने कहा-श्री मोदी ने राज्यों को मिलने वाले राजस्व को 32 प्रतिशत से बढ़ाकर 42 प्रतिशत कर दिया और राज्यों को अपनी जरूरतों के हिसाब से खर्च करने का अधिकार दिया।
जीएसटी कानून से आर्थिक क्रांति का नया दौर
मुख्यमंत्री ने जीएसटी कानून का उल्लेख करते हुए कहा-यह संविधान और सहकारी संघवाद की भावना के अनुरूप है। एक राष्ट्र, एक टैक्स और एक बाजार की व्यवस्था लागू करने के लिए प्रधानमंत्री की पहल पर संसद के दोनों सदनों में जीएसटी कानून पारित हुआ और देश में कर-सुधारों का एक नया दौर शुरू हुआ है। जीएसटी से संबंधित निर्णय लेने के लिए गठित की गई जीएसटी परिषद में राज्यों को भी भागीदार बनाया गया और कर-राजस्व में भी राज्यों की भागीदारी बढ़ाई गई है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के विमुद्रीकरण के फैसले, सर्जिकल स्ट्राईक, आतंकवाद पर जीरो टालरेंस, गरीबों के लिए प्रधानमंत्री जन-धन योजना, किसानों के लिए कृषि सिंचाई योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, कैशलेस लेनदेन के लिए ’भीम एप्प’, युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, स्वरोजगार के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, गरीब परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन देने के लिए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना सहित मेक-इन-इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्टार्ट-अप इंडिया, स्टैण्ड-अप इंडिया जैसे अभियानों का भी विस्तार से जिक्र किया।
प्रधानमंत्री की योजनाओं से समाज का कोई भी वर्ग अछूता नहीं
उन्होंने कहा-प्रधानमंत्री जी ने ऐसी योजनाएं लागू की है, जिससे समाज के किसी भी वर्ग की कोई भी जरूरत अछूती न रह जाए। इसलिए ’सबका साथ-सबका विकास’ हमारा मूल मंत्र है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर यह निर्णय लिया गया है कि ’लक्ष्य अंत्योदय-प्रण अंत्योदय-पथ अंत्योदय’ सरकार की रीति-नीति का मार्गदर्शक सिद्धांत होगा। मोदी जी की दृढ इच्छाशक्ति से देश की 86 प्रतिशत मुद्रा का विमुद्रीकरण करने के मामले में भारत दुनिया का पहला देश बन गया है। विमुद्रीकरण के माध्यम से देशभक्ति और ईमानदारी का वातावरण निर्मित हुआ है, जिससे मेहनतकश जनता को यह विश्वास हुआ कि सरकार उनकी ईमानदारी की कद्र करती है और उन्हें ईमानदारी का लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा-विमुद्रीकरण के परिणाम स्वरूप बैंकों ने आवास ऋणों की ब्याज दर घटाई, वहीं कैशलेस सोसायटी के निर्माण की दिशा में भी तेजी से प्रगति हुई है।
मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से कहा:कोई भी परीक्षा जिंदगी की आखिरी परीक्षा नहीं
मुख्यमंत्री ने अपनी रेडियोवार्ता में राज्य में इस वर्ष की दसवीं-बारहवीं बोर्ड की परीक्षाओं में उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को जहां बधाई दी, वहीं उन्होंने असफल विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा है-किसी कारण से जो बच्चे पास नहीं हो पाए या जो अपेक्षित अंक नहीं पा सके, उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है, बल्कि उन्हें ज्यादा तैयारी से आगे की परीक्षा देनी चाहिए। उन्होंने कहा-मेरा मानना है कि ऐसी कोई परीक्षा जिन्दगी की आखिरी परीक्षा नहीं होती। आगे अनेक अवसर मिलते हैं, जब आप स्वयं को साबित कर सकते हैं। डॉ. रमन सिंह ने प्रदेश के 27 में से 23 जिलों में परीक्षा के नतीजों में बालिकाओं की संख्या अधिक होने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा-इसका मतलब यह है कि बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के हमारे प्रयास सफल हो रहे हैं।
स्वच्छता के लिए अपनाएं अम्बिकापुर का रोल मॉडल
उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत के आव्हान से शहरों और गांवों की तस्वीर बदल रही है। हाल ही में केन्द्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर कराए गए स्वच्छता सर्वेक्षण में छत्तीसगढ़ का अम्बिकापुर शहर देश में अव्वल आया है। मुख्यमंत्री ने कहा-छत्तीसगढ़ में जनता ने स्वच्छता मिशन को हाथों-हाथ लिया है और इसे पूरी प्राथमिकता दी है, लेकिन अन्य राज्यों की तुलना में छत्तीसगढ़ के नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे। मुख्यमंत्री ने श्रोताओं से पूछा-इस बारे में आपका क्या मत है? इसी कड़ी में डॉ. रमन सिंह ने सरगुजा जिले के मुख्यालय शहर अम्बिकापुर की जनता और वहां के प्रशासन को बधाई और धन्यवाद देते हुए कहा-आपने छत्तीसगढ़ का नाम रौशन किया। दो लाख की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में अम्बिकापुर को प्रथम स्थान मिलना वास्तव में एक बड़ी उपलब्धि है। मैं चाहूंगा कि हमारे अन्य शहर भी अम्बिकापुर को रोल मॉडल बनाएं और उससे सबक लें। मुख्यमंत्री ने अम्बिकापुर के लोगों के टीमवर्क, स्वच्छ अम्बिकापुर सहकारी समिति की महिला सदस्यों द्वारा घर-घर जाकर कचरा संग्रहण की प्रणाली, बैटरी चलित और मानव चलित रिक्शों का उपयोग, अलग-अलग क्षेत्रों में 17 ठोस कचरे के संग्रहण, गीले और सूखे कचरे को अलग करने, अलग किए गए कचरे को बेचने की प्रणाली, इस कार्य में संलग्न महिला सदस्यों को ’यूजर चार्ज ’ के रूप में शुल्क प्राप्ति, स्वच्छता की आदत के लिए जनजागरण की भी विशेष रूप से तारीफ की।
स्वच्छता सर्वेक्षण एक आईना
मुख्यमंत्री ने कहा- स्वच्छता सर्वेक्षण एक आईना है, जो बीच के अंतराल में हमें सचेत करता है कि देश और प्रदेशों की तैयारी कैसी है और किस तरह तेजी से आगे बढ़ना है।ऐसे सर्वेक्षण और रैंकिंग से हमें बेहतर तरीके से काम करने की प्रेरणा मिलती है और जहां कुछ कमियां हैं, उनमें सुधार करने का रास्ता बनता है। मुख्यमंत्री ने कहा-अन्य शहरों को सफलता नहीं मिलने के बहुत से कारण हो सकते हैं। मेरा मानना है कि अभी हम प्रक्रिया से गुजर रहे हैं। हमने राष्ट्रीय लक्ष्य 2019 के मुकाबले एक वर्ष पहले दो अक्टूबर 2018 तक छत्तीसगढ़ को स्वच्छता मिशन के मापदण्डों के अनुरूप स्वच्छ बनाने का लक्ष्य रखा है और इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने रेडियो में पढ़ी एक श्रोता की चिट्ठी शादियों में भोजन-पानी की बर्बादी रोकने की सलाह
डॉ. रमन सिंह ने आज की अपनी रेडियो वार्ता में बेमेतरा जिले के सिरसाबांधा निवासी श्री भुवनदास जांगड़े की एक चिट्ठी का उल्लेख करते हुए कहा कि श्री जांगड़े ने बहुत अच्छा पत्र लिखा है। मुख्यमंत्री ने उनकी चिट्ठी श्रोताओं को पढ़कर सुनाई, जिसमें श्री जांगड़े ने उन्हें सम्बोधित करते हुए लिखा है - ’’अभी गर्मी का मौसम और शादी का सीजन है। आपसे अनुरोध है कि कार्यक्रम में आप शादी का जिक्र जरूर करें और उसमें माता-पिता, वर-वधुओं से आग्रह करें कि शादी में कम से कम खर्च करंे। ज्यादा तड़क-भड़क न हो। ज्यादा खर्च न हो। पानी का कम उपयोग करें। भोजन की बर्बादी न करें। दहेज न लें और न ही दें । सही उम्र में शादी हो। सामूहिक आदर्श विवाह करें।’’ मुख्यमंत्री ने रेडियो श्रोताओं से कहा-मैं जांगड़े जी की सभी बातों से सहमत हूं। इसलिए उनका पूरा पत्र पढ़ दिया । आप लोग इन सभी बातों का ध्यान रखें।
क्रमांक-715/स्वराज्य