रायपुर, 20 मई 2017
कृषि एवं सिंचाई मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की बेलमेटल कला पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। यहां की इस कलाकृति को देश-विदेश के लोग पसंद करते हैं एवं यहां से खरीदकर ले जाते हैं। उन्होंने कहा ऐसी प्रदेश की अनेकों कलाकृतियां लोगों द्वारा पसंद की जाती है। श्री अग्रवाल आज यहां संस्कृति एवं पुरातत्व संग्रहालय के मुक्ताकाश मंच पर आयोजित 15 दिवसीय आकार शिल्प प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। आकार शिल्प प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न कलाओं की विधाओं में लगभग एक हजार प्रशिक्षणार्थी शामिल हुए।
कृषि मंत्री ने प्रशिक्षण शिविर में पहुंचकर रजवार भित्तीचित्र, टेराकोटा आर्ट, माइक्रम आर्ट, पेंटिंग, म्यूरल आर्ट, पैरा आर्ट, क्ले आर्ट तथा बोनसाई कला में प्रशिक्षण ले रहे बच्चों, महिलाओं एवं अन्य प्रशिक्षणार्थियों से मिलकर उनको प्रोत्साहित किया।
संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के संचालक श्री आशुतोष मिश्रा ने कहा कि आकार 2017 में प्रशिक्षण ले रहे छात्रों, बच्चों, महिलाओं ने भारी उत्साह से भाग लिया। उन्होंने आकार शिल्प प्रशिक्षण के अनुभवों का फीडबैक देने का आग्रह बच्चों के माता-पिता से किया जिससे इसे और नये रूप में एवं आवश्यकतानुसार प्रशिक्षण दिया जा सके। श्री मिश्रा ने बताया कि आकार प्रशिक्षण 2017 में रजवार भित्ती, टेराकोटा, माइक्रम, क्ले आर्ट, पेटिंग, पैरा आर्ट, नृत्य, बोनसाई, म्यूरल आर्ट, गोदना, मधुबनी एवं अन्य विधाओं में लगभग एक हजार प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में सभी विधाओं के कला गुरूओं का सम्मान कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने किया। इस अवसर पर शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। समापन कार्यक्रम में ‘आकार 2017’ की प्रभारी श्रीमती पूर्णश्री राउत, श्री पी.सी. पारख, कला प्रेमी एवं प्रशिक्षणार्थी एवं गणमान्य उपस्थित थे।
संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के संचालक श्री आशुतोष मिश्रा ने कहा कि आकार 2017 में प्रशिक्षण ले रहे छात्रों, बच्चों, महिलाओं ने भारी उत्साह से भाग लिया। उन्होंने आकार शिल्प प्रशिक्षण के अनुभवों का फीडबैक देने का आग्रह बच्चों के माता-पिता से किया जिससे इसे और नये रूप में एवं आवश्यकतानुसार प्रशिक्षण दिया जा सके। श्री मिश्रा ने बताया कि आकार प्रशिक्षण 2017 में रजवार भित्ती, टेराकोटा, माइक्रम, क्ले आर्ट, पेटिंग, पैरा आर्ट, नृत्य, बोनसाई, म्यूरल आर्ट, गोदना, मधुबनी एवं अन्य विधाओं में लगभग एक हजार प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में सभी विधाओं के कला गुरूओं का सम्मान कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने किया। इस अवसर पर शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। समापन कार्यक्रम में ‘आकार 2017’ की प्रभारी श्रीमती पूर्णश्री राउत, श्री पी.सी. पारख, कला प्रेमी एवं प्रशिक्षणार्थी एवं गणमान्य उपस्थित थे।
क्रमांक-832/चौधरी