रायपुर, 22 जून 2017
मुख्यमंत्री
डॉ. रमन सिंह की सहृदयता से बेमेतरा जिले के नवागढ़ निवासी श्रीमती कुसुम
भोई की 22 माह की बेटी लावन्या के दिल का इलाज उच्च चिकित्सा संस्थान में
हो सकेगा। लावन्या के दिल में छेद है और सांस नली में भी समस्या है।
लावन्या के इलाज के लिए मुख्यमंत्री ने इसके पहले मुख्यमंत्री बाल हृदय
सुरक्षा योजना के अन्तर्गत डेढ़ लाख रूपए की स्वीकृति दी थी, लेकिन जिस
अस्पताल में लावन्या का इलाज होना था, वहां के डॉक्टरों ने बताया कि यहां
लावान्या की जटिल बीमारी का इलाज नहीं हो सकेगा। रायपुर के बड़े अस्पतालों
के डॉक्टरों ने भी यही बात कही कि इलाज के लिए उन्हें बाहर जाना पड़ेगा।
डॉक्टरों ने बताया कि लावन्या के इलाज में ज्यादा राशि खर्च होगी। श्रीमती
कुसुम भोई ने आज यहां जनदर्शन में मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उन्हें अपनी
व्यथा सुनाई। श्रीमती भोई ने बताया कि उनके पति श्री अजय भोई ठेले में
भजिया और चाय बेचकर किसी तरह परिवार चलाते हैं। मुख्यमंत्री ने श्रीमती भोई
की समस्या सहानुभूतिपूर्वक सुनी और संजीवनी कोष से लावन्या के इलाज के लिए
सहायता प्रदान करने की स्वीकृति दी। श्रीमती भोई ने मुख्यमंत्री को सहायता
के लिए धन्यवाद दिया। श्रीमती भोई ने कहा कि अब उनकी बेटी का बड़े अस्पताल
में हो सकेगा। जनदर्शन में मुख्यमंत्री ने गंभीर बीमारी से पीड़ित 22 मरीजों
के इलाज के लिए संजीवनी कोष से स्वीकृति दी। उनके आदेश पर 16 मरीजों को
निःशुल्क इलाज के लिए रायपुर स्थित अम्बेडकर अस्पताल भेजा गया है। जनदर्शन
में लगाए डायबेटिक रिसर्च सोसायटी के स्टाल पर 52 लोगों का मधुमेह का
निःशुल्क परीक्षण और मेडिकल कॉलेज के स्टाल पर 31 लोगों का मधुमेह और
सिकलिन परीक्षण किया गया। उन्होंने जनदर्शन में विभिन्न ग्रामीणों,
जनप्रतिनिधियों और प्रतिनिधि मंडलों के आग्रह पर 45 लाख रूपए की लागत के
बारह निर्माण कार्यों की स्वीकृति भी प्रदान की।
क्रमांक-1273/सोलंकी