रायपुर, 01 जून 2017
नया रायपुर में स्थित पुरखौती मुक्तांगन संग्रहालय में अब आमचो बस्तर की
तरह सरगुजा एवं मैदानी क्षेत्रों की कला संस्कृति देखने को मिलेगी। पुरखौती
मुक्तांगन जाकर पर्यटक, छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्र की कला संस्कृति,
खान-पान के बारे में जान सकेंगे। अब यह पर्यटकों, आम नागरिकों और कला
प्रेमियों का आकर्षण का केन्द्र बन गया है। इस वित्तीय वर्ष में पुरखौती
मुक्तांगन के लिए पांच करोड़ 10 लाख रूपए खर्च किए जाएंगे। पुरखौती
मुक्तांगन लगभग दो सौ एकड़ में आकार ले रहा है। यहंा पर मानव संग्रहालय, टॉक
गार्डन एवं मछली घर बनाया जा जाएगा। इसके लिए भारत सरकार को 10 एकड़ भूमि,
खनिज विभाग को पांच एकड़ और मत्यस्य विभाग को तीन एकड़ भूमि चिन्हांकित की गई
है।
क्रमांक-991/चौधरी