कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि विभाग के अधिकारियों ने दी किसानों को सलाह
रायपुर, 23 मई 2017
कृषि वैज्ञानिकों और कृषि विभाग के अधिकारियों ने किसानों से रबी फसलों की कटाई के बाद खेतों में बचे कच्चे अवशेषों को नहीं जलाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इन अवशेषों को खेतों की जोताई करके जमीन में दबा देना चाहिए। इससे जमीन में जीवांश और पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ेगी। कच्चे अवशेषों को जलाए जाने से होने वाले प्रदूषण से भी बचा जा सकेगा।
कृषि वैज्ञानिकों ने आज यहां जारी एक विशेष बुलेटिन में कहा है कि सब्जियों की अगेती फसल लेने के लिए बीजों की व्यवस्था कर थरहा लगाने का यह सही समय है। कृषि वैज्ञानिकों ने अदरक, हल्दी और जिमीकंद फसल लगाने की तैयारी कर इनके कंद का रोपण करने का सुझाव भी किसानों को दिया है। वर्तमान समय में तेज धूप होने के कारण केले और पपीते के फलों एवं पत्तियों के झुलसने की संभावना है। गर्मी से बचाव के लिए फलों को पट्टियों और बोरों से ढंक देना चाहिए। इसके अलावा केला और पपीता के पौधों को गर्म हवा से बचाने के लिए वायु अवरोधक का उपयोग किया जाना चाहिए। इस मौसम में भाप बनने की अधिक दर को देखते हुए सिंचाई ड्रिप में पानी का उपयोग बढ़ाना जरूरी है।
कृषि वैज्ञानिकों ने पशुपालक किसानों से कहा है कि वे अपने मवेशियों को गलघोटू और लंगड़ी बीमारियांे से बचाने के लिए टीकाकरण जरूर करवाएं। गर्मी में मवेशियों तिदिन 50 से 60 ग्राम नमक मिलाकर पानी पिलाना चाहिए।
कृषि वैज्ञानिकों ने आज यहां जारी एक विशेष बुलेटिन में कहा है कि सब्जियों की अगेती फसल लेने के लिए बीजों की व्यवस्था कर थरहा लगाने का यह सही समय है। कृषि वैज्ञानिकों ने अदरक, हल्दी और जिमीकंद फसल लगाने की तैयारी कर इनके कंद का रोपण करने का सुझाव भी किसानों को दिया है। वर्तमान समय में तेज धूप होने के कारण केले और पपीते के फलों एवं पत्तियों के झुलसने की संभावना है। गर्मी से बचाव के लिए फलों को पट्टियों और बोरों से ढंक देना चाहिए। इसके अलावा केला और पपीता के पौधों को गर्म हवा से बचाने के लिए वायु अवरोधक का उपयोग किया जाना चाहिए। इस मौसम में भाप बनने की अधिक दर को देखते हुए सिंचाई ड्रिप में पानी का उपयोग बढ़ाना जरूरी है।
कृषि वैज्ञानिकों ने पशुपालक किसानों से कहा है कि वे अपने मवेशियों को गलघोटू और लंगड़ी बीमारियांे से बचाने के लिए टीकाकरण जरूर करवाएं। गर्मी में मवेशियों तिदिन 50 से 60 ग्राम नमक मिलाकर पानी पिलाना चाहिए।
क्रमांक-867/राजेश