लगभग 200 किलोमीटर की दूरी कम होगी
तीन राज्यों को जोड़ेगा प्रस्तावित राजमार्ग
डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में
लोक निर्माण विभाग की समीक्षा बैठक
लोक निर्माण विभाग की समीक्षा बैठक
रायपुर, 22 मई 2017
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राजधानी रायपुर को एक नए सड़क मार्ग द्वारा विशाखापट्नम से सीधे जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री श्री एन. चन्द्रबाबू नायडू के प्रस्ताव पर अपनी सैद्धांतिक सहमति प्रदान कर दी है। श्री नायडू ने इसे राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का प्रस्ताव दिया है।
डॉ. सिंह ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित लोक निर्माण विभाग की समीक्षा बैठक में इस प्रस्ताव पर गहन विचार-विमर्श किया। विभागीय अधिकारियों ने बैठक में बताया कि आंध्रप्रदेश सरकार ने रायपुर से विजयनगरम-विशाखापट्नम मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का प्रस्ताव दिया है और इसके लिए कम दूरी के मार्ग के रूप में छत्तीसगढ़ के कुरूद से नगरी (सिहावा) और ओड़िशा के नवरंगपुर से विशाखापट्नम तक रास्ते को चिन्हांकित किया है। डॉ. रमन सिंह ने इस बात पर खुशी जतायी कि यह नया प्रस्तावित राष्ट्रीय राजमार्ग तीन राज्यों-छत्तीसगढ़, ओड़िशा और आंध्रप्रदेश को जोड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में रायपुर से जगदलपुर (बस्तर) होते हुए विशाखापट्नम की दूरी लगभग 600 किलोमीटर है। नए चिन्हांकित और प्रस्तावित मार्ग के बन जाने पर यह दूरी करीब 200 किलोमीटर कम हो जाएगी। बैठक में बताया गया कि आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री ने इस आशय का प्रस्ताव केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी को फरवरी 2017 में भेजा है। उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार से भी प्रस्ताव पर विचार करने का आग्रह किया है। यह मार्ग विशाखापट्नम, चिन्थलवलासा, विजयनगर, सलूर तथा ओड़िशा के कोरापुट, उमरकोट, बहेड़ा, दिघली होते हुए छत्तीसगढ़ के कुरूद के रास्ते रायपुर तक बनेगा। इसकी कुल लम्बाई 401 किलोमीटर होगी। छत्तीसगढ़ में यह मार्ग रायपुर से कुरूद, दिघली, नगरी, बोराई से लिखमा तक राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का प्रस्ताव है। प्रस्तावित मार्ग छत्तीसगढ़ में 132 किलोमीटर दो-लेन का होगा और 32 किलोमीटर सिंगल लेन सड़क बनेगी। वर्तमान में रायपुर से कुरूद तक 54 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग है। अब लगभग 110 किलोमीटर मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा दिलाने की सहमति छत्तीसगढ़ की ओर से दी जानी है। मुख्यमंत्री ने इस पर तुरंत अपनी सहमति प्रदान कर दी।
मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि प्रस्तावित मार्ग पर वन भूमि भी है। इसलिए फॉरेस्ट क्लीयरेंस आदि की औपचारिकताओं को नियमानुसार जल्द पूर्ण करने का प्रयास किया जाए, ताकि इस दिशा में काम आगे बढ़ सके। बैठक में बताया गया कि चालू वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए लोक निर्माण विभाग की लगभग 2500 करोड़ रूपए की वार्षिक कार्य-योजना का अनुमोदन प्राप्त हो गया है। इसमें रायपुर-दुर्ग के बीच 4 नग फ्लाई ओव्हर निर्माण, सहित और भी कई प्रस्ताव शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने रायपुर-बिलासपुर निर्माणाधीन फोर लेन सहित छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों में बाई-पास रोड निर्माण कार्यों की भी समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि लोक निर्माण विभाग ने मार्च 2018 तक 12 हजार 266 करोड़ रूपए की लागत से 1526 किलोमीटर 28 सड़कों का निर्माण पूर्ण करने का लक्ष्य तय किया है। इनमें राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण की 6 सड़कें और वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) प्रभावित क्षेत्रों की 4 सड़कें भी शामिल हैं।
डॉ. रमन सिंह ने आज की बैठक में रायपुर-बिलासपुर फोरलेन सड़क के प्रथम पैकेज के रूप में रायपुर-सिमगा, द्वितीय पैकेज के रूप में सिमगा-सरगांव और तृतीय पैकेज के रूप में सरगांव-बिलासपुर तक स्वीकृत सड़क, राजनांदगांव शहर के निर्माणाधीन फ्लाई ओव्हर, रायपुर-धमतरी फोरलेन के प्रथम और द्वितीय पैकेज, धमतरी से कांकेर सड़क चौड़ीकरण और उन्नयन सहित कई स्वीकृत और निर्माणाधीन सड़कों और शासकीय भवनों के कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने रायपुर रेलवे स्टेशन से केन्द्री (नया रायपुर) तक बनने वाले एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए सभी तैयारियां तत्परता से पूर्ण करने के निर्देश दिए। प्रस्तुतिकरण में बताया गया कि एक्सप्रेस-वे का निर्माण 313 करोड़ रूपए की लागत से किया जाएगा। इस पर 4 नग फ्लाई ओप्व्हर, 8 छोटे पुल, 8 पाइप कलर्वट और 4 बॉक्स कलर्वट भी बनेंगे। मुख्यमंत्री ने राजधानी के रिंग रोड क्रमांक-1 पर तेलीबांधा के पास काशीराम नगर में केनाल रोड पर बनवाए जा रहे गर्डर वाले फ्लाई ओव्हर की प्रशंसा की और निर्माण जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक में लोक निर्माण मंत्री श्री राजेश मूणत, मुख्य सचिव श्री विवेक ढांड, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अमन कुमार सिंह, वित्त विभाग के प्रमुख सचिव श्री अमिताभ जैन, लोक निर्माण विभाग के सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, छत्तीसगढ़ सड़क विकास निगम के प्रबंध संचालक श्री अनिल राय, लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता श्री डी.के. प्रधान और अन्य संबंधित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
डॉ. सिंह ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित लोक निर्माण विभाग की समीक्षा बैठक में इस प्रस्ताव पर गहन विचार-विमर्श किया। विभागीय अधिकारियों ने बैठक में बताया कि आंध्रप्रदेश सरकार ने रायपुर से विजयनगरम-विशाखापट्नम मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का प्रस्ताव दिया है और इसके लिए कम दूरी के मार्ग के रूप में छत्तीसगढ़ के कुरूद से नगरी (सिहावा) और ओड़िशा के नवरंगपुर से विशाखापट्नम तक रास्ते को चिन्हांकित किया है। डॉ. रमन सिंह ने इस बात पर खुशी जतायी कि यह नया प्रस्तावित राष्ट्रीय राजमार्ग तीन राज्यों-छत्तीसगढ़, ओड़िशा और आंध्रप्रदेश को जोड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में रायपुर से जगदलपुर (बस्तर) होते हुए विशाखापट्नम की दूरी लगभग 600 किलोमीटर है। नए चिन्हांकित और प्रस्तावित मार्ग के बन जाने पर यह दूरी करीब 200 किलोमीटर कम हो जाएगी। बैठक में बताया गया कि आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री ने इस आशय का प्रस्ताव केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी को फरवरी 2017 में भेजा है। उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार से भी प्रस्ताव पर विचार करने का आग्रह किया है। यह मार्ग विशाखापट्नम, चिन्थलवलासा, विजयनगर, सलूर तथा ओड़िशा के कोरापुट, उमरकोट, बहेड़ा, दिघली होते हुए छत्तीसगढ़ के कुरूद के रास्ते रायपुर तक बनेगा। इसकी कुल लम्बाई 401 किलोमीटर होगी। छत्तीसगढ़ में यह मार्ग रायपुर से कुरूद, दिघली, नगरी, बोराई से लिखमा तक राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का प्रस्ताव है। प्रस्तावित मार्ग छत्तीसगढ़ में 132 किलोमीटर दो-लेन का होगा और 32 किलोमीटर सिंगल लेन सड़क बनेगी। वर्तमान में रायपुर से कुरूद तक 54 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग है। अब लगभग 110 किलोमीटर मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा दिलाने की सहमति छत्तीसगढ़ की ओर से दी जानी है। मुख्यमंत्री ने इस पर तुरंत अपनी सहमति प्रदान कर दी।
मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि प्रस्तावित मार्ग पर वन भूमि भी है। इसलिए फॉरेस्ट क्लीयरेंस आदि की औपचारिकताओं को नियमानुसार जल्द पूर्ण करने का प्रयास किया जाए, ताकि इस दिशा में काम आगे बढ़ सके। बैठक में बताया गया कि चालू वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए लोक निर्माण विभाग की लगभग 2500 करोड़ रूपए की वार्षिक कार्य-योजना का अनुमोदन प्राप्त हो गया है। इसमें रायपुर-दुर्ग के बीच 4 नग फ्लाई ओव्हर निर्माण, सहित और भी कई प्रस्ताव शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने रायपुर-बिलासपुर निर्माणाधीन फोर लेन सहित छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों में बाई-पास रोड निर्माण कार्यों की भी समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि लोक निर्माण विभाग ने मार्च 2018 तक 12 हजार 266 करोड़ रूपए की लागत से 1526 किलोमीटर 28 सड़कों का निर्माण पूर्ण करने का लक्ष्य तय किया है। इनमें राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण की 6 सड़कें और वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) प्रभावित क्षेत्रों की 4 सड़कें भी शामिल हैं।
डॉ. रमन सिंह ने आज की बैठक में रायपुर-बिलासपुर फोरलेन सड़क के प्रथम पैकेज के रूप में रायपुर-सिमगा, द्वितीय पैकेज के रूप में सिमगा-सरगांव और तृतीय पैकेज के रूप में सरगांव-बिलासपुर तक स्वीकृत सड़क, राजनांदगांव शहर के निर्माणाधीन फ्लाई ओव्हर, रायपुर-धमतरी फोरलेन के प्रथम और द्वितीय पैकेज, धमतरी से कांकेर सड़क चौड़ीकरण और उन्नयन सहित कई स्वीकृत और निर्माणाधीन सड़कों और शासकीय भवनों के कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने रायपुर रेलवे स्टेशन से केन्द्री (नया रायपुर) तक बनने वाले एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए सभी तैयारियां तत्परता से पूर्ण करने के निर्देश दिए। प्रस्तुतिकरण में बताया गया कि एक्सप्रेस-वे का निर्माण 313 करोड़ रूपए की लागत से किया जाएगा। इस पर 4 नग फ्लाई ओप्व्हर, 8 छोटे पुल, 8 पाइप कलर्वट और 4 बॉक्स कलर्वट भी बनेंगे। मुख्यमंत्री ने राजधानी के रिंग रोड क्रमांक-1 पर तेलीबांधा के पास काशीराम नगर में केनाल रोड पर बनवाए जा रहे गर्डर वाले फ्लाई ओव्हर की प्रशंसा की और निर्माण जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक में लोक निर्माण मंत्री श्री राजेश मूणत, मुख्य सचिव श्री विवेक ढांड, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अमन कुमार सिंह, वित्त विभाग के प्रमुख सचिव श्री अमिताभ जैन, लोक निर्माण विभाग के सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, छत्तीसगढ़ सड़क विकास निगम के प्रबंध संचालक श्री अनिल राय, लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता श्री डी.के. प्रधान और अन्य संबंधित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
क्रमांक-847/स्वराज्य