समाधान शिविर में कई घोषणाएं: क्षेत्र के 300 घरों को बिजली कनेक्शन जल्द
सिंचाई जलाशय मरम्मत सहित कई मांगें तत्काल मंजूर
सिंचाई जलाशय मरम्मत सहित कई मांगें तत्काल मंजूर
रायपुर, 19 मई 2017
प्रदेशव्यापी लोक सुराज अभियान के तहत मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज दोपहर कबीरधाम जिले के ग्राम समनापुर में आयोजित लोक समाधान शिविर में शामिल हुए। उन्होंने ग्रामीणों की वर्षों पुरानी मांग पर आदिवासी बहुल इस क्षेत्र में ग्राम रेंगाखार से समनापुर होते हुए चिल्फी तक 60 किलोमीटर लम्बी और सात मीटर चौड़ी सड़क निर्माण जल्द करवाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा- अगले महीने इसका भूमिपूजन और शिलान्यास किया जाएगा। ग्रामीणों ने करतल ध्वनि से मुख्यमंत्री की इस घोषणा का स्वागत करते हुए उनके प्रति आभार प्रकट किया।
डॉ. रमन सिंह ने ग्रामीणों को शिलान्यास समारोह में शामिल होने का न्यौता दिया। उन्होंने कहा-यह इस क्षेत्र के लोगों की वर्षों पुरानी मांग थी। वन क्षेत्र में होने के कारण वन अधिनियम के तहत फारेस्ट क्लियरेंस के इंतजार में निर्माण कार्य रूका हुआ था, लेकिन अब इसके लिए फारेस्ट क्लियरेंस मिल गया है। काम जल्द शुरू हो जाएगा। इस सड़क पर जंगली जानवरों के सुरक्षित आने-जाने के लिए सात स्थानों पर अण्डर ग्राउंड ब्रिज भी बनवाएं जाएंगे। समनापुर पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से उतरते ही सबसे पहले वहां तेन्दूपत्ता संग्रहण केन्द्र (फड़) को देखने गए। उन्होंने संग्राहकों को बताया कि अब 1500 रूपए के स्थान पर 1800 रूपए प्रति मानक बोरे की दर से पारिश्रमिक दिया जा रहा है। साथ ही संग्रहण पर बोनस भी मिलेगा। समाधान शिविर में समनापुर सहित आस-पास के दस ग्राम पंचायत क्षेत्रों के ग्रामीण शामिल हुए। शिविर में बताया गया कि लोक सुराज अभियान के तहत इन गांवों से 2651 आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें से 2607 का निराकरण किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने समाधान शिविर में समनापुर क्लस्टर के गांवों में 300 विद्युत विहीन घरों में एक वर्ष के भीतर बिजली का कनेक्शन देने, समनापुर में सी.सी.रोड के लिए दस लाख रूपए मंजूर करने और अंजना रोड से समनापुर तक चार किलोमीटर सड़क निर्माण की भी घोषणा की।
उन्होंने कहा-समनापुर सिंचाई जलाशय की नहर मरम्मत का कार्य मनरेगा के तहत करवाया जाएगा और इसके लिए प्रथम अनुपूरक बजट में तीन करोड़ रूपए का प्रावधान किया जाएगा। उन्होंने समनापुर में बालक आश्रम विद्यालय शुरू करने की भी स्वीकृति प्रदान कर दी। डॉ. सिंह ने क्षेत्र के ग्राम नयापारा, कुकुरपारा और भट्टीपारा में सोलर पम्पों से पेयजल व्यवस्था के भी निर्देश दिए। उन्होंने ग्राम आमाखोदरा के छात्र डोमार सिंह मरकाम को औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आई.टी.आई.) की फीस के लिए स्वेच्छानुदान से राशि जल्द स्वीकृत करने का आश्वासन दिया।
डॉ. रमन सिंह ने ग्रामीणों को शिलान्यास समारोह में शामिल होने का न्यौता दिया। उन्होंने कहा-यह इस क्षेत्र के लोगों की वर्षों पुरानी मांग थी। वन क्षेत्र में होने के कारण वन अधिनियम के तहत फारेस्ट क्लियरेंस के इंतजार में निर्माण कार्य रूका हुआ था, लेकिन अब इसके लिए फारेस्ट क्लियरेंस मिल गया है। काम जल्द शुरू हो जाएगा। इस सड़क पर जंगली जानवरों के सुरक्षित आने-जाने के लिए सात स्थानों पर अण्डर ग्राउंड ब्रिज भी बनवाएं जाएंगे। समनापुर पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से उतरते ही सबसे पहले वहां तेन्दूपत्ता संग्रहण केन्द्र (फड़) को देखने गए। उन्होंने संग्राहकों को बताया कि अब 1500 रूपए के स्थान पर 1800 रूपए प्रति मानक बोरे की दर से पारिश्रमिक दिया जा रहा है। साथ ही संग्रहण पर बोनस भी मिलेगा। समाधान शिविर में समनापुर सहित आस-पास के दस ग्राम पंचायत क्षेत्रों के ग्रामीण शामिल हुए। शिविर में बताया गया कि लोक सुराज अभियान के तहत इन गांवों से 2651 आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें से 2607 का निराकरण किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने समाधान शिविर में समनापुर क्लस्टर के गांवों में 300 विद्युत विहीन घरों में एक वर्ष के भीतर बिजली का कनेक्शन देने, समनापुर में सी.सी.रोड के लिए दस लाख रूपए मंजूर करने और अंजना रोड से समनापुर तक चार किलोमीटर सड़क निर्माण की भी घोषणा की।
उन्होंने कहा-समनापुर सिंचाई जलाशय की नहर मरम्मत का कार्य मनरेगा के तहत करवाया जाएगा और इसके लिए प्रथम अनुपूरक बजट में तीन करोड़ रूपए का प्रावधान किया जाएगा। उन्होंने समनापुर में बालक आश्रम विद्यालय शुरू करने की भी स्वीकृति प्रदान कर दी। डॉ. सिंह ने क्षेत्र के ग्राम नयापारा, कुकुरपारा और भट्टीपारा में सोलर पम्पों से पेयजल व्यवस्था के भी निर्देश दिए। उन्होंने ग्राम आमाखोदरा के छात्र डोमार सिंह मरकाम को औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आई.टी.आई.) की फीस के लिए स्वेच्छानुदान से राशि जल्द स्वीकृत करने का आश्वासन दिया।
क्रमांक-814/स्वराज्य