दोनों देशों के निवेशकों ने ‘मेक-इन-छत्तीसगढ़’ में दिखायी गहरी दिलचस्पी
रायपुर 06 जून, 2017
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह दक्षिण कोरिया और जापान के नौ दिनों की यात्रा के बाद नई दिल्ली से आज सवेरे रायपुर लौट आए। स्वामी विवेकानंद विमान तल (माना) में लोक निर्माण मंत्री श्री राजेश मूणत, विधायक श्री श्रीचंद सुंदरानी और रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री संजय श्रीवास्तव सहित अनेक जनप्रतिनिधियों , नागरिकों तथा वरिष्ठ अधिकारियों ने मुख्यमंत्री का आत्मीय स्वागत किया। इस अवसर पर डॉ. रमन सिंह ने कहा- उनकी इस विदेश यात्रा में छत्तीसगढ़ सरकार के बिजनेस मिशन को दोनों देशों में निवेशकों के साथ संवाद स्थापित करने और छत्तीसगढ़ की एक नयी पहचान बनाने में अच्छी सफलता मिली है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री के रूप में डॉ. रमन सिंह की दक्षिण कोरिया और जापान की यह पहली यात्रा थी। मुख्यमंत्री ने कहा- दोनों देशों की अनेक प्रमुख कम्पनियों ने छत्तीसगढ़ की संभावनाओं के बारे में सुनकर राज्य में पूंजी निवेश और उद्योग लगाने में अपनी गहरी दिलचस्पी दिखाई है। मुख्यमंत्री ने कहा- प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में चलाए जा रहे मेक-इन इंडिया की तर्ज पर राज्य सरकार द्वारा ‘मेक-इन-छत्तीसगढ़ अभियान’ चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत दोनों देशों के उद्योगपतियों और निवेशकों को छत्तीसगढ़ के औद्योगिक विकास में निवेश की व्यापक संभावनाओं की जानकारी देना और उन्हें राज्य में आमंत्रित करना हमारे इस बिजनेस मिशन का मुख्य उददेश्य था।
मुख्यमंत्री ने कहा- आज देश में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चलाये जा रहे ’मेक इन इंडिया’ अभियान के तहत भारत ने दुनिया की एक बड़ी आर्थिक महाशक्ति के रूप में अपनी नई पहचान बनाई है। दक्षिण कोरिया और जापान दोनों ही आर्थिक रूप से सशक्त राष्ट्र हैं। छत्तीसगढ़ एक नवोदित राज्य है। डॉ. सिंह ने कहा- इस यात्रा के दौरान तीन विश्वस्तरीय एशियाई शहरों सियोल, टोकियो और ओसाका का दौरा किया और वहां निवेशको के साथ कई बैठकें हुई। दोनों ही एशियाई देशों की पृष्ठभूमि देखंे तो हम पाते है कि 15 अगस्त, 1948 को जहाँ दक्षिण कोरिया को आजादी मिली, वहीं द्वितीय विश्व युद्ध (1945) के दौरान जापान मे हुई बर्बादी के बाद से इस देश ने जिस प्रकार आर्थिक महाशक्ति के रूप में अपने आप को स्थापित किया उससे हमें बहुत कुछ सीखने की जरूरत है।
डॉ. रमन सिंह ने बताया- जापान व दक्षिण कोरिया पर्यटन उद्योग की दृष्टि से भी काफी सम्पन्न हैं। उन्होंने पर्यटन के विभिन्न क्षेत्रों में जैसा काम किया है, उससे हमें भी सीखने की प्रेरणा मिलती है। छत्तीसगढ़ के सिरपुर में पर्यटन विकास की नई संभावनाएं जापान व दक्षिण कोरिया के दौरे से मिली है। बुलेट टेªन जैसी आधुनिकतम टेªन में बैठने का सपना हर भारतीय का है। ओसाका से टोक्यो तक मैंने बुलेट टेªन में यात्रा की। भविष्य में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हो रहे प्रयासों से यही बुलेट टेªन हमारे देश की भी पहचान होगी। डॉ. रमन सिंह ने कहा- निवेश एक सतत् प्रक्रिया है। हमारी यात्रा से छत्तीसगढ़ को एक नई पहचान मिली है। इन देशों के लोगों ने छत्तीसगढ़ को आपार संभावनाओं व संसाधनों से परिपूर्ण राज्य के रूप में देखा तथा इन देशों के लोगों ने छत्तीसगढ़ में भ्रमण की अपनी रूचि प्रकट की। राज्य में इन देशों से व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा दिये जाने की दिशा में रास्ता खुला है। आने वाले समय में जापान व दक्षिण कोरिया में टेªड एसोसिएशन के माध्यम से राज्य में निवेश व व्यापार को बढ़ावा दिया जाएगा। इस कार्य में जापान के व्यापारिक संघ जेट्रो (JETRO) व दक्षिण कोरिया का व्यापारिक संघ (KOTRA) की मदद् ली जायेगी। राज्य में निवेश व व्यापार का बढ़ावा देने के लिए दोनों देशों में एक स्थानीय स्तर प्रतिनिधि की नियुक्ति की जायेगी। यह प्रतिनिधि राज्य में निवेश व व्यापार को बढ़ावा देने तथा इस कार्य में समन्वय करने में मदद् करेगा। बड़ी कम्पनियों से बात करने के साथ-साथ हमें छोटी कम्पनियों से भी सतत् सम्पर्क बना कर उनसे संवाद करना जरूरी था। हमारे साथ सी.आई.आई. का डेलीगेशन भी इन देशों की यात्रा पर गया। जापान के विदेश व्यापार संगठन (जापानीज एक्सटर्नल ट्रेड ऑर्गेनाईजेशन, जेट्रो) और दक्षिण कोरिया में ‘कोरिया व्यापार निवेश प्रोत्साहन एजेंसी’ कोरिया ट्रेड-इन्वेस्टमेंट प्रमोशन एजेंसी (कोट्रा) के साथ समन्वय व सम्पर्क बढ़ाने में भारतीय उद्योग परिसंघ (सी.आई.आई.) की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इनके सहयोग से जापान में ‘जेट्रो’ व दक्षिण कोरिया में ‘कोट्रा’ के साथ निवेश को लेकर सार्थक चर्चा हुई जिसके अच्छे परिणाम हमें देखने को मिलेंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया-दक्षिण कोरिया और जापान दोनों की देशों में भारतीय दूतावास के द्वारा प्रो-एक्टिव काम किया गया। इन्होंने हमारे लिये निवेशक सम्मेलनों की बैठके आयोजित करने व बेहतर वातावरण बनाने की दिशा में इनका महत्वपूर्ण सहयोग रहा। डॉ. सिंह ने तीन विश्वस्तरीय एशियाई शहरों-सियोल, टोकियो, और ओसाका में निवेशक सम्मेलनों को किया संबोधित। इस दौरान 25 से ज्यादा कम्पनियों के साथ छत्तीसगढ़ में निवेश को लेकर बैठक हुई। दक्षिण कोरिया और जापान की प्रमुख कंपनियों में, जिनमें- मोबाइल निर्माता, उर्जा क्षेत्र से जुड़ी कम्पनियांववआटोमोटिव, विद्युत मोटर्स, विद्युत उत्पाद, आईटी, इलेक्ट्रोनिक्स, स्मार्ट शहरों, इंजीनियरिंग, रक्षा-प्रोद्योगिकी आदि जैसे सेक्टरों में राज्य में निवेश को लेकर संभावनाओं के नये रास्ते खुले हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा- आज देश में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चलाये जा रहे ’मेक इन इंडिया’ अभियान के तहत भारत ने दुनिया की एक बड़ी आर्थिक महाशक्ति के रूप में अपनी नई पहचान बनाई है। दक्षिण कोरिया और जापान दोनों ही आर्थिक रूप से सशक्त राष्ट्र हैं। छत्तीसगढ़ एक नवोदित राज्य है। डॉ. सिंह ने कहा- इस यात्रा के दौरान तीन विश्वस्तरीय एशियाई शहरों सियोल, टोकियो और ओसाका का दौरा किया और वहां निवेशको के साथ कई बैठकें हुई। दोनों ही एशियाई देशों की पृष्ठभूमि देखंे तो हम पाते है कि 15 अगस्त, 1948 को जहाँ दक्षिण कोरिया को आजादी मिली, वहीं द्वितीय विश्व युद्ध (1945) के दौरान जापान मे हुई बर्बादी के बाद से इस देश ने जिस प्रकार आर्थिक महाशक्ति के रूप में अपने आप को स्थापित किया उससे हमें बहुत कुछ सीखने की जरूरत है।
डॉ. रमन सिंह ने बताया- जापान व दक्षिण कोरिया पर्यटन उद्योग की दृष्टि से भी काफी सम्पन्न हैं। उन्होंने पर्यटन के विभिन्न क्षेत्रों में जैसा काम किया है, उससे हमें भी सीखने की प्रेरणा मिलती है। छत्तीसगढ़ के सिरपुर में पर्यटन विकास की नई संभावनाएं जापान व दक्षिण कोरिया के दौरे से मिली है। बुलेट टेªन जैसी आधुनिकतम टेªन में बैठने का सपना हर भारतीय का है। ओसाका से टोक्यो तक मैंने बुलेट टेªन में यात्रा की। भविष्य में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हो रहे प्रयासों से यही बुलेट टेªन हमारे देश की भी पहचान होगी। डॉ. रमन सिंह ने कहा- निवेश एक सतत् प्रक्रिया है। हमारी यात्रा से छत्तीसगढ़ को एक नई पहचान मिली है। इन देशों के लोगों ने छत्तीसगढ़ को आपार संभावनाओं व संसाधनों से परिपूर्ण राज्य के रूप में देखा तथा इन देशों के लोगों ने छत्तीसगढ़ में भ्रमण की अपनी रूचि प्रकट की। राज्य में इन देशों से व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा दिये जाने की दिशा में रास्ता खुला है। आने वाले समय में जापान व दक्षिण कोरिया में टेªड एसोसिएशन के माध्यम से राज्य में निवेश व व्यापार को बढ़ावा दिया जाएगा। इस कार्य में जापान के व्यापारिक संघ जेट्रो (JETRO) व दक्षिण कोरिया का व्यापारिक संघ (KOTRA) की मदद् ली जायेगी। राज्य में निवेश व व्यापार का बढ़ावा देने के लिए दोनों देशों में एक स्थानीय स्तर प्रतिनिधि की नियुक्ति की जायेगी। यह प्रतिनिधि राज्य में निवेश व व्यापार को बढ़ावा देने तथा इस कार्य में समन्वय करने में मदद् करेगा। बड़ी कम्पनियों से बात करने के साथ-साथ हमें छोटी कम्पनियों से भी सतत् सम्पर्क बना कर उनसे संवाद करना जरूरी था। हमारे साथ सी.आई.आई. का डेलीगेशन भी इन देशों की यात्रा पर गया। जापान के विदेश व्यापार संगठन (जापानीज एक्सटर्नल ट्रेड ऑर्गेनाईजेशन, जेट्रो) और दक्षिण कोरिया में ‘कोरिया व्यापार निवेश प्रोत्साहन एजेंसी’ कोरिया ट्रेड-इन्वेस्टमेंट प्रमोशन एजेंसी (कोट्रा) के साथ समन्वय व सम्पर्क बढ़ाने में भारतीय उद्योग परिसंघ (सी.आई.आई.) की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इनके सहयोग से जापान में ‘जेट्रो’ व दक्षिण कोरिया में ‘कोट्रा’ के साथ निवेश को लेकर सार्थक चर्चा हुई जिसके अच्छे परिणाम हमें देखने को मिलेंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया-दक्षिण कोरिया और जापान दोनों की देशों में भारतीय दूतावास के द्वारा प्रो-एक्टिव काम किया गया। इन्होंने हमारे लिये निवेशक सम्मेलनों की बैठके आयोजित करने व बेहतर वातावरण बनाने की दिशा में इनका महत्वपूर्ण सहयोग रहा। डॉ. सिंह ने तीन विश्वस्तरीय एशियाई शहरों-सियोल, टोकियो, और ओसाका में निवेशक सम्मेलनों को किया संबोधित। इस दौरान 25 से ज्यादा कम्पनियों के साथ छत्तीसगढ़ में निवेश को लेकर बैठक हुई। दक्षिण कोरिया और जापान की प्रमुख कंपनियों में, जिनमें- मोबाइल निर्माता, उर्जा क्षेत्र से जुड़ी कम्पनियांववआटोमोटिव, विद्युत मोटर्स, विद्युत उत्पाद, आईटी, इलेक्ट्रोनिक्स, स्मार्ट शहरों, इंजीनियरिंग, रक्षा-प्रोद्योगिकी आदि जैसे सेक्टरों में राज्य में निवेश को लेकर संभावनाओं के नये रास्ते खुले हैं।
बैठकों में शामिल प्रमुख कंपनियां
दोनों देशों में मुख्यमंत्री के साथ जिन कम्पनियों की बैठकें हुई, उनमें एमबीओएन कारर्पोरेशन के दोशान हेवी इंडस्ट्रीज लिमिटेड, सुंग हा टेलीकाम, दासोल ईएंडसी, एमईसीईएन आईपीसी कंपनी लिमिटेड, पर्फिक क्लीन एनर्जी, चुनबुक टेक्नोपार्क, जीआईसी होल्डिंग, आरआई्रएसटी, रिडाक्स, अंतरिक्ष समूह, सुरक्षित खाद्य निगम, विश्व प्रोटान निगम और सियोल एनईडीसी कारपोरेशन, डिकिन इंटरनेशनल, मुराटा मैन्युफैक्चरिंग कंपनी लिमिटेड, रजत पीक ग्लोबल, सीजीटी, एमआईआर, रोजर्स बोकी कंपनी लिमिटेड और ओसाका और सुइदा निगम में निसानानो निगम, कोनमी डिजिटल मनोरंजन कंपनी, मेकेंस आईपीसी कंपनी लिमिटेड, टोक्यो में इंटरनेशनल कारपोरेशन और सेनेटिव लाइन कंपनी लिमिटेड आदि कंपनियों ने छत्तीसगढ़ में निवेश की इच्छा जताई है।
नया रायपुर और दक्षिण कोरिया की सुंगम स्मार्ट सिटी में कई समानताएं
प्रथम दिवस (29 मई ) को दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल आगमन हुआ। सियोल में भारत के राजदूत श्री विक्रम दोराईस्वामी व भारतीय दूतावास के प्रतिनिधियों से मुलाकात हुई। सियोल की विशेषताओं और वहां के औद्योगिक एवं व्यावसायिक परिदृश्य पर विस्तार से चर्चा। सुंगम स्मार्ट सिटी का भ्रमण किया। डॉ. रमन सिंह ने बताया कि सुंगम स्मार्ट सिटी और छत्तीसगढ़ के नया रायपुर समानताएं देखने को मिली। मुख्यमंत्री ने दूसरे दिन (30 मई )- सियोल में कोरिया टेªड - इन्वेस्टमेंट प्रमोशन एजेंसी (कोट्रा) के मुख्यालय में आयोजित निवेशकों के सम्मेलन को सम्बोधित करने के बाद निवेशकों के साथ अलग- अलग मुलाकात की। दक्षिण कोरिया की कम्पनी श्सुंग हा टेलीकॉमश् और छत्तीसगढ़ सरकार के बीच एमओयू। श्सुंग हा टेलीकॉमश् द्वारा छत्तीसगढ़ में मोबाइल फोन उपकरणों के निर्माण के लिए 120 करोड़ रूपए का पूंजी निवेश करते हुए अपना उद्योग लगायेगी। दक्षिण कोरिया प्र्रवास के दौरान वहां की प्रतिनिधि कम्पनी कोट्रा के आमंत्रण पर उनके मुख्यालय भी गए। कम्पनी के अध्यक्ष और सीईओ श्री जाएहोंग किम से मुलाकात हुई। इसी कड़ी में फिनचेम आटोमोटिव कम्पनी के चेयरमेन से भी मुलाकात हुई। उन्होंने छत्तीसगढ़ में निवेश की इच्छा प्रकट की। दोसान हेवी इंडस्ट्रीज लिमटेड के प्रतिनिधि में भी छत्तीसगढ़ में वेस्ट एनर्जी व विंड एनर्जीवप्रोजेक्ट पर निवेश की मंशा जतायी। मुख्यमंत्री ने दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में प्रवासी छत्तीसगढ़ियों से मुलाकात।
जापान दौरा
डॉ. रमन सिंह ने 3 जून को जापान के ओसाका शहर में छत्तीसगढ़ निवेशक सम्मेलन को संबोधित किया। इसका आयोजन जापान विदेश व्यापार संगठन (जेट्रो) द्वारा भारतीय उद्योग परिसंघ (सी.आई.आई.) के सहयोग से किया गया। इसमें 100 से अधिक उद्योग समूह के प्रतिनिधि, एनआरआई शामिल हुए। छत्तीसगढ़ में निवेश की संभावनाओं पर जापान में यह पहला महत्वपूर्ण सम्मेलन था। इस दौरान मुख्यमंत्री से विद्युत मोटर्स की निर्माता कंपनी एनडीआईएफसी के प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात कर निवेश सम्बंधी विषयों पर विचार-विमर्श किया। डॉ. सिंह ने वहां विश्व हिन्दी सम्मान प्राप्त डॉ.टोकियो मिजोकामी को समृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। विद्युत उत्पादों की अग्रणी निर्माता कंपनी दाइकिन के प्रतिनिधि मंडल के साथ ही निवेश को लेकर बैठक हुई।
मुख्यमंत्री ने बताया कि जापान में सिल्वर पीक ग्लोबल के ग्रुप चेयरमैन श्री सुभा भट्टाचन के साथ छत्तीसगढ़ की नर्सो को प्रशिक्षण देने के बारे में विस्तार से बातचीत हुई। प्रदेश की नर्सो को छत्तीसगढ़ और जापान दोनो जगह प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रशिक्षण से उन्हें रोजगार के अधिक से अधिक अवसर मिलेंगे। ओसाका में मुराता इलेक्ट्रानिक्स के निदेशक श्री करूण मल्होत्रा के साथ निवेश अवसरों के बारे में चर्चा हुई। जापानी कंपनी रोजर्स बोकी के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक श्री शितोरु रॉय से भी मुलाकात हुई। वे छत्तीसगढ़ में विकसित हो रही विभिन्न अधोसंरचनों और यहां के संसाधनों की प्रचुरता की जानकारी मिलने पर काफी प्रभावित हुए। उन्होंने छत्तीसगढ़ में निवेश के लिए अपनी सहमति जताई। जापानी कंपनी एमआईआर के प्रमुख श्री शिनिची काटो ने भी चर्चा के दौरान छत्तीसगढ़ में निवेश करने में अपनी दिलचस्पी दिखायी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि जापान में सिल्वर पीक ग्लोबल के ग्रुप चेयरमैन श्री सुभा भट्टाचन के साथ छत्तीसगढ़ की नर्सो को प्रशिक्षण देने के बारे में विस्तार से बातचीत हुई। प्रदेश की नर्सो को छत्तीसगढ़ और जापान दोनो जगह प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रशिक्षण से उन्हें रोजगार के अधिक से अधिक अवसर मिलेंगे। ओसाका में मुराता इलेक्ट्रानिक्स के निदेशक श्री करूण मल्होत्रा के साथ निवेश अवसरों के बारे में चर्चा हुई। जापानी कंपनी रोजर्स बोकी के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक श्री शितोरु रॉय से भी मुलाकात हुई। वे छत्तीसगढ़ में विकसित हो रही विभिन्न अधोसंरचनों और यहां के संसाधनों की प्रचुरता की जानकारी मिलने पर काफी प्रभावित हुए। उन्होंने छत्तीसगढ़ में निवेश के लिए अपनी सहमति जताई। जापानी कंपनी एमआईआर के प्रमुख श्री शिनिची काटो ने भी चर्चा के दौरान छत्तीसगढ़ में निवेश करने में अपनी दिलचस्पी दिखायी।
क्रमांक-1029/स्वराज्य