रायपुर, 25 मई 2017
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के तहत गठित महिला स्व-सहायता समूहों के सदस्यों द्वारा निर्मित ईटों से आवासहीन गरीब परिवारों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के मकान और अस्वच्छता की सामाजिक बुराई से निजात दिलाने शौचालय का निर्माण किया जा रहा है। ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े एक हजार 251 समूह ईंट निर्माण के कार्य में लगे हुए है। इन समूहांे द्वारा लगभग 15 करोड़ ईटों का निर्माण कर गांवों में मकान और शौचालय बनाने के लिए ईंटों का सप्लाई किया जा रहा। इससे ग्रामीणों को मकान और शौचालय बनाने के लिए सस्ते दरों पर ईंटे मिल रहा है, वहीं स्व सहायता समूहों के सदस्यों को लगातार रोजगार मिल रहा है।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन(बिहान) के तहत लगभग 60 हजार महिला स्व-सहायता समूहों का गठन कर लिया गया है। इन समूहों के जरिए सात लाख से अधिक महिलाएं स्व-रोजगार की दिशा में परंपरागत व्यवसायों से जुड़ें हुए हैं। अधिकारियों बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत से ग्रामीण ईंटों का निर्माण करते थे। इन समूहों के सदस्योें को योजना के तहत विशेषज्ञ दलों द्वारा ईंट निर्माण का प्रशिक्षण दिया गया। अब बिहान के समूहों द्वारा शासकीय योजनाओं में बनने वाली भवनों के लिए ईंटों का सप्लाई प्रारंभ हो गया है।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन(बिहान) के तहत लगभग 60 हजार महिला स्व-सहायता समूहों का गठन कर लिया गया है। इन समूहों के जरिए सात लाख से अधिक महिलाएं स्व-रोजगार की दिशा में परंपरागत व्यवसायों से जुड़ें हुए हैं। अधिकारियों बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत से ग्रामीण ईंटों का निर्माण करते थे। इन समूहों के सदस्योें को योजना के तहत विशेषज्ञ दलों द्वारा ईंट निर्माण का प्रशिक्षण दिया गया। अब बिहान के समूहों द्वारा शासकीय योजनाओं में बनने वाली भवनों के लिए ईंटों का सप्लाई प्रारंभ हो गया है।
क्रमांक- 892/ओम